CTET पेपर – I, कक्षा I-V 20 अगस्त, 2023
CTET पेपर – I, कक्षा I-V 20 अगस्त, 2023
भाग-I: बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र
1. निम्नलिखित में से कौन-सा एक ऐसे प्रश्न का उदाहरण है जिसमें विद्यार्थियों को अपनी सोच पर विचार करने की आवश्यकता होती है?
(1) आप क्रिया को वर्तमान काल कैसे बदल सकते हैं?
(2) कक्षा की शुरुआत से क्रियाओं के उपयोग के बारे में आपकी समझ कैसे बदली है?
(3) वाक्य में संज्ञा और क्रिया के बीच क्या संबंध है?
(4) क्रिया की परिभाषा क्या है?
2. निम्नलिखित में से कौन-सा विफलता के लिए आंतरिक आरोपण का एक उदाहरण है?
(1) शिक्षक के पक्षपाती होने के कारण मुझे अच्छे अंक नहीं मिले।
(2) मैं परीक्षा में फेल हो गया क्योंकि मेरे दोस्त मेरा ध्यान भटका रहे थे।
(3) मुझे निम्न ग्रेड प्राप्त हुआ क्योंकि शिक्षक कठोर तरीके से आँकते हैं।
(4) मैं परीक्षा में फेल हो गया क्योंकि मैंने पर्याप्त पढ़ाई नहीं की।
3. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए :
अभिकथन (A) : बहुत कम उम्र में, दुनियाभर में अधिकांश संस्कृतियों में लड़कियाँ गुड़िया को खिलौने के रूप में चुनती है जबकि लड़के कारों के साथ खेलना पसंद करते हैं।
कारण (R) : बच्चे किसी विशेष संस्कृति की अपेक्षाओं के आधार पर एक लड़के या लड़की के लिए क्या उपयुक्त माना जाता है, इसके बारे में जानकारी व्यवस्थित करते हैं और उसके अनुसार व्यवहार करते हैं।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(2) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है ।
(3) (A) और (R) दोनों गलत हैं।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
4. किस आयु में बच्चे शब्दों के खेल में शामिल हो सकते हैं और ऐसे चुटकुलों और पहेलियों को पसंद कर सकते हैं जिसमें शब्दों का खेल शामिल हो ?
(1) तीन वर्ष
(2) सात वर्ष
(3) बारह वर्ष
(4) एक वर्ष
5. कैरल गिलिगन ने कोहलबर्ग के नैतिक विकास के सिद्धांत की आलोचना की है:
(1) आनुवंशिक कारकों पर्याप्त महत्त्व न देने पर।
(2) केस अध्ययन को अनुसंधान पद्धति के रूप में उपयोग करने के लिए।
(3) सामाजिक संज्ञानात्मक दृष्टिकोण से।
(4) नारीवादी दृष्टिकोण से।
6. ‘अधिगम के लिए आकलन’ का मुख्य लक्ष्य क्या है?
(1) विद्यार्थियों को प्रतिपुष्टि प्रदान करना जिसका उपयोग उनके अधिगम में सुधार के लिए किया जा सकता है
(2) विद्यार्थी के प्रदर्शन की तुलना एक मानक या तय पैमाने से करना
(3) उन विद्यार्थियों की पहचान करना जिन्हें ‘धीमे सीखने वालों’ के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है
(4) विद्यार्थी के प्रदर्शन का मूल्यांकन करना और ग्रेड देना
7. शैशवावस्था में समाजीकरण की ……. संस्थाएँ प्रमुख रूप से महत्वपूर्ण हैं, जबकि प्रारंभिक बाल्यावस्था में समाजीकरण की …… संस्थाएँ भी महत्वपूर्ण हो जाती हैं।
(1) माध्यमिक; प्राथमिक
(2) माध्यमिक; तृतीयक
(3) तृतीयक: माध्यमिक
(4) प्राथमिक; माध्यमिक
8. डिस्ग्राफिया :
(1) एक तंत्रिकीय विकार है जिसकी विशेषता अक्षरों और आकारों को बनाने में कठिनाई है।
(2) एक मनोवैज्ञानिक विकार है जिसकी विशेषता ध्यान का अभाव और आवेगशील व्यवहार है।
(3) एक भाषण विकार है जिसकी विशेषता हकलाना और उच्चारण में त्रुटियाँ करना है।
(4) एक गतियुक्त विकार है जिसकी विशेषता स्थूल पेशीय बाधिता है।
9. प्रतिभावान बच्चों को शिक्षित करने का उपागम जो उन्हें असामान्य रूप से तीव्र गति से पाठ्यचर्या के माध्यम से आगे बढ़ाता है, क्या कहलाता है?
(1) त्वरण (गतिवर्द्धन)
(2) विसर्जन
(3) विभेदित निर्देशन
(4) संवर्धन
10. शिक्षक जो समावेशी कक्षाओं की दिशा में काम कर रहे हैं, उन्हें चाहिए कि वे :
(i) पाठ्यचर्या में अनुकूलन करें।
(ii) विविध दृष्टिकोणों को शामिल करें।
(iii) अपने स्वयं के अंतर्निहित पूर्वाग्रहों की जाँच करें।
(iv) विविधता को एक बाधा के रूप में देखें उपर्युक्त में से कौन-से सही है?
(1) (i), (iii), (iv)
(2) (ii), (iii), (iv)
(3) (i), (ii), (iii), (iv)
(4) (i), (ii), (iii)
11. हावर्ड गार्डनर के अनुसार, एक दर्शनशास्त्री के पास …… प्रकार की बुद्धि और मूर्तिकार के पास ….. प्रकार की बुद्धि की मात्रा अधिक होती है।
(1) अंतः व्यक्ति ;दिक्स्थान
(2) अंतर्वैयक्तिक; भाषिक
(3) भाषिक; अंतर्वैयक्तिक
(4) दिक्स्थान; अंत: व्यक्ति
12. निम्नलिखित में से अधिगम का प्राथमिक लक्ष्य कौन-सा होना चाहिए?
(1) समकक्षियों के साथ प्रतिस्पर्धा
(2) समालोचनात्मक चिंतन का विकास
(3) तथ्यों को रटना
(4) यंत्रवत् याद करने के पूर्वाभ्यास में उत्कृष्ट बनना
13. विद्यार्थियों की सीखने की शैलियों में विविधता :
(1) को शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया के दौरान ध्यान में नहीं रखा जाना चाहिए।
(2) को शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में बाधा और अवरोध के रूप में देखा जाना चाहिए।
(3) को महत्त्व दिया जाना चाहिए और मानव विविधता के प्रतिबिंब के रूप में देखा जाना चाहिए।
(4) की उपेक्षा की जानी चाहिए और सीखने की शैलियों में एकरूपता, लाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
14. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए:
अभिकथन (A) : शिक्षार्थियों के बीच समालोचनात्मक चिंतन को सुगम बनाने के लिए शिक्षकों को उन्हें विविध परिस्थितियों और विभिन्न दृष्टिकोणों से अवगत कराना चाहिए।
कारण (R): जब विद्यार्थी विविध मदभेदों के बीच बातचीत में संलग्न होते हैं तो वे समालोचनात्मक और रचनात्मक रूप से सोचने की अपनी क्षमताओं को सीखते और समृद्ध करते हैं।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(2) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
(3) (A) और (R) दोनों गलत हैं।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
15. बच्चे सबसे प्रभावी ढंग से तब सीखते हैं यदि कोई अवधारणा :
(1) जटिल से सरल की ओर बढ़ती है।
(2) तर्कसंगत से अनुभवजन्य की ओर बढ़ती है।
(3) सामान्य से विशिष्ट की ओर बढ़ती है।
(4) अमूर्त से मूर्त की ओर बढ़ती है।
16. लेव वायगोत्स्की के अनुसार, …….. बच्चों के संकल्पनात्मक योग्यताओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
(1) सामाजिक अलगाव
(2) मानकीकृत पाठ्यक्रम
(3) मूर्त पुरस्कार
(4) सहकर्मी सहयोग
17. लेव वायगोत्स्की के सिद्धांत के अनुसार, आंतरिक वाक् :
(1) विकासात्मक देरी का संकेत है।
(2) बच्चों के लिए अपनी सोच को नियंत्रित करने का एक तरीका है।
(3) बच्चों के लिए एक काल्पनिक दोस्त के साथ संप्रेषण करने का एक तरीका है।
(4) संज्ञानात्मक अपरिपक्वता का प्रतीक है।
18. चार वर्ष की अपर्णा कहती है कि एक बटन ज़िंदा है क्योंकि यह उसकी शर्ट को एक साथ बाँधने मदद करता है। जीन पियाज़े के अनुसार, उसकी सोच की विशेषता है :
(1) केंद्रीयन
(2) परिकल्पित – निगमनात्मक चिंतन
(3) पारगमनात्मक तर्क
(4) जीववादी चिंतन
19. निम्नलिखित में से स्वलीनता वाले विद्यार्थियों की विशिष्ट विशेषता कौन-सी है?
(1) बार बार दोहराव और आवर्ती व्यवहार
(2) संवाद कौशलों का उच्च स्तर
(3) कल्पना को तथ्य से अलग करने की श्रेष्ठ क्षमता
(4) उन्नत सामाजिक भावनात्मक पारस्परिकता
20. बच्चों में समस्या समाधान कौशल को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा प्रभावी तरीका है?
(1) उन्हें समस्याओं का तैयार समाधान उपलब्ध कराना
(2) उन्हें बुद्धि मंथन करने और सहज अनुमान लगाने के अवसर देना
(3) स्वतंत्र चिंतन को हतोत्साहित करना और घोषणांत्मक ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करना
(4) कठिन समस्याओं से बचने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना
21. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए :
अभिकथन (A) : शिक्षकों को सार्थक वातावरण बनाना चाहिए जिसमें सभी बच्चों की सक्रिय भागीदारी और संलग्नता हो ।
कारण (R) : सभी बच्चे आंतरिक रूप से सीखने के लिए प्रेरित होते हैं और सीखने में सक्षम होते हैं।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(2) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है ।
(3) (A) और (R) दोनों गलत हैं।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
22. अनुभवात्मक अधिगम किस पर बल देता है?
(1) आलोचनात्मक प्रतिबिंबन के महत्व पर
(2) एक प्रक्रिया के बजाय अधिगम को एक उत्पाद के रूप में देखने पर
(3) बच्चों के अधिगम पर शिक्षक के नियंत्रण पर
(4) सीखने में पुनर्बलन की भूमिका पर
23. निम्नलिखित में से कौन-सी प्रक्रिया अधिगम के दौरान योगदान नहीं देती है ?
(1) वैचारिकता
(2) गैर-प्रासंगीकरण
(3) संगठन
(4) वर्गीकरण
24. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए:
अभिकथन (A) : शिक्षकों और साथियों जैसे अधिक जानकार अन्य लोगों के साथ बातचीत, शिक्षार्थियों को उनकी समझ और कौशल विकसित करने में मदद करने के लिए आवश्यक समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान कर सकती है।
कारण (R) : सामाजिक संपर्क सीखने और विकास का एक प्रमुख घटक है।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(2) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
(3) (A) और (R) दोनों गलत हैं।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
25. लेव वायगोत्स्की के अनुसार :
(1) भाषा विकास और संज्ञानात्मक विकास एक-दूसरे से स्वतंत्र रूप से विकसित होते हैं।
(2) भाषा विकास, संज्ञानात्मक विकास को सुगम बनाता है।
(3) सामाजिक कारक भाषा विकास को प्रभावित करते हैं, परंतु संज्ञानात्मक विकास को नहीं ।
(4) संज्ञानात्मक विकास, भाषा विकास को सुगम बनाता है।
26. लॉरेंस कोहलबर्ग के नैतिक तर्क के किस स्तर पर, बच्चे आमतौर पर मानते हैं कि लोगों को समाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरना चाहिए और ‘अच्छे’ तरीकों से व्यवहार करना चाहिए?
(1) पारंपरिक स्तर
(2) पूर्व-संक्रियात्मक स्तर
(3) उत्तर-संक्रियात्मक स्तर
(4) पूर्व- पारंपरिक स्तर
27. जीन पियाज़े के अनुसार पूर्व-संक्रियात्मक चिंतन की मुख्य विशेषताओं में से एक ……. है जो किसी स्थिति के एक पहलू पर ध्यान केंद्रित करने और दूसरों की उपेक्षा करने की प्रवृत्ति को संदर्भित करता है।
(1) विकेंद्रीयन
(2) पारगमन
(3) कारण – परिणाम का विश्लेषण (कारण कार्य संबंध)
(4) केंद्रीयन
28. भौतिक वृद्धि और विकास, विकास के ……. और …… सिद्धांतों का पालन करते हैं।
(1) समीपस्थ (अवरोही); शीर्षगामी (आंतरिक से बाहरी)
(2) विभेदीकरण (सरल से जटिल) ; एकीकरण (जटिल से सरल)
(3) एकीकरण (सरल से जटिल) ; विभेदीकरण (जटिल से सरल)
(4) शीर्षगामी (अवरोही); समीपस्थ (आंतरिक से बाहरी )
29. प्रारंभिक बाल्यावस्था में वृद्धि …….. और सोच …….. है, जबकि मध्य बाल्यावस्था में वृद्धि ……. और सोच …… है।
(1) स्थिर है, तार्किक; धीमी, आत्मकेंद्रित
(2) धीमी, तार्किक; स्थिर है, आत्मकेंद्रित
(3) धीमी, कुछ हद तक आत्मकेंद्रित; स्थिर है, तार्किक
(4) स्थिर है, कुछ हद तक आत्मकेंद्रित; धीमी, तार्किक
30. निम्नलिखित में से कौन-सा स्थूल गतिक कौशल है?
(1) एक कागज़ पर वृत्त को रूपरेखा के अनुसार काटना
(2) एक कागज़ पर एक बड़े आयत को रूपरेखा के अनुसार काटना
(3) बुनाई
(4) तैरना
भाग-II: गणित
31. निम्नलिखित में से कौन-सा प्राथमिक विद्यालय के शिक्षार्थी को भिन्न 2/3 और 4/6 के बीच तुल्यता की कल्पना करने में मदद करने का सबसे उपयुक्त तरीका है?
(1) फ्रैक्शन डिस्क का उपयोग
(2) कैल्कुलेर्स का उपयोग
(3) विभाजन (भाग) विधि का उपयोग
(4) लघुतम समापवर्त्य विधि का उपयोग
32. संख्या बोध विकसित करने में उपकरना (सबिटाइजिंग) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। निम्नलिखित में से कौन-सा उदाहरण है जो विद्यार्थी में उपकरना के कौशल का प्रदर्शन करता है?
(1) विद्यार्थी संख्या 4 की पहचान 5 में से 1 निकालने के रूप में करता है।
(2) विद्यार्थी संख्या 5 की पहचान 4 के परवर्ती के रूप में करता है।
(3) विद्यार्थी संख्या 6 की पहचान 5 में 1 जोड़ने के रूप में करता है।
(4) विद्यार्थी एक पासा उछालता है और बिना बिन्दुओं (डॉट्स) को गिने यह बताने में सक्षम है कि यह चार है।
33. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020 अनुसार, देशभर में विभिन्न विषयों में ओलिंपियाड और प्रतियोगिताएँ …… होंगी।
(1) हतोत्साहित
(2) कम
(3) सरल
(4) मज़बूत
34. कक्षायी शोध यह दर्शाते हैं कि अधिकांश विद्यार्थी गणित को उसी कक्षा में जो अन्य विषय वे पढ़ते हैं, उनसे अधिक कठिन समझते हैं। गणित की प्रकृति का निम्नलिखित में से कौन-सा पहलू इस भय को बढ़ाता है?
(1) गणित में किसी समस्या का समाधान करने के लिए कई अलग-अलग प्रणालियों की व्यापकता
(2) गणित में प्राथमिक अवधारणाओं की अमूर्त प्रकृति
(3) गणित का विस्तृत ज्ञान – भंडार
(4) गणित में दिए गए प्रश्न के अनेक उत्तर होने की व्यापकता
35. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा, 2005 के अनुसार, कक्षाओं के ऊपर किए गए शोध बताते हैं कि लड़कियों को गणित में ‘विशेषज्ञता’ के योग्य न मानकर उनका अवमूल्यन काफी व्यवस्थित हुआ है जबकि वे गणित में अच्छा प्रदर्शन करती हैं।
इसका सबसे उपयुक्त कारण क्या है?
(1) समाज की लिंग संबंधी धारणाएँ इस मान्यता की ओर ले जाती हैं कि लड़के समस्या समाधान की ज्यादा नवीन कार्यविधियाँ उपयोग करते हैं और इसलिए उन्हें बेहतर अवधारणात्मक समझ होती है।
(2) लड़कों में गणितीय क्षमताएँ जन्मजात हैं।
(3) गणित में लड़कियों का खराब प्रदर्शन उनके गणित के प्रति प्रचलित भय के कारण होता है।
(4) गणित, अपनी प्रकृति द्वारा ही, पुरुष प्रधान विषय है।
36. एक शिक्षिका गणित कक्षा में रोल प्ले (भूमिका निर्वाह) विधि का उपयोग करती है। उसका उद्देश्य है:
(1) बच्चों का मनोरंजन |
(2) अनुशासन बनाए रखना ।
(3) बच्चों को व्यस्त रखना।
(4) विचारों का बहिर्वेशन |
37. निम्नलिखित में से किसने गणितीय खगोल विज्ञान के क्षेत्र में काम किया है?
(1) रामानुजन
(2) महावीर
(3) आर्यभट्ट
(4) भास्कर I
38. एक सब्जी बेचने वाला पालक 60 रुपए प्रति किग्रा. बेच रहा था। सोनू ने 350 ग्राम पालक लिया जिसके लिए सब्ज़ी बेचने वाले ने सोनू से 21 रुपए ( 6 रुपए + 6 रुपए + 6 रुपए + 3 रुपए) लिए। सब्ज़ी बेचने वाले द्वारा प्रयोग में लाए गए इस गणितीय कौशल के सम्बन्ध में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सत्य है / हैं?
A. यह गणितीय कौशल अस्पष्ट है।
B. यह कौशल कक्षा में गणितीय प्रश्नों को हल करने के लिए लाभदायक नहीं है ।
C. ऐसे कौशल गणितीय प्रश्नों को हल करने के वैकल्पिक तरीकों को विकसित करने में सहायक होते हैं।
सही विकल्प चुनिए :
(1) केवल B
(2) केवल C
(3) A और B
(4) केवल A
39. निम्नलिखित में से कौन-सी परिस्थिति यह दर्शाती है कि बच्चे ज्ञान का निर्माण स्वयं कर रहे हैं?
(1) बच्चों को हस्तकौशल सामग्री जैसे संख्याओं के ग्रिड, आयताकार सारणियों में व्यवस्थित गीटियाँ दी गई हैं और वे इनका प्रयोग कर गुणन के पैटर्न खोज रहे हैं।
(2) शिक्षिका ने श्यामपट्ट पर अधूरे पहाड़े लिखे हैं और बच्चे उन पहाड़ों को श्यामपट्ट पर लिखकर पूरा कर रहे हैं।
(3) कक्षा का सर्वोत्तम छात्र/छात्रा पहाड़ों को ऊँचे स्वर पढ़ रहा/रही है और बाकी के विद्यार्थी उसके पीछे-पीछे दोहरा रहे हैं।
(4) बच्चे एक साथ पहाड़ों का कविता-पाठ कर रहे हैं।
40. आकलन के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(1) मानदंड- संदर्भित आकलन नैदानिक परीक्षण और उपचारात्मक शिक्षण में उपयोगी है।
(2) मानक- संदर्भित आकलन हमें बताता है कि एक विद्यार्थी अपने प्रदर्शन में अन्य विद्यार्थियों की तुलना में कहाँ खड़ा/खड़ी है।
(3) मानक- संदर्भित आकलन नैदानिक परीक्षण और उपचारात्मक शिक्षण में उपयोगी है।
(4) मानदंड- संदर्भित आकलन विद्यार्थियों की अधिगम में निपुणता का मूल्यांकन करना है।
41. अधिक कम, लम्बा – छोटा, दूर- समीप, बड़ा – छोटा, आदि अवधारणाएँ :
(1) सीधे शब्दों में अंग्रेज़ी भाषा विशेषण हैं।
(2) महत्त्वपूर्ण पूर्व-संख्या (प्री-नम्बर ) अवधारणाएँ हैं।
(3) तुलना के लिए अस्पष्ट शब्द हैं।
(4) विलोम शब्द हैं, जो गणित सीखने के लिए आवश्यक नहीं हैं।
42. गणितीय अधिगम सामग्री :
A. सूत्र के प्रदर्शन में शिक्षकों की मदद करती है।
B. स्वतः अधिगम में विद्यार्थियों की मदद करती है।
C. निर्देश देने में शिक्षकों की मदद करती है।
D. कक्षा में अधिगम वातावरण का निर्माण करने में मदद करती है।
सही विकल्प चुनिए :
(1) B और D
(2) B और C
(3) C और D
(4) A और B
43. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा सही नहीं है?
(1) गणित में त्रुटियाँ शिक्षकों को उनके पाठ की योजना बनाने में मदद करती हैं।
(2) विद्यार्थियों की त्रुटियों को अनदेखा कर देना चाहिए क्योंकि त्रुटियों की ओर इशारा उनको प्रेरणाहीन करेगा।
(3) विद्यार्थियों की त्रुटियाँ उनके सोचने की प्रक्रिया (चिंतन) के बारे में जानकारी देती हैं।
(4) गणित में त्रुटियाँ अधिगम का हिस्सा होती हैं।
44. बच्चों में गणितीय अभिरुचि को विकसित करने के लिए, एक अध्यापिका निम्नलिखित गणिविधियाँ अपनी कक्षा में करवाती है। इनमें से वह चुनिए जो उसके उद्देश्य को पूरा करने में प्रभावी नहीं है।
(1) वह कक्षा में गणितीय पहेलियाँ और जादुई वर्ग हल करने के लिए देती है।
(2) उन्होंने अपनी कक्षा में एक गणितीय कोना बनाया है जहाँ पर विद्यार्थी विभिन्न गणितीय गतिविधियाँ कर सकते हैं।
(3) वह हमेशा उस विद्यार्थी की प्रशंसा करती है जो कक्षा में सत्रान्त परीक्षा में सबसे अधिक अंक प्राप्त करता/करती हैं।
(4) वह बच्चों को भारतीय गणितज्ञों और उनके योगदानों के वीडियो दिखाती है।
45. निम्नलिखित में से कौन-से कथन गणित की प्रकृति के बारे में सबसे उपयुक्त हैं?
A. यह बच्चे को सृजनात्मक बनने में सहायता करता है।
B. यह बच्चों की कल्पना को पोषित करने में सहायता करता है।
C. यह निगमनात्मक विवेचन (तर्क) पर आधारित है।
D. यह हमेशा अभिसारी होता है।
सही विकल्प चुनिए :
(1) A और C
(2) A और B
(3) A, B और C
(4) B और C
46. निम्नलिखित में से कौन-सी व्यवस्था संख्याओं को अवरोही क्रम में निरूपित करती है?
(1) 10.5, 1.05, 1.055, 1.50, 1.005, 0.155
(2) 10.5, 1.50, 1.05, 1.055, 1.005, 0.155
(3) 10.5, 1.50, 1.055, 1.05, 1.005, 0.155
(4) 1.05, 1.005, 1.50, 1.055, 10.5, 0.155
47. 5 – 5 + 5 – 5 + 5 – 5 …….. के विषम संख्या पदों का योगफल है:
(1) -5
(2) 5
(3) 15
(4) 0
48. ‘एक सौ लाख’ को निम्नलिखित रूप में भी जाना जाता है :
(1) एक करोड़
(2) एक मिलियन
(3) एक बिलियन
(4) दस करोड़
49. 100 में एक पूर्ण संख्या जोड़ी जाती है और फिर वही संख्या 100 में से घटा दी जाती है। इस प्रकार प्राप्त हुई दोनों संख्याओं का योगफल :
(1) 50
(2) 100
(3) 200
(4) 0
50. निम्नलिखित में से कौन-सा 3630 का एक गुणनखण्ड नहीं है ?
(1) 5
(2) 9
(3) 11
(4) 3
51. संगीता एक साबुन खरीदना चाहती है, जिसका मूल्य 10 रुपए है। उसके पास एक पाँच रुपए का सिक्का, 2 एक रुपए के सिक्के और 5 पचास पैसे के सिक्के हैं। उसे साबुन खरीदने के लिए और कितनी धनराशि की ज़रूरत है?
(1) 1.50 रुपए
(2) 2.00 रुपए
(3) 2.50 रुपए
(4) 0.50 रुपए
52. रूबीना ने कार से 16:50 बजे अपनी यात्रा शुरू की और उसी दिन 21:15 बजे समाप्त की। यात्रा पूरा करने में · लिया गया समय है:
(1) 4 घंटे 25 मिनट
(2) 3 घंटे 35 मिनट
(3) 4 घंटे 35 मिनट
(4) 3 घंटे 25 मिनट
53. बढ़ते हुए क्रम में भिन्नों के समूह का चयन कीजिए:
54. प्रियदर्शिनी 4.8 किग्रा. बादाम, 2500 ग्राम किशमिश और 3.5 किग्रा. काजू को मिला दिया तथा इस मिश्रण के बराबर-बराबर तीन दर्जन पैकेट बना दिया। प्रत्येक पैकेट का भार क्या है?
(1) 300 ग्राम
(2) 500 ग्राम
(3) 650 ग्राम
(4) 250 ग्राम
55. एक वर्ग की भुजा 5 सेमी. है। यदि इस वर्ग की भुजा दुगुनी कर दी जाए, तो या क्षेत्रफल कितने गुना हो जाएगा ?
(1) 3 गुना
(2) 4 गुना
(3) 8 गुना
(4) 2 गुना
56. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है?
(1) यदि एक समचतुर्भुज के सभी कोण बराबर हों, तो वह एक वर्ग बन जाता है।
(2) यदि एक समांतर चतुर्भुज के सभी कोण बराबर हो, तो वह एक आयत बन जाता है।
(3) यदि एक पतंग के सम्मुख कोण बराबर हों, तो वह एक आयतं बन जाती है।
(4) यदि एक आयत की सभी भुजाएँ बराबर हों, तो वह एक वर्ग बन जाता है।
57. नीचे दिए गए पैटर्न में लुप्त संख्या क्या है?
1, 6, 15, ……… , 45, 66, 91
(1) 32
(2) 25
(3) 36
(4) 28
58. निम्नलिखित तालिका को पढ़िए :
सबसे अधिक और सबसे कम पाए जाने वाले रक्त समूहों का अनुपात क्या है?
(1) 4:1
(2) 3:1
(3) 1:4
(4) 1:3
59. अम्मिनी 36 सर्वसम वर्गों को अलग-अलग प्रकार के आयतों में व्यवस्थित कर रही है। वह इन वर्गों द्वारा अलग-अलग प्रकार के कितने आयत बना सकती है?
(1) पाँच
(2) छ:
(3) आठ सभी
(4) चार
60. निम्नलिखित समूहों में से किसनें त्रि-आयामी आकृतियाँ हैं ?
(1) घन, घनाभ, वृत्त, त्रिभुज
(2) घन, घनाभ, गोला, बेलन
(3) घन, घनाभ, अर्ध-वृत्त, शंकु
(4) घन, घनाभ, वृत्त, शंकु
भाग-III: पर्यावरण अध्ययन
61. आप ईवीएस के विद्यार्थियों के लिए व्यावहारिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करना चाहते हैं। निम्नलिखित में से कौन-सी क्रिया सबसे उपयुक्त है?
(1) उपलब्ध सामग्री से ईवीएस-किट विकसित करना
(2) एक चार्ट पर विभिन्न पौधों के भागों का चित्र बनाना
(3) ग्लोब से नक्शा पढ़ना
(4) विभिन्न देशों के सिक्के एकत्रित करना
62. ईवीएस के लिए रचनात्मक आकलन ……. है।
A. सीखने के लिए आकलन
B. सीखने का आकलन
C. अधिगम के रूप में आकलन
D. सीखने के बारे में आकलन
सही विकल्प चुनिए :
(1) A और C
(2) B और C
(3) C और D
(4) A और B
63. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए :
अभिकथन (A) : ईवीएस में क्षेत्र भ्रमण प्रभावी शिक्षा शास्त्रीय रणनीति हैं।
कारण (R) : क्षेत्र भ्रमण वस्तुओं, घटनाओं और स्थानों की याददाश्त को बढ़ावा देती हैं।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(2) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
(3) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
64. आपको कक्षा III से V तक के अपने विद्यार्थियों के लिए ईवीएस पाठ्य पुस्तकों का चयन करना है। इस उद्देश्य के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा मानदंड सबसे उपयुक्त है?
(1) पाठ्य पुस्तक को सचित्र और विद्यार्थियों के लिए आकर्षक होना चाहिए।
(2) पाठ्य पुस्तक बाल-उन्मुख होनी चाहिए तथा लिंग, जाति, वर्ग और धर्म के आधार पर किसी भी रूढ़िवादिता या अपमानजक व्यवहार से रहित होनी चाहिए।
(3) पुस्तक में चित्र बड़े और रंगीन होने चाहिए।
(4) भाषा सरल और विद्यार्थियों के मानसिक स्तर के अनुसार होनी चाहिए।
65. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए:
अभिकथन (A) : प्राथमिक स्तर पर ईवीएस में विषय के बजाय थीम हैं।
कारण (R) : विषयों की तुलना में थीम-आधारित ईवीएस सीखना शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए आसान है।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(2) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
(3) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
66. कक्षा III के विद्यार्थियों के लिए ईवीएस में निम्नलिखित में से कौन-सा सीखने का परिणाम (अधिगम प्रतिफल) नहीं है?
(1) कुछ स्थानीय, इनडोर, आउटडोर खेलों में नियमों का अवलोकन करना
(2) कक्षा की दिशाओं की पहचान करना
(3) अच्छे और बुरे स्पर्श पर अपनी राय व्यक्त करना
(4) देखे गए / अनुभव किए गए मुद्दों पर आवाज़ उठाना और समाज की प्रथाओं से संबंधित करना जैसे संसाधनों के स्वामित्व में भेदभाव
67. निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प कक्षा I से V तक ईवीएस पढ़ाने का एक मुख्य उद्देश्य है?
(1) विषय की मूल अवधारणाओं की गहन समझ विकसित करना
(2) शिक्षार्थियों को कक्षा के अधिगम को स्कूल के बाहर के जीवन से जोड़ने में मदद करना
(3) स्वतंत्र रूप से व्यावहारिक क्रियाकलापों को करने के लिए कौशल प्राप्त करना
(4) विद्यार्थियों को मिडिल स्तर पर विज्ञान पढ़ने के लिए तैयार करना
68. श्रीमती शीतल ईवीएस की विभिन्न अवधारणाओं को समझाने के लिए प्राथमिक कक्षाओं में कहानियों और कविताओं का उपयोग करना पसंद करती हैं। उनके द्वारा कहानियों और कविताओं के प्रयोग का सबसे उपयुक्त तर्क है:
A. ईवीएस के पाठ्यक्रम को पूरा करना साथ ही साथ विद्यार्थियों का स्कूल में आने से पहले इनको सुना होगा।
B. विद्यार्थियों को अपनी कविताओं और कहानियों को लिखने के प्रोत्साहित करना ।
C. विद्यार्थियों को भाषा और संस्कृति में विविधता के बारे में जागरूक बनाना।
D. पाठों को अधिक संवादात्मक, सुखद और दिलचस्प बनाना।
सही विकल्प चुनिए :
(1) B, C और D
(2) A, C और D
(3) B और C
(4) A और B
69. परिवार थीम को पढ़ाने के लिए अनीता एक इकाई योजना तैयार करती है। निम्नलिखित में से कौन-सा उसकी इकाई योजना का शीर्षक होगा?
(1) परिवार : एक परिवार के भीतर संबंध
(2) परिवार : संबंध, लिंग भूमिकाएँ, व्यवसाय बदलते समय में सामाजिक-सांस्कृतिक इकाई के रूप में
(3) परिवार : घुमंतु परिवार
(4) परिवार के प्रकार एकल और संयुक्त
70. एक शिक्षिका ईवीएस शिक्षण के लिए अपने विद्यार्थियों के साथ तुल्यकालिक (सिन्क्रोनस) सम्प्रेषण का चयन करना चाहती है। वह निम्नलिखित में से किसे चुनेगी?
(1) त्वरित संदेश, ब्लॉग, टेली- कॉन्फ्रेंसिंग
(2) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, ऑनलाइन चैट सत्र, फोन कॉल
(3) फोन कॉल, प्री-रिकॉर्डेड वीडियो, टेली- कॉन्फ्रेंसिंग
(4) ई-मेल, सोशल मीडिया पोस्ट, फोन कॉल
71. ईवीएस शिक्षण के दौरान, एक शिक्षण का बयान / प्रश्न जो विद्यार्थियों को स्वयं या अपने साथियों की प्रतिक्रियाओं से उत्तर को विस्तृत करने के लिए प्रोत्साहित करता है :
(1) चेनिंग
(2) परीक्षण और त्रुटि
(3) खोजपूर्ण प्रश्न
(4) कंडीशनिंग
72. यदि थीम यात्रा: रेलवे स्टेशन ईवीएस में एक सामुदायिक संसाधन के उपयोग को दर्शाता है, तो निम्नलिखित में से कौन पूरा करेगा?
थीम भोजन : ………. ?
(1) दुकानदार
(2) किसान
(3) कृषि फार्म
(4) जंगल
73. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए:
अभिकथन (A) : ईवीएस सीखने के लिए अवलोकन, पहचान, वर्गीकरण, आदि से संबंधित प्रक्रिया- कौशल के लिए उन्मुख होने की आवश्यकता है।
कारण (R) : विभिन्न प्रक्रिया कौशल प्राप्त करने के माध्यम से, ईवीएस के सीखने के परिणामों को हासिल करने की संभावना होती है।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है ।
(2) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है ।
(3) (A) ग़लत है, परंतु (R) सही है।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
74. एक ईवीएस शिक्षक को योगात्मक मूल्यांकन के लिए प्रश्न पत्र तैयार करते समय ……… पर ज़ोर देना चाहिए।
(1) प्रश्न पत्र के कुल अंक और सामग्री कवरेज
(2) प्रश्न पत्र की लंबाई और कुल अंक
(3) प्रश्न पत्र की लंबाई और उद्देश्य
(4) प्रश्न पत्र की सामग्री कवरेज और उद्देश्य
75. एक ईवीएस शिक्षक कक्षा में एक प्रयोग प्रदर्शित करता है जिसमें एक अंडा पानी के गिलास में डूब जाता है, लेकिन पानी में नमक मिलाने पर तैरता है। विद्यार्थियों की पूछताछ के लिए वह निम्नलिखित में से कौन-सी सबसे उपयुक्त व्याख्या दे सकती है?
(1) आप उच्च कक्षाओं में सही कारण सीखेंगे।
(2) अलग-अलग मात्रा में नमक के साथ प्रयोग करें और उसका अवलोकन करें।
(3) प्रत्येक विद्यार्थी को पानी में विभिन्न वस्तुएँ डालकर स्वयं निष्कर्ष निकालने दें।
(4) पानी के घनत्व के कारण अंडा तैरता है।
76. स्तभ A और स्तम्भ B का मिलान कीजिए:
स्तम्भ A स्तम्भ B
A. जीरा I. कील की तरह दिखता
B. केसर II. दक्षिणी अमेरिका से उत्पत्ति है
C. मिर्च III. पीले रंग का
D. लौंग IV. छोटा परन्तु खुशबूदार
(1) A-III, B-IV, C-I, D-II
(2) A-IV, B-I, C-III, D-II
(3) A-I, B-III, C-II, D-IV
(4) A-IV, B-III, C-II, D-I
77. बंगाल की खाड़ी का तटवर्ती राज्य / केन्द्र शासित प्रदेश है:
(1) केरल
(2) तेलंगाना
(3) ओडिशा
(4) कर्नाटक
78. जंगलों के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
A. कुडुक भाषा में ‘तोरांग’ का मतलब जंगल है।
B. झारखंड में, ग्राम परिषद् (पंचायत) लॉटरी के माध्यम से यह तय करती है कि किस परिवार को कृषि के लिए कितनी भूमि मिलेगी।
C. जंगल अधिकार कानून, 2007 उन लोगों को अधिकार दिलाता है जो कम-से-कम 15 वर्षों से जंगलों में रह रहे हैं।
D. मिज़ोरम में लगभग तीन-चौथाई लोग जंगलों जुड़े हुए हैं।
इनमें सही कथन हैं:
(1) A और B
(2) A और D
(3) B और C
(4) A और C
79. 29g/mL घनत्व और 6 mL आयतन वाली वस्तु का द्रव्यमान क्या होगा ?
(1) 143g
(2) 144g
(3) 146g
(4) 142g
80. पौधों के निम्नलिखित मुख्य कार्यों पर विचार कीजिए :
A. भोजन का उत्पादन और भंडारण करना
B. पौधे को शक्ति और सहारा देना
C. पौधे के अन्य भागों को जड़ों से जल और खनिज का स्थानांतरण करना
तने का / के मुख्य कार्य है/हैं:
(1) केवल A और B
(2) A, B और C
(3) केवल B और C
(4) केवल B
81. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए :
अभिकथन (A) : दाब लगाने पर, गैस को आसानी से संपीडित किया जा सकता है।
कारण (R) : जब हम किसी गैस पर दबाव लगाते हैं, तो गैसीय कणों के बीच अंतराअणुक स्थान कम हो जाता है और यह आसानी से संपीडित हो जाती है।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(2) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है ।
(3) (A) ग़लत है, परंतु (R) सही हैं ।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
82. निम्नलिखित कथनों A और B पर विचार कीजिए :
कथन A : मनाली में, ढालू छतों वाले मज़बूत बाँसों के खम्भों पर बने ऊँचे उठे हुए लकड़ी के घर बनाए जाते हैं। :
कथन B : मनाली में बारिश बहुत होती है और बर्फ भी पड़ती है।
सही विकल्प चुनिए :
(1) A और B दोनों ग़लत हैं।
(2) A सही है, परन्तु B गलत है
(3) A ग़लत है, परन्तु B सही है
(4) A और B दोनों सही हैं
83. रामा प्रत्येक शाम को अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलता है। वह क्रिकेट खेलने में कौन-सी ऊर्जा का उपयोग करता है?
(1) मांसपेशियों की ऊर्जा
(2) ध्वनि ऊर्जा
(3) प्रकाश ऊर्जा
(4) रासायनिक ऊर्जा
84. निम्नलिखित में से कौन-सी असम में खाए जाने वाले चावलों की एक सामान्य किस्म है जो पकने के बाद चिपचिपे (स्टिकी) हो जाते हैं ?
(1) बोम्बा चावल
(2) पोन्नी चावल
(3) बोरा चावल
(4) अरबोरीयो चावल
85. गुजरात के सापेक्ष, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश की क्रमशः स्थितियाँ हैं:
(1) उत्तर-पूर्व; दक्षिण-पूर्व
(2) उत्तर-पश्चिम; दक्षिण-पूर्व
(3) उत्तर-पश्चिम; दक्षिण-पश्चिम
(4) उत्तर-पूर्व ; दक्षिण-पश्चिम
86. जब हम ईंधन जलाते हैं तो हमें प्राप्त होती है/होते हैं:
(1) यांत्रिक एवं प्रकाश ऊर्जा
(2) प्रकाश एवं ध्वनि ऊर्जा
(3) केवल प्रकाश ऊर्जा
(4) ऊष्मा एवं प्रकाश ऊर्जा
87. बिहार राज्य के लोगों के लिए निम्नलिखित में से मधुमक्खी पालन कार्यक्रम आरम्भ करने के वर्ष की सर्वश्रेष्ठ अवधि चुनिए:
(1) अप्रैल से जून
(2) अगस्त से अक्टूबर
(3) अक्टूबर से दिसम्बर
(4) फरवरी से अप्रैल
88. साँपों के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए तथा निम्नलिखित में से गलत कथन को चिह्नित कीजिए :
(1) जहरीले साँपों के डसने वाले दाँत होते हैं।
(2) वे अपने शिकार को चबाकर खाते हैं।
(3) वे अपने भोजन (शिकार) को पूरा निगल जाते हैं।
(4) साँपों के दाँत नुकीले होते हैं।
89. काँसा (ब्राँज़) एक मिश्रधातु है जिसे निम्नलिखित में से किन्हें पिघलाकर बनाया जाता है?
(1) एलुमिनियम और जिंक
(2) जिंक और टिन
(3) टिन और कॉपर
(4) कॉपर और जिंक
90. निम्नलिखित में से हाथियों के बारे में सही कथन चुनिए :
A. तीन महीने के हाथी के बच्चे का वज़न सामान्यतः लगभग 100 किलोग्राम होता है।
B. वयस्क हाथी एक दिन में 200 किलोग्राम | से अधिक पत्तियों और झाड़ियों को खा सकता है।
C. हाथी बहुत अधिक आराम नहीं करते हैं; वे दिन में दो से चार घण्टे ही सोते हैं।
D. हाथी कीचड़ और पानी से खेलना पसन्द करते हैं।
(1) A और C
(2) C और D
(3) B और D
(4) A और B
भाग-IV: LANGUAGE-I (ENGLISH)
91. Which of the following statements is incorrect?
Travelling alone in distant Mizoram at the age of 69:
(1) she was taking a big risk.
(2) she was breathing an air of freedom.
(3) was very enjoyable but very tiring.
(4) was a novel experience for Garud.
92. Garud travelled alone as :
(1) no one agreed to accompany her.
(2) she did not like company.
(3) a companion would have offered her unasked for advice.
(4) it was less expensive.
93. Which of the following statements is true/false?
A. Initially, she did not like to go alone..
B. She wanted only a friend to go with her.
Choose the correct option:
(1) B is true and A is false.
(2) Both A and B are true.
(3) Both A and B are false.
(4) A is true and B is false.
94. Study the following statements :
A. She practised only for a day before dancing in a festival.
B. Horse-riding is a courageous skill.
C. Her experience as an athlete helped her in trying horse-riding.
Choose the correct option:
(1) B and C are true, but A is false.
(2) A and C are true, but B is false.
(3) A and B are false, but C is true.
(4) A and B are true, but C is false.
95. Which one of the following statements is not true?
(1) A friend might not have let her wade into a river.
(2) Walking on a narrow ledge is an easy task.
(3) Garud’s family owned a farm at Koregaon.
(4) During lockdown, Garud felt isolated and lonely.
96. “And I realised how travelling solo was…….
The underlined expression is a/an …….. clause.
(1) Noun
(2) Adjective
(3) Adverb
(4) Principal
97. Garud had asked friends and family but found no takers.’ The underlined word is a/an ……..
(1) Pronoun
(2) Conjunction
(3) Interjection
(4) Noun
98. ‘She was hesitant ………..
Choose the word nearest in meaning to the underlined one.
(1) disinclined
(2) harmless
(3) willing
(4) keen
99. …. relishing a challenging trek.’
(1) revealing
(2) denying
(3) realising
(4) disliking
100. The poem is addressed to a/an ………
(1) young woman
(2) old friend
(3) old unmarried woman
(4) gardener
101. The example of the sun is given to :
(1) show his warmth.
(2) warn of his setting.
(3) describe the glory of his light.
(4) describe the fast passage of time.
102. What does the poet tell us about young age?
(1) Time will soon pass.
(2) It is a time to find one’s love.
(3) Time will soon pass and it is a time to find one’s love.
(4) It is a time to work hard.
103. Which of the following statements is true/false?
A. Gathering rosebuds is the same as enjoying one’s life.
B. The sun can’t keep on shining forever.
Choose the correct option:
(1) B is true and A is false.
(2) Both A and B are true.
(3) Both A and B are false.
(4) A is true and B is false.
104. ‘And this same flower that smiles today’ Identify the figure of speech used in this line.
(1) Metaphor
(2) Personification
(3) Hyperbole
(4) Simile
105. Identify the figure of speech used in The glorious lamp of heaven, the sun’.
(1) Metaphor
(2) Personification
(3) Hyperbole
(4) Simile
106. A teacher of Class III is presenting new vocabulary to the learners. Which one of the following is an effective way to present the new vocabulary?
(1) The teacher should give them a concise definition of words.
(2) The teacher should try to explain a word’s meaning in the situation in which it occurs.
(3) The teacher should write its meaning on the blackboard and ask learners to learn it by heart.
(4) The teacher should tell them the antonyms of words and give the meaning in their language.
107. Learning a language is a matter of ……….
(1) process
(2) product
(3) skill
(4) acquisition
108. Choose the strategy that matches the example. ‘I focus on the language I use to make sure it is correct.’
(1) Revising
(2) Self-monitoring
(3) Translanguaging
(4) Memorising
109. Students in Class II sing a song, ‘Head and shoulders, knees and toes’. They touch the correct part of their body as they sing the song. Which method is the teacher using to teach them?
(1) Communicative Language Teaching
(2) Total Physical Response
(3) Eclectic
(4) Audio-lingual
110. Match the ways of reading with what readers do :
Ways of reading | What readers do |
A. Predicting | i. They determine how writers feel based on how they write. |
B. Inferring attitude | ii. They use parts of the text to help them understand unfamiliar lexis. |
C. Deducing meaning | iii. They look at how the from context information is structured, by noticing headings or introductory phrases. |
D. Intensive reading | iv. They focus on how language is used in a piece of text. |
E. Identifying text | v. They use titles and pictures organisation to give themselves ideas about what the text is about. |
(1) A-i, B-iv, C-v, D-ii, E-iii
(2) A-ii, b-i, C-iii, D-iv, E-v
(3) A-iv, B-iii, C-ii, D-i, E-v
(4) A-v, B-i, C-ii, D-iv, E-iii
111. Students work in groups to answer five questions about. vocabulary from the previous unit. Then, they exchange questions with another group and try to answer the questions. This is an example of:
(1) Feedback
(2) Reading assessment
(3) Peer assessment
(4) Self-assessment
112. I like it when the teacher gives me a card with a word or phrase on it and I have to act it out for the rest of the class so that they guess the word.
Find the learners’ comments with the learners’ preferences listed below:
(1) I remember language well when I hear it.
(2) I remember language well when I memorise the phrase from the card.
(3) I remember language well when I am kinesthetically involved.
(4) I remember language well when I see it.
113. Read the following statements and choose the correct option:
Assertion (A): All children who enter school are competent language users according to their age.
Reason (R): Due to language and cultural diversity, they are unable to demonstrate their abilities.
(1) Both (A) and (R) are true, but (R) is not the correct explanation of (A).
(2) (A) is true, but (R) is false.
(3) (A) is false, but (R) is true.
(4) Both (A) and (R) are true and (R) is the correct explanation of (A).
114. Manjeet of Class V speaks in different ways to his teacher, to his friends and also to a two-year-old child. It means Manjeet knows how to use language in social situations. What is this attribute of a language known as?
(1) Semantics
(2) Pragmatics
(3) Act of speech
(4) Naturalist
115. A mother notices that her child sometimes says things that she has never heard adults or her siblings say. She is confused, as she believes that the child learns language by imitating people in her family and immediate surroundings. Her belief resonates with :
(1) Behaviourism
(2) Constructivism
(3) Multilingualism
(4) Nativism
116. The set of skills that develop before children begin formal reading instruction and which provide the foundation for later academic skills is :
(1) Emergent curriculum
(2) Emergent properties
(3) Emergent literacy
(4) Emergent solution
117. A grandmother loves to read out stories from books to young children at home and, in this way, exposes them to books and new ideas, and the children are actively engaged in this process. This technique is known as:
(1) Shared reading
(2) Dialogic reading
(3) Aloud reading
(4) Model reading
118. An approach to teaching reading that starts with basic elements like letters and phonemes and teaches children that phonemes can be combined into words before moving on to reading as a whole is :
(1) Bottom-up approach
(2) Whole language approach
(3) Structural approach
(4) Top-down approach
119. Read the following statements and choose the correct option :
Assertion (A) : Use of phonetic spelling slows down the ability to learn to spell correctly.
Reason (R): When young children use spellings that they ‘invented’ rather than conventional spellings, it does no slow down their ability to learn to spell correctly.
(1) Both (A) and (R) are true, but (R) is not the correct explanation of (A).
(2) (A) is true, but (R) is false.
(3) (A) is false, but (R) is true.
(4) Both (A) and (R) are true and (R) is the correct explanation of (A).
120. In learning a new language, many students often lack confidence when speaking due to the language’s unique pronunciation rules. One way to overcome this problem is by:
(1) using game-like activities that require verbal interaction in the classroom.
(2) conducting special speech therapy with a counsellor and practice through drills.
(3) correcting errors whenever they happen.
(4) letting children read aloud in class.
भाग-V: भाषा-II (हिन्दी)
121. ‘संगाई महोत्सव’ का आयोजन ……… में किया गया।
(1) मणिपुर
(2) शंघाई
(3) उत्तर – पूर्व राज्यों
(4) सभी राज्यों
122. भारत की परंपरा में निम्नलिखित में से कौन-सा शामिल नहीं है?
(1) उत्सव
(2) मेले
(3) संघर्ष
(4) त्योहार
123. मणिपुर ……… के लिए प्रसिद्ध है।
(1) प्राकृतिक सौंदर्य
(2) उत्सव महोत्सव
(3) कला और कारीगरी
(4) स्थानीय उद्योग
124. संगाई महोत्सव के आयोजन से …….. को भी लाभ मिलता है।
(1) विदेशी पर्यटन
(2) प्राकृतिक सौंदर्य
(3) अर्थव्यवस्था
(4) सांस्कृतिक उत्सव
125. पहले और अब के महोत्सव के आयोजन में मूल अंतर क्या है?
(1) पहले केवल इंफाल में, अब पूरे राज्य में
(2) पहले मणिपुर में, अब उत्तर भारत में
(3) पहले मणिपुर में, अब दक्षिण भारत में
(4) पहले इंफाल में, अब पूरे उत्तर पूर्व
126. ‘महोत्सव’ का संधि-विच्छेद है:
(1) महा + उत्सव
(2) महान + उत्सव
(3) मह + उत्सव
(4) महो + त्सव
127. ‘इत’ प्रत्यय का उदाहरण है:
(1) संस्कृति
(2) आकर्षित
(3) प्रकृति
(4) सांस्कृतिक
128. गद्यांश में किसकी क्षमता के सामने आने की बात की गई है?
(1) मणिपुर की
(2) सांस्कृतिक समृद्धि की
(3) स्थानीय कलाओं की
(4) महोत्सव की
129. गद्यांश के अनुसार सबसे बड़ा दुख है:
(1) पीड़ा का
(2) तनाव का
(4) स्वभाव का
(3) अभाव का
130. सबसे बड़ी भूल है:
(1) दुख से छुटकारे के लिए संन्यास लेना।
(2) दुख से दूर भागना और एकांतवास।
(3) सुख पाने के लिए गलत काम करना ।
(4) सुख पाने के लिए साधना करना ।
131. सुख कहाँ होता है?
(1) जहाँ धर्म होता है।
(2) जहाँ सुखी लोग होते है।
(3) जहाँ मानवता नहीं होती।
(4) जहाँ धन-संपदा हो ।
132. गद्यांश के मूल विषय में शामिल नहीं है:
(1) दुख
(2) धर्म
(3) दंड
(4) सुख
133. गलत कार्य करने से …….. की हानि होती है।
(1) दुख
(2) सम्मान
(3) पाप
(4) सुख
134. किस शब्द में ‘इक’ प्रत्यय का प्रयोग संभव है?
(1) दुख
(2) पाप
(3) धर्म
(4) सुख
135. समूह से भिन्न शब्द है:
(1) दुख
(2) पापी
(3) धर्म
(4) सुख
136. पठन सिखाने के उस तरीके को क्या कहा जाता है जिसमें शब्दों के अर्थ को प्रयुक्त संदर्भों के अनुसार समझने पर बल दिया जाता है ?
(1) अधोमुखी (बॉटम-अप) उपागम
(2) समग्र भाषा उपागम
(3) संरचनात्मक उपागम
(4) सम्प्रेषणात्मक उपागम
137. भाषा के बारे में चिन्तन करने और बात करने की योग्यता को क्या कहेंगे?
(1) निपुण वक्ता
(2) उद्गामी साक्षरता
(3) अधिभाषिक (विचार-विमर्श) योग्यता
(4) ध्वन्यात्मक जागरूकता
138. एक माँ ने कक्षा II की अध्यापिका से पूछा कि मैंने इस बात पर ध्यान दिया है कि मेरी बच्ची कभी-कभी ऐसे शब्द बोल जाती है जो उसने कभी अपने वयस्कों या भाई-बहनों से नहीं सुने हैं। यह कैसे संभव है?
इस प्रश्न का निम्नलिखित में से सबसे उपयुक्त उत्तर क्या है ?
(1) मनुष्य का मस्तिष्क भाषा सीखने के लिए सहज रूप से अनुकूलित है।
(2) बच्चे भाषा तभी सीखते हैं जब हम बच्चे के भाषायी विकास पर पुनर्बलन देते हैं।
(3) रचनावादी उपागम के अनुसार, बच्चे नई भाषाएँ आविष्कृत करते हैं।
(4) बच्चे भाषा केवल अपने वयस्कों के अनुकरण से ही सीखते हैं।
139. प्रारंभिक साक्षरता को सुसाध्य बनाने एक युक्ति है, जिसमें एक वयस्क और एक बालिका दोनों साथ-साथ एक पुरु तक देख रहे हैं, वयस्क प्रश्न पूछता है और आपसी संवाद को प्रोत्साहित करता है। फिर दोनों की भूमिका बदलती है, बालिका वयस्क से प्रश्न पूछती है। यह युक्ति क्या कहलाती है ?
(1) साझा पठन
(2) संभाषिक पठन
(3) कथा वाचन
(4) मॉडल पठन
140. एक अध्यापक शिक्षार्थियों के भाषा के श्रवण कौशलों का विकास कैसे कर सकता है?
(1) अन्य भाषिक कौशलों को सम्बद्ध किए बिना केवल श्रवण कौशलों पर ध्यान केन्द्रित करना ।
(2) शिक्षार्थियों के लिए ऐसे अवसर सृजित करना जिनमें वे तरह-तरह के भाषा स्रोतों और लोगों से सुन सवें और अन्य श्रवण संबंधी गतिविधियों में संलग्न हो सकें।
(3) शिक्षार्थियों को वह सब सुनने के लिए कहना जिसे वे निष्क्रिय होकर सुनते हैं।
(4) शिक्षार्थियों से कक्षा में और कक्षा के बाहर सतत रूप से बात करके ।
141. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए :
अभिकथन (A) : प्राथमिक स्तर पर भाषा में सटीकता बहुत ही महत्वपूर्ण है।
तर्क (R) : व्याकरण प्राथमिक स्तर की पाठ्यचर्या का अभिन्न अंग है।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(2) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
(3) (A) गलत है, परन्तु (R) सही है ।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
142. भाषा, भाषा अधिगम की प्रकृति और शिक्षण-शास्त्रीय व्यवस्थाओं में दोनों की अनुप्रयोगिकता के बारे में सैद्धान्तिक स्थितियों एवं मतों को क्या कह सकते हैं?
(1) विषय-वस्तु
(2) उपागम
(3) युक्ति (टेकनीक)
(4) पाठ्यक्रम
143. रचनात्मक मूल्यांकन क्या है ?
(1) अधिगम में हो रहे विकास और सुधार से संबंधित है।
(2) कोर्स में एक पूर्वनिर्धारित या विशेष चरण में किया जाता है।
(3) परिवर्तन से संबंधित नहीं है।
(4) शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में क्या हो रहा है।
144. छोटे बच्चों के लिए पाठ योजना बनाते समय अध्यापिका ने समग्र भौतिक प्रतिक्रिया (टीपीआर) विधि पर ध्यान केन्द्रित करने का निर्णय लिया। पाठ में समग्र शारीरिक प्रतिक्रिया (टीपीआर) शामिल करने के लिए अध्यापिका को निम्नलिखित में से क्या करना चाहिए?
(1) ऐसी गतिविधियाँ करवाएँ जो अपनी-अपनी सीट पर बैठे-बैठे हो सकें और जोड़ों या समूह में काम करने के मौके दें।
(2) कक्षा में कुछ श्रवण संबंधी गतिविधियाँ करवायी जाएँ।
(3) गतिविधि न करवा कर प्रश्नं पूछे जाएँ और उत्तर देने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
(4) कक्षा में कुछ शारीरिक गतिविधियाँ करनी चाहिए।
145. व्याकरण सिखाने का कौन-सा उपागम इस मत को प्रोत्साहित करता है कि भाषा अधिगम नियमों को सीखने से संबंधित है?
(1) आगमनात्मक
(2) सम्प्रेषणात्मक
(3) व्याकरण अनुवाद
(4) निगमनात्मक
146. एक अध्यापक कक्षा V के शिक्षार्थियों को मुक्त लेखन कार्य देने की योजना बना रहा है। अधिकांश अध्यापकों द्वारा निम्नलिखित में से किस बात पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए?
(1) विषय-वस्तु में प्रवाहिता
(2) प्रवाहिता और सटीकता दोनों पर ही ध्यान देना चाहिए।
(3) शिक्षार्थियों की लिखावट
(4) विषयवस्तु की सटीकता
147. ‘टॉप-डाउन’ से आशय है- समग्र अर्थ पर ध्यान देना । ‘अधेमुखी (बॉटम-अप) ‘ से क्या आशय है ?
(1) पठन-पूर्व पर ध्यान देना
(2) पाठ्य-वस्तु के शब्दों और वाक्यों पर ध्यान देना
(3) लघु-उत्तरीय प्रश्न पूछने पर ध्यान देना
(4) पाठ्य-वस्तु और अमूर्त विचारों के सार पर ध्यान देना
148. भाषा अध्यापक का प्राथमिक दायित्व क्या होना चाहिए?
(1) शिक्षण के लिए उपयुक्त विषय-वस्तु का चयन करना।
(2) शिक्षार्थियों के विभिन्न वर्ग समूह बनाना
(3) शिक्षार्थियों को निर्देश देना
(4) शिक्षार्थी की सम्प्रेषणात्मक आवश्यकताओं की पहचान करना
149. एक छोटी बच्ची कोई एक पुस्तक उठाती है, उसे सीधी तरफ से पकड़ती है, और उसके पृष्ठ पलटती है। इन सबमें क्या सम्मिलित है?
(1) उद्गामी पाठ्यचर्या
(2) उद्गामी गुणधर्म
(3) उद्गामी समाधान कौशल
(4) उद्गामी ( इमरजेन्ट) साक्षरता कौशल
150. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए।
अभिकथन (A) : शिक्षार्थी भाषा अर्जित करते हैं क्योंकि वे ऐसा करने के लिए आनुवंशिक रूप से पूर्वानुकूलित होते हैं और ऐसे में परिवेश की कोई भूमिका नहीं होती है।
तर्क (R) : भाषा अर्जन में शिक्षार्थी केन्द्रित कक्षायी परिवेश का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है ।
(2) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
(3) (A) गलत है, परन्तु (R) सही है।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
उत्तर व्याख्या सहित
भाग – I : बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र
1. (2) क्रिया एक ऐसा पद है जो शारीरिक क्रिया (ड्राइव) और मानसिक क्रिया (सोचना) या (अस्तित्व ) होने की स्थिति को इंगित करता है।
प्रत्येक वाक्य में एक क्रिया होती है।
संज्ञा या सर्वनाम के लिए क्रियाओं का उपयोग लगभग हमेशा संज्ञा या सर्वनाम के साथ किया जाता है ।
इसलिए, “कक्षा की शुरुआत से क्रियाओं के उपयोग के बारे में आपकी सोच कैसे बदल गई है ” एक प्रश्न का एक उदाहरण है जिसके लिए छात्रों को अपनी सोच पर विचार करने की आवश्यकता होती है।
2. (4) एक आंतरिक अध्यारोपण या एट्रिब्यूशन (डिस्पोजल एट्रिब्यूशन) तब होता है जब कोई व्यक्ति किसी बाहरी ( या पर्यावरणीय) एट्रिब्यूशन के बजाय किसी स्थिति या घटना के कारण के रूप में व्यक्तिगत कारण का उपयोग करता है।
उदाहरण के लिए, किसी व्यक्ति को परीक्षा में खराब ग्रेड मिलता है।
वे खुद से सवाल करते हैं कि उन्हें इतने खराब ग्रेड क्यों मिले।
3. (4) जेण्डर एक सामाजिक संकल्पना है। सामाजिक संकल्पना एक ऐसी विषयवस्तु है जो साझा विचारों या धारणाओं को प्रतिबिंबित करती है जिसे समाज स्वीकारता हैं। यह वस्तुनिष्ठ या वास्तविकता में मौजूद नहीं है बल्कि मानव के परंपरागत सोच के परिणामस्वरूप मौजूद है।
उदाहरण के लिए, यह विचार कि गुलाबी रंग एवं गुडिया लड़कियों के लिए है और नीला रंग एवं कार लड़कों के लिए है, लिंग और वस्तुओं के रंग से संबंधित एक सामाजिक निर्माण का एक उदाहरण है।
यह सामूहिक धारणा एक विशेष रंग के साथ जुड़ा होता है, सत्य या तथ्य का वस्तुनिष्ठ प्रतिनिधित्व नहीं है ।
4. (1) 3 साल की उम्र तक, बच्चों के पास संभवत: लगभग हर चीज के लिए शब्द होता है।
आमतौर पर, वे शब्दों को दोहराए बिना आसानी से बात कर सकते हैं, हालांकि फिर भी वे कुछ शब्दों का गलत उच्चारण करते हैं।
5. (4) कैरोल गिलिगन कोहलबर्ग के अनुसंधान सहायकों में से एक थे।
उनका मानना था कि कोहलबर्ग का सिद्धांत स्वाभाविक रूप से महिलाओं के प्रति पक्षपाती था।
गिलिगन का सुझाव है कि कोहलबर्ग के सिद्धांत में लिंग पूर्वाग्रह होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि पुरुष तर्क और नियमों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
गिलिगन के अनुसार, कोहलबर्ग ने अपना अध्ययन मुख्य रूप से ‘पुरुष नमूने’ पर आधारित किया है।
6. (1) सीखने के लिए आकलन के उद्देश्य को प्राप्त करने की दिशा में छात्र की प्रगति के संबंध में शिक्षक और छात्र दोनों को प्रतिक्रिया प्रदान करना है।
आकलन का मुख्य उद्देश्य छात्रों के सीखने में अंतराल की पहचान करने में मदद करना है और छात्रों के सीखने के अंतराल को कम करने के लिए कौन से उपचारात्मक उपाय उपयुक्त होने चाहिए जिन्हें उनकी शिक्षा को जारी रखने या सुधारने के लिए उठाए जाने की आवश्यकता है।
यह सीखने की प्रक्रिया के दौरान डेटा इकट्ठा करता है जब कक्षा अध्ययन की एक इकाई के माध्यम से एक छात्र के ज्ञान और कौशल को निर्धारित करने के लिए आगे बढ़ती है, जिसमें सीखने के अंतराल भी शामिल हैं।
एटलस का उपयोग करके छात्रों द्वारा पूरा किए गए काम के बारे में फीडबैक • प्रदान करें और अपने सीखने को समायोजित करने, पुनर्विचार करने और स्पष्ट करने के लिए विचार प्रदान करें।
यह छात्रों को सूचित करता है कि उन्होंने क्या अच्छा किया है, उन्हें कहाँ कठिनाई हुई है, और अपने काम को बेहतर बनाने के लिए उन्हें क्या अलग करने की आवश्यकता है।
यह छात्रों से गलतियाँ करने की अपेक्षा करता है और उन्हें अपने सीखने में सुधार के लिए इन त्रुटियों की जाँच करने का निर्देश देता है।
यह सीखने में उपलब्धि को भी मापता है और यह निर्णय लेता है कि छात्र को अगली कक्षा में पदोन्नत किया जाना चाहिए या नहीं।
7. (4) समाजीकरण को दो व्यापक समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है
1. प्राथमिक समाजीकरण परिवार के भीतर मानदंडों और मूल्यों का समावेश प्राथमिक समाजीकरण कहलाता है ।
यहां बच्चे खुद को जानना चाहते हैं और अपनी पहचान ढूंढने की कोशिश करते हैं और इंसानों के दैनिक कार्यों को सीखना चाहते हैं। उदाहरण- परिवार.
द्वितीयक समाजीकरण- स्कूल के मानदंडों, मूल्यों और व्यवहार पैटर्न को आत्मसात करने की प्रक्रिया को माध्यमिक समाजीकरण कहा जा सकता है। उदाहरण: चर्च, स्कूल, मीडिया, किताबें, पत्रिकाएँ, आदि।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि, “समाजीकरण की प्राथमिक एजेंसियाँ शैशवावस्था में मुख्य रूप से महत्वपूर्ण होती हैं, समाजीकरण की द्वितीयक (माध्यमिक) एजेंसियाँ भी प्रारंभिक बचपन में महत्वपूर्ण हो जाती हैं।
8. (1) डिसग्राफिया एक न्यूरोलॉजिकल विकार है जो लिखने की कठिनाइयों से संबंधित है
लेखन के शारीरिक चुनौतियों से लेकर लिखित शब्द को कठिनाई से व्यक्त करने तक यह विभिन्न तरीकों से प्रकट हो सकता है।
9. (1) ऐसे बच्चों को शिक्षित करने के तीन तरीके हैं जो अपने साथियों की तुलना में बौद्धिक और शैक्षणिक रूप से अधिक उन्नत हैं :
त्वरण- जिससे प्रतिभाशाली बच्चे को अधिक तीव्र गति से सामग्री सीखने की अनुमति मिलती है या ग्रेड के माध्यम से अधिक तेजी से पदोन्नत किया जाता है;
संवर्धन- जिससे प्रतिभाशाली बच्चा सामान्य ग्रेड के माध्यम से सामान्य गति से काम करता है, लेकिन विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों से पूरक पाठ्यक्रम के साथ; और
विभेदित- जिससे प्रतिभाशाली बच्चों को नियमित कक्षा के भीतर त्वरित या समृद्ध किया जाता है।
10. (4) शिक्षक तीन तरीकों से समावेशी कक्षाओं में सीखने का समर्थन करते हैं।
प्रथम – वे पढ़ाते हैं ताकि विभिन्न क्षमताओं और सीखने की शैलियों वाले छात्र समझ सकें और भाग ले सकें।
दूसरा- वे असाइनमेंट को तब संशोधित करते हैं जब वे बहुत कठिन होते हैं।
तीसरा-वे सम्मान का आदर्श प्रस्तुत करते हैं और मित्रता को प्रोत्साहित करते हैं।
11. (1) हावर्ड गार्डनर के अनुसार, एक दार्शनिक के पास अंतर्वैयक्तिक प्रकार की बुद्धि होती है और एक मूर्तिकार के पास अधिक स्थानिक प्रकार की बुद्धि होती है।
स्थानिक बुद्धिमत्ता स्थानिक और दृश्य जानकारी को प्रभावी ढंग से देखने, समझने और उपयोग करने की क्षमता है।
ऐसे लोग स्थानिक अभिविन्यास, दृश्य चित्र और पैटर्न बनाने में अच्छे होते हैं।
इंट्रापर्सनल इंटेलिजेंस स्वयं को समझने और किसी के विचारों, भावनाओं, भावनाओं, उद्देश्यों और इच्छाओं को जानने की क्षमता है और ये उनके व्यवहार को कैसे प्रभावित करते हैं।
12. (2) सीखने का प्राथमिक लक्ष्य आलोचनात्मक सोच का विकास होना चाहिए।
समालोचनात्मक सोच सामान्य स्थितियों में कथनों, मान्यताओं और तर्कों का मूल्यांकन करने के लिए कारणों का उपयोग और आकलन करने की प्रक्रिया है।
इस प्रक्रिया का लक्ष्य हमें अच्छे विश्वास रखने में मदद करना है, जहां ‘अच्छे’ का अर्थ है कि हमारे विश्वास विचार के कुछ लक्ष्यों, जैसे सत्य, उपयोगिता या तर्कसंगतता को पूरा करते हैं ।
13. (3) “सीखने की शैली ” इस अवधारणा को संदर्भित करता है कि कई व्यक्ति इस ‘ संबंध में भिन्न होते हैं कि निर्देश या अध्ययन का कौन सा तरीका उनके लिए सबसे प्रभावी है।
छात्रों की सीखने की शैली में परिवर्तनशीलता को महत्व दिया जाना चाहिए और इसे मानवीय विविधता के प्रतिबिंब के रूप में देखा जाना चाहिए।
14. (4) शिक्षार्थियों के बीच समालोचनात्मक सोच को सुविधाजनक बनाने के लिए, शिक्षकों को उन्हें विभिन्न स्थितियों और अलग-अलग दृष्टिकोणों से अवगत कराते है क्योंकि छात्र विभिन्नताओं के बीच बातचीत में संलग्न होकर समालोचनात्मक और रचनात्मक रूप से सोचने की अपनी क्षमताओं को सीखते हैं और समृद्ध करते हैं।
15. (3) बच्चे भौतिक दुनिया के सीधे संपर्क कर अवधारणाओं को सीखते हैं। यह स्वयं के कार्यों को करने और उनके परिणामों का अनुभव करके सीखने से संबंधित है जो शिक्षार्थियों को जानकारी और अवधारणाओं को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है।
सामान्य से विशिष्ट प्रक्रिया वस्तुतः आगे बढ़ने का क्रम है। यह किसी विषय के बारे में व्यापक अवलोकन से उस की एक विधि है।
16. (4) वायगोत्स्की सहपाठी या साथियों के साथ बातचीत को कौशल और रणनीति विकसित करने का एक प्रभावी तरीका मानते हैं।
उनका सुझाव है कि शिक्षक सहकारी शिक्षण अभ्यासों का उपयोग करें जहां कम सक्षम बच्चे निकटतम विकास के क्षेत्र के भीतर अधिक कुशल साथियों की मदद से विकसित होते हैं।
17. (2) आंतरिक वाणी या इनर स्पीच (निजी भाषण : 7 वर्ष से ऊपर) यह अनकहे शब्दों द्वारा चिन्हित है जो विचार और व्यवहार को नियंत्रित करते हैं।
यह छात्र को एक भी शब्द कहे बिना सभी पहलुओं के बारे में सोचने में मदद करता है।
इसलिए, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि वायगोत्स्की के अनुसार, जब कोई बच्चा भाषा की मदद से अपनी क्रिया को नियंत्रित करता है तो वह आंतरिक भाषण में शामिल होता है।
18. (4) संज्ञानात्मक विकास का दूसरा चरण (प्री-ऑपरेशनल चरण) का विस्तार दो से सात वर्ष की आयु तक होता है।
इस उम्र में, बच्चा सजीव दृष्टिकोण प्रदर्शित करता है जो इस विश्वास को संदर्भित करता है कि निर्जीव वस्तुएं जीवित प्राणी हैं।
इस चरण में, बच्चे बड़ी दुनिया के बारे में एक सजीव दृष्टिकोण रखते हैं और मानते हैं कि पेड़-पौधों के साथ-साथ चलते बादलों और लुढ़कते पत्थरों के भी. उद्देश्य और इरादे हो सकते हैं।
बच्चे अहंकेंद्रवाद के कारण जीववाद में यह सोचकर संलग्न होते हैं कि सभी चीजें एक जैसी हैं और जीवित हैं।
वे निर्जीव वस्तुओं में जीवन जैसे गुण दर्शाते हैं।
इसलिए, प्री-ऑपरेशनल चरण में, बच्चों के पास बड़ी दुनिया का एक सजीव दृष्टिकोण होता है और उनका मानना है कि “एक बटन कारगर है क्योंकि यह उसकी शर्ट को एक साथ बांधने में मदद करता है ” ।
19. (1) दोहराए जाने वाले व्यवहार बचपन में उभरने वाले ऑटिज्म के पहले लक्षणों में से एक होते हैं।
वे ऑटिज्म स्पेक्ट्रम के लोगों में देखे जाते हैं।
हालाँकि, वे कम संज्ञानात्मक क्षमता वाले लोगों में अधिक स्पष्ट होते हैं।
पहली बार इस स्थिति का वर्णन किए जाने के बाद से दोहराए जाने वाले व्यवहार को ऑटिज्म के हिस्से के रूप में मान्यता दी गई है।
20. (2) बुद्धि या विचार मंथन समस्या समाधान ऐसा कौशल है जिसके द्वारा छात्र विभिन्न समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयास करते हैं।
समस्या समाधान वह कौशल है जो आपको किसी समस्या के कारणों को पहचानने और समझने और फिर उसका समाधान सुझाता है।
छात्रों के समस्या-समाधान कौशल को बढ़ाने के लिए एक शिक्षक को निम्नलिखित कार्य करना चाहिए-
ऐसी परिस्थितियाँ बनाएँ जो ज्ञान के अनुप्रयोग की माँग करती हों।
उन्हें विभिन्न प्रकार की समस्याओं में संलग्न करें ताकि वे अपनी भिन्न सोच और अवलोकन कौशल का उपयोग करके समस्या को हल कर सकें।
शिक्षार्थियों से प्रश्न पूछें और उनके साथ बातचीत करते रहें।
उन्हें विचार-मंथन करने और सहज अनुमान लगाने का अवसर देना।
21. (4) सक्रिय कक्षा शिक्षण, एक ऐसा वातावरण बनाता है शिक्षार्थियों का आंतरिक प्रेरणा मिलती है और यहाँ छात्र को सीखने का माहौल उनके कार्य में अपनेपन की भावना और तीव्रता को बढ़ावा देता है।
22. (1) छात्रों को सीखने में सहायता करने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि अनुभव के पहले उसके दौरान और बाद में चिंतन किया जाए।
पूर्व – अनुभव प्रतिबिंब छात्रों को अनुभव के लिए तैयार करता है और से अनुभव पहले उनकी अपेक्षाओं, धारणाओं, धारणाओं, ज्ञान और समझ पर उनका ध्यान केंद्रित करता है।
23. (1) ज्ञान की संकल्पना एक नवीन ज्ञान सीखने और सिखाने की पद्धति है जो व्यवस्थित सोच प्रक्रिया द्वारा ज्ञान को संसाधित करती है।
समझकर ज्ञान सीखना छात्रों को सीधे तौर पर सोचने की प्रक्रिया विकसित करने के लिए प्रशिक्षित नहीं करता है क्योंकि इसमें शामिल प्रक्रिया ज्ञान को परस्पर अरोपित करना पड़ता है।
24. (4) वायगोत्स्की का सिद्धांत बच्चे के संज्ञानात्मक विकास में मध्यस्थता और मार्गदर्शन करने में भाषा के महत्व पर बल देता है।
उन्होंने समीपस्थ विकास क्षेत्र (ZPD) की अवधारणा दिया, जो उन कार्यों की सीमा को संदर्भित करता है जो एक शिक्षार्थी अपने से अधिक जानकार व्यक्ति की सहायता से कर सकता है।
25. (2) वायगोत्स्की का मानना था कि चूंकिं भाषा संस्कृतियों और समुदायों में भिन्न होती है, इसलिए सोच-संज्ञानात्मक विकास . अनुभूति भी भिन्न होती है।
इसलिए, भाषा न केवल दूसरों के साथ बातचीत के लिए आवश्यक है, यह सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश में मानसिक प्रक्रियाओं के विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
अत: एक कक्षा में विविध भाषाई पृष्ठभूमि वाले बच्चों के साथ एक शिक्षक के लिए यह समझना महत्वपूर्ण हो जाता है कि बच्चे धीरे-धीरे दूसरी भाषा में कैसे स्थानांतरित होते हैं ।
इसलिए, लेव वायगोत्स्की के अनुसार भाषा बच्चों के संज्ञानात्मक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
26. (1) परम्परागत स्तर-
चरण 3 – अच्छे पारस्परिक संबंध (आयु सीमा स्कूल की उम्र ) – सही या गलत का निर्धारण बहुमत द्वारा किया जाता है; बच्चा समूह के अन्य लोगों को खुश करने के लिए तैयार होता है।
चरण 4 – कानून और व्यवस्था (आयु सीमा प्रारंभिक किशोरावस्था से वयस्कता तक) – समाज के नियमों और प्राधिकार का सम्मान करता है; ‘अच्छा’ होने का अर्थ है समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाना।
27. (4) पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था लगभग 2 से 6 या 7 वर्ष का होता है।
इस चरण में, बच्चा यह मान लेता है कि अन्य लोग बिल्कुल वैसा ही महसूस करते हैं, देखते हैं और सुनते हैं जैसा कि बच्चा करता है।
यह अन्य लोगों के दृष्टिकोण का अनुमान लगाने या किसी स्थिति को दूसरे के दृष्टिकोण से देखने में बच्चे की असमर्थता को संदर्भित करता है।
इस चरण में, बच्चे को विचार की अपरिवर्तनीयता, संरक्षण की अवधारणा साथ समस्याओं का सामना करना पड़ता है और केंद्रीकरण के विचार के साथ संघर्ष करना पड़ता है।
विचार में केंद्रीकरण के कारण बच्चा एक समय में स्थिति के केवल एक ही पहलू पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकता है और अपने विचार को उलट नहीं सकता है।
इस प्रकार, यह निष्कर्ष निकाला गया है कि पूर्व संचालन विचार की एक विशेषता केंद्रीयता है।
28. (4) सेफैलोकॉडल और प्रोक्सिमोडिस्टल शारीरिक वृद्धि और विकास के सिद्धांतों का पालन करता है।
सेफैलोकॉडल सिद्धांत शैशवावस्था से लेकर बचपन और यहां तक कि प्रारंभिक बचपन तक पालन किए जाने वाले शारीरिक और गामक विकास के सामान्य पैटर्न को संदर्भित करता है, जिसके तहत विकास सिर से पैर तक का विकास शामिल है।
29. (4) प्रारंभिक बचपन में विकास स्थिर होता है और सोच कुछ हद तक अहंकारी होती है, जबकि मध्य बचपन में, विकास धीमा होता है और सोच तार्किक होती है।
30. (4) सकल मोटर कौशल पूरे शरीर को शामिल करने वाले बड़े मुवमेंट पैटर्न को संदर्भित करता है। जैसे चलना, दौड़ना, कूदना और कूदना ।
ये कौशल जन्म से विकसित होते हैं, उदाहरण- लुढ़कना, रेंगना, और अधिक जटिल हो जाना जैसे तैराकी, बाइक चलाना और खेलों में भाग लेना।
प्रभावी सकल मोटर कौशल को विकसित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कठिनाइयाँ शामिल हो सकती हैं। जैसे – खराब समन्वय, कम मांसपेशी टोन, गति में प्रवाह की कमी जो बाल कौशल और संतुलन पर प्रभाव डाल सकती है।
भाग-II : गणित
31. (1) लकड़ी का फ्रैक्शन : लकड़ी निर्मित फ्रैक्शन डिस्क एक स्पर्शनीय, प्राकृतिक संसाधन है जो छोटे बच्चों को फ्रैक्शन के बारे में समझने में मदद करता है। यह भिन्नों (फ्रैक्शंस) में विभाजित 5 राउंड का एक सेट है। प्रत्येक टुकड़े पर लेबल उत्कीर्ण होता है जैसे- पूरा, आधा, तिहाई, चौथाई और आठवां।
32. (4) सबिटाइजिंग एक छोटे समूह में वस्तुओं की संख्या को गिनने के बिना तुरंत पहचानने की आवश्यक क्षमता है। उदाहरण के लिए, जब कोई छात्र पासा घुमाता है तो वह तुरंत पासे के मुख पर संख्या पहचान सकता है। बिंदुओं
33. (4) राष्ट्रीय शैक्षिक नीति (एनईपी) – 2020 मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर केंद्रित है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 के अनुसार देशभर में विभिन्न विषयों में ओलंपियाड आदि प्रतिस्पर्धाओं की क्रिया को मजबूत की जाएगी ताकि कक्षागत अनुभव प्रमाणित हो सके।
34. (2) शिक्षा में गणित की महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि इसकी सार्वभौमिकता हमारे जीवन में (सब्जियाँ खरीदने से लेकर एक समय में विभिन्न शहरों के मौसम की भविष्यवाणी करने तक) हर जगह मौजूद है। इसलिए, इसमें सामान्यीकरण की व्यापक गुंजाइश है।
गणित का शिक्षण गणित की मूर्त अवधारणाओं से अमूर्त अवधारणाओं की ओर बढ़ता है। प्राथमिक कक्षाओं में, गणितीय अवधारणाएँ प्रकृति में ठोस होती हैं जो एक कक्षा से दूसरी कक्षा तक अमूर्त की ओर बढ़ती हैं।
प्राथमिक स्तर पर, ठोस अवधारणाओं का शिक्षण बुनियादी गणितीय कौशल विकसित करने में मदद करता है जो सीखने के बाद के स्तर में अमूर्तता को संभालने के लिए आवश्यक होते हैं।
और फिर उच्च प्राथमिक और उच्च कक्षाओं में गणित की अमूर्त अवधारणाओं जैसे बीजगणित, त्रिकोणमिति, आदि को पढ़ाया जाता है।
35. (1) समाज की लैंगिक अवधारणा पक्षपातपूर्ण होती है जिस ने इस विश्वास को जन्म दिया है कि लड़कियों के बजाय लड़के समस्या समाधान के लिए अधिक नवीन रणनीतियों का उपयोग करते हैं और इस प्रकार उनमें बेहतर वैचारिक समझ होती है।
36. (4) यहाँ विचारों का बर्हिवेशन का तात्पर्य है Projecting Ideas या भूमिका निभाना है जिसमें निम्नांकित तरीका शामिल :
I. रोल प्ले शिक्षण की छात्र केंद्रित पद्धति है, यह सीखने की प्रक्रिया में छात्रों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करती है।
II. रोल प्ले को पूरी कक्षा द्वारा बाद की चर्चा के लिए दो या दो से अधिक व्यक्तियों द्वारा स्पष्ट रूप से परिभाषित सामाजिक स्थिति के संदर्भ में भूमिकाओं के सहज अभिनय के रूप में परिभाषित किया गया है।
III. रोल-प्ले एक निश्चित सामाजिक स्थिति के बारे में किसी की राय और भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम है, लोग क्या सोच सकते हैं और महसूस कर सकते हैं और वे क्यों व्यवहार करते हैं और समूह में प्रस्तुति और चर्चा के माध्यम से स्थितियों को संभालने के लिए क्या किया जा सकता है। 12
IV. यह विधि इस प्रकार कक्षा में शिक्षक के विचारों को प्रोजेक्ट करती है।
37. (3) आर्यभट्ट (पाँचवी सदी) रचित आर्यभटीयम्, गणित और खगोल विज्ञान का एक ग्रंथ है। यह भारतीय गणितीय साहित्य की अमरकृति है। आर्यभटीयम् के गणितीय भाग में अंकगणित, बीजगणित, समतल त्रिकोणमिति और गोलाकार त्रिकोणमिति शामिल हैं।
भास्कर (I) ने आर्यभट्ट के इसी ग्रंथ को आधार बनाकर (सातवीं सदी) में ‘आर्यभट्टीयम भास्य’ लिखा।
38. (2) यहाँ एकिक नियम से गणितीय प्रश्नों को हल करने की विधि किसी समस्या को हल करने की एक ऐसी प्रासंगिक तकनीक है जिसमें पहले एक इकाई का मान ज्ञात किया जाता है, और फिर एकल इकाई मान को गुणा करके आवश्यक मान ज्ञात किया जाता है।
39. (1) गणित सीखना केवल याद करने के बजाय मैनिपुलेटिव्स का प्रयोग करना है, जिससे अधिक सार्थक, व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होता है। ये वास्तविक दुनिया की गणित समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
बच्चों को आयताकार सरणियों में व्यवस्थित संख्या ग्रिड टोकन जैसे मैनिपुलैटिव्स दिए जाते हैं और वे उनका उपयोग करके गुणन पैटर्न को खोजते हैं। यह एक ऐसी स्थिति को दर्शाता है जहां बच्चे स्वयं ज्ञान का निर्माण करते हैं।
40. (1) मानक- संदर्भित परीक्षण में यह देखते हैं कि कोई व्यक्ति अपने समान अन्य लोगों की तुलना में कैसा प्रदर्शन करता है, जबकि मानदंड- संदर्भित परीक्षण में किसी व्यक्ति के प्रदर्शन को देखते हैं, भले ही दूसरे लोग कैसा प्रदर्शन करते हैं। मानक- संदर्भित आकलन हमें बताता है कि एक विद्यार्थी अपने प्रदर्शन में अन्य विद्यार्थियों की तुलना में कहाँ खड़ा / खड़ी है।
मानक- संदर्भित आकलन नैदानिक परीक्षण और उपचारात्मक शिक्षण में उपयोगी है।
मानदंड – संदर्भित आकलन विद्यार्थियों की अधिगम में निपुणता का मूल्यांकन करना है।
41. (2) पूर्व- संख्या अवधारणा संबंधी गतिविधियाँ वर्गीकरण पर ध्यान केंद्रित करती हैं जैसे कि आकृतियों में अंतर, छोटे और बड़े बड़े और भारी, छोटे और लंबे, चौड़े और संकीर्ण, मोटे और पतले, लंबे या छोटे, आदि के बीच चयन करना ।
इस तरह, बच्चे गुणवत्ता, फिर मात्रा और अंत में संख्याओं की विशेषताओं का निरीक्षण करना सीखते हैं। जबकि प्रारंभ में, बच्चों को केवल उनके बीच मूल्यों और अंतरों की तुलना करना सिखाया जाता है।
42. (1) शिक्षण अधिगम सामग्री (टीएलएम) उपकरण हैं, जिनका उपयोग शिक्षकों द्वारा शिक्षार्थियों को आसानी और दक्षता के साथ अवधारणाओं को सीखने में मदद करने के लिए किया जाता है। कक्षा में टीएलएम की भूमिका बच्चों के लिए सीखने को वास्तविक, व्यावहारिक और मनोरंजक बनाना है। शिक्षक किसी कौशल, तथ्य या विचार को चित्रित करने या सुदृढ़ करने के लिए टीएलएम का उपयोग करते हैं।
43. (2) बच्चों की सोच को समझने के लिए सीखने की प्रक्रिया में त्रुटियाँ आवश्यक हैं।
यह शिक्षक को उनकी सीखने की शैलियों के बारे में जागरूक होने, उनकी आवश्यकताओं के अनुसार उन्हें पूरा करने में मदद करता है, इसलिए वे बच्चों की शिक्षा बारे में जानकारी का समृद्ध स्रोत हैं।
बच्चों की त्रुटि को शिक्षकों के लिए प्रेरणा की एक विशेषता के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए क्योंकि यह शिक्षक को अपनी कक्षाओं की योजना बनाने में मार्गदर्शन कर सकता है।
इसे शिक्षण- सीखने की प्रक्रिया का एक हिस्सा माना जाता है क्योंकि यह बच्चे को समझने में मदद करता है।
छात्र की त्रुटि शिक्षक को विभिन्न शिक्षाशास्त्रीय पद्धति अपनाने में मदद करती है क्योंकि शिक्षक छात्रों की आवश्यकता के अनुसार विभिन्न शिक्षणविधियों का उपयोग करता है।
44. (3) छात्रों को यह पहचानने में सक्षम होना चाहिए कि उन्होंने क्या अच्छा किया है और यह जानना चाहिए कि आप उनसे कौन सा सकारात्मक व्यवहार दोहराना चाहते हैं।
दूसरे विद्यार्थियों के सामने कभी भी किसी विद्यार्थी का मजाक न उड़ाएँ । यह उन चीजों में से एक है जो शिक्षकों को छात्रों नहीं कहनी चाहिए। कक्षा में छेड़े जाने से छात्र के आत्मसम्मान पर काफी असर पड़ सकता है।
45. (3) गणित को पैटर्न के विज्ञान के रूप में समझा जा सकता है क्योंकि गणित में प्रत्येक अवधारणा एक पैटर्न और एक तर्क का पालन करती है जिसके आधार पर हर समस्या का समाधान किया जाता है।
गणित तार्किक है:- गणित की सभी अवधारणाओं यानी अंकगणित, बीजगणित और विश्लेषण को तर्क की अवधारणाओं के संदर्भ में परिभाषित किया जा सकता है।
गणित प्रतीकात्मक है:- ये प्रतीक गणित में शक्ति जोड़ते हैं और हमें आसानी से कल्पना करने की अनुमति देते हैं कि कोई गणितीय कथन सही और वैध है या नहीं।
गणित का उद्देश्य सृजन एवं अमूर्तन है:- यह गणित की अद्भुत विशेषताओं में से एक है। गणित की यह प्रकृति बीजगणित जैसे गणित के नए क्षेत्रों के विकास को जन्म देती है।
46. (3) दिए गए संख्याओं का अवरोही क्रम है-
10.5, 1.50, 1.055, 1.05, 1.005, 0.155
47. (2) 5 – 5 + 5 = 5
5 – 5 + 5 – 5 + 5 = 5.
विषम संख्या पदों का योगफल = 5
48. (1) एक सौ लाख = एक करोड़
49. (3) माना जोड़ी जाने वाली संख्या = 5
100 + 5 = 105
100 – 5 = 95
प्राप्त हुई दोनों संख्याओं का योगफल
= 105 + 95 = 200
50. (2) 3630 = 2 × 3 × 5 × 11 × 11
∴ 9, 3630 का एक गुणनखंड नहीं है
51. (4) साबुन का मूल्य = 10 रुपये
संगीता की धनराशि
52. (1) 16:50 बजे से 21:15 बजे तक का समय = 16:50 बजे से 20:50 बजे तक + 20:50 बजे से 21:15 बजे तक = 4 घंटे 25 मिनट
53. (3) बढ़ते हुए क्रम में भिन्नों का समूह
54. (1) प्रत्येक पैकेट का भार
55. (2) वर्ग की भुजा = 5 सेमी
वर्ग का क्षेत्रफल = 52 = 25 सेमी2
नयी भुजा = 2 × 5 = 10 सेमी
नये वर्ग का क्षेत्रफल = (10)2 = 100 = 4 × 25 = 4 गुना
56. (3) यदि एक पतंग के सम्मुख कोण बराबर हो तो वह आयत बन जाती है सत्य नहीं है
57. (4)
58. (1) सबसे अधिक पाया जाने वाला रक्त समूह 0 = 12
सबसे कम पाया जाने वाला रक्त समूह (AB) = 3
अभीष्ट अनुपात = 12 : 3
= 4 : 1
59. (1) 36 × 1 = 36
18 × 2 = 36
12 × 3 = 36
4 × 9 = 36
6 × 6 = 36
इस प्रकार 5 अलग-अलग प्रकार के आयत बना सकती है।
60. (2) घन, घनाभ, गोला, बेलन- सभी त्रिआयाम वाली आकृतियाँ हैं।
भाग-III : पर्यावरण अध्ययन
61. (1) व्यावहारिक अनुभव देना: बच्चे किसी भी चीज को तब अधिक सटीकता से सीखते हैं जब उन्हें व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाता है। उदाहरण के लिए, यह अच्छा होगा कि छात्रों से वर्मीकम्पोस्ट तैयार करने के लिए गड्ढा बनाने का प्रदर्शन कराया जाए बजाय इसके कि यह कैसे किया जाए।
इसलिए, ईवीएस के छात्रों के लिए व्यावहारिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए, सबसे उपयुक्त गतिविधि उपलब्ध सामग्री से ‘ईवीएस-किट’ निर्मित करना है।
62. (1) सीखने के लिए आकलन- यह शिक्षार्थियों और शिक्षकों के लिए साक्ष्य खोजने और समझने की प्रक्रिया है ताकि यह निर्धारित कर सकें कि बच्चे अपनी सीखने की प्रक्रिया में कहां हैं, उन्हें कहां जाना है और वहां कैसे पहुंचना है। इसे रचनात्मक मूल्यांकन के रूप में भी जाना जाता है।
सीखने के रूप में आकलन- यह एक गतिविधि या कार्य का उपयोग है जो बच्चों को अपने स्वयं के सीखने में सुधार करने के लिए मूल्यांकन करने में मदद करता है। यह बच्चों को अपने स्वयं के सीखने पर विचार करने और समायोजन करने में मदद करता है ताकि वे अवध कारणाओं की गहरी समझ हासिल कर सकें।
इसलिए, हम यह निष्कर्ष निकालते हैं कि ईवीएस के लिए रचनात्मक मूल्यांकन सीखने के लिए मूल्यांकन और सीखने के रूप में मूल्यांकन दोनों है।
63. (2) फील्ड ट्रिप्स छात्रों के महत्वपूर्ण चिंतन कौशल को बढ़ाती हैं। छात्रों को किसी विषय या थीम के बारे में एक अलग दृष्टिकोण से सोचने का मौका देती हैं। अधिगम के संदर्भ में यह प्रक्रिया ऐसे ट्रिप्स के दौरान कम ट्रिप्स के बाद स्पष्ट रूप से पूर्ण होता है।
कई बच्चों को अपने परिवार के साथ विशिष्ट क्षेत्र की भ्रमण का अनुभव नहीं मिलता है जबकि एक स्कूल ट्रिप्स छात्रों को नए स्थानों का जीवंत अनुभव करने का मौका देती है।
64. (2) ईवीएस पाठ्यपुस्तक बाल-उन्मुख होनी चाहिए और लिंग, जाति, वर्ग और धर्म के आधार पर किसी भी रूढ़िवादिता या अपमानजनक दृष्टिकोण से रहित होनी चाहिए। तभी शिक्षा द्वारा बच्चों के सर्वांगीण उद्देश्य प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता।
65. (1) यह CBSE द्वारा जारी आधिकारिक उत्तर है।
प्राथमिक स्तर पर, सामाजिक अध्ययन और सामाजिक विज्ञान को पर्यावरण अध्ययन (ईवीएस) के रूप में एकीकृत तरीके से पढ़ाया जाता है जिसमें छह प्रकरण शामिल हैं: परिवार और दोस्त, भोजन, आश्रय, पानी, यात्रा, और चीजें जो हम बनाते हैं और करना।
प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन की पाठ्यपुस्तक इन प्रकरणों (थीम) पर आधारित है जो प्रकरणात्मक दृष्टिकोण को संदर्भित करती है। इसे बहु-विषयक दृष्टिकोण के रूप में भी जाना जाता है जहां कई अवधारणाओं/विषयों को सामूहिक तरीके से पढ़ाया जाता है।
अतः व्याख्यानुसार इसका सही उत्तर विकल्प (4) होना चाहिए।
66. (4) तीसरी कक्षा के छात्रों के लिए ईवीएस में सीखने के परिणाम निम्नलिखित हैं : निकटतम परिवेश में पौधों की पत्तियों, तने और छालों की अवलोकनीय विशेषताओं (जैसे आकार, रंग, बनावट, सुगंध) की पहचान करता है।
परिवेश में सरल विशेषताओं (जैसे जानवरों और पक्षियों की गतिविधि, पाए/रखे स्थानों पर, खाने की आदतें, आवाज) की पहचान करता है। परिवार के सदस्यों के साथ और उनके बीच संबंधों की पहचान करता है।
विभिन्न इंद्रियों का उपयोग करके अंतर/समानताओं के अनुसार वस्तुओं, पक्षियों, जानवरों, विशेषताओं, गतिविधि यों का समूह बनाना।
(उदाहरण के लिए रूप / रहने का स्थान / भोजन / आवागमनही / पसंद-नापसंद / कोई अन्य विशेषताएँ)
वर्तमान और अतीत की वस्तुओं और गतिविधियों के बीच अंतर करता है। (जैसे कपड़े / बर्तन / खेल, लोगों द्वारा किया जाने वाला कार्य) आदि।
67. (2) ईवीएस पर्यावरण संबंधी मुद्दों के बारे में शिक्षार्थी की जागरूकता के विकास से संबंधित है।
ईवीएस शिक्षण-अधिगम में, कक्षा शिक्षण को के बाहरी जीवन से जोड़ने से स्कूल और ‘पाठ्यपुस्तक से परे जाकर’ समाज़ संबंधी व्यवहारिक ज्ञान के विचार से प्रमाणित होता है।
यह शिक्षक को बच्चों की वैचारिक समझ को उनके स्वयं के अनुभवों से जोड़ने और उन्हें विषय से परिचित कराने के लिए सीखने में प्रमाणिकता पैदा करने में सक्षम बनाता है।
68. (1) ईवीएस कक्षा में अवधारणाओं को समझाने के लिए कविताओं और कहानी विधि अपनाने के लाभ :
I. कल्पना, रचनात्मकता, सक्रिय भागीदारी और सुनने के कौशल के उपयोग को प्रोत्साहित करें।
II. बच्चों में विचारों और भावनाओं को प्रेषित करने की इच्छा बढ़ाएँ।
III. दुनिया की प्रकृति की कल्पना करने और उसका पता लगाने की क्षमता को बढ़ावा देता है।
IV. छात्रों को भाषा और संस्कृति में विविधता के बारे में जागरूक करना।
V. पाठ को अधिक संवादात्मक, मनोरंजक और रोचक बनाएँ।
69. (2) यह EVS पुस्तक का प्रथम प्रकरण है। परिवार: रिश्ते, लिंग भूमिकाएं, बदलते में सामाजिक सांस्कृतिक इकाई के रूप में।
70. (2) यदि कोई शिक्षक ईवीएस पढ़ाने के व्यवसाय समय लिए अपने छात्रों के साथ सिंक्रोनस संचार प्रक्रिया का चयन करना चाहता है, तो प्रासांगिक माध्यमों यथा वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग, ऑनलाइन चैट सत्र, फोन कॉल का चयन करेगा।
71. (3) खोजपूर्ण प्रश्न छात्रों को उनकी प्रारंभिक प्रतिक्रियाओं से आगे बढ़ने और समस्या को हल करने में प्रेरित करने के लिए हैं। यह अन्वेषात्मक अधिगम का पर्याय है।
72. (3) कृषि फार्म भोजन (अनाज) उत्पादन की एक सामुदायिक प्रक्रिया हैं। ऐसे फार्म भोजन पैदा करते समय उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में सारी जानकारी होती हैं। इसलिए यह संबोधित करने के लिए एक बढ़िया विकल्प होगा। किसान न होकर सामुदायिक कृषि स्वरूप कृषि फार्म होगा।
73. (4) पांच प्रक्रिया निम्नलिखित कौशल हैं: अवलोकन करना, समूह बनाना, मापना, संचार करना और पढ़ना । गतिविधियाँ और प्रक्रियाएँ बच्चों के लिए ईवीएस में प्रक्रिया कौशल हमारे पाँच इंद्रियों के उपयोग पर जोर देते हैं।
जीवों को समूहों में व्यवस्थित करने की विधि को वर्गीकरण कहा जाता है। जब हम चीजों को वर्गीकृत करते हैं, तो हम उन्हें उनकी विशेषताओं के आधार पर समूहों में रखते हैं। यह ईवीएस के संबंध में हासिल किया गया एक बहुत ही महत्वपूर्ण कौशल है।
74. (4) ईवीएस का एक उद्देश्य बच्चों को उस वास्तविक दुनिया से परिचित कराना है जिसमें वे रहते हैं। ईवीएस की सीखने की स्थितियाँ / अनुभव बच्चों को उनके प्राकृतिक और मानव निर्मित परिवेश का पता लगाने और उससे जुड़ने में मदद करते हैं।
एक ईवीएस शिक्षक को योगात्मक मूल्यांकन के लिए प्रश्न पत्र तैयार करते समय प्रश्न पत्र की सामग्री कवरेज और उद्देश्यों पर जोर देना चाहिए।
75. (2) यह CBSE द्वारा जारी आधिकारिक उत्तर है।
यदि ईवीएस शिक्षक कक्षा में एक प्रयोग प्रदर्शित करता है जिसमें एक अंडा पानी के गिलास में डूब जाता है, लेकिन पानी में नमक डालने पर तैरता है, तो वह छात्रों की पूछताछ के लिए सबसे उपयुक्त स्पष्टीकरण दे सकती है कि “अंडा “पानी के ज्यादा घनत्व के कारण तैरता है।
नमक की मात्रा के कारण खारा पानी ताजे पानी की तुलना में सघन होता है। अंडा ताजे पानी में डूब जाएगा क्योंकि इसका घनत्व पानी से अधिक है। अंडा खारे पानी में तैरेगा क्योंकि जब पानी में नमक मिलाया जाता है तो उसका घनत्व अंडे से अधिक हो जाता है।
अतः व्याख्यानुसार इसका सही उत्तर विकल्प (4) होना चाहिए।
76. (4) कॉलम A कॉलम B
जीरा : छोटा लेकिन सुगंधित
केसर : पीला रंग
मिर्च : दक्षिण अमेरिका में उत्पन्न हुई
लौंग : कील की तरह दिखाई देता है
77. (3) पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित राज्य हैं।
महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा और केरल अरब सागर के तट पर स्थित हैं।
तेलंगाना चारों ओर से भूमि से घिरा राज्य है।
78. (2) कुडुक भाषा में ‘तोरांग’ का अर्थ . जंगल है। इसलिए, कथन (A) सही है।
मिजोरम में किस परिवार को खेती के लिए कितनी जमीन मिलेगी, इसका फैसला लॉटरी से होता है क्योंकि जमीन पूरे गाँव की होती है। इस प्रकार की खेती को लॉटरी खेती भी कहा जाता है। इसलिए, कथन (B) सही नहीं है।
वन अधिकार अधिनियम-2007 के अनुसार, जो लोग कम से कम 25 वर्षों से जंगलों में रह रहे हैं, उनका वन भूमि और उस पर उगने वाली चीजों पर अधि कार है। इसलिए, कथन (C) सही नहीं है।
मिजोरम में लगभग तीन-चौथाई लोग जंगलों से जुड़े हुए हैं। यहाँ की मुख्य फसल चावल है। इसलिए, कथन (D) सही है।
79. (2) किसी वस्तु का द्रव्यमान उसके घनत्व . को उसके आयतन से गुणा करने के बराबर होता है। इसलिए, यदि किसी वस्तु का घनत्व 24 ग्राम / एमएल और आयतन 6 एमएल है, तो उसका द्रव्यमान बराबर है:
द्रव्यमान = घनत्व × आयतन
= 24 ग्राम / एमएल × 6 एमएल
= 144 ग्राम
80. (3) तने में केवल भोजन का भंडारण होता है। पौधे का वह भाग जो अपना भोजन बनाता है पत्तियाँ हैं।
पौधे भोजन के संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड, पानी और खनिज जैसे सरल रासायनिक पदार्थों का उपयोग करते हैं। इसलिए, (A) गलत है।
तना जड़ों से पानी और खनिज को पौधे के विभिन्न भागों तक पहुँचाता है।
तना शाखाओं, पत्तियों, फूलों और फलों को सहारा प्रदान करता है। इसलिए, दोनों कथन (B) और (C) सही हैं।
81. (4) अंतरआण्विक बलों को आकर्षण बलों के रूप में परिभाषित किया गया है जो कणों को आकर्षित करते हैं।
ठोस पदार्थों में अणुओं के बीच अंतरआण्विक स्थान नगण्य या अनुपस्थित होता है। तरल पदार्थों में, यह ठोस पदार्थों जितना मजबूत नहीं होता है। यह गैसों में सबसे कमजोर है।
किसी गैस पर दबाव डालने पर अंतर-आण्विक बल बढ़ जाएगा और अंतर आणविक स्थान कम हो जाएगा जिससे वह संघनित होकर तरल बन जाएगी या संपीड़ित हो सकेगी।
इसलिए, (A) और (R) दोनों सत्य हैं और (R) (A) का सही स्पष्टीकरण है।
82. (3) मनाली (हिमाचल प्रदेश) में घर पत्थरों/लकड़ी के बने होते हैं जिनकी छतें झुकी होती हैं।
मनाली में भारी वर्षा और बर्फबारी होती है। घर लकड़ी के बने होते हैं। पहाड़ी इलाकों में घरों की छतें ढलानदार होती हैं ताकि बर्फबारी के दौरान बर्फ टिक न सके और बह जाए।
असम में घर बाँस के खंभों पर बनाए जाते हैं क्योंकि खंभे या दीवारें भारी वर्षा के दौरान पानी को घरों में प्रवेश करने से रोकती हैं।
इसलिए, कथन (A) गलत है लेकिन (B) सही है।
83. (1) शरीर की मांसपेशियों द्वारा लगाया जाने वाला बल मांसपेशीय बल कहलाता है।
चलना, दौड़ना, कूदना, वजन उठाना आदि सभी मांसपेशीय बल के उदाहरण हैं।
रामा मांसपेशियों के बल का उपयोग करके क्रिकेट खेलते हैं, क्योंकि मांसपेशियों का उपयोग गेंद को मारने या दौड़ने में किया जाता है।
84. (3) बोरा असम में उपयोग की जाने वाली चावल की एक सामान्य किस्म है।
ये ‘चिपचिपे’ चावल होते हैं ।
85. (1) गुजरात भारत का सबसे पश्चिमी राज्य है।
गुजरात के संबंध में, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के स्थान क्रमशः उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पूर्व हैं।
86. (4) जलने पर, ईंधन ऊष्मा और प्रकाश के रूप में कार्बन डाइऑक्साइड और ऊर्जा छोड़ते हैं।
दहनशील पदार्थ वह है जो जलने के बाद ऊष्मा और प्रकाश पैदा करता है।
लकड़ी, कोयला, मिट्टी का तेल, गैसोलीन, एलपीजी और अन्य ईंधन इसके उदाहरण हैं।
87. (3) मधुमक्खियाँ अक्टूबर से दिसम्बर तक अंडे देती हैं। बिहार में मधुमक्खी पालन शुरू करने का यह सबसे अच्छा समय है।
प्रत्येक मधुमक्खी के छत्ते में एक रानी मधुमक्खी होती है जो अंडे देती है।
88. (2) साँप के दो खोखले दांत (फैन) होते हैं। इसके काटने पर जहर नुकीले दाँतों के माध्यम से व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है।
साँप अपने शिकार को पूरा निगल लेते हैं। क्योंकि उनके दाँत चबाने के लिए नहीं बने होते हैं ।
89. (3) मिश्र धातु दो या दो से अधिक अलग-अलग तत्वों का धात्विक रूप से मिश्रित एक ठोस मिश्रण है, जिसमें से कम से कम एक धातु होता है। द्रव अवस्था में, मिश्र धातु समांगी होते हैं और ठोस अवस्था में ये समांगी या विषमांगी हो सकते हैं।
कांस्य एक मिश्र धातु हैं जो तांबे (Cu) और टिन (Sn) को मिलाकर बनाई जाती है।
90. (2) सभी हाथी शाकाहारी होते हैं और अपने परिवार के साथ समूहों में रहते हैं जिन्हें झुंड कहा जाता है।
एक वयस्क हाथी एक दिन में 100 किलो से अधिक पत्तियाँ और टहनियाँ खा सकता है।
तीन महीने के हाथी का वजन भी लगभग 200 किलोग्राम होता है।
हाथी ज्यादा आराम नहीं करते। वे दिन में केवल दो से चार घंटे ही सोते हैं।
अतः, (C) और (D) सही हैं ।
भाग – IV : LANGUAGE-I (ENGLISH)
91. (2) वह आजादी की हवा में सांस ले रही से थी (she was breathing an air of freedom), यह गलत है क्योंकि हमने जो अनुच्छेद पढ़ा, उसमें वह खुद यात्रा करने में झिझक रही थी ।
92. (1) गरुड़ ने अकेले यात्रा की क्योंकि कोई भी उनके साथ जाने को तैयार नहीं हुआ। वह अकेले जाने में झिझक रही थी। उसने परिवार और दोस्तों से पूछा था. लेकिन कोई जाने वाला नहीं मिला।
93. (4) A सत्य है और B गलत है।
A = शुरू में उसे अकेले जाना पसंद नहीं था। यह सही है क्योंकि वह अकेले यात्रा करने से झिझक रही थी।
B = वह चाहती थी कि उसके साथ केवल एक दोस्त जाए। यह गलत है, क्योंकि गरुड़ ने दोस्तों और परिवार को अपने साथ चलने के लिए कहा था जो कि केवल एक दोस्त से अलग है।
94. (1) B और C सत्य हैं लेकिन A गलत है।
A = उसने एक उत्सव में नृत्य करने से पहले एक दिन के लिए अभ्यास किया। यह गलत है क्योंकि उसने एक उत्सव में अचानक नृत्य किया यानी उसने बिना अभ्यास के नृत्य किया।
B = घुड़सवारी एक साहसी कौशल है। यह सच है क्योंकि जब वह छोटी थी तो उसके पास घुड़सवारी के अवसर थे लेकिन उसमें साहस नहीं था।
C = एक एथलीट के रूप में उनके अनुभव ने उन्हें घुड़सवारी का प्रयास करने में मदद की। यह सच है क्योंकि वह अब घुड़सवारी का मौका नहीं चूकती थी और वह अपने युवा दिनों में एक एथलीट थी इसलिए वह कोशिश कर सकती थी।
95. (2) यह कथन सत्य नहीं है क्योंकि संकीर्ण कगार (narrow ledge) पर चलना आसान काम नहीं है, जबकि कथन कहता है कि यह एक आसान काम है। 69 साल की उम्र में गरुड़ के लिए ये कोई आसान काम नहीं था।
96. (4) रेखांकित अभिव्यक्ति प्रधान उपवाक्य (Principal Clause) है। एक प्रधान उपवाक्य में एक विषय और एक विधेय होता है, फिर भी, वाक्य के मुख्य भाग, जिसे प्रधान उपवाक्य कहा जाता है, के बिना इसका पूरा अर्थ नहीं बनता है। उदाहरण के लिए: मुझे नहीं पता कि वह कहाँ रहता है (I don’t know where he lives ) ।
97. (2) रेखांकित शब्द Conjunction है।
And, or, so, since, for, because, as, but, yet, still, while, as soon as, therefore, moreover, in case, though, although, even though, etc conjunction के कुछ उदाहरण हैं।
98. (1) Hesitant शब्द का अर्थ है इच्छुक न होना, इच्छुक न होना, रुचि न होना, अनिच्छुक होना।
99. (4) यदि कोई किसी चीज का स्वाद लेता (Relish) है, तो उसे वह पसंद आती है। इसलिए, इसका विपरीत Disliking है।
100. (1) कविता युवा अविवाहित महिला को संबोधित है। यह बात कविता की निम्नलिखित पंक्तियों से स्पष्ट है :
Then be not coy, but use your time,
And while ye may, go marry;
101. (4) समय के तेजी से बीतने का वर्णन करने के लिए सूर्य का उदाहरण दिया गया है। कविता में लिखा है: स्वर्ग का गौरवशाली दीपक, वह जितना ऊंचा हो रहा है / उतनी ही तेजी से उसकी दौड़ पूरी होगी। इससे पता चलता है कि समय तेजी से बीत रहा है ।
102. (3) कवि युवावस्था के बारे में बताता है कि समय जल्द ही बीत जाएगा और यह अपने प्यार को पाने का समय है। कविता में निम्नलिखित पढ़ें :
Then be not coy, but use your time,
And while ye may, go marry;
103. ( 2 ) दोनों A और B सत्य हैं ।
A = गुलाब की कली इकट्ठा करना किसी के जीवन का आनंद लेने के समान है। पहली दो पंक्तियों में कवि ने गुलाब की कलियाँ इकट्ठा करने की तुलना अपने जीवन का आनंद लेने से की है।
B = सूरज हमेशा चमकता नहीं रह सकता, यह भी सच है। निम्नलिखित दो वाक्य पढ़ें :
The sooner will his race be run,
And nearer he’s to setting.
104. (2) प्रयुक्त Figure of speech, PERSONIFICATION है।
Personification Figure of speech है ‘जिसका उपयोग मानवीय विशेषताओं को किसी ऐसी चीज से जोड़ने के लिए किया जाता है जो मानव नहीं है । इसका उपयोग किसी अमूर्त गुण को व्यक्त करने के लिए भी किया जाता है।
105. (1) यहाँ प्रयुक्त अलंकार (Figure of speech) रूपक’ (Metaphor) है। रूपक का उपयोग तुलना करने के लिए किया जाता है, लेकिन एक तरह से उपमा से भिन्न होता है। इसके बजाय, यह किसी वस्तु के विवरण को ऐसा बना देता है मानो वह अक्षरशः सत्य हो । दूसरे शब्दों में, यह कहा जा सकता है कि रूपक एक निहित तुलना है।
106. (2) कक्षा III के बच्चे को शिक्षक द्वारा नए वोकैब्युलरी (शब्दार्थों) परिचित कराने का प्रभावी तरीका है उस शब्द या शब्द समूह का अर्थ सही संदर्भ में समझाना।
107. (3) भाषा सीखना कौशल (skill) का विषय है। भाषा कौशल ( language skill) संचार कौशल (communication skill) हैं जो आपको अपने विचारों को स्पष्टता और सटीकता के साथ व्यक्त करने में मदद करते हैं। इससे आप न केवल अच्छा बोलना सीखते हैं बल्कि ध्यान से सुनते भी हैं | संक्षिप्तता के साथ स्पष्ट रूप से लिखना एक और कौशल है जिसे पेशेवर सेटिंग में महत्वपूर्ण माना जाता है।
108. (2) ‘मैं यह सुनिश्चित करने के लिए उपयोग की जाने वाली भाषा पर ध्यान केंद्रित करता हूँ कि यह सही है । इस मामले में, हम स्व-निगरानी रणनीति (Self-monitoring strategy) का उदाहरण देखते हैं। यहाँ I का तात्पर्य स्वयं है जबकि focusing का तात्पर्य गहन निगरानी है।
109. (2) यह संपूर्ण भौतिक प्रतिक्रिया (Total Physical Response) का एक उदाहरण है।
टोटल फिजिकल रिस्पांस (टीपीआर) मौखिक प्रतिक्रिया करने के लिए शारी. रिक गतिविधि का उपयोग करके भाषा या शब्दावली अवधारणाओं को पढ़ाने की एक विधि है। यह प्रक्रिया उस तरीके की नकल करती है जिससे शिशु अपनी पहली भाषा सीखते हैं, और यह छात्रों की हिचकिचाहट और तनाव को कम करता है।
110. (4) भविष्यवाणी करना (Predicting) : इस रणनीति में अच्छे पाठक अपने मौजूदा ज्ञान को किसी पाठ से नई जानकारी से जोड़ने के तरीके के रूप में अनुमान का उपयोग करते हैं ताकि वे जो पढ़ते हैं उसका अर्थ प्राप्त कर सकें।
दृष्टिकोण का अनुमान लगाना ( In – ferring Attitude) = आपको ऐसे प्रश्न (शीर्षक या चित्र संयोजन आदि ) मिलेंगे जो सीधे लेखक के दृष्टिकोण लोगों या समूहों के दृष्टिकोण के बारे में संकेत मिल जाता है।
संदर्भ से अर्थ निकालना (Deducing meaning from the context) = किसी विशेष शब्द के समीपवर्ती शब्द और वाक्य आपको उस शब्द के अर्थ लगाने इतने सटीक होंगे कि आप लेखक के विचारों को समझ सकें।
गहन पठन (Intensive reading) = गहन पठन में शिक्षार्थियों को विशिष्ट शिक्षण उद्देश्यों और कार्यों के साथ विस्तार से पढ़ना शामिल है।
पाठ संगठन की पहचान करना (Identifying text organization) = पाठ की अंतर्निहित संरचना को पहचानने से छात्रों को प्रमुख अवधारणाओं और संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि आगे क्या होने वाला है।
111. (3) सहकर्मी मूल्यांकन (Peer evaluation) = सहकर्मी मूल्यांकन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें छात्र अन्य छात्रों को प्रतिक्रिया प्रदान करते हैं। इस फीडबैक का उद्देश्य सहपाठियों को उनकी शिक्षा में सुधार करने में मदद करना है। फीडबैक एक सीखने की गतिविधि है और जब छात्र अपने साथियों से फीडबैक प्राप्त करते हैं, और उन्हें फीडबैक देते हैं, तो छात्रों को सीखने में लाभ होता है।
112. (3) जब मैं पेशीय गतिक रूप से (Kinesthetically) शामिल होता हूं तो मुझे भाषा अच्छ तरह से याद रहती क्योंकि यह बॉडी-माइन्ड के बारिक संतुलन पर आधारित होती है।
113. (2) A सत्य है लेकिन R गलत है। A सत्य है क्योंकि स्कूल में प्रवेश करने वाले सभी बच्चे कम से कम घर पर बोली जाने वाली भाषा का उपयोग कर सकते हैं। R गलत है क्योंकि भाषाई विविधता (linguistic diversity) अभिव्यक्ति में बाधा नहीं है बल्कि भाषा की अभिव्यक्ति को बढ़ावा देती है।
114. (2) यह Pragmatics का उदाहरण है। Pragmatics भाषा विज्ञान की एक शाखा है, जिसमें भाषा का अध्ययन तर्कपूर्ण औचित्य वार्तालाप संबंधी निहितार्थ पर ध्यान केंद्रित करती है, जो एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें वक्ता तात्पर्य करता (implies) है और श्रोता अनुमान लगाता है।
115. (1) व्यवहारवादी सिद्धांत (Behavioहै urist theory) का मानना है कि ‘शिशु मौखिक भाषा अन्य व्यक्तियों से अंतःक्रिया कर सीखते हैं। नकल, और पुरस्कार अभ्यास (Imitation, rewards and practice) की प्रक्रिया के माध्यम से एक शिशु अधिगम करना है। ‘
116. (3) Emergent literacy = यह एक ऐसा पद है जिसका उपयोग किसी बच्चे के पढ़ने और लिखने के कौशल को सीखने से पहले उसके पढ़ने और लिखने के कौशल के ज्ञान को समझाने के लिए किया जाता है। यह इस धारणा का संकेत देता है कि, घरेलू स्तर पर समाज में, छोटे बच्चे – यहाँ तक कि एक और दो साल के बच्चे भी साक्षर बनने की प्रक्रिया में हैं।
117. (2) कहानी कहने एवं सुनने की द्विपक्षीय एवं सक्रिय प्रक्रिया है। इसलिए इसे संभाषण पठन की संज्ञा जाएगी।
118. (1) नीचे से ऊपर की ओर अग्रसर होने का दृष्टिकोण (Bottom up Approach)
नीचे से ऊपर पढ़ने के निर्देश (Bottom up Approach) आम तौर पर इन चरणों का पालन करते हैं :
वर्णमाला के अक्षर सिखाना, स्वरों को पढ़ाना, या विशेष अक्षर संयोजन कैसे ध्वनियाँ उत्पन्न करते हैं ।
शब्दों और वाक्यों को सुनाने, या डिकोड करने के लिए स्वनिम का उपयोग ।
119. (3) कथन A असत्य है जोकि उच्चारण मंदता से संबंधित है जबकि कारण R सत्य है जोकि खोजी गयी (आविष्कृत) उच्चारण व क्रिया से संबंधित है।
120. (1) खेल जैसी गतिविधियाँ जो कक्षा में मौखिक बातचीत को प्रोत्साहित करती हैं, छात्रों को मजेदार और आकर्षक तरीके से उच्चारण का अभ्यास करने में जहाँ मदद करती हैं। इन गतिविधियों छात्र नई भाषा के अनूठे उच्चारण नियमों के साथ बोलने और प्रयोग करने में अधिक आत्मविश्वास महसूस करते हैं। यह उन्हें प्रक्रिया का आनंद लेते हुए धीरे-धीरे अपने बोलने के कौशल का निर्माण करने की अनुमति देता है।
भाग-V : भाषा-II (हिन्दी)
121. (1) दिए गए गद्यांश के अनुसार, मणिपुर का सबसे बड़ा पर्यटन उत्सव, संगाई महोत्सव 21 नवम्बर को आयोजित हुआ।
संगाई हिरण केवल मणिपुर में पाया जाता है और यह मणिपुर का राजकीय वन्यजीव भी है।
इसी के नाम पर संगाई महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
122. (3) गद्यांश के कथनानुसार भारत की परंपरा में उत्सव, मेले और त्योहार आदि सभी शामिल हैं जबकि संघर्ष से इसका कोई नाता नहीं है।
123. (1) गद्यांश के कथनानुसार, मणिपुर प्राकृतिक सौंदर्य के लिए चर्चित है।
इस राज्य में लोकटक झील है। जो बेहद सुंदर है।
यह झील मणिपुर की सबसे बड़ी झीलों में से एक है और राज्य के प्रमुख पर्वतीय झीलों में से एक है।
लोकटक झील पूर्वोत्तर भारत की सबसे बड़ी मीठे जल की झील है, जो जल की सतह के ऊपर तैरती फुमडी के लिए प्रसिद्ध है। यह झील अपने तैरते वृत्ताकार दलदलों (स्वैंप) के लिये जानी जाती है, जिन्हें स्थानीय भाषा में फुमड़ी कहा जाता है। यह झील अपनी अलौकिक सुन्दरता के कारण पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है।
124. (3) संगाई जैसे उत्सव देश की सांस्कृ तिक विरासत और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं।
संगाई महोत्सव मणिपुर में एक वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव है। हर साल पर्यटन विभाग की अध्यक्षता में मणिपुर सरकार संगाई महोत्सव मनाती है।
125. (1) गद्यांश के अनुसार संगाई महोत्सव पहले केवल इम्फाल में आयोजित होता था लेकिन अब पूरे राज्य में इसका आयोजन होता है।
मणिपुर में संगाई महोत्सव मनाया जाता है।
इस उत्सव का नाम मणिपुर के राज्य पशु- संगाई के नाम पर रखा गया है।
यह उत्सव 2010 में शुरू किया गया था।
126. (1) महा + उत्सव महोत्सव का संधि विच्छेद है। यह गुण संधि का उदाहरण है।
अ या आ के बाद इयाई आए तो मिलकर ए हो जाते हैं, अ या आ के बाद उ या ऊ आए तो दोनों मिलकर ओ हो जाते हैं और अ या आ के बाद ऋ आए तो अ हो जाता है।
इस प्रकार बनने वाले शब्दों को गुण स्वर संधि कहते हैं।
127. (2) आकर्षित ‘शब्द में मूल शब्द और प्रत्यय है – आकर्षण + इत है। अतः ‘आकर्षित’ में ‘इत’ प्रत्यय और ‘आकर्ष’ मूल शब्द है।
128. (4) गद्यांश के अनुसार संगाई महोत्सव के लगातार आयोजित होने से इसके महत्ता के बारे में लोगों को जानने का अवसर प्राप्त होगा और देश की संस्कृति और सभ्यता गौरवान्वित होगी।
129. (2) गद्यांश के अनुसार, आज के समय में सबसे बड़ा दुःख है- तनाव का दुःख ।
आज हर इंसान किसी न किसी बात को लेकर परेशान है या कहा जा सकता है। कि दुखी है।
130. (3) गद्यांश के अनुसार, सुख पाने की लालच में हम दुःख से घिरते चले जाते हैं।
131. (1) गद्यांश के कथनानुसार जहाँ धर्म है वहाँ दुःख हो ही नहीं सकता है।
भारतीय दर्शन सिखाता है कि जीवन का एक आशय और लक्ष्य है। उस आशय की खोज हमारा दायित्व है और अंत में उस लक्ष्य को प्राप्त कर लेना हमारा विशेष अधिकार है।
132. (3) मूल गद्यांश में कहीं भी सुख-दुःख और धर्म के अलावा किसी भी तथ्य पर जोर नहीं दिया गया है।
133. (4) गद्यांश में लेखक कहता है कि, गलत कार्य करने से सुख की हानि होती है।
134. (3) ‘धार्मिक’ में इक प्रत्यय है जैसे- धर्म (मूल शब्द) + इक ( प्रत्यय ) |
135. (2) दिए गए प्रश्न में ‘पापी’ शब्द एक विशेषण है जबकि अन्य शब्द दुःख, पाप और सुख आदि शब्द भाववाचक संज्ञा है।
136. (2) पठन सीखने के उस तरीके को अधोमुखी (बॉटम-अप) उपागम कहा जाता है जिसमें शब्दों के अर्थ को प्रयुक्त सन्दर्भों के अनुसार समझने पर बल दिया जाता है।
समग्र भाषा उपागम में अर्थ निर्माण की प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है।
समग्रतावादी दृष्टिकोण रखने वाला शिक्षक भाषा को पूर्ण एवं अर्थपूर्ण वाक्य के रूप में सिखाना आरम्भ करता है।
संदर्भ में बालकों को उनके पूर्व ज्ञान से जोड़ने के लिए शिक्षक उनके सक्रिय अनुभवों को साझा करने के लिए कहता है। फिर उन अनुभवों के माध्यम से पढ़ना और लिखना सिखाता है।
137. (3) भाषा के बारे में चिंतन करने और बात करने ( विचार-विमर्श) की योग्यता आधिभाषिक योग्यता कहलाती है।
भाषा के प्रत्येक क्षेत्र में चिंतन शामिल होता है और हम अपनी विचाराभिव्यक्ति में जब भी कोई चिंतन करते हैं तो वह भाषा का ही कोई न कोई रूप होता है।
भाषा ध्वनि- प्रतीकों की वह व्यवस्था है जिसके द्वारा मनुष्य बोलकर या लिखकर स्पष्टता के साथ अपने विचारों को दूसरे व्यक्ति तक पहुँचा सकता है और दूसरों की बात समझ सकता है।
138. (1) यह CBSE द्वारा जारी आधिकारिक उत्तर है।
भाषा अधिग्रहण के लिए किसी औपचारिक निर्देश की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि रचनावादी उपागम के अनुसार बच्चे नयी शब्दावली व भाषांश स्वयं आविष्कृत करते हैं।
अतः व्याख्यानुसार इसका सही उत्तर विकल्प (3) होना चाहिए।
139. (2) दिए गए प्रश्न के अनुसार इस प्रकार का पठन युक्ति संभाषिक पठन है।
संभाषिक पठन विमर्श या बातचीत की तरह है, जिसमें बच्चे से संवाद करने के लिए कहा जाता है। यहाँ हमेशा किताबी शब्दों का पालन नहीं किया जाता है।
यह मूल रूप से वाचन से भिन्न प्रश्नोन्मुख संवाद है।
140. (2) शिक्षार्थियों में श्रवण कौशल के विकास के लिए निम्नलिखित विधियाँ हैं जिनके उचित प्रयोग से विकास प्रक्रिया प्रभावी रूप से होती है।
शिक्षक द्वारा शुद्ध उच्चारण, गति, बलाघात, भावपूर्ण तरीके से शिक्षार्थियों को कविता/गीत आदि पढ़कर सुनाया जाना।
उससे श्रवण कौशल, भाव ग्रहण क्षमता एवं एकाग्रता का विकास होता है।
श्रवण कौशल ही अन्य भाषा कौशल को विकसित करने का प्रमुख आधार बनता है।
इसमें ध्वनियों के सूक्ष्म अंतर को पहचानने की क्षमता विकसित होती है।
यदि बच्चे की श्रवण इंद्रियों में दोष है तो है वह बच्चा न तो भाषा सीख सकता है और ना ही अपने मनोभावों को व्यक्त कर सकता है।
अतः इसका भाषा ज्ञान शून्य के बराबर ही रहेगा।
141. (3) यह CBSE द्वारा जारी आधिकारिक उत्तर है।
प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य है कि बच्चे किसी बात को सटीकता से समझ पाएँ ।
औपचारिक और अनौपचारिक दोनों तरह के माहौल में प्रभावशाली ढंग से अपनी बात रख पाएँ।
व्याकरण के नियम भाषा को सटीक व शुद्ध बनाकर व्यवस्थित करता है।
अतः व्यार इसका सही उत्तर विकल्प (4) होना चाहिए।
142. (2) भाषा, भाषा अधिगम की प्रकृति और शिक्षणशास्त्रीय व्वयवस्थाओं में दोनों की अनुप्रयोगिकता के बारे में सैद्धांतिक स्थितियों एवं मतों को उपागम कहते हैं।
भाषा अधिगम का दार्शनिक आधार एक नियमबद्ध प्रक्रिया होती है।
इस आधार में जब बालक को किसी भाषा का ज्ञान दिया जाता है तो भाषा के व्याकरणीय नियमों का प्रयोग किया जाता है।
इसमें बालक को भाषा का ज्ञान देने के लिए विभिन्न विधियों का प्रयोग किया जाता है।
143. (1) किसी कार्यक्रम के विकास के प्रा. रंभिक चरण में रचनात्मक मूल्यांकन काफी सहायक होता है क्योंकि यह कार्यक्रम को बेहतर बनाने में मदद करता है।
रचनात्मक मूल्यांकन के उदाहरण इकाई अंत परीक्षण, दैनिक – पाक्षिक परीक्षण, मासिक परीक्षण आदि हैं।
रचनात्मक मूल्यांकन यह निर्धारित करता है कि छात्र सीखने के लक्ष्य को किस हद तक पूरा करते हैं ।
144. (4) संपूर्ण शारीरिक प्रतिक्रिया (TPR) भाषा और शारीरिक गति के समन्वय पर आधारित है। टीपीआर में प्रशिक्षक छात्रों को शरीर की गतिविधियों के साथ लक्षित भाषा में आदेश देते हैं, और छात्र पूरे शरीर की क्रियाओं के साथ प्रतिक्रिया करते हैं।
जेम्स आशेर ने टीपीआर को अपने अनुभवों के परिणामस्वरूप विकसित किया, जो छोटे बच्चों को उनकी पहली भाषा सीखते हुए देखते हैं।
उन्होंने देखा कि माता-पिता और बच्चों के बीच बातचीत अक्सर माता-पिता के भाषण का रूप लेती है और उसके बाद “बच्चे की शारीरिक प्रतिक्रिया होती है।
जेम्स आशेर ने अपनी टिप्पणियों के आधार पर तीन परिकल्पनाएँ बनायी . पहला, वह भाषा मुख्य रूप से सुनने से सीखी जाती है; दूसरा, भाषा सीखने में मस्तिष्क का दायाँ गोलार्द्ध शामिल होना चाहिए और तीसरा, कि भाषा सीखने में कोई तनाव नहीं होना चाहिए।
संपूर्ण शारीरिक प्रतिक्रिया अक्सर अन्य तरीकों और तकनीकों के साथ प्रयोग की जाती है।
यह शुरुआती और युवा शिक्षार्थियों के में लोकप्रिय है, हालांकि इसका उपयोग सभी स्तरों और सभी आयु समूहों के छात्रों के साथ किया जा सकता है।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि वह विधि जो शारीरिक क्रिया एवं भाषा के समन्वयन पर आधारित है, उसे संपूर्ण शारीरिक प्रतिक्रिया कहते हैं।
145. (4) व्याकरण शिक्षण की सर्वश्रेष्ठ विधि आगमन-निगमन विधि है।
निगमन विधि से व्याकरण शिक्षण सुग्राह्य किया जाता है।
व्याकरण संबंधी अनुवाद विधि भाषा के “नियमों को सीखने में मदद करता है ।
146. (1) शिक्षक को कक्षा 5 के विद्यार्थियों के स्वतंत्र लेखन में प्रवाहिता पर ध्यान देना चाहिए।
स्वतंत्र लेखन बिल्कुल प्राकृतिक जैसा है।
इसका उद्देश्य बिना चिंता और बिना रुके लिखना है।
147. (2) बॉटम-अप प्रोसेसिंग तब होती है जब कोई व्यक्ति संपूर्ण पाठ की सबसे बुनियादी इकाइयों (शब्दों आदि) के व्यक्तिगत अर्थो या व्याकरणिक विशेषताओं को देखकर भाषा को समझने की कोशिश करता है, (उदाहरण के लिए सुनने के लिए ध्वनियाँ या पढ़ने के लिए शब्द) और इनसे आगे बढ़कर समझने की कोशिश करता है।
टॉप-डाउन दृष्टिकोण में, शिक्षार्थी भाषा का अर्थ जानने के लिए पृष्ठभूमि या पिछले ज्ञान का उपयोग करता है। यह एक ऐसा दृष्टिकोण है जो व्यक्तिगत ध्वनियों, शब्दों और वाक्यांशों के बजाय भाषा को समग्र रूप से देखने पर केन्द्रित है।
148. (4) भाषा शिक्षक का प्राथमिक दायित्व यही होना चाहिए कि वह विद्यार्थियों की संप्रेषणात्मक आवश्यकताओं को समझे।
भाषा शिक्षण में अध्यापक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, एक अनुभवी शिक्षक ही छात्रों को उचित शिक्षा ग्रहण कराने में सहायक होता है।
भाषा शिक्षण में शिक्षक का उत्तरदायित्व है- भाषा प्रयोग के अधिक से अधिक अवसर प्रदान कराना ताकि भाषा को सहज एवं प्रभावी रूप से सीखा जा सके।
भाषा-प्रयोग के अधिक से अधिक अवसर की उपलब्धता के साथ भाषा प्रयोग में दक्षता लाना इसका प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए ताकि :
साहित्य और साहित्यिक तत्वों की समझ सहज एवं प्रभावी रूप से विविध प्रकार की रचनाओं को पढ़कर समूह चर्चा सहज एवं प्रभावी रूप से सोच निर्माण को प्रोत्साहन मिल सके।
अपनी भाषा गढ़ते हुए लिखने संबंधी गतिविधियों (जैसे- शब्द खेल, अनौपचारिक पत्र, तुकबंदियाँ, पहेलियाँ, संस्मरण आदि) से सहज एवं प्रभावी रूप से अपने विचारों को व्यवस्थित कर सकें।
सांस्कृतिक महत्व के अवसरों पर अवस.. रानुकूल लोकगीतों की सहायता से सहज एवं प्रभावी रूप से सांस्कृतिक समझ को विस्तार कर पाएँ ।
कल्पनाशीलता और सृजनशीलता को सहज एवं प्रभावी रूप से विकसित कर पाएँ ।
हिंदी भाषा में संदर्भ के अनुसार भाषा विश्लेषण (व्याकरण, वाक्य संरचना, विराम चिन्ह आदि) के द्वारा सहज एवं प्रभावी रूप से भाषा की बारीकियों को समझ पाएँ।
सक्रिय और जागरूक बनाने वाली रचनाएँ, अखबार, ऑडियो-विडियो देखने, सुनने, पढ़ने, लिखने और चर्चा करने (बोलने) के द्वारा सहज एवं प्रभावी रूप से विभिन्न संदर्भ में भाषा प्रयोग कर पाएँ ।
149. (4) उदगामी साक्षरता स्तर अर्थात् बालक की प्रारंभिक स्तर पर पढ़ने-लिखने की प्रक्रिया। बालक के जन्म से लेकर उसके विद्यालय के प्रवेश तक पढ़ने-लिखने के संबंध में वो जो भी अवधारणायें बनाते हैं, जो भी ज्ञान-कौशल प्राप्त करते हैं उन सबका उदगामी साक्षरता स्तर में अंतर्भाव होता है।
बच्चों की उद्गामी साक्षरता कौशल बढाने के लिए कार्यकलाप-
अपने बच्चे से बातें करें।
उसके प्रश्नों का उत्तर दें।
छुट्टियों के दौरान नए शब्दावली शब्दों का परिचय दें।
विशेष गतिविधियों जैसे कि चिड़ियाघर, उद्यान आदि की सैर करें।
प्रतिदिन के वातावरण में वस्तुओं, लोगों और घटनाओं को नाम बतायें।
अपने बच्चे से दैनिक दिनचर्या की गति. विधियों जैसे स्नान या भोजन के समय के दौरान बातें करें।
अतः स्पष्ट है कि उद्गामी साक्षरता में लेखनी का हिल-डुल कर चलाना – अस्पष्ट शब्दोच्चारण करना आदि क्रियाओं का समावेश होता है।
150. (3) भाषा अर्जन में शिक्षार्थी केन्द्रित कक्षायी परिवेश का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है।
बच्चों के शब्द एवं वाक्य प्रयोग के साथ ही भाषा को ग्रहण करने की क्षमता का होना आवश्यक है।
भाषा अर्जन एक रचनात्मक प्रक्रिया है, सभी बच्चों में भाषा अर्जन की स्वाभाविक क्षमता होती है।
भाषा अर्जन तब होती है जब बच्चा बिना ध्यान के ध्यान की भाषा ग्रहण करता है।
भाषा अर्जन एक नैसर्गिक प्रक्रिया है क्योंकि अर्जन भाषा में बालक बिना विद्यालय के भी विद्यार्थी हो सकते हैं।
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