भारत में आउटसोर्सिंग के इतिहास का वर्णन करें।
भारत में आउटसोर्सिंग के इतिहास का वर्णन करें।
उत्तर-भारत में आउटसोर्सिंग का इतिहास काफी पुराना है परंतु यह अधिक चर्चा में तब आया जब 1990 के दशक में यह सेवा क्षेत्र में तीव्रता से प्रगति करना प्रारंभ कर दिया। इसकी शुरुआत सेवा क्षेत्र में 1980 के दशक में मानी जा सकती है। आज भारत विश्व सूचना प्रौद्योगिकी में काफी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। आउटसोर्सिंग शरू में कळ एयरलाईस कंपनियों के लिए प्रारंभ हुआ। बाद में आई०टी० कंपनियों की भरमार हो गई। आज एक टी०सी०एस० और टाटा एंड संस जैसी अग्रणी कंपनियाँ इस क्षेत्र में है। ताजा आकडों के हिसाब से भारतीय आउटसोर्सिंग क्षेत्र में लगभग तीस लाख लोग काम करते हैं और इससे 11 अरब डॉलर राजस्व की प्राप्ति होती है। भारतीय अर्थव्यवस्था में आउटसोर्सिंग उद्योग का इतिहास प्राचीन तो नहीं परंतु अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।