मौखिक अभिव्यक्ति क्या है?
मौखिक अभिव्यक्ति क्या है?
उत्तर— मौखिक अभिव्यक्ति का अर्थ – मौखिक अभिव्यक्ति ही “बोलना’ है। मौखिक अभिव्यक्ति में मानव अपने विचार, भाव तथा उद्गार प्रकट करता है। जब व्यक्ति ध्वनियों के माध्यम से, मुख के अवयवों की सहायता से उच्चरित भाषा का प्रयोग करते हुए अपने विचारों को प्रकट करता है तब उसे मौखिक अभिव्यक्ति कहा जाता है। अतः यह कहा जा सकता है कि मुख से व्यक्त होने वाली मौखिक भाषा है और मुख के अवयवों के माध्यम से भावों व विचारों की अभिव्यक्ति मौखिक अभिव्यक्ति है।
प्रो. रमन बिहारीलाल के अनुसार, ‘मानव अपने हृदय के भावों को प्रकट करने के लिए जिस ध्वन्यात्मक संकेत साधन का प्रयोग करता है, उसे उसकी मौखिक भाषा (मौखिक अभिव्यक्ति) कहते हैं। ये ध्वनि संकेत समाज द्वारा स्वीकृत होते हैं।”
रायबर्न के अनुसार, भाषा शिक्षा का प्रारम्भिक कार्य विशृंखलित विचार को श्रृंखलित करने का एवं बालाकों की मौखिक अभिव्यक्ति बढ़ाने का होता है, क्योंकि व्यक्तित्व विकास के लिए सरल, स्पष्ट व प्रभावशाली मौखिक अभिव्यक्ति आवश्यक है।
उपर्युक्त परिभाषाओं से स्पष्ट है कि मनुष्य प्रमुख रूप से मौखिक अभिव्यक्ति द्वारा अपने विचार प्रकट करता है।
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