गैर-सरकारी संस्थाएँ किस प्रकार सेवा क्षेत्र के विकास को सहयोग करती है, उदाहरण के साथ लिखें।

गैर-सरकारी संस्थाएँ किस प्रकार सेवा क्षेत्र के विकास को सहयोग करती है, उदाहरण के साथ लिखें।

उत्तर-वित्तीय संस्थाओं में ऐसी सभी संस्थाओं को शामिल किया जाता है जो जरूरतमंद लोगों को ऋण-देने का कार्य करती हैं। गैर संस्थागत वित्तीय संस्थाएँ इसमें हम साहूकार, महाजन आदि को शामिल करते हैं लेकिन इन पर सरकार व रिजर्व बैंक का नियंत्रण नहीं होता है। वर्तमान समय में बिहार में गैर संस्थागत वित्तीय संस्थाएँ भी अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है, क्योंकि अशिक्षा व गरीबी के कारण गाँव में रहने वाले किसान अपनी जरूरतों के लिए आज भी ऋण इन्हीं साहूकार व महाजनों से ले रहे हैं। इनसे ऋण उन्हें शीघ्र व आसानी से प्राप्त हो जाता है। साथ ही उन्हें कोई कागजी कार्यवाही नहीं करनी पड़ती है। .

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