कोयले का वर्गीकरण कर उनकी विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए।

कोयले का वर्गीकरण कर उनकी विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर ⇒ कार्बन की मात्रा के आधार पर कोयले को चार वर्गों में रखा जाता हैं –

(i) एंथासाइट- यह सर्वोच्च कोटि का कोयला है जिसमें कार्बन की मात्रा 90% तक पायी जाती है। जलने पर धुआँ नहीं देता और देर तक ऊष्मा देता है। इसे कोकिंग कोयला भी कहा जाता है। इसे धातु गलाने में प्रयोग किया जाता है।

(ii) बिटुमिनस- इस प्रकार के कोयला में कार्बन की मात्रा 70 से 90% तक पाया जाता है। इसे परिष्कृत कर कोकिंग कोयला बनाया जाता है। भारत में अधिकतर इसी प्रकार का कोयला मिलता है।

(iii) लिगनाइट- यह निम्न कोटि का कोयला है। इसमें 30 से 70% तक कार्बन पाया जाता है। इसमें ऊष्मा कम और धुआँ अधिक होता है। इसे भूरा कोयला भी कहते हैं।

(iv) पीट-इसमें कार्बन की मात्रा 30% से भी कम पायी जाती है। इस प्रकार | का कोयला पूर्व के दलदली भागों में मिलता है।

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