शहरीकरण की प्रक्रिया में व्यवसायी वर्ग, मध्यम वर्ग एवं मजदूर वर्ग की भूमिका की चर्चा करें।

शहरीकरण की प्रक्रिया में व्यवसायी वर्ग, मध्यम वर्ग एवं मजदूर वर्ग की भूमिका की चर्चा करें।

उत्तर ⇒ शहरीकरण की प्रक्रिया से समाज में विभिन्न वर्गों का अस्तित्व आया। शहरीकरण की प्रक्रिया में इन वर्गों की भूमिका क्रमानुसार इस प्रकार है

व्यवसायी वर्ग – शहरीकरण की प्रक्रिया के कारण व्यापार तथा वाणिज्य का विकास हुआ। नये-नये व्यवसायों के कारण विभिन्न व्यवसायी वर्ग का उदय हुआ चुकी व्यापार शहरों में ही होते थे इसलिए शहरों में ही विभिन्न व्यवसायी वर्ग अस्तित्व में आए। शहरों में यह व्यवसायी वर्ग एक नये सामाजिक शक्ति के रूप में उभरकर आए।

मध्यम वर्ग – शहरीकरण के परिणामस्वरूप समाज के एक नये वर्ग मध्यम वर्ग का उदय हुआ। यह एक शिक्षित वर्ग था जो विभिन्न पेशों में रहकर भी औसतन एक समान आय प्राप्त करने वाला वर्ग के रूप में उभरकर सामने आया एवं बुद्धिजीवी वर्ग कहलाया। यह मध्यम वर्ग शहरों में विभिन्न रूपों में कार्यरत जैसे-शिक्षक, वकील, चिकित्सक, इंजीनियर, क्लर्क, एकाउंटेंट्स आदि। समाज पर इनका व्यापक प्रभाव था। ये राजनीतिक आदोलन में भाग लेते थे एवं इसे नेतृत्व भी प्रदान करते थे।

मजदूर वर्ग – शहरीकरण की प्रक्रिया ने समाज में जहाँ एक ओर पूँजीपति वर्ग को जन्म दिया वहीं दूसरी ओर प्रमिक या मजदूर वर्ग को भी। कारखानेदारी प्रथा से शहरों में श्रमिक वर्ग का भी उदय और विकास हुआ। ये मजदूर वर्ग संगठित होकर अपना संगठन बनाये तथा अपनी मांगों के समर्थन में समय-समय पर हड़ताल भी किए। इस प्रकार हड़ताल और श्रमिक आंदोलन आधुनिक शहरों की विशेषता बन गई।

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