तकनीकी और सामाजिक परिवर्तन की दृष्टि से नवाचार की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए ।
तकनीकी और सामाजिक परिवर्तन की दृष्टि से नवाचार की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर— नवाचार को परिभाषित करते हैं तो इसका आशय है कि नये को लाकर स्थापित में परिवर्तन लाने की प्रक्रिया ही नवाचार है । शाब्दिक रूप में नवाचार को आंग्ल भाषा एवं लैटिन से उद्भूत अर्थों में समझते हैं तो स्पष्ट होता है कि—
-in-no—vate—v – To beging something new : enovative
– in-no-va-tion-n-the act of innovating something that is new or unsual.
नवाचार के संदर्भ में जिन अन्य शब्दों का प्रायः प्रयोग किया जाता है उनमें प्रमुख हैं— परिवर्तन, विकास, नवीनता एवं उन्नयन ।
उपर्युक्त सभी शब्द पूर्व की स्थिति में परिवर्तन के परिणाम को प्रदर्शित करते हैं। परिवर्तन तो शाश्वत है उसके परिणाम स्वरूप विकास होता है, नवीनता प्राचीन स्थिति में परिवर्तन की सूचक है तथा उन्नयन गुणात्मक परिवर्तन को प्रदर्शित करता है। अतः सामान्य अर्थ एवं निष्कर्ष यही प्राप्त होता है कि नवाचारों के लागू होने से पूर्व की स्थिति एवं इनके लागू होने के बाद की स्थिति में गुणवत्ता पर प्रभाव प्राप्त होना आवश्यक है।
वर्तमान समय में सामाजिक एवं तकनीकी परिवर्तन लाने में नवाचारों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। साथ ही नवाचारों के परिणाम स्वरूप सांस्कृतिक परिदृश्य भी बदलता दिखाई दे रहा है। हमारे सामने चुनौती हैं कि किस प्रकार नवाचारों को वांछित सामाजिक सांस्कृतिक एवं तकनीकी परिवर्तन लाने वाले अभिकरण के रूप में प्रयोग किया जाये। नवाचार किस प्रकार सकारात्मक संवाहक के रूप में कार्य सम्पन्न करें यह भी चिन्ता का विषय है। भूमण्डलीकरण के युग के सम्पूर्ण विश्व के साथ प्रगति की ओर गतिशील रहने के लिए नवाचारों को ग्रहण करना आज अनिवार्य हो गया है।
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