बिहार में लोकतंत्र की जड़ें कितनी गहरी हैं ?
बिहार में लोकतंत्र की जड़ें कितनी गहरी हैं ?
उत्तर :- बिहार से लोकतंत्र का रिश्ता काफी पुराना है। लोकतंत्र की शुरुआत बिहार के लिच्छवी से हुई थी। तब से लेकर आजतक लोकतंत्र परिपक्व होता गया और इसका विस्तार होता गया। बिहार में लोकतंत्र की जड़ें काफी मजबूत हैं। बिहार में स्वस्थ लोकतांत्रिक शासन-व्यवस्था स्थापित है। लोक सेवकों पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए सूचना का अधिकार कानून बिहार में भी लागू है। सरकार ने दलितों एवं वंचितों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए महादलित आयोग बनाया है। महिलाएँ भी पंचायतों एवं नगर निकायों में पचास प्रतिशत आरक्षण का लाभ उठाकर शासन में भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि बिहार में लोकतंत्र की जड़ें बहुत गहरी हैं।