बिहार के प्रमुख सड़क मार्गों के विस्तार एवं विकास पर प्रकाश डालिए।
बिहार के प्रमुख सड़क मार्गों के विस्तार एवं विकास पर प्रकाश डालिए।
उत्तर—बिहार में सड़कों का विकास प्राचीनकाल से ही सम्राटों तथा बादशाहों द्वारा किया जाता रहा है। आजादी के समय बिहार की कुल सड़कों की कुल लंबाई 81,680 किमी० थी। वर्तमान सडक मार्ग को पाँच वर्गों में विभाजित किया गया है –
(i) राष्ट्रीय उच्चपथ
(ii) राज्य उच्चपथ
(iii) मुख्य जिला सड़क
(iv) अन्य जिला सड़कें और
(v) ग्रामीण सड़कें।
राष्ट्रीय उच्च मार्ग बिहार के अन्य राज्यों एवं क्षेत्रों से जोड़ता है। सबसे प्रमुख राष्ट्रीय उच्च मार्ग सं० 2 हैं जिसे ग्राण्ड ट्रंक रोड कहते हैं। इसकी कुल लंबाई 204 किमी० है। यह बिहार में शेरघाटी सासाराम-मोहनियाँ होकर गुजरती है। बिहार से राष्ट्रीय उच्च पथ की कुल लंबाई 3,734 किमी० है। इस समय यह सड़क चार लेन हो गया है। दूसरी राष्ट्रीय पथ सं० 28 है जो गोपालगंज, पिरापैती, मुजफ्फरपुर, बरौनी होकर गुजरती है। बिहार में यह 266.30 किमी० लंबी है। बिहार में सबसे लंबी उच्च पथ 398 किमी० लंबी उच्च पथ सं० 31 है यह रजौली घाटी-बख्तियारपुर, बरौनी सड़क है। बिहार में 3849.22 किमी० राज्य उच्च पथ का विस्तार है। इन सड़कों की देख-रेख बिहार सरकार करती है और यह मुख्य रूप से जिला मुख्यालयों को जोड़ता है। मुख्य जिला सड़कों की लंबाई 7,01,728 किमी० है। राज्य में सबसे अधिक विस्तार ग्रामीण सड़कों का है। इसका कुल लंबाई 63,261.63 किमी० है। जिसका रख-रखाव ग्राम पंचायत या प्रखण्ड विकास कार्यालय द्वारा होता है।