कहानी को परिभाषित कीजिए ।

कहानी को परिभाषित कीजिए ।

उत्तर— कहानी–कहानी गद्य साहित्य की एक महत्त्वपूर्ण विधा है। आधुनिक साहित्य में कहानी एक लोकप्रिय विधा मानी जाती है। इसका कारण यह है कि इसके आकार में लघुता होती है तथा यह मनोरंजन करने के साथ कोई-न-कोई संदेश अवश्य देती है। संस्कृत तथा हिन्दी में कहानी के लिए आख्यान, आख्यानिका, उपाख्यान, कथा, गल्प आदि शब्दों का प्रयोग मिलता है। लेकिन जिस रूप में आज कहानी का प्रचलन है वह पाश्चात्य साहित्य की देन मानी जा सकती है।
कहानी के संदर्भ में विद्वानों ने अलग-अलग परिभाषाएँ दी हैं। उदाहरण के लिए, गुलाबराय ने वर्तमान कहानी को खद्दर का सूट कहा है। इसका मतलब है कि कहानी की सामग्री तो देशी है लेकिन उसकी कांट-छांट विलायती ढंग की है।
(i) डॉ. श्यामसुन्दर दास कहते हैं, “आण्यनिका का निश्चित लक्ष्य या प्रवाह को लेकर किया गया नाटकीय आख्यान
(ii) प्रेमचन्द के अनुसार, “गल्प एक ऐसी रचना है जिसमें जीवन के किसी अंग या किसी एक मनोभाव को प्रदर्शित करना ही लेखक का उद्देश्य होता है। “
(iii) अज्ञेय के अनुसार, “छोटी कहानी सूक्ष्मदर्शन यंत्र है जिसके नीचे मानवीय अस्तित्व के दृश्य खुलते हैं।”
(iv) हेनरी हडसन के अनुसार, “कहानी कला का एक खण्ड है और उसके मूल्यांकन का आधार उद्देश्य तथा प्रभाव की एकता है। “
(v) ब्रेडर मैथ्यू के अनुसार, “कहानी एक पात्र की घटना से सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियों का चित्रण करती हैं । “
(vi) लेम्स लिन के अनुसार, “कहानी एक प्रमुख पात्र के जीवन में संक्षिप्त तथा नाटकीय परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करती है।”
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