सन्दर्भ पुस्तक का अर्थ एवं विशेषताओं को बताते हुए इसके प्रकारों को स्पष्ट कीजिये ।
सन्दर्भ पुस्तक का अर्थ एवं विशेषताओं को बताते हुए इसके प्रकारों को स्पष्ट कीजिये ।
उत्तर— सन्दर्भ पुस्तक—सन्दर्भ पुस्तकों से विशिष्ट मामलों या विषयों के बारे में जानकारी प्राप्त व परामर्श प्राप्त किया जाता है।
परिभाषा—किसी भी सूचना या विशिष्ट जानकारी को प्राप्त करने के लिए जो विशेष विषयों जैसे—मानचित्र, शब्दकोश, निर्देशिका, एनसाइक्लोपीडिया, पुस्तिका, कोश या दूसरे कार्यों को डिजाइन या रूपांकित किया जाता है, ये सब सन्दर्भ पुस्तक के अन्तर्गत आता है। जब हमें शीघ्रता से किसी की विशेष जानकारी की आवश्यकता होती है तो हम सन्दर्भ पुस्तकों का सहयोग लेते हैं। प्रत्येक पृष्ठ को पढ़ने से जानकारी प्राप्त करने की बजाय इन माध्यमों से हम आवश्यकतानुसार एवं शीघ्रता से जानकारी प्राप्त करते हैं।
जिस प्रकार शब्दकोश में शब्दों के अर्थ दिए होते हैं उसी प्रकार ‘सन्दर्भ ग्रन्थों’ में मानव द्वारा संचित ज्ञान को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया जाता है।
सन्दर्भ ग्रन्थ कई प्रकार के होते हैं। सन्दर्भ ग्रन्थ का सबसे विशद एवं विश्व ज्ञानकोश है। इसमें मानव द्वारा संचित हर प्रकार की जानकारी और सूचना का संक्षिप्त संकलन होता है।
विशेषताएँ—सन्दर्भ पुस्तकें सामान्य पठन के बजाय सूचना के विशिष्ट मान को खोजकर प्रस्तुत करती हैं।
इन पुस्तकों की निम्न विशेषताएँ होती हैं—
(1) पाठ्यवस्तु की विश्वसनीयता एवं वैधता का पता चलता है ।
(2) नवीन ज्ञान की वृद्धि एवं विकास में सहायक होती है ।
(3) विचारों में तार्किकता एवं वस्तुनिष्ठता लाती है ।
(4) विभिन्न विधि-प्रविधियों की जानकारी उपलब्ध कराती है।
(5) शिक्षा में निर्धारित उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक सिद्ध होती है ।
सन्दर्भ पुस्तकों के प्रकार—
· मानचित्र
· शब्दकोश
· निर्देशिका
· जीवनी एनसाइक्लोपीडिया, कोश, ईयरबुक । पंचांग, Reference E-Books.
(1) विश्वकोश—सम्भवतया सन्दर्भ स्रोत का सबसे महत्त्वपूर्ण माध्यम इनसाइक्लोपीडिया (Encyclopedia) है। इनसाइक्लोपीडिया (Encyclopedia) दो प्रकार के होते हैं—
(i) सामान्य (General)
(ii) विषय/विशेषीकरण (Subject/Specialization)
(i) सामान्य विश्वकोश (Encyclopedia)—हर कल्पनीय विषय को बहुत मात्रा में कवर कर रहे हैं जैसे- विश्वपुस्तक (World Book) एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटेनिका ।
(ii) विषय / विशेषीकरण—विषय/ विशेषीकरण विश्वकोश विशेष शीर्षक टॉपिक के बारे में विस्तृत विषयवस्तु पर केन्द्रित होता है। वे एक या अधिक मात्रा में हो सकते हैं । जैसे—
· Grazimek’s Animal Life Encyclopedia
· Gale Encyclopedia of Medicine
· Marshall Cavendish Encyclopedia of Health
(2) शब्द कोश (Year Book)—इनसाइक्लोपीडिया के बाद सर्वाधिक लोकप्रिय व काम में आने वाला यह महत्त्वपूर्ण सन्दर्भ ग्रंथ है। लुइस शौरस का कहना है कि किसी एक विशिष्ट वर्ष से सम्बन्धित प्रश्नों के लिए पुस्तकालयाध्यक्ष को सर्वप्रथम शब्दकोश देखना चाहिए। ALA Glossary of Library terms के अनुसार विवरणात्मक अथवा सांख्यिकीय रूप में समसामयिक सूचना देने वाला वार्षिक प्रकाशन जो कभी-कभी विशिष्ट क्षेत्र तक सीमित रहता है, शब्दकोश कहते हैं ।
(3) आलमानक्स (Almanacs)—सन्दर्भ ग्रन्थ का यह रूप काफी प्राचीन है। इसके अन्दर सामान्यत: ग्रहों के उतार-चढ़ाव, ग्रहों के मानव पर प्रभाव, कलेण्डर आदि कालक्रमानुसार या अन्य किसी व्यवस्थित क्रम से संकलित रहते हैं । ALA Glossary of Library Terms के अनुसार—“एक वार्षिक प्रकाशन जिसमें कलेण्डर तथा ज्योतिष से सम्बन्धित सूचना के साथ-साथ अन्य सूचना भी दी जाती हैं। वर्तमान में कलेण्डर व ज्योतिष सम्बन्धित सूचनाओं के अतिरिक्त विविध प्रकार की अन्य सूचनायें देने का प्रचलन भी हो गया है । “
(4) निर्देशिका (Directory)—यह स्थानीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सूचना प्रदान करने वाला ग्रन्थ है। वर्तमान वैज्ञानिक व तकनीकी युग में यह एक महत्त्वपूर्ण सन्दर्भ स्रोत के रूप में उभरकर सामने आया है। ALA Glossary of Library Terms के अनुसार — यह व्यक्तियों अथवा संस्थानों की व्यवस्थित रूप से संयोजन सूची है। इससे साधारणतः वर्णानुक्रम वर्गीकृत क्रम या अन्य क्रम से व्यक्तियों का पता, सम्बन्ध आदि और इसी प्रकार संस्थाओं का पता, अधिकारीगण कार्य आदि इस प्रकार के अन्य आँकड़े दिये रहते हैं। सामान्य शब्दों में निर्देशिका से आशय “किसी व्यवस्थित क्रम में संकलित व्यक्तियों व संस्थाओं के नामों व क्रियाकलापों व पतों को बतलाने वाला प्रकाशन है।”
(5) हैण्डबुक और मैनुअल (Handbook and Manual)—हैण्डबुक व मैनुअल एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। इनमें केवल एक मूलभूत अन्तर यह है कि हैण्डबुक किसी से सम्बन्धित सूचना देती है जबकि मेनुअल किसी कार्य को कैसे किया जाये, इसके सम्बन्ध में जानकारी/सूचना देती है । लुइस शोरस (Louis Shores) के अनुसार ‘यह लोकप्रिय रुचि को प्रकट करने अथवा किसी खास आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए संक्षेप और लघु रूप में निर्मित एक या अनेक विषयों से सम्बद्ध विविध तथ्यों और आँकड़ों का समूहात्मक सन्दर्भ ग्रन्थ है।” सामान्यतः इसमें विविध विषयों से सम्बन्धित आँकड़ों प्रक्रिया सिद्धान्त, टेबिल, ग्राफ, चित्र आदि दिये रहते हैं अर्थात् यह किसी भी विषय से सम्बन्धित प्रारम्भिक सूचना ज्ञान उपलब्ध करवाती है ।
(6) गजेटियर्स (Gazetteer’s)—गजेटियर भौगोलिक सूचना सें सम्बन्धित महत्त्वपूर्ण सन्दर्भ ग्रंथ है। इसमें एल्फाबेटिक ऑर्डर या अन्य किसी व्यवस्थित क्रम से नगर, शहर, गाँव, नदियाँ, झील, पहाड़ आदि संकलित होते हैं। इसमें इनसे सम्बन्धित भौगोलिक सूचनायें व आँकड़े दिये रहते हैं।
(7) मानचित्र, चित्रावली व ग्लोब (Map, Atlas and Globe)—मानचित्र, चित्रावली व ग्लोब लगभग एक ही प्रकार की भौगोलिक सूचना देने वाले सन्दर्भ स्रोत हैं। इनमें किसी में चित्र के साथ-साथ विवरण तथा कई में केवल मात्र चित्र दिये होते हैं। ये मानचित्र, चित्रावली व ग्लोब किसी विशिष्ट क्षेत्र से सम्बन्धित तथा किसी विशिष्ट विषय से सम्बन्धित दोनों प्रकार के हो सकते हैं।
(8) जीवनी कोश (Biography)—इस प्रकार के सन्दर्भ ग्रन्थ में महान व विद्वान व्यक्तियों से सम्बन्धित सूचनायें तथा प्रारम्भिक जीवन, युवा अवस्था, अध्ययन, कार्य क्षेत्र, विशिष्ट कार्य, विशेषताएँ, कृतियाँ, मुख्य घटनायें, अनुभव, उपलब्धियाँ, वैवाहिक जीवन, पता आदि दे रखा होता है। लुइस शोरस (Louis Shores) के अनुसार- ‘उल्लेखनीय व्यक्तियों की यह एक निर्देशिका है। इसमें साधारणत: सरनेम के आधार पर एल्फाबेटिक क्रम से जीवनीपरक संक्षिप्त रूपरेखा से लेकर विस्तृत विवरण के रूप में संकलित रहता है । “
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