निम्नलिखित के बारे में 30 शब्दों में लिखें।

निम्नलिखित के बारे में 30 शब्दों में लिखें।

  1.  छापाखाना                             
  2.  गुटेनबर्ग     
  3.  वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट                 
  4.  प्रोटेस्टेंटवाद 
  5.  रेशम मार्ग                               
  6.  सर सैयद अहमद                     
  7.  यंग इंडिया                             
  8.  मराठा
  9.  बाइबिल

1. छापाखाना – छापाखाना के आविष्कार का महत्त्व इस भौतिक संसार में आग, पहिया और लिपि की तरह है जिसने अपनी उपस्थिति से पूरे विश्व की जीवन शैली को एक नया आयाम दिया। छापाखाना के आविष्कार और विकास का श्रेय चीन को है।

2. गुटेन्वर्ग – गुटेन्वर्ग का जन्म जर्मनी के मेन्जनगर में एक कृषक-जमींदार व्यापारी परिवार में हुआ था। छापाखाना का आविष्कार गुटेन्वर्ग ने 1450 में किया। गुटेन्वर्ग ने मुद्रण स्याही का भी निर्माण किया। गुटेन्वर्ग छपाई मशीन को ‘मूवेबल टाइप प्रिंटिंग मशीन’ कहा गया।

3. वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट – 1878 ई० में लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट पारित किया था। यह एक्ट देशी समाचार पत्रों को नियंत्रण में लाने के लिए पास किया गया था क्योंकि देशी भाषा वाले समाचार पत्र सरकार की साम्राज्यवादी नीतियों के विरुद्ध राष्ट्रवादी भावना को उत्पन्न कर रहे थे।

4. प्रोटेस्टेंटवाद – मार्टिन लूथर के लेख के व्यापक प्रभाव से रोमन कैथोलिक चर्च में विभाजन हो गया। लूथर ने ईसाई धर्म की नई व्याख्या प्रस्तुत की। उसके समर्थक प्रोटेस्टेंट कहलाए। धीरे-धीरे प्रोटेस्टेंट संप्रदाय ईसाई धर्म का प्रमुख संप्रदाय बन गया। प्रोटेस्टेंटवाद यह मानता था कि चर्च के रोमन कैथोलिक समुदाय में बुराई तथा भ्रष्टाचार व्याप्त है। अतः चर्च में सुधार की आवश्यकता है।

5. रेशम मार्ग – समरकन्द – पर्शिया-सिरिया मार्ग को रेशम मार्ग कहा जाता था। यह एशिया से यूरोप पहुँचने का व्यापारियों का मार्ग था। इसी रेशम मार्ग से ग्यारहवीं शताब्दी में चीन से कागज यूरोप पहँचा।

6. सर सैयद अहमद – सर सैयद अहमद अलीगढ़ आंदोलन के प्रणेता थे। मुस्लिमों के बीच शिक्षा का प्रसार करने में सर सैयद अहमद का बहुत ही महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। सर सैयद अहमद के राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ते प्रभाव के कारण ही उर्दू प्रेस को कांग्रेस समर्थित राष्ट्रीय आंदोलन एवं अंग्रेजी राज से मुसलमानों के संबंधों की नई व्यवस्था करने के लिए प्रेरित किया।

7. यंग इंडिया – ‘यंग इंडिया’ नामक पत्र का संपादन महात्मा गाँधी के द्वारा उनके विचारों एवं राष्ट्रवादी आंदोलन का प्रचार करने के लिए किया गया था। इस पत्र के माध्यम से गाँधीजी ने सरकार को अपने राजनैतिक दर्शन एवं राजनीतिक कार्यक्रमों से अवगत कराया तथा भारतीयों को एक बड़े आंदोलन के लिए प्रशिक्षित किया।

8. मराठा – अंग्रेजी भाषा में ‘मराठा’ नामक समाचार-पत्र की शुरुआत बाल गंगाधर तिलक के संपादन में 1881 ई० में बंबई से हुई। यह पत्र उग्रराष्ट्रवादी विचारों से प्रभावित था तथा इसका जनमानस पर व्यापक प्रभाव था।

9. बाइबिल – बाइबिल ईसाइयों का पवित्र धर्म ग्रंथ है। गुटेन्वर्ग प्रेस में जो पहली पुस्तक छपी वह ईसाई धर्मग्रंथ बाइबिल ही था। गुटेन्वर्ग ने मुद्रण एवं हैण्ड प्रेस का विकास कर 36 लाइन में बाइबिल को 1448 ई० में छापा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *