लोकतंत्र किस तरह उत्तरदायी एवं वैध सरकार का गठन करता हैं।
लोकतंत्र किस तरह उत्तरदायी एवं वैध सरकार का गठन करता हैं।
उत्तर :- लोकतंत्र में शासकों के चनाव का अधिकार जनता के हाथ में निहित होती है। जनता जिसे चाहती है उसे संसद अथवा विधानमंडलों में चुनकर भेजती है। जनता न केवल अपने शासकों का चयन ही नहीं करती है बल्कि अनेक प्रकार से वह प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष ढंग से उनपर नियंत्रण भी रखती है। गैर-लोकतांत्रिक सरकारों को विधायिका का सामना नहीं करना पड़ता है। अतः वे फैसले अपेक्षाकृत शीघ्र भी लेती है, परंतु ऐसे फैसले (निर्णय) से जनता की परेशानियाँ बढ़ भी सकती है। एक लोकतांत्रिक सरकार फैसले लेने में देर अवश्य करती है, परंतु वे फैसले नीतिगत, विधिसम्मत तथा बहुमत पर आधारित होते हैं। लोकतांत्रिक सरकार के उत्तरदायी होने के कारण उससे जनता के समस्याओं के निदान की आशा की जाती है। लोकतांत्रिक शासन-व्यवस्था में शासन की वैधता को संदेह की नजर से नहीं देखा जाता है। लोकतांत्रिक सरकार की बुनियाद संवैधानिक विधियों एवं कानूनों पर आधारित होते हैं। इस व्यवस्था में लोगों को यह भी जानने का अधिकार होता है कि अमुक मामले में कानूनों का कहाँ तक पालन किया गया है, और यदि कानूनों का विधिसम्मत पालन नहीं किया गया है तो नागरिकों को यह भी अधिकार प्राप्त है कि वे सरकार के विरुद्ध में भी न्यायालय में जा सकते हैं तथा उचित न्याय की माँग कर सकते हैं। गैर लोकतांत्रिक सरकारें तो ताकत के बल पर जनता की आवाज को दबाती है। जनता की जायज माँगों की वे परवाह नहीं करती क्योंकि जनता ने उन्हें नहीं चुना है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव होते हैं। स्वतंत्र न्यायपालिका होती है, तथा सार्वजनिक नीतियों पर खुली चर्चा होती है। सरकार के कामकाज को जानने-परखने के लिए जनता के हाथ में सूचना का अधिकार होता है। ____ अतः इसे उपर्युक्त व्यवस्थाओं वाली सरकार अथवा वैध शासन कहा जा सकता है।