रुचि की अवधारणा स्पष्ट कीजिये ।
रुचि की अवधारणा स्पष्ट कीजिये ।
उत्तर— रुचि की अवधारणा– रुचि शब्द का अभिप्राय उस आंतरिक इच्छा से है जो व्यक्ति विशेष को उसके पर्यावरण में विभिन्न व्यक्ति, वस्तु तथा क्रियाकलाप की ओर आकृष्ट करती है या उनसे विमुख करती है। इसका अनुमान हम व्यवहार या निरीक्षण से लगा सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति किसी वस्तु में रुचि लेता है तो वह उसमें बड़ी तत्परता से स्वयं को केन्द्रित कर देगा। वह हर दृष्टिकोण से उसका परीक्षण करेगा, थके होने पर भी वह इसमें तन्मय हो जायेगा। यह निजी तथा भावात्मक होती है। यह व्यक्तिनिष्ठ या आत्मनिष्ठ होती है।
कुछ परिभाषायें—
ड्रेवर के अनुसार, “रुचि किसी प्रवृत्ति का क्रियात्मक रूप है।”
क्रो एवं क़ो के अनुसार, “रुचि वह प्रेरक शक्ति है जो हमें किसी व्यक्ति, वस्तु या क्रिया के प्रति ध्यान देने के लिए प्रेरित करती है । “
रुचि दो प्रकार की होती हैं–(i) जन्मजात रुचि, (ii) अर्जित रुचि ।
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