अपने अध्ययन काल में बिहार तकनीकी शिक्षा के विकास का वर्णन करें।
अपने अध्ययन काल में बिहार तकनीकी शिक्षा के विकास का वर्णन करें।
( 47वीं BPSC/2007 )
> बिहार में तकनीकी शिक्षा का प्रसार अंग्रेजों द्वारा कम ही किया गया। वैसे पश्चिमी शिक्षा का प्रसार सामान्यतः ठीक रहा।
> 1928 में विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा के लिए पटना साइंस कॉलेज की स्थापना ।
> 1925 में पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल की स्थापना |
> 1947 में दरभंगा में मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल की स्थापना।
> धनबाद में 1925 में केन्द्रीय खनन संस्थान (ISM) की स्थापना ।
उत्तर – भारत में आधुनिक शिक्षा का प्रारंभ 1835 में घोषित ‘नई शिक्षा नीति’ के बाद हुआ। 1835 में पूर्णिया, बिहारशरीफ एवं भागलपुर में अंग्रेजी शिक्षा हेतु विद्यालय खुले। बाद में पटना, आरा, छपरा आदि में जिला स्कूल खुले।
अंग्रेजों के काल में बिहार में तकनीकी शिक्षा का विकास ज्यादा नहीं हुआ, परंतु आधुनिक शिक्षण संस्थान खुले। 1917 में पटना विश्वविद्यालय की स्थापना हुई तथा पटना कॉलेज में 1919 में भौतिकी और रसायन विज्ञान विभाग की स्थापना हुई। 19वीं शताब्दी के अंत में भागलपुर, पटना में मृदा अध्ययन, फसलों के प्रकार और विकास संबंधी शोध एवं खनन आदि मामलों पर अंग्रेजों ने कुछ शोध किए।
1928 में विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा के लिए पटना साइंस कॉलेज की स्थापना हुई। 1925 में पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल और 1947 में दरभंगा में एक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल खोला गया। वर्तमान के झारखंड के धनबाद जिले में 1925 में केन्द्रीय खनन संस्थान (ISM) खोला गया जिससे खनन एवं धातु विज्ञान के अध्ययन को प्रोत्साहन मिला। अत: बिहार में 1900-1947 के दौरान काफी कम तकनीकी शिक्षण संस्थान स्थापित हुए जो बाद में बिहार के पिछड़ेपन का कारण बना।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Google News ज्वाइन करे – Click Here