दूरभाष संचार व्यवस्था ( Telecommunication System) में कम्प्यूटरों के योगदान की समीक्षा कीजिए |
दूरभाष संचार व्यवस्था ( Telecommunication System) में कम्प्यूटरों के योगदान की समीक्षा कीजिए |
उत्तर – वर्तमान में दूरभाष संचार व्यवस्था का व्यापक विस्तार हुआ है जिसमें प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप में कम्प्यूटरों का योगदान है। दूरभाष संचार में कम्प्यूटर के योगदान को निम्नलिखित बिन्दुओं के माध्यम से स्पष्ट किया जा सकता है
> दूरभाष के व्यापक नेटवर्क का विकास स्वचालन (Automation) व्यवस्था के फलस्वरूप हुआ है जिससे एक साथ हजारों-लाखों लाइनों पर संचार संभव हुआ है। स्वचालन व्यवस्था कम्प्यूटर के कारण संभव हुआ है।
> कम्प्यूटर के प्रयोग से ही दूरसंचार की अनेक आधुनिक प्रणाली का विकास हुआ है, जैसे- ऑप्टिकल फाइबर संचार प्रणाली।
> टेलिफोन कंपनियां इंटरनेट एवं कम्प्यूटर की मदद से ISDN (Integreated Service Digital Network) प्रणाली उपलब्ध करा रही हैं जो तीव्र, विश्वसनीय एवं सस्ती है ।
> भारत में व्यावसायिक दूरभाष क्षेत्र में लीज्ड लाइन का व्यापक प्रयोग हो रहा है । कम्प्यूटर के द्वारा दो स्थानों के बीच स्थायी टेलिफोन कनेक्शन को लीज्ड लाइन कहते हैं।
> कम्प्यूटर से इंटरनेट एवं दूरभाष सुविधा प्राप्त करने के लिए DSL (Digital Subscriber Lining) पद्धति अपनाते हैं जिसमें कम्प्यूटर को सामान्य तांबे के तार द्वारा टेलीफोन एक्सचेंज से जोड़ देते हैं।
> इंटरनेट टेलीफोनी जैसी दूरभाष प्रणाली के कारण सस्ती दर पर टेलीफोन सुविधा प्राप्त की जाती है।
> मोबाइल फोन के व्यापक नेटवर्क को कम्प्यूटर के माध्यम से ही संचालित किया जाता है। बेस ट्रांसफर स्टेशन (BTS) एवं मोबाइल स्विचिंग सिस्टम (MSS) आदि कम्प्यूटर प्रणाली से ही संचालित होती है।
> दूरभाष व्यवस्था में नए अनुसंधान एवं विकास कार्य चल रहे हैं जिसमें कम्प्यूटर का सर्वाधिक योगदान है।
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