विद्यालय की आवश्यकता एवं महत्त्व का संक्षेप में वर्णन करें।

विद्यालय की आवश्यकता एवं महत्त्व का संक्षेप में वर्णन करें। 

उत्तर— विद्यालय की आवश्यकता एवं महत्त्व — राष्ट्र की प्रगति कानून, न्यायालय, कारखानों में सुनिश्चित नहीं की जाती है बल्कि स्कूलों में निश्चित होती है। स्कूल को आज जिस महत्त्वपूर्ण कार्य को करना है, वह चारित्रिक शिक्षा या नैतिक शिक्षा है। स्कूल को ज्ञान की उच्च शाखाओं का अध्ययन और अनुसंधान करके समाज का पुनर्निर्माण करना है। स्कूल का महत्त्व और आवश्यकता नीचे दी जा रही है—
(1) घर की तुलना में शिक्षा के लिए स्कूल एक बेहतर स्थान।
(2) समाज का स्थायीकरण और विकास ।
(3) घर और विश्व के बीच एक संयोजन- शृंखला।
(4) राज्य के आदर्श और सिद्धान्तों का प्रसार करने का महत्त्वपूर्ण अभिकरण ।
(5) विस्तृत सांस्कृतिक धरोहर ।
(6) सांस्कृतिक बहुलवाद के विकास का अभिकरण ।
(7) विशेष पर्यावरण की व्यवस्था ।
(8) शिक्षित नागरिकों का निर्माण ।
(9) जीवन की जटिलता ।
(10) व्यक्तित्व का समुचित विकास ।
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