अंतर्राष्ट्रीय व्यापार किसे कहते हैं? आजादी के बाद इसमें आयी प्रगति का वर्णन करें।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार किसे कहते हैं? आजादी के बाद इसमें आयी प्रगति का वर्णन करें।

उत्तर-जब व्यापार दो या दो से अधिक देशों के बीच हो तो उसे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहा जाता है। किसी देश का विकसित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उसकी आर्थिक सम्पन्नता का प्रतीक है। इसलिए किसी देश के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को उसका आर्थिक मापदंड कहते हैं। इस व्यापार के दो पहलू हैं-आयात एवं निर्यात।
आजादी के बाद भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है। यह बढ़ोत्तरी व्यापार की मात्रा एवं मूल्य दोनों में हुई है। भारत का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सन् 1950-51 में मात्र 1,314 करोड़ रुपयों का था जो 2007-08 में बढ़कर 16,05,022 करोड़ रुपयों का हो गया। यह प्रगति संतोषजनक नहीं है क्योंकि कुल अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भारत का योगदान 1% से भी कम है। भारत में निर्यात की अपेक्षा आयात अभी भी अधिक है। कार ने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं वृद्धि के लिए विदेश व्यापार नीति को उदार किया है एवं विशेष आर्थिक क्षेत्रों का निर्माण भी किया जा रहा है।

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