सामाजिक विभाजन के तीन निर्धारक तत्त्व कौन-कौन से हैं ?

सामाजिक विभाजन के तीन निर्धारक तत्त्व कौन-कौन से हैं ?

उत्तर-सामाजिक विभाजन के तीन निर्धारक तत्त्व इस प्रकार से हैं

I. स्वयं की पहचान की चेतना- यह इस बात को दर्शाता है कि व्यक्ति अपनी पहचान किस प्रकार बनाए रखता
है किसी धर्म विशेष, जाति विशेष अथवा संप्रदाय पर आधारित। इस प्रकार के सामाजिक विभाजन के लिए आवश्यक है कि व्यक्ति यह समझे कि उसकी राष्ट्रीय पहचान क्या है?

II. समाज के विभिन्न समुदायों की माँगों को राजनीतिक दलों द्वारा उपस्थित करने का तरीका क्या है? अलग-अलग समुदाय के लोगों की अपने हित के लिए अलग-अलग माँगें होती हैं, जैसे श्रीलंका में तमिलों द्वारा अपने लिए अलग क्षेत्र की माँग थी।

III. सरकार की माँगों के प्रति सोच सामाजिक विभेद की राजनीति के परिणाम सरकार को विभिन्न समुदायों की माँगों के प्रति सोच पर भी निर्भर करते हैं। विभेद की राजनीति के अच्छे परिणाम के लिए आवश्यक है कि सरकार विभिन्न समुदायों के उचित माँग को नजर-अंदाज नहीं करे।

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