दल शिक्षण की विशेषताओं पर टिप्पणी लिखिये ।

 दल शिक्षण की विशेषताओं पर टिप्पणी लिखिये । 

उत्तर— टोली- शिक्षण की विशेषताएँ-शैपलिन व ओल्ड ने दल- शिक्षण में निम्न विशेषताएँ बताई हैं—
(1) दल शिक्षण अनुदेशात्मक संगठन का एक विशिष्ट प्रकार है जो पूरी तरह से औपचारिक होता है।
(2) दल शिक्षण शिक्षक दल को सामूहिक उत्तरदायित्व प्रदान करता है।
(3) कक्षा-कक्ष में किए गए सभी अध्यापकों तथा अन्य कर्मचारियों की स्थिति पहले से ही निश्चित कर दी जाती है इनमें से किसी एक को संयोजक, किसी को वरिष्ठ अध्यापक, किसी को अध्यापक इत्यादि जैसी स्थितियाँ प्रदान की जाती हैं ।
(4) आवश्यकता पड़ने पर दल शिक्षण हेतु विद्यालय के बाहर के कुछ विशेषज्ञों की सहायता व सहयोग भी लिया जाता है ।
(5) दल शिक्षण में अध्यापक द्वारा अनौपचारिक ढंग से की गई अनुदेशात्मक क्रियाएँ सम्मिलित की जा सकती है।
(6) अनुदेशात्मक व्यवस्था ऐसी होती है जो कि सम्पूर्ण विद्यालय व्यवस्था के साथ समन्वित हो सके।
(7) सभी अध्यापक तथा अन्य शिक्षा कर्मचारी पूर्ण पारस्परिक सहयोग के साथ कार्य करते हैं ।
(8) सभी अध्यापक तथा शिक्षण कर्मचारियों के कार्य किसी एक विशिष्ट पाठ्य या उसके किसी एक महत्त्वपूर्ण अंग से सम्बन्धित अनुदेशन प्रदान करने तक ही सीमित रहती हैं।
(9) एक दल में कितने सदस्य हो निश्चित नहीं होता है
(10) दल – शिक्षण के अन्तर्गत अनुदेशन पूर्व नियोजित व व्यवस्थित होता है।
(11) प्रत्येक शिक्षण को कुछ सामूहिक व कुछ व्यक्तिगत उत्तरदायित्व प्रदान किए जाते हैं ।
(12) दल शिक्षण के लिए निश्चित संख्या में कुछ शिक्षण कर्मचारी होते हैं तथा उन्हें निश्चित संख्या में कुछ छात्र अनुदेशन हेतु प्रदान किये जाते हैं इससे शिक्षण कर्मचारियों तथा छात्रों में एक विशिष्ट प्रकार के सम्बन्ध पर बल दिया जाता है।
(13) दल – शिक्षण के लिए एक साथ दो या अधिक अध्यापक कक्षा-कक्ष में छात्रों को अनुदेशन प्रदान करते हैं ।
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