भारत में राजनैतिक इच्छा शक्ति की कमी किस तरह शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करती है ? समझाइये ।
भारत में राजनैतिक इच्छा शक्ति की कमी किस तरह शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करती है ? समझाइये ।
उत्तर— राजनीतिक अनिच्छा के कारण शिक्षा में अवरोध– शिक्षा में अवरोध का एक मुख्य कारण राजनीतिक अनिच्छा का होना है क्योंकि शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थियों के ज्ञान को बढ़ाकर उनका सामाजीकरण करना है। इसके विपरीत शिक्षा को किसी विशेष राजनीतिक दल का साधन बना देने से इसकी उपयोगिता समाप्त होने लगती है । वर्तमान समय में अध्यापकों की नियुक्ति तथा विद्यार्थियों की प्रवेश में राजनेताओं का बढ़ता हुआ प्रभाव चिन्ता का विषय है। इसके अतिरिक्त कुछ समाज मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि कुछ विशेष वर्गों को बिना योग्यता या निम्नतम योग्यता के भी सरकारी रूप से आर्थिक सहायता प्रदान करना भी शिक्षा के राजनीतिकरण का एक विशेष रूप है ।
दूसरी तरफ लोकतन्त्र की सफलता के लिए राजनीतिक दलों का होना आवश्यक है क्योंकि इनके द्वारा ही जनता में राजनीतिक चेतना व जनमत का निर्माण किया जाता है लेकिन ये राजनीतिक दल अपने स्वार्थ की पूर्ति हेतु कुछ विशेष वर्गों को ही सहायता पहुँचाते हैं तथा वोटों की राजनीति के कारण सही व अयोग्य व्यक्ति का चयन किया जाता है।
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