भारत की जल विद्यत परियोजनाओं का विवरण प्रस्तुत करें।

भारत की जल विद्यत परियोजनाओं का विवरण प्रस्तुत करें।

उत्तर ⇒ सर्वप्रथम दक्षिण भारत में कोयला और खनिज तेल के अभाव में कर्नाटक के शिवसमुद्रम में जल शक्ति गृह स्थापित किया गया। इसके बाद बंबई, पूणे क्षेत्र में टाटा जल विद्युत परियोजना बनी। इसके बाद दक्षिण भारत में पायकारा योजना बनी जिससे कोयंबटूर, तिरूचिरापल्ली, मदुरै आदि नगरों को जल बिधुत की आपूर्ति की गयी।
हिमालय क्षेत्र में प्रथम जल विद्युत केन्द्र मंडी है। इसके बाद गंगा नहर की जिला विद्युत-ग्रिड स्थापित की गई। इसके बाद भाखड़ा नांगल योजना बनी। आज देशभर में 80 जल विद्युत केंद्र स्थापित हैं। इनमें अधिक केंद्र बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना के अंतर्गत आते हैं जैसे महाराष्ट्र में टाटा जलविद्युत तथा कोयना-काकरापाड़ा परियोजनाएँ, कर्नाटक में शिवसमुद्रम, शिमोगा, शरावती एवं भद्रा परियोजनाएँ, केरल में पल्लीवासल आदि, तमिलनाडु में पापनशम आदि, आंध्रप्रदेश में तुंगभद्रा, नागार्जुन आदि, उड़ीसा में हीराकुण्ड, बिहार में कोसी, गंडक, झारखंड में दामोदर, पश्चिमी बंगाल में मयूराक्षी, उत्तर प्रदेश में गंगा-ग्रिड, शारदा रिहंद, हिमाचल प्रदेश में मंडी, भाखड़ा-नांगल, कश्मीर में बारामुला, निम्न झेलम आदि परियोजनाएँ हैं।
उत्तराखंड में टिहरी बाँध परियोजना और मध्यप्रदेश में नर्मदा घाटी परियोजनाएँ भी बनायी गई है जो विवाद के घेरे में हैं। आशा है विवाद खत्म होगी और परियोजनाएँ काम करने लगेगी।

Ajit kumar

Sub Editor-in-Chief at Jaankari Rakho Web Portal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *