Copyright issue

Copyright issue

JAANKARIRAKHO.IN सेवा भाव के उद्देश्य से बनाई गई हैं। इस वेबसाइट पर दी गई सभी जानकारियां केवल अच्छे विश्वास और सामान्य सूचना के उद्देश्य से प्रकाशित की जाती है।

हमारी बेबसाइट पर कुछ लेख बाहरी लेखकों के द्वारा लिखे गये हैं। भारत में हजारों की संख्या में पब्लिशर्स/प्रकाशक हैं, और लाखों की संख्या में लेखक। लाखों बेबसाइट, लाखों की संख्या में YouTube channel हैं।

इसलिए संभव हो सकता हैं कि हमारी बेबसाइट के किसी लेखक ने गलती से ऐसी सामग्री जोड़ी दी हों जो आपके या आपके संगठन से संबंधित हो। इसके लिए हमें खेद हैं और इसके लिए हम आपसे विनिम्रता के साथ क्षमा चाहते हैं और आपको यह आश्वासन देते हैं की इसे भविष्य में कभी द्वारा नही दोहराया जायेगा।

वैसे तो 30% सामग्री को छोड़कर इस बेबसाइट पर अधिकांश लेख पुस्तक से ही लिए गए हैं, लेकिन उनका ज्यों का ज्यों प्रयोग नही किया गया हैं। उन्हें हमने जहाँ तक संभव हो सका हैं, अपनी भाषा में लिखने की ही कोशिश की हैं। जिन पुस्तकों की साहयता से यह लेख तैयार किए गये हैं उनका संदर्भ हम जल्द ही अपने about us पेज पर अपडेट करेंगे। इस बेबसाइट पर किसी भी विषय की पूर्ण पाठ्यक्रम सामग्री नही बनाई गई हैं। केवल कुछ जरूर प्रश्नों के नोट्स ही तैयार किए हैं ताकि विद्यार्थी को किसी पुस्तक में समझ न आए तो वह इस बेबसाइट के जरिए अपने अनुभव को बेहतर कर सकें। कुछ सामग्री ऑनलाइन PDF फाइल से भी लिया गया है, जिनका सामग्री ऑनलाइन लिया गया हैं उनको हमने अपने वेबसाइट के माध्यम से क्रेडिट भी उन्ही को दिया है ।

हम आपके बौद्धिक संपदा के अधिकार का सम्मान करते हैं। 

यदि हमारी बेबसाइट पर कोई ऐसी साम्रगी हैं जो आपके बौद्धिक संपदा के अधिकार का उल्लंघन करती हैं और आप उस सामग्री के वास्तविक मालिक हैं। तो कृपया आपका नाम, आपके संगठन का नाम, संपर्क विवरण, कॉपीराइट उल्लंघन करने वाले यूआरएल और यदि संभव हो तो काॅपीराइट प्रूफ। हमें नीचे दिए गए Gmail पर मेल करें। हम आपको यह आश्वासन देते हैं कि 48 घंटों से पहले ही हम उल्लंघन करने वाली सामग्री को यहाँ से हटा देंगे। ऐसा संभव हैं कि किसी कारण वस कभी व्यवस्ता के कारण इससे अधिक समय लग जायें, इसके लिए हम आपके धैर्य की सहाराना करते हैं।

हमारी Gmail Id हैं– [email protected]

कृपया ध्यान दें, की under section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” के अंतर्गत कुछ सामग्री जो की शैक्षिक उद्देश्य या आलोचना के लिए मान्य हैं। ऐसी साम्रगी कानून का उल्लंघन नही करती।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *