बिहार डी.एल.एड. (सामान्य ज्ञान) रसायन विज्ञान
बिहार डी.एल.एड. (सामान्य ज्ञान) रसायन विज्ञान
रसायन विज्ञान
रसायन विज्ञान शब्द का विकास सर्वप्रथम हुआ
⇒ मिस्र में
रसायन विज्ञान के अध्ययन को प्रारंभ में कहा जाता था
⇒ केमिटेकिंग (Chemeteching)
आधुनिक रसायन विज्ञान के जन्मदाता हैं
⇒ एंटोनी लेवोजिएर
परमाणु के तीन मौलिक कण हैं
⇒ इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन
1 मोल बराबर होता है
⇒ 6.022 × 1023
‘शुष्क बर्फ’ कहलाती है
⇒ ठोस कार्बन डाइऑक्साइड
‘लाफिंग गैस’ कहलाती है
⇒ नाइट्रस आक्साइड (N2O)
‘मार्श गैस’ कहलाती है
⇒ मिथेन
अश्रु गैस का रासायनिक नाम है
⇒ क्लोरोएसिटो फिनोन
जल का शुद्ध रूप है
⇒ वर्षा का जल
जिप्सम का रासायनिक नाम है-
⇒ कैल्सियम सल्फेट (CaSO4.2H2O)
ब्लीचिंग पाउडर (विरंजक चूर्ण) का रासायनिक नाम है।
⇒ कैल्सियम हाइपोक्लोराइड (CaOCl2)
वाशिंग सोडा का रासायनिक नाम है
⇒ सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3)
बेकिंग सोडा का रासायनिक नाम है
⇒ सोडियम बाइकार्बोनेट ( NaHCO3)
चूने के पानी को सफेद बनाता है
⇒ CO2 गैस
सिगरेट के लाइटर से निकलती है।
⇒ ब्यूटेन गैस
सोडावाटर बनाने के लिए प्रयुक्त होता है
⇒ CO2 गैस
दूध उदाहरण है-
⇒ इमल्सन ( पायस) का
सीसा संचायक बैटरी में प्रयुक्त किया जाता है
⇒ H2SO4
जल की स्थायी कठोरता का कारण है
⇒ कैल्शियम तथा मैग्नीशियम के सल्फेट व क्लोराइड का घुले रहना
जल की स्थायी तथा अस्थायी कठोरता दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है –
⇒ सोडियम कार्बोनेट का
आवोगाड्रो संख्या का मान होता है
⇒ 6.022 × 1023 अणु
द्रवित पेट्रोलियम गैस ( LPG ) का प्रमुख संघटक है
⇒ नॉर्मल ब्यूटेन तथा आइसो ब्यूटेन
परमाणु के नाभिक में होते हैं
⇒ प्रोटॉन एवं न्यूट्रॉन
सभी गैसें शून्य आयतन घेरती हैं
⇒ 273°C तापमान पर
दियासलाई के निर्माण में प्रयुक्त मूल तत्व होता है-
⇒ लाल फॉस्फोरस
जल में सबसे कम घुलनशील गैस है।
⇒ N2 (नाइट्रोजन )
कास्टिक सोडा का रासायनिक सूत्र है
⇒ NaOH (सोडियम हाइड्रॉक्साइड)
जल की अस्थायी कठोरता का कारण है
⇒ कैल्सियम तथा मैग्नीशियम के बाइकार्बोनेट का घुले रहना
विद्युत बल्ब में प्रयुक्त होने वाली गैस है
⇒ ऑर्गन (Ar )
गोबर गैस तथा बायो गैस का प्रमुख घटक है
⇒ मिथेन (CH4)
आतिशबाजी में हरा रंग तथा लाल रंग होता है
⇒ क्रमश: बेरियम (Ba ) तथा स्टान्शियम (Sr) के कारण
वेल्डिंग उद्योग में ऑक्सीजन के साथ प्रयुक्त होता है
⇒ ऐसीटिलीन गैस
सामान्य ताप एवं दाब (NTP) पर किसी गैस के एक मोल का आयतन होता है –
⇒ 22.4 लीटर
पृथ्वी के पटल में सर्वाधिक मात्रा में पाया जानेवाला तत्व है –
⇒ ऑक्सीजन (46.6%)
सूर्य से आनेवाली पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करती है
⇒ ओजोन परत
कक्ष ताप पर द्रव धातु है
⇒ पारा ( मरकरी Hg )
साधारण नमक है
⇒ यौगिक
चीनी (C12H22O11 ) है
⇒ यौगिक
ओजोन (O3) है
⇒ ऑक्सीजन का एक अपरूप
रेफ्रिजरेटर में शीतलक के रूप में प्रयुक्त यौगिक है।
⇒ फ्रिऑन (क्लोरोफ्लोरो कार्बन )
कम्प्यूटर के माइक्रोप्रोसेसर का निर्माण होता है –
⇒ सिलिकॉन से
गैस, जिसमें सड़ी मछली की तरह गंध आती है –
⇒ ओजोन
पुराने तैल चित्रों के रंगों को पुनः उभारने में प्रयोग किया जाता है
⇒ हाइड्रोजन पराक्साइड का
जल में चाक का निलम्बन है
⇒ एक विषमांगी मिश्रण
पेट्रोल और जल का मिश्रण है
⇒ एक विषमांगी मिश्रण
शक्कर में जल का मिश्रण है
⇒ एक समांगी मिश्रण
ऐल्कोहॉल एवं जल का मिश्रण है
⇒ एक समांगी मिश्रण
शुद्ध वायु है
⇒ एक समांगी मिश्रण
सभी समांगी मिश्रण कहलाते हैं
⇒ विलयन
कपूर, गंधक, घी, सल्फर, नेफ्थलीन आदि जल में –
⇒ अविलेय होते हैं
शुष्क धुलाई या ड्राइक्लीनिंग (Dry cleaning ) में उपयोग किया जाता है।
⇒ बैंजीन व पेट्रोल का
चीनी, फिटकरी, नीला थोथा ( कॉपर सल्फेट), नमक, ऐल्कोहॉल आदि विलेय हैं
⇒ जल में
धुआँ उदाहरण है
⇒ ठोस का गैस में विलयन का
फिटकरी का जल में विलयन उदाहरण है
⇒ ठोस का द्रव में विलयन का
ऐसे विलेय, जो जल में घुलने के बाद विलयन को विद्युत का सुचालक बना देते हैं –
⇒ वैद्युत अपघट्य कहलाते हैं
ऐसे विलेय, जो जल में घुलने के बाद विलयन को विद्युत का सुचालक नहीं बनाते हैं –
⇒ वैद्युत अपघट्य कहलाते हैं
बादल तथा कोहरा है –
⇒ कोलॉइडी विलयन (Colloidal solution )
अकार्बनिक ठोसों के पृथक्करण तथा शुद्धीकरण के लिए प्रयुक्त प्रक्रिया को कहते हैं –
⇒ क्रिस्टलन
अम्ल तथा क्षार के संयोग से लवण तथा जल का निर्माण कहलाता है
⇒ उदासीनीकरण अभिक्रिया
साधारण जल से आसुत जल बनाया जाता है-
⇒ आसवन विधि से (Distillation )
मिट्टी और जल के मिश्रण को पृथक करते हैं-
⇒ अवसादन और निस्तारण से
द्रव्य के अणुओं के बीच की दूरी को कहते हैं –
⇒ अन्तराणविक दूरी
यदि ताप बढ़ाया जाय, तो गैस के अणुओं की गतिज ऊर्जा
⇒ बढ़ जाती है
जिस ताप पर द्रव का वाष्प दाब वायुमण्डलीय दाब के बराबर हो जाता है, उस ताप को
⇒ क्वथनांक (Boiling point ) कहते हैं
प्रोटॉन पर आवेश होता है
⇒ एक इकाई धनात्मक
प्रोटॉन की खोज की थी
⇒ रदरफोर्ड ने
प्रोटॉन है
⇒ एक नाभिकीय कण, जो धनावेशित होता है
प्रोटॉन का द्रव्यमान है
⇒ 1.672 × 10-24 ग्राम
इलेक्ट्रॉन की तुलना में प्रोटॉन का द्रव्यमान होता है
⇒ 1837 गुणा अधिक
हाइड्रोजन आयन (H+) को कहते हैं
⇒ प्रोटॉन
इलेक्ट्रॉन की खोज की थी
⇒ सर. जे. जे. थॉमसन ने ( 1897 ई.)
इलेक्ट्रॉन के आवेश की खोज की थी
⇒ रॉबर्ट ए. मिलिकन ने
इलेक्ट्रॉन पर आवेश होता है
⇒ इकाई ऋणात्मक
इलेक्ट्रॉन का भार होता है
⇒ एक हाइड्रोजन परमाणु के भार का 1/1850 वां भाग
पॉजिट्रान की खोज की
⇒ एंडरसन ने
पॉजिट्रान होते हैं
⇒ धनावेशित
पॉजिट्रान का द्रव्यमान बराबर होता है
⇒ इलेक्ट्रॉन के
न्यूट्रॉन की खोज की थी
⇒ जेम्स चैडविक ने
न्यूट्रॉन का द्रव्यमान होता है
⇒ प्रोटॉन के द्रव्यमान के लगभग बराबर
हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक हैं
⇒ प्रोटियम ड्यूटेरियम व ट्राइटियम (H1, H2, H3 )
जिन पदार्थों के भौतिक गुण भिन्न, किन्तु रासायनिक गुण समान होते हैं कहलाते हैं
⇒ अपररूप
ग्रेफाइट व हीरा अपररूप हैं
⇒ कार्बन के
भीतरी कक्षाओं के इलेक्ट्रॉन कहलाते हैं
⇒ कोर इलेक्ट्रॉन
जिन तत्वों के परमाणुओं की बाह्य कक्षा में 8 इलेक्ट्रान होते हैं, उनके परमाणु होते हैं
⇒ अक्रिय गैस
रसोइ घरों में प्रयुक्त होनेवाली कुकिंग गैस का महत्वपूर्ण अवयव है
⇒ ब्यूटेन
पेट्रोलियम के शुद्धीकरण व कागज बनाने में प्रयुक्त क्षार है
⇒ कास्टिक सोडा (सोडियम हाइड्रॉक्साइड)
क्षार लाल लिटमस पत्र को नीला कर देते हैं तथा टरमेरिक पत्र (हल्दी पत्ते ) को
⇒ भूरा कर देते हैं
अम्ल और क्षार के परस्पर क्रिया से बनते हैं
⇒ लवण
pH मान किसने दिया है ?
⇒ एस. पी. सॉरेन्सन की
pH का पूरा नाम है
⇒ पोटेंशियल ऑफ हाइड्रोजन
pH मूल्य एक संख्या होती है।
⇒ 0 से 14 के बीच
ऐसे विलयन, जिनका pH का मान 7 से कम होता है
⇒ अम्लीय होते हैं
कार्बन का शुद्धतम रूप है
⇒ हीरा
ऐसे विलयन जिनका pH मान 7 होता है
⇒ उदासीन होते हैं
पीतल मिश्रधातु है
⇒ ताँबा और जस्ता का
सिनेबार (HgS ) प्रमुख अयस्क है।
⇒ पारा का
फ्यूज का तार तथा टांका बना होता है
⇒ सीसा और टिन का
‘भविष्य का इंधन’ कहा जाता है
⇒ हाइड्रोजन को
पेंसिल का ‘सिक्का’ बना होता है
⇒ ग्रेफाइट का
टंगस्टन का गलनांक बिन्दु है
⇒ 3400°C
हीरा का गलनांक बिन्दु है
⇒ 3500°C
सबसे कठोरतम पदार्थ है
⇒ हीरा
सबसे कठोरतम धातु है
⇒ प्लेटिनम
मानव द्वारा निर्मित प्रथम संश्लिष्ट रेशा था
⇒ नायलॉन
स्टेनलेस स्टील मिश्रधातु है
⇒ लोहा, निकिल तथा क्रोमियम
क्वार्ट्ज का रासायनिक नाम है
⇒ सोडियम सिलिकेट (Na2SiO3)
तत्वों का सबसे पहले वर्गीकरण किया था
⇒ वैज्ञानिक न्यूलैंड ने
किसी तत्व के परमाण्विक भार को व्यक्त किया जाता है
⇒ ए.एम.यू. (amu) में
पदार्थ की चौथी अवस्था होती है
⇒ प्लाजमा
प्राकृतिक रबर बहुलक है
⇒ आइसोप्रीन का
पोर्टलैंड सीमेंट का प्रमुख संघटक है
⇒ लाइम, सिलिका तथा ऐलुमिना
फोटोग्राफी में फिक्सर के रूप में प्रयोग होता है
⇒ सोडियम थायोसल्फेट
शुद्ध सेलुलोज बनता है
⇒ कागज से
आग बुझाने के लिए प्रयोग किया जाता है
⇒ CO2
‘रोल्ड गोल्ड’ मिश्रण होता है
⇒ कॉपर (90 प्रतिशत ) तथा एलुमिनियम ( 10 प्रतिशत )
DDT का पूरा नाम है
⇒ डाइक्लोरो डाइफेनाइल ट्राइक्लोरो इथेन
सर्वाधिक भारी धातु है
⇒ ओस्मियम
सर्वाधिक हल्की धातु है
⇒ लीथियम
खाद्य पदार्थों के संरक्षण के लिए प्रयोग किया जाता है-
⇒ बेन्जोइक अम्ल का
डायनामाइट बनाने में प्रयोग किया जाता है
⇒ नाइट्रोग्लिसरीन का
सफेद स्वर्ण कहा जाता है
⇒ प्लैटिनम को
‘द्रव स्वर्ण’ कहा जाता है
⇒ पेट्रोल को
सर्वाधिक विद्युत ऋणात्मक तत्व है
⇒ फ्लोरीन
चाँदी की चमक को काला कर देता है
⇒ ओजोन गैस
सोने के आभूषण बनाते समय उसमें मिलाया जाता है।
⇒ ताँबा
इलेक्ट्रॉन त्याग की प्रक्रिया को कहते हैं
⇒ ऑक्सीकरण
इलेक्ट्रॉन ग्रहण की प्रक्रिया को कहते हैं
⇒ अवकरण
यूरेनियम घातु का निष्कर्षण किया जाता है
⇒ पिच ब्लैंड से
प्रोड्यूसर गैस या वायुअंगार गैस मिश्रण होता है
⇒ नाइट्रोजन एवं कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस का ( N2 + CO)
भाप अंगार गैस या जल गैस मिश्रण होता है —
⇒ हाइड्रोजन एवं कार्बन मोनो आक्साइड गैस का (H2 + CO)
हाइड्रोजन, ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन के आविष्कारक थे-
⇒ क्रमशः कवेंडिश, प्रीस्टले तथा रदरफोर्ड
हीलियम, आर्गन तथा थोरियम के आविष्कारक थे-
⇒ क्रमशः लोकयर, रैम्जे तथा बर्जीलियस
घास तथा पत्ते में पाया जाता है
⇒ ऑक्जेलिक अम्ल
म्हो मापनी (mho-scale) का प्रयोग किया जाता है।
⇒ धातुओं की कठोरता मापने के लिए
लोहा का निष्कर्षन किया जाता है
⇒ हेमेटाइट (अयस्क ) से “
भोपाल गैस कांड ( 3 दिसम्बर, 1984) में रिसाव हुआ था –
⇒ मिथाइल आइसोसाइनेट (मिक) गैस का
गन पाउडर मिश्रण होता है
⇒ सल्फर, चारकोल एवं शोरा का
L.P.G गैस में गंध के लिए मिलाया जाता है
⇒ मिथाइल मरकेप्टेन (सल्फर के यौगिक )
सबसे उत्तम कोयला होता है
⇒ एन्थ्रासाइट ( 96 प्रतिशत कार्बन )
फोटोग्राफी में उपयोग होता है।
⇒ सिल्वर ब्रोमाइड का
द्रव अवस्था में पायी जाने वाली धातु है
⇒ पारा
रेफ्रिजरेटर में किसी वस्तु को ठंडा करने के लिए प्रयोग किया जाता है-
⇒ अमोनिया गैस का
तम्बाकू में विषैला पदार्थ होता है
⇒ निकोटिन
फूलों का रंग उड़ा देती है
⇒ फ्लोरीन गैस
लोहा को इस्पात में बदलने के लिए उसमें मिलाया जाता है
⇒ निकिल
नाइक्रोम मिश्रधातु है
⇒ क्रोमियम, निकिल तथा लोहा का
हड्डियों और दाँतों में मुख्यरूप से पाया जाता है
⇒ कैल्सियम एवं फास्फोरस
रासायनिक यौगिक का सबसे छोटा कण है
⇒ परमाणु
कच्चे फलों को कृत्रिम ढंग से पकाने के लिए प्रयुक्त गैस है
⇒ ऐसीटिलोन
शुद्ध सोना होता है
⇒ 24 कैरेट का
गोबर गैस संयंत्र का निर्माण किया था
⇒ सी. बी. देसाई ने
आदर्श गैस समीकरण होता है
⇒ PV= nRt
कपूर को शुद्ध किया जाता है
⇒ उर्ध्वपातन विधि द्वारा
पृथ्वी पर पाए जानेवाले यूरेनियम में सर्वाधिक मात्रा में रहता है
⇒ U-238
ताँबा का निष्कर्षण किया जाता है
⇒ कापर पायराइट्स से
चश्मे का लेंस बना होता है
⇒ क्रुक्स काँच का
सबसे हल्का तत्व है
⇒ हाइड्रोजन
नाइट्रिक अम्ल पाया जाता है
⇒ फिटकरी एवं शोरा में
कार्बनिक अम्ल पाया जाता है
⇒ सोडावाटर एवं अन्य पेय में
रेफ्रिजरेटर के आविष्कारक है
⇒ जेम्स हैरीसन
क्वाण्टम सिद्धांत की खोज की थी
⇒ मैक्स प्लांक ने
‘फ्रीऑन’ का रासायनिक नाम है
⇒ क्लोरोफ्लोरो कार्बन
हवा का वाष्प घनत्व होता है
⇒ 14.4
RDX का पूर्ण रूप है
⇒ रिसर्च डिपार्टमेंट एक्सप्लोसिव
पनीर बनाने में प्रयोग होनेवाला किण्वक है
⇒ रेनिन
पॉलिथीन प्राप्त होता है
⇒ एथिलीन के बहुलीकरण से
प्रकृति में सर्वदा मुक्त अवस्था में पाई जानेवाली धातु है
⇒ सोना
गोताखोर सांस लेते हैं-
⇒ ऑक्सीजन तथा हीलियम गैसों के मिश्रण से
सल्फ्यूरिक अम्ल का प्राकृतिक स्रोत है
⇒ हरा कसीस
टेप रिकर्डर की टेप लेपित रहती है
⇒ पैरामैग्नेटिक चूर्ण का
प्रयोगशाला में बनाया गया पहला कार्बनिक पदार्थ है
⇒ यूरिया
परम शून्य तापं का मान होता है-
⇒ 273°C
अम्ल वर्षा के लिए उत्तरदायी गैस है।
⇒ SO2 और NO2
कृत्रिम वर्षा के लिए प्रयोग में लाया जाता है
⇒ सिल्वर आयोडाइड का
नन-स्टीक बर्तन के उपरी परत बना होता है
⇒ टेफ्लॉन का
लैम्पों तथा ट्यूबों में क्या भरी जाती है
⇒ नियॉन गैस
विद्युत का सबसे अच्छा चालक है
⇒ चाँदी
प्राकृतिक रबर को कठोर बनाने के लिए उसमें मिलाया जाता है
⇒ सल्फर
लोहे के जंग में उतरदायी होता है
⇒ ऑक्सीजन एवं नमी
कृत्रिम सुगंधित पदार्थ ( इत्र) बनाने में प्रयोग किया जाता है-
⇒ एथिल एसीटेट का
फॉस्फोरस हवा में जल उठता है, इसी कारण इसे रखा जाता है-
⇒ जल में डुबाकर
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