हरि रस से कवि का अभिप्राय क्या है ?
हरि रस से कवि का अभिप्राय क्या है ?
उत्तर :- कवि राम नाम की महिमा का बखान करते हुए कहते हैं कि भगवान के नाम से बढ़कर अन्य कोई धर्मसाधना नहीं है। भगवत् कीर्तन से प्राप्त परमानंद को हरि रस कहा गया है।
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