आवाज का उतार-चढ़ाव क्या है ?

आवाज का उतार-चढ़ाव क्या है ?

                     अथवा
आवाज का उतार चढ़ाव क्या है ? आवाज का उतार-चढ़ाव मौखिक कौशल को किस प्रकार प्रभावित करता है ?
उत्तर— सुर लहर / तीव्रता / अनुतान ( Intonation)–अनुतान मूलत: स्वर-तंत्रियों के प्रति सेकण्ड कम्पन्न में कमी-वेशी से उच्चारण में उत्पन्न उतार-चढ़ है, किन्तु इसके अतिरिक्त उसका सम्बन्ध बालघात, मात्रा तथा संगम ( ंक्चर) भी है। ये चारों मिलकर मुख्यतः निम्नांकित तीन काम करते हैं—(i) वाक्यों के समूह को वाक्यों में, वाक्य को उपवाक्य तथा पदबंध और पदबंध को और छोटी इकाइयों में तोड़ते हैं, (ii) अभिव्यक्ति को उत्तर, सामान्य कथन, आज्ञाद्योतक, प्रश्नद्योतक तथा अनिच्छाद्योतक आदि बनाते हैं, (iii) अभिव्यक्ति के विभिन्न भागों या अंशों को अर्थ के धरातल पर आपस में सम्बद्ध करते हैं।
अंत में 1 को निम्न सुर, 2 को सामान्य सुर तथा 3 को उच्च सुर का प्रतीक मानकर कुछ मुख्य हिन्दी अभिव्यक्तियों की अनुतान-अभिरचना यहाँ देखी जा सकती है—
(1) मकान अच्छा है।          (सामान्य कथन)
(2) मकान अच्छा है।          (सामान्य कथन)  231
(3 क) राम आ गया है ?      (प्रश्न)                233
(3 ख) राम आ गया क्या ?  (प्रश्न)                232
(4) राम आ गया !             (आश्चर्य)             331
(5) नमस्कार                   (अभिवादन)        123
विभिन्न भावों को अभिव्यक्त करने में इनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। विभिन्न भावों वाले वाक्यों में भिन्न-भिन्न भावों को क्रमिक रूप से प्रकट करने के लिए इनका उचित ज्ञान आवश्यक है, जो कि मौखिक अभिव्यक्ति को प्रभावी बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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