बायोगैस ऊर्जा पर टिप्पणी लिखें।

बायोगैस ऊर्जा पर टिप्पणी लिखें।

उत्तर ⇒ भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ बड़े पैमाने पर पशुओं को पाला जाता है। उनके गोबर, मल-मूत्र, गन्ना की खोई, धान की भूसी, कृषि के कूड़े-कचड़े, वृक्षों की झाड़ियाँ, घास-फूस से हजारों मेगावाट विद्युत उत्पन्न किया जा सकता है। गोबर गैस संयंत्र लगाकर ग्रामीण क्षेत्रों में गोबर गैस का उत्पादन भी किया जा रहा है। बड़े नगरों में भी बायोगैस संयंत्र लगाकर जरूरत पूरी की जाती है। जैसे दिल्ली नगर के ओखला में इस प्रकार का कार्य किया जा रहा है। इस गैस की तापीय क्षमता मिट्टी के तेल, उपला और लकड़ी के कोयले की तापीय क्षमता से अधिक होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में बायोगैस का उपयोग खाना पकाने, घरों में रोशनी करने एवं सिंचाई करने में किया जाता है, शहरी क्षेत्रों में भी सडकों की रोशनी के लिए बायोगैस का प्रयोग किया जा रहा है।

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