राजनीतिक दलों के मुख्य कार्य बताएं।

राजनीतिक दलों के मुख्य कार्य बताएं।

उत्तर :- किसी भी लोकतंत्र में राजनीतिक दल अनिवार्य हैं। लोकतांत्रिक देशों में राजनीतिक दल जीवन के एक अंग बन चुके है। इसीलिए उन्हें लोकतंत्र का प्रणा’ कहा गया है। लोकतांत्रिक शासन-प्रणाली में राजनीतिक दलों के निम्नलिखित प्रमुख कार्य हैं

(i) नीतियाँ एवं कार्यक्रम तय करना – राजनीतिक दल जनता का समर्थन प्राप्त करने के लिए नीतियाँ एवं कार्यक्रम तैयार करते हैं। इन्हीं नीतियों और कार्यक्रम के आधार पर ये चुनाव लड़ते हैं। राजनीतिक दल भाषण, टेलीविजन, रेडियो समाचार-पत्र आदि के माध्यम से अपनी नीतियाँ एवं कार्यक्रम जनता के सामने रखते हैं और मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश करते हैं। मतदाता भी उसी राजनीतिक दल को अपना समर्थन देते हैं जिसकी नीतियाँ एवं कार्यक्रम जनता के कल्याण के लिए एवं राष्ट्रीय हित को मजबूत करनेवाला होता है।

(ii) शासन का संचालन – राजनीतिक दल चुनावों में बहुमत प्राप्त करके सरकार का निर्माण करते हैं। जिस राजनीतिक दल को बहुमत प्राप्त नहीं होता है, उन्हें विपक्षी दल कहते हैं। जहाँ एक ओर सत्ता पक्ष शासन का संचालन करता है वहीं विपक्षी दल सरकार पर नियंत्रण रहता है और सरकार को गड़बड़ियाँ करने से रोकता है।

(iii) चुनावों का संचालन- जिस प्रकार लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में राजनीतिक दलों का होना आवश्यक है, उसी प्रकार दलीय व्यवस्था में चुनाव का होना भी आवश्यक है। राजनीतिक दल अपनी विचारधाराओं और सिद्धांतों के अनुसार कार्यक्रम एवं नीतियाँ तय करते हैं। यही कार्यक्रम एवं नीतियाँ चुनाव के दौरान जनता के पास रखते हैं जिसे चुनाव घोषणा-पत्र कहते हैं।

(iv) लोकमत का निर्माण – लोकतंत्र में जनता की सहमति या समर्थन से ही सत्ता प्राप्त होती है। इसके लिए शासन की नीतियों पर लोकमत प्राप्त करना है और इस तरह का लोकमत का निर्माण राजनीतिक दल के द्वारा ही हो सकता है।

(v) सरकार और जनता के बीच मध्यस्थता करना – राजनीतिक दल का एक प्रमुख कार्य है जनता और सरकार के बीच मध्यस्थता करना। राजनीतिक दल ही जनता की समस्याओं और आवश्यकताओं को सरकार के सामने रखते हैं और सरकार कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को जनता तक पहुँचाती है।

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