व्यापारिक कृषि और निर्वाह कृषि में अंतर स्पष्ट करें।

व्यापारिक कृषि और निर्वाह कृषि में अंतर स्पष्ट करें।

उत्तर ⇒ व्यापारिक कृषि – व्यापारिक दृष्टिकोण से की जाने वाली कृषि व्यापारिक कृषि कही जाती है। इस कृषि में अत्याधुनिक कृषि तकनीक, रासायनिक खाद, परिष्कत बीज, सिंचाई, कीटनाशक आदि का उपयोग किया जाता है। जैसे -गन्ना, जूट, मूंगफली आदि।
निर्वाह कृषि–परंपरागत तरीकों से जैसे हल, बैल, कुदाल आदि की सहायता से की जाने वाली कृषि जिसमें फसल उत्पादन जीविका निर्वाह के लिए किया जाता है निर्वाह कृषि कहलाती है। इस कृषि पर जनसंख्या का बोझ अधिक होता है एवं आधुनिक तकनीक का प्रयोग कम किया जाता है।जैसे चावल, गेहूँ, मकई आदि।

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