CTET पेपर – I, कक्षा I-V 5 जनवरी, 2022
CTET पेपर – I, कक्षा I-V 5 जनवरी, 2022
भाग-I: बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र
1. अभिकथन (A) : बच्चों के शारीरिक विकास में देरी के लिए पूरी तरह से उनकी आनुवंशिक बनावट को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
कारण (R) : बच्चों के शारीरिक विकास के लिए वंशानुगत कारक ही उत्तरदायी होते।
सही विकल्प चुनें।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R) सही व्याख्या करता है (A) की।
(2) (A) और (R) दोनों सही है, लेकिन (R) सही व्याख्या नहीं है (A) की।
(3) (A) सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A) और (R) दोनों गलत है।
2. निम्नलिखित में से कौन-सा सूक्ष्म कौशल के उपयोग का एक उदाहरण है?
(1) दौड़ना
(2) चलना
(3) घसीटकर लिखना
(4) कूदना
3. इनमें से कौन-सा बच्चा मध्य बाल्यावस्था में होगा ?
(1) एक बच्चा जो सामाजिक भूमिकाओं की नकल करना शुरू कर रहा है। काल्पनिक खेल के दौरान।
(2) एक बच्चा जिसमें नियमों के अर्थ की समझ विकसित कर ली है और तर्क कर सकता है।
(3) एक बच्चा जो संभावित कारणों की परिकल्पना कर सकता है और तदनुसार जटिल प्रयोगों की योजना बना सकता है।
(4) एक बच्चा जो अभी स्थूल कौशल दिखाना शुरू कर रहा है जैसे कि एक पेंसिल और ऐसी अन्य वस्तुओं को पकड़ना।
4. फिल्मों और विज्ञापनों से व्यवहार के जेंडर उपयुक्त तरीकों के बारे में बहुत संकेत मिलते हैं। यह समाजीकरण की ……. संस्था के रूप में …….. की भूमिका पर प्रकाश डालता है।
(1) मीडिया; प्राथमिक
(2) मीडिया; द्वितीयक
(3) स्कूल; प्राथमिक
(4) स्कूल; द्वितीयक
5. पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था में कौन-सी संज्ञानात्मक क्षमता आती है?
(1) अमूर्त सोच की क्षमता
(2) लक्ष्य निर्देशित व्यवहार की क्षमता
(3) दूसरे का नजरिया लेने की क्षमता
(4) परिकल्पनात्मक निगमनात्मक सोच की क्षमता
6. पियाजे के अनुसार एक शिक्षक का …….. और ……. होना बहुत जरूरी है।
(1) गतिशील; लचीला
(2) संरचित; अनम्य
(3) सहानूभूतिपूर्ण; पारदर्शी
(4) यांत्रिक; व्यवहारवादी
7. लेव वायगोत्स्की के विचार में-
(1) संज्ञान भाषा से स्वतंत्र है।
(2) संज्ञानात्मक विकास भाषा के विकास को निर्देशित करता है।
(3) भाषा संज्ञानात्मक विकास को सुगम बनाती है।
(4) संज्ञानात्मक विकास, भाषा के विकास से संबंधित नहीं है।
8. लेव वायगोत्स्की के अनुसार निम्नलिखित में से कौन-से कारक बच्चों के संज्ञानात्मक विकास को सुगम बनाते हैं?
(i) सांस्कृतिक उपकरण
(ii) सामाजिक संपर्क
(iii) संतुलन
(iv) पुरस्कार
सही विकल्प का चयन करें।
(1) (iii), (iv)
(2) (ii), (iii)
(3) (i), (ii)
(4) (i), (iii)
9. एक बाल-केन्द्रित कक्षा में अधिगम-
(1) उद्दीपन-प्रतिक्रिया संघों के युग्म द्वारा होता है।
(2) पुरस्कार और दंड पर निर्भर है।
(3) शिक्षक और छात्रों द्वारा सह-निर्मित है।
(4) पूरी तरह से शिक्षक पर निर्भर है और छात्रों की भूमिका निष्क्रिय है।
10. लास्स कोहलबर्ग के नैतिक विकास के सिद्धांत के किस चरण में बच्चे दूसरों के इरादों की उपेक्षा करता है और इसके बजाय अधिकार और नकारात्मक परिणामों के डर पर ध्यान केंद्रित करते हैं?
(1) सजा और आज्ञाकारिता अभिविन्यास
(2) अच्छा लड़का- अच्छी लड़की अभिविन्यास
(3) कानून और व्यवस्था अभिविन्यास
(4) सामाजिक अनुबंध अभिविन्यास
11. हावर्ड गार्डनर के सिद्धांत में सोच को व्यक्त करने के लिए धाराप्रवाह और लचीले ढंग से भाषा का उपयोग करने की क्षमता ……. बुद्धि की विशेषता है।
(1) भाषाई
(2) प्रकृतिवादी
(3) स्थानिक
(4) अंत: वैयक्तिक
12. निम्नलिखित में से कौन-सी रणनीति कक्षा में व्यक्तिगत मतभेदों को पूरा करने के लिए प्रभावी नहीं है?
(1) अपने मौखिक गैर-मौखिक संचार पर विचार
(2) मतभेदों को पहचानें और सम्मान करें
(3) विविध शैक्षिणिक मतभेदों का प्रयोग करें
(4) छात्रों में कमियों को पहचानें और उन्हें ठीक करें
13. चार साल राहुल को एक गुड़िया उपहार में मिलने पर वह बोला- “मैं इसका क्या करूँगा! लड़के गुड़ियों से नहीं खेलते।” यह क्या दर्शाता है ?
(1) जेंडर प्रासंगिकता
(2) जेंडर पक्षपात
(3) जेंडर रूढ़िवादिता
(4) जेंडर समता
14. ‘सीखने के आकलन के बजाय ‘सीखने के लिए आकलन’ सुनिश्चित करने के लिए एक शिक्षक को चाहिए कि वह –
(1) शिक्षार्थियों की केवल संज्ञानात्मक क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करें।
(2) शिक्षण-अधिगम की दैनिक प्रक्रिया में आकलन को शामिल करें।
(3) सीधे निर्देश की विधि द्वारा ही शिक्षण को करें।
(4) प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने के लिए बच्चों के बीच तुलना पर जोर दें।
15. किस तरह के प्रश्न पूछकर बच्चों में समालोचनात्मक सोच को बढ़ावा दिया जा सकता है?
(1) वन अधिकार अधिनियम किस वर्ष पारित किया गया था?
(2) त्रिभुज के तीनों कोणों का योग क्या होता है ?
(3) पृथ्वी के वायुमंडल की विभिन्न परतों के नाम लिखिए।
(4) बीजों के अंकुरण के लिए हवा की आवश्यकता होती है, सिद्ध करने के लिए एक प्रयोग की रूपरेखा तैयार कीजिए।
16. एक समावेशी व्यवस्था में कौन किसकी जरूरतों के अनुसार यथोचित संयोजन करता है?
(1) अभिभावक, स्कूल की जरूरतों के अनुसार
(2) स्कूल, छात्र की जरूरतों के अनुसार
(3) छात्र, स्कूल की ज़रूरतों के अनुसार
(4) छात्र, शिक्षक की जरूरतों के अनुसार
17. वो छात्र जिन्हें ………. है उन्हें पाठ पढ़ने और लंबे अंशों के समझने में लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?
(1) प्रमस्तिष्कीय घात
(2) गुणज वैफल्य
(3) पठन वैफल्य
(4) मनोगतिक दिव्यांगता
18. सुविधाहीन और वंचित समूहों के शिक्षार्थियों को संबोधित करने के लिए, एक शिक्षक का क्या करना चाहिए?
(1) सभी छात्रों में अपनेपन की भावना को बढ़ावा देना चाहिए।
(2) छात्रों की कमजोरी को सबके सामने उजागर करना चाहिए।
(3) इन छात्रों को एक अलग संकाय ही में पढ़ाना चाहिए।
(4) सभी छात्रों के लिए मानकीकृत पाठ्यक्रम का प्रयोग करना चाहिए।
19. विविध आवश्कताओं वाले शिक्षार्थियों वाली कक्षा में शिक्षक को निम्नलिखित के लिए विकल्प उपलब्ध नहीं करने चाहिए।
(1) सामग्री का प्रस्तुतीकरण
(2) संचार और अभिव्यक्ति
(3) सूचना के दृष्टिकोण
(4) शिक्षार्थियों के बारे में रूढ़िवादिता
20. दिव्यांग छात्रों की शिक्षा के संदर्भ में निम्नलिखित में से किस प्रावधान को राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 द्वारा बढ़ावा नहीं दिया गया है ?
(1) उपयुक्त आधारभूत ढाँचा
(2) प्रत्येक विद्यार्थी के लिए एक शिक्षा और निजी शिक्षक
(3) अनिवार्य विशेष शिक्षा
(4) उपर्युक्त तकनीकी सुविधाएँ
21. बच्चे किस प्रकार सीखते हैं?
(i) पढ़कर
(ii) सुनकर
(iii) देखकर
(iv) क्रिया करके
सही विकल्प का चयन कीजिए।
(1) (i), (ii)
(2) (i), (ii), (iii)
(3) (i), (iii), (iv)
(4) (i), (ii), (iii), (iv)
22. अभिकथन (A) : यह महत्वपूर्ण है कि विद्यार्थियों को अपने स्वयं के अधिगम पर कुछ नियंत्रण करने की अनुमति दी जाए।
तर्क (R) : अपने अधिगम पर नियंत्रण रखने से विद्यार्थियों को यह निर्णय लेने में मदद मिलती है की क्या सीखना है और कैसे।
सही विकल्प चुनें।
(1) (A) और (R) दोनों सही है और (R) सही व्याख्या करता है (A) की।
(2) (A) और (R) दोनों सही है, लेकिन (R) सही व्याख्या नहीं है (A) की ।
(3) (A) सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A) और (R) दोनों गलत है।
23. एक शिक्षक को उन गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहिए, जो …….. हो ।
(1) अस्पष्ट
(2) सांस्कृतिक रूप से उपयुक्त
(3) अत्यंत जटिल
(4) अर्थहीन
24. एक शिक्षक जो ऐसी गतिविधियों की रूपरेखा तैयार करनी चाहिए जो …….. को बढ़ावा दे।
(1) निराशा
(2) अभिसारी उत्तर
(3) अपसारी सोच
(4) मात्र रटना
25. समकालीन सिद्धांतकारों के अनुसार, सीखना प्राथमिक रूप से एक ………. गतिविधि है।
(1) यांत्रिक
(2) व्यवहारवादी
(3) निष्क्रिय
(4) सामाजिक
26. अभिकथन (A) : एक शिक्षक के छात्रों के बीच समस्या समाधान रणनीतियों के विकास की सुविधा प्रदान करनी चाहिए ।
कारण (R) : समस्या समाधान की रणनीतियाँ, अधिगम में सुधार करती हैं और समालोचनात्मक चिंतन को बढ़ाती है।
सही विकल्प का चयन कीजिए
(1) (A) और (R) दोनों सही है और (R) सही व्याख्या करता है (A) की।
(2) (A) और (R) दोनों सही है, लेकिन (R) सही व्याख्या नहीं है (A) की।
(3) (A) सही है, लेकिन (R) गलत है।
(4) (A) और (R) दोनों गलत है।
27. छात्रों के बीच भ्रांतियों को ……… महत्वपूर्ण है।
(1) निर्मित करना
(2) पहचानना
(3) अनदेखा करना
(4) प्रचारित करना
28. छात्रों में भय का भावः
(1) अधिगम में काफी सुधार करता है
(2) अधिगम के लिए हानिकारक है।
(3) अधिगम के लिए आवश्यक है
(4) अधिगम पर कोई प्रभाव नहीं डालता है।
29. निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प छात्रों को महारत हासिल करने हेतु सीखने के लिए प्रेरित करेगा?
(1) योग्यता की चाह
(2) प्रसिद्धि की चाह
(3) धन की चाह
(4) सत्ता की चाह
30. अर्थपूर्ण अधिगम को सुसाध्य करने के लिए एक शिक्षिका को क्या करना चाहिए?
(1) छात्रों के बीच सहयोग को हतोत्साहित करना चाहिए।
(2) छात्रों के बीच प्रतिस्पर्द्धा को प्रोत्साहित करना चाहिए।
(3) विषयवस्तु को रटने पर बढ़ावा देना चाहिए।
(4) संप्रत्ययों की समझ को महत्व देना चाहिए।
भाग-II : गणित
31. 19995 प्राप्त करने के लिए 9599, 5995 और 9995 के योग में से क्या घटाना होगा?.
(1) 5495
(2) 5594
(3) 5954
(4) 5945
32. निम्नलिखित में से कौन संख्या ‘पचपन लाख पचपन हजार पाँच सौ पचपन’ को प्रदर्शित करता है?
(1) 5555555
(2) 550550555
(3) 555555
(4) 55005500555
33. कुसुम अपने मित्रों के साथ शाम को तब खेलने जाती है, जब घड़ी की दोनों सुईयाँ 6 पर होती है। इस समय को एक 24 घंटे वाली घड़ी क्या पढ़ा जा सकता है?
(1) 16:45
(2) 20:15
(3) 18:30
(4) 6:30
34. भिन्नों 3/15 और 7/12 का योग है:
(1) 10/27
(2) 47/60
(3) 35/27
(4) 43/60
35. एक वर्ग की परिसीमा 20 सेमी. है। इसके एक कोने से 1 सेमी. भुजा वाला एक छोटा वर्ग काटा जाता है। नए आकार की परिसीमा में क्या परिवर्तन होगा?
(1) नए आकार की परिसीमा वर्ग की परिसीमा से 2 सेमी. कम होगी।
(2) नए आकार की परिसीमा वर्ग की परिसीमा से 4 सेमी. कम होगी।
(3) नए आकार की परिसीमा वर्ग की परिसीमा के बराबर होगी।
(4) नए आकार की परिसीमा वर्ग की परिसीमा से 2 सेमी. अधिक होगी।
36. पाँच विद्यार्थी अपनी पेंसिलों की लंबाइयाँ रेखनी (स्केल) की मदद से मापते हैं, जिसके परिणाम निम्न प्रकार हैं। 15.5 सेमी., 12 सेमी., 11.8 सेमी., 9.7 सेमी., 7 सेमी.
सभी पेंसिलों की औसत लंबाई क्या है ?
(1) 10.6 सेमी.
(2) 11.4 सेमी.
(3) 10.9 सेमी.
(4) 11.2 सेमी.
37. 2 सेमी. भुजा वाले 18 वर्ग एक करेंसी नोट को पूरा ढक देते हैं। ऐसे 3 नोटों को ढकने के लिए कितने वर्गों की आवश्यकता होगी?
(1) 49
(2) 64
(3) 72
(4) 54
38. चतुर्भुज को पहचानिए ।
मेरी दो सममित रेखाएँ हैं।
मेरी सभी कोण 90° के हैं।
(1) वर्ग
(2) समचतुर्भुज
(3) आयत
(4) समान्तर चतुर्भुज
39. चार रंग नीला, पीला, काला और सफेद की कमीजें क्रमश: 5, 10, 12 और 15 के पैकेटों में उपलब्ध हैं यदि एक दुकानदार को चारों रंगों की कमीजें समान संख्या में खरीदनी हैं, तो उसके द्वारा विभिन्न रंगों के खरीदे जाने वाले पैकटों की न्यूनतम संख्या क्या होगी?
(1) नीला = 4, पीला = 5, काला = 6, सफेद = 12
(2) नीला = 6, पीला = 12, काला = 5, सफेद = 4
(3) नीला = 12, पीला = 6, काला = 5, सफेद = 4
(4) नीला = 5, पीला = 4, काला = 12, सफेद = 6
40. रेणुका ने तय किया वह रस्सी और कील की मदद से मैदान पर एक वृत्त बनाएगी। उसने एक पतली रस्सी ली और उसके दोनों सिरों को एक-एक कील से बाँध दिया। फिर अपने एक मित्र की मदद से वृत्त बनाया। दूी गई परिस्थिति में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?
(1) प्रयोग की गई रस्सी की लम्बाई उस वृत्त की जीवा की लम्बाई के बराबर है।
(2) प्रयोग की गई रस्सी की लम्बाई उस वृत्त के व्यास की लम्बाई के बराबर है।
(3) प्रयोग की गई रस्सी की लम्बाई उस वृत्त की त्रिज्या की लम्बाई के बराबर है।
(4) प्रयोग की गई रस्सी की लम्बाई उस वृत्त की परिधि के बराबर है।
41. 512/3 किग्रा. चीनी से 3/4 किग्रा. के कुल कितने (पूर्ण) पैकेट बनाए जा सकते हैं?
(1) 91
(2) 68
(3) 56
(4) 39
42. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है?
(1) 1 एक अभाज्य संख्या है।
(2) 1 एक भाज्य संख्या है।
(3) 1 एक भाज्य और अभाज्य संख्या दोनों है।
(4) 1 न तो एक अभाज्य संख्या है और न ही एक भाज्य संख्या है।
49. एक त्रिभुज के कोणों का अनुपात 5 : 6 : 7 हैं, सबसे छोटे कोण की माप क्या है?
(1) 45°
(2) 50°
(3) 60°
(4) 70°
44. बिमल अपने जन्मदिन पर कैन्डी का एक पैकेट लाया। उसने एक-तिहाई जॉन को, एक चौथाई राधा को, 1/5 भाग सुषमिता को और एक 1/6 भाग मीकू को दिया।
बची हुई 6 कैन्डियाँ उसने स्वयं खा ली। पैकेट में कितने कैन्डी थीं?
(1) 100
(2) 120
(3) 128
(4) 142
45. बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित सात क्रमागत सम संख्याओं का योग 98 है। इस क्रम की तीसरी संख्या क्या है?
(1) 12
(2) 14
(3) 16
(4) 18
46. शुरूआती प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों को संख्याओं के शिक्षण के संदर्भ में निम्नलिखित तीन कथन दिए गए हैं :
(a) विद्यार्थियों की वस्तुओं की संख्या एवं उनकी राशियों के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित करना जब वे उनके लिए अर्थपूर्ण हों ।
(b) अंकों के नामों को याद करके गिनती सीखने के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना।
(c) विद्यार्थियों को चल वस्तुओं से सम्मुचय बनाने के लिए प्रोत्साहित करना ।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा कथन सही है ?
(1) (a) और (c)
(2) केवल (b)
(3) (b) और (c)
(4) (a) और (b)
47. निम्नलिखित में से कौन-सा वैन हैले के अनुसार ज्यामितीय विवेचन के स्तरों के सही क्रम को निरूपित करता है?
(1) दृश्यीकरण → संबंध पहचानना → निगमन → विश्लेषण → स्वयंसिद्ध
(2) संबंध पहचानना → दृश्यीकरण → विश्लेषण → स्वयंसिद्ध → निगमन
(3) दृश्यीकरण → विश्लेषण → संबंध पहचानना → निगमन → स्वयंसिद्ध
(4) विश्लेषण → संबंध पहचानना → दृश्यीकरण → निगमन → स्वयंसिद्ध
48. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन गणितीय कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं है?
(1) उपर्युक्त गणितीय कार्यों से जब विद्यार्थियों को चुनौती दी जाती है तब प्रायिकता है कि कठिन समस्याओं : से निपटने की उनकी क्षमता में वे आत्म-विश्वासपूर्ण बन जाएँ।
(2) अगर गणितीय कार्य कठिन हैं तो वह विद्यार्थियों को व्यस्त (संलग्न) नहीं रख सकता है।
(3) गणितीय कार्यों को विद्यार्थियों को स्वायत्त अधिगमकर्ता बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
(4) गणितीय कार्यों को समस्या को हल करने के लिए वैकल्पिक मार्गों के अन्वेषण के लिए लचीलापन उपलब्ध कराना चाहिए।
49. निम्नलिखित कथन में कौन-सा कौशल व्यक्त किया गया है जो वस्तुओं के प्रमात्रीकरण को समझने के लिए बच्चे की सहायता करेगा? बच्चों मनोगत दो में एक, तीन में दो, चार में तीन, पाँच में चार आदि इत्यादि सम्मिलित करता है।
(1) समानता
(2) पदानुक्रमिक समावेशन
(3) उत्क्रम प्रतिलोम संरक्षण
(4) प्रसामान्यीकरण (नॉर्मलाईजेशन)
50. प्राथमिक गणित कक्षा में भिन्नों की अवधारणा के परिचय के लिए निम्नलिखित रणनीतियों में से कौन-सी अति उपयुक्त है?
(1) विद्यार्थियों के समक्ष भिन्नों पर इबारती सवाल (शब्द समस्या) रखना
(2) 1/2 और 1/4 को निरूपित करने के लिए चित्रों के चार्ट को दिखाना।
(3) संख्या रेखा पर एक भिन्न को निरूपित करना
(4) कागज मोड़ने के क्रियाकलापों को सममित आयताकार पट्टियों एवं वृत्तीय / वृत्ताकार कट-आउट के साथ करना।
51. दिए गए दो कथनों को अभिकथन (A) और कारण (R) की तरह चिन्हित किया गया है।
अभिकथन (A) : प्राथमिक विद्यालय में गणित पाठ्यचर्चा को मूर्त से अमूर्त की ओर बढ़ना चाहिए।
कारण (R) : प्राथमिक कक्षा के विद्यार्थी बिना चिंतन/सोच गणित करना आरंभ कर देते हैं।
सही विकल्प का चयन कीजिए
(1) (A) और (R) दोनों सही है और (R) सही कारण है (A) का।
(2) (A) और (R) दोनों सही है, परंतु (R) सही कारण नहीं है (A) का।
(3) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(4) (A) गलत है परंतु (R) सही है।
52. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा- 2005 के अनुसार, गणित में कक्षा पर आधारित आकलन के बारे में कौन-सा कथन अति उपयुक्त है?
(1) इसे सिर्फ विद्यार्थियों के मूल्याँकन के लिए ही नहीं करना चाहिए बल्कि प्रतिपुष्टि प्रदान करने एवं शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया को – सुधारने के लिए भी करना चाहिए।
(2) इसे कक्षा में विद्यार्थियों को श्रेणीबद्ध करने के लिए किया जाना चाहिए जोकि विद्यार्थियों को प्रगति करने में सहायता करेगा।
(3) इसे गणितीय निर्देशों का हिस्सा / भाग नहीं होना चाहिए अपितु इसे गणित निर्देशों से पृथक करके किया जाना चाहिए।
(4) स्व आकलन प्राथमिक कक्षाओं में संभव नहीं है ।
53. निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन प्राथमिक स्तर के अधिगमकर्ताओं में गणित अधिगम के बारे में सही है/हैं?
(a) बच्चे विद्यालय में गणित के बारे में कुछ विचारों/मतों के साथ आते हैं।
(b) विद्यालय आने से पहले गणित के. बारे में बच्चों के विचार/मत स्कूली गणित के लिए असंगत होते हैं।
(c) बच्चों में दिक्स्थान संबंधित समझ केवल ज्यामिति के अध्ययन के दौरान विकसित होती है।
(d) प्राथमिक कक्षाओं के बच्चे अपने परिवेश में आकृतियों को पहचानने में सक्षम होते हैं।
सही विकल्प का चयन कीजिए।
(1) (a) और (d)
(2) केवल (b)
(3) (b) केवल (c)
(4) (a), (c) और (d)
54. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 के अनुसार, गणित पाठ्यचर्या का / के महत्वपूर्ण लक्षण है / हैं।
(a) इसे महत्वाकांक्षी एवं सुसंगत होना चाहिए।
(b) इसे क्रिया-कलाप / गतिविधियों पर केंन्द्रित होना चाहिए |
(c) इसमें अधिक संख्या में योगात्मक आकलन को सम्मिलित करना चाहिए ।
(d) इसे समझ / बोध से अधिक (से ऊपर) क्रिया-विधियों और सूत्रों के ज्ञान पर बल देना चाहिए।
सही विकल्प का चयन कीजिए।
(1) (a) और (c)
(2) केवल (b)
(3) (a) और (b)
(4) (c) और (d)
55. गणित में विद्यार्थी-केंद्रित कक्षा का अति उपयुक्त उदाहरण है :
(1) अभ्यास के लिए कक्षा में प्रत्येक विद्यार्थी को अनेक प्रश्न उपलब्ध कराना।
(2) शिक्षक प्रत्येक विद्यार्थी को श्यामपट्ट पर समस्या को हल करने के लिए कह रहा है।
(3) शिक्षक विद्यार्थियों के निजी/व्यक्तिगत अनुभवों से उनकी गणितीय समझ के निर्माण हेतु, कक्षा में विद्यार्थियों के साथ व्यस्त (संलग्न) है।
(4) शिक्षक श्यामपट्ट पर समस्या को हल कर रहा है और विद्यार्थियों को कलन – विधि समझा रहा है ।
56. निम्नलिखित में से कौन-सा/से प्राथमिक कक्षाओं की गणित पाठ्य पुस्तक के बारे में अति उपयुक्त है?
(a) पाठ्यपुस्तक में दी गई समस्याओं के समाधानों को केवल विशेष युक्तियों के ज्ञान तक सीमित होना चाहिए।
(b) पाठ्यपुस्तक में उपयोग की गई भाषा विद्यार्थियों की रोजमर्रा की भाषा से बहुत अलग नहीं होनी चाहिए।
(c) पुस्तकों में कहानियाँ और दूसरे वृत्तांत सम्मिलित नहीं होने चाहिए, बल्कि अभ्यास के लिए अनेक प्रश्नों को सम्मिलित करना चाहिए।
(1) (a) और (b)
(2) (b) और (c)
(3) केवल (b)
(4) केवल (c)
57. निम्नलिखित में से कौन-सा गणित के शिक्षण एवं अधिगम की प्रक्रिया से संबंधित नहीं है?
(1) अभूर्तन
(2) अन्वेषण
(3) इष्टतमीकरण (ऑप्टिमाइजेशन)
(4) रटकर याद करना
58. निम्नलिखित में से कौन-सा पोल्या के समस्या समाधान के प्रतिरूप (मॉडल) का चरण नहीं है?
(1) समस्या को समझना
(2) कलनविधि को याद करना
(3) योजना की युक्ति निकालना / योजना बनाना
(4) पुनः जाँचना
59. 73 + 35 + 27 की तरह से दी गई तीन संख्याओं का जोड़ / योग करते समय, एक विद्यार्थी निम्नलिखित रूप से परिकलना करता है :
(73 + 35) + 27 = (35 + 73) + 27 = 35 + (73 + 27) = 35 + 100 = 135
विद्यार्थी ने निम्नलिखित में से संख्याओं के जोड़ / योग के कौन-से गुणधर्मों का उपयोग किया है ?
(1) क्रमविनिमेय एवं साहचर्य
(2) क्रमविनिमेय एवं वितरण – नियम
(3) वितरण – नियम एवं तत्समक
(4) तत्समक एवं साहचर्य
60. एक विद्यार्थी गुणन पर समस्या को निम्नलिखित रूप से हल करता है :
35
23
75
विद्यार्थी द्वारा त्रुटि का अति प्रायिक कारण क्या हो सकता है?
(1) विद्यार्थी 10 तक के पहाड़ों को पुनःस्मरण करने में असमर्थ है।
(2) विद्यार्थी ने योग की कलन-विधि को गुणन में अति विस्तारित कर दिया है।
(3) विद्यार्थी योग की कलन-विधि नहीं जानता है।
(4) विद्यार्थी संख्याओं को गुणा करते समय संख्याओं का पुन: समूहीकरण कर पाने में असमर्थ है।
भाग-III: पर्यावरण अध्ययन
61. तरुण भारत संघ एक ऐसी संस्था है, जो जल के संरक्षण के लिए कार्य करती है। इस संस्था के प्रधान निम्न में से एक हैं।
सही विकल्प का चुनाव कीजिए ।
(1) मेधा पाटकर
(2) सुन्दरलाल बहुगुणा
(3) राजिन्द्र सिंह
(4) पी.सी. जोशी
62. भूमिगत जल के स्तर की क्षीणता का मुख्य कारण क्या है?
सही उत्तर का चुनाव कीजिए-
(1) वर्षा का कम होना।
(2) वृक्षों का आवरण कम होना।
(3) सिंचाई हेतु ट्यूब वैल तथा हाथ के पंपों का उपयोग होना।
(4) नदियों का रूख बदल रहा है तथा बाँध बनाए जा रहे हैं।
63. कई स्थानों पर “अम्ल वर्षा” जलीय विविधता को प्रभावित कर रही है। अम्ल वर्षा निम्न में से किन प्रमुख रासायनों के कारण होती है।
(1) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा सल्फ्यूरिक अम्ल
(2) नाइट्रिक अम्ल तथा सल्फ्यूरिक अम्ल
(3) एसिटिक अम्ल तथा सल्फ्यूरिक अम्ल
(4) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा नाइट्रिक अम्ल
64. धरती पर अलवण जल की उपलब्धता बहुत कम है। कुल उपलब्ध अलवण जल की निम्न में से किस में सर्वाधिक प्रतिशत कुल अलवण की मात्रा है?
(1) नदियाँ
(2) झरने
(3) ग्लेशियर / हिमनदी
(4) जल प्रपात
65. निम्न में से जल के विषय में कौन-सा सही नहीं है?
(1) जल एक सार्वभौमिक विलायक है।
(2) इसमें विभिन्न पदार्थों को घोलने कि क्षमता है।
(3) जल का घनत्व 100°C पर सर्वाधिक होता है।
(4) पदार्थ कि तीनों अवस्थाओं में जल विद्यमान होता है।
66. रीता अपने नौकरी वाले माता, पिता, छोटे भाई, दादा, दादी, चाचा एवं उनके परिवार के साथ रहती है। इस प्रकार की परिवार व्यवस्था को कहते हैं
(1) मातृवंश परिवार जिसमें रीता की माता मुखिया हैं ।
(2) पितृवंश परिवार जिसमें रीता के पिता मुखिया हैं।
(3) एकल परिवार जिसमें उसके माता-पिता दोनों काम करते हैं।
(4) संयुक्त परिवार जिसमें परिवार सभी सदस्य एक साथ रहते हैं।
67. पैने, चपटे एवं चौड़े आगे के दाँतों वाले पशुओं की भोजन के लिए प्राथमिकता भिन्न होती है। ये पशु निम्न में से कौन-सी खाद्य संबंधी प्राथमिकता को चुनेंगे-
(1) दूसरे पशुओं का मांस
(2) घास एवं शाक
(3) फल
(4) अनाज
68. जो पौधे खारे जल वाले क्षेत्रों में उगते हैं, उन्हें कहा जाता है-
(1) लवणमृदोद्भिद (हैलोफाइट )
(2) समोद्भिद (मिजोफाइट)
(3) मरुद्भिद (जेरोफाइट
(4) आतपोद्भिद् (हीलियोफाइट)
69. जो रंग- चित्र किसी कथा का चित्रण करते हैं जिनमें केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया जाता है, उस चित्रकला को चित्र काठी कहते हैं। चित्रकला संबंधित है-
(1) महाराष्ट्र
(2) राजस्थान
(3) आन्ध्र प्रदेश
(4) कश्मीर
70. उन आदिवासी वर्गों कि पहचान कीजिए जो हिमाचल प्रदेश, निवासी भारत के मूल निवासी हैं –
(1) संथाली जनजाति
(2) गद्दी जनजाति
(3) गौंड जनजाति
(4) सहारिया जनजाति
71. निम्न में से कौन-सा मिजोरम का सबसे प्राचीन नृत्य रूप है ?
(1) सतरीया नृत्य
(2) रौफ नृत्य
(3) चेराओ नृत्य
(4) गरबा नृत्य
72. भारत का सबसे बड़ा रेल मार्ग कौन सा है?
(1) कश्मीर से बंगलौर
(2) डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी
(3) मिजोरम से गुजरात
(4) महाराष्ट्र से मणिपुर
73. कल्पना चावला, एक भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री का निधन अंतरिक्ष यान में किस वर्ष में हुआ था?
(1) 2000
(2) 1998
(3) 2006
(4) 2003
74. पक्षी विभिन्न प्रकार के घोंसले बनाते हैं तथा घोंसले बनाने के लिए विभिन्न स्थानों का चुनाव करते हैं। निम्न में से कौन से पक्षी पेड़ के तनों में अपने घोंसले बनाते हैं?
(1) कौवे
(2) बसंतगौरी (बारबेट)
(3) शकरखोरा ( सनबर्ड)
(4) दर्जिन
75. वैश्विक महामारी के समय में डॉक्टरों ने विटामिन ‘सी’ से भरपूर भ करने कि मात्रा को बढ़ाने के लिए कहा। क्योंकि-
(1) यह दृष्टि वर्णक के निर्माण के लिए आवश्यक है।
(2) यह दांतों एवं अस्थियों को स्वस्थ रखता है।
(3) इससे भूख बढ़ती है।
(4) यह संक्रमण के विरुद्ध लड़ने की ताकत प्रदान करता है।
76. “जो भोजन हम खाते हैं, उसका शरीर के अंदर क्या होता है?” कक्षा V के विद्यार्थियों से इस विषय पर चर्चा करने के लिए शिक्षक ने कहा। शिक्षक का उद्देश्य क्या है?
(1) पाचन क्रिया / वैज्ञानिक प्रत्ययों के विषय में विद्यार्थियों की कल्पनाशीलता का विकास करना।
(2) प्रश्न के सही उत्तर प्रतिपादित करने विद्यार्थियों कि मदद करना ।
(3) विद्यार्थियों के अंतःबोधीय विचारों का अन्वेषण करना
(4) उपर्युक्त सभी
77. कक्षा IV के अध्यापक अयान एक संग्रहालय की यात्रा का आयोजन करते हैं। इस क्षेत्र भ्रमण से कौन से प्रक्रियात्मक कौशलों को प्रोत्साहन मिलेगा?
(1) वर्गीकरण एवं प्रयोग करना ।
(2) संप्रेषण एवं चरों की पहचान।
(3) अवलोकन तथा मॉडलों का निर्माण।
(4) नक्शा बनाना एवं मापन करना।
78. जल में वस्तुओं की घुलनशीलता का अवलोकन करने के एक क्रिया-कलाप ई.वी.एस. की अध्यापिका मीरा अपने छात्रों से चीनी, नमक, निम्बू का रस, हल्दी, आटा आदि लाने के लिए कहती है। छात्रों से यह सब चीजें ले कर आने के लिए कहने का सर्वोत्तम कारण क्या है?
A. प्राइमरी स्कूलों में कोई प्रयोगशाला अथवा सामान उपलब्ध नहीं है।
B. छात्रों के सीखने कि क्रिया में परिवारों को शामिल करने कि आवश्यकता।
C. छात्रों को सम्मिलित करना जिससे उनके ज्ञान का निर्माण आसानी से हो सके।
D. छात्र अपने स्थानीय ज्ञान को स्कूल के ज्ञान से संबंधित कर सके।
(1) केवल C और D
(2) A, B और C
(3) B, C और D
(4) केवल B और C
79. निम्न में से कौन-सा प्राथमिक स्तर पर ई.वी.एस. का एक थीम है?
(1) पदार्थ
(2) हम चीजें कैसे बनाते हैं और करते हैं।
(3) प्राकृतिक संसाधन
(4) भोजन का संरक्षण
80. प्राथमिक स्तर के ई.वी.एस. के पाठ्यचर्या के अनुसार विद्यार्थियों को हमारे देश के कुछ सामाजिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाया जाता है। पहचान करें कि निम्न में से किन सामाजिक मुद्दों को पाठ्यचर्या में लिया गया है
(1) बाल मजदूरी एवं वर्ग असमानतायें
(2) जाति भेद-भाव एवं दहेज प्रथा
(3) बाल मजदूरी एवं घरेलु हिंसा
(4) जाति भेद भाव एवं घरेलु हिसा
81. निम्न में से प्राथमिक स्तर पर ई.वी.एस. की पाठ्य पुस्तकों की सबसे उपयुक्त विशेषता क्या है?
(1) विषयवस्तु के माध्यम बहुत सी जानकारी दी गई है।
(2) समाज में उपस्थित रूढ़िवादी धारणाओं एवं पूर्वाग्रहों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है।
(3) रटने द्वारा सीखने को सचेतन रूप से हतोत्साहित करने का प्रयास गया गया है।
(4) सीखने-सिखाने के साधन के रूप में केवल पाठ्य पुस्तक का उपयोग ही शिक्षकों द्वारा होता है।
82. ई. वी. एस. की पाठ्य पुस्तकों में कहानियों का वर्णन का उपयोग करने का सबसे उपयुक्त कारण निम्न में से कौन-सा है?
(1) कहानी अथवा वर्णन में पात्रों के साथ विद्यार्थी आसानी से तदानुभूति का अनुभव कर सकते हैं।
(2) विद्यार्थियों को स्वयं कहानियों एवं वर्णनों को पढ़ने में आनंद आता है।
(3) कहानियों एवं वर्णनों के माध्यम से शिक्षकों को पाठ संपादित करना आसान लगता है।
(4) शिक्षक विषय वस्तु को आसानी से नाटक या भूमिका में रूपांतरित कर सकते हैं।
83. निम्न में से किस आवृत्ति का मूल्यांकन ई.वी.एस. के सीखने- सीखाने के लिए उपयुक्त है?
(1) प्रतिदिन
(2) प्रतिमाह
(3) छ: महीने में
(4) वर्ष के अंत में
84. एक ई. बी. एस. की अध्यापिका मीरा को शांत कक्षा पसंद है तथा वह अपने विद्यार्थियों को कहती है कि वे बैठकर अपने अपना कार्य करें। उसके विद्यार्थी निम्न में से वंचित रहेंगे?
(1) बहु बुद्धि
(2) अवलोकन से सीखना
(3) व्यक्तिगत सीखना
(4) सहपाठी द्वारा सीखना
85. शिक्षक द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए निम्न में से कौन सी युक्ति / युक्तियाँ विद्यार्थियों के आकलन के लिए सही है?
A. उत्तरों का मूल्यांकन सही या गलत के रूप में उनके अंक संख्यात्मक हों।
B. उत्तरों में छात्रों के मूल विचारों का मूल्यांकन गुणात्मक हो।
C. छात्रों के अनुभवों का मूल्यांकन गुणात्मक हो।
(1) A तथा B
(2) A तथा C
(3) B तथा C
(4) A, B तथा C
86. ‘भोजन विषय पढ़ते हुए सुनीता, एक पर्यावरण अध्यापिका की निम्नलिखित में से कौन सी युक्ति छात्रों में अन्वेषण प्रवृत्ति को बढ़ावा देगी –
(1) “अच्छा स्वास्थ बनाए रखने के लिए छात्र क्या खायें” इसके लिए अनुदेशन
(2) छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों के भोजन पदार्थों के चित्रों का संग्रह करने के लिए कहना
(3) भोजन के विभिन्न स्रोतों के चित्र दिखाना
(4) छात्रों के परिवार व समुदाय के सदस्यों से भोजन की विविधता कि पसंद-नापसंद पर चर्चा के लिए प्रेरित करना
87. रोनाल्ड रॉस की कहानी को पर्यावरण अध्ययन की पाठ्य पुस्तकों में स्थान दिया गया है। इसे स्थान देने का उद्देश्य है –
A. विद्यार्थियों को खोज के लिए प्रेरित करना।
B. विद्यार्थियों को मलेरिया और मच्छर में संबंध जोड़ने में सहायता करना ।
C. वैज्ञानिक कैसे कार्य करते हैं को दृष्टिगत करना
(1) केवल C
(2) B और C
(3) A और C
(4) A, B और C
88. निम्नलिखित वाक्यों में से इकाई योजना के लिए सबसे उचित विशेषता पहचानिये-
(1) यह पाठ के दस से अधिक पाठ योजना का संकलन है।
(2) प्रत्येक पाठ के लिए सीखने-सिखाने की क्रियाकलापों का ब्यौरा है।
(3) यह विषय-वस्तु के बड़े भाग कि गहन योजना है।
(4) आदर्श रूप में, यह दस से अधिक पाठ योजना का संकलन है।
89. निम्नलिखित में से कौन-सी युक्ति भाषा सीखने में कठिनाइयों वाले विद्यार्थियों को पर्यावरण अध्ययन सीखने के लिए सबसे उचित है-
(1) उन्हें स्पर्शीय स्वरूप में या बड़े-बड़े अक्षर में अंकित शिक्षण सामग्री दी जाए।
(2) अवधारणाओं कि व्याख्या बड़े-बड़े चित्रों, ठोस वस्तुओं और क्रियाकलापों के साथ कि जाए।
(3) श्रवण सामग्री के रूप में पाठ्य विषय-वस्तु देना ।
(4) विद्यार्थी को कक्षा में प्रथम पंक्ति में बैठाने का प्रबंध किया जाए।
90. थीम यात्रा में बछेन्द्रीपाल के पर्वतारोहण के अनुभवों के वर्णन को सम्मिलित किया गया है। इन्हें सम्मिलित करने के क्या कारण हो सकते हैं?
A. यह अध्याय लिंग रूढ़िवादता के प्रति चुनौती है।
B. यह अध्याय पर्वतों कि ऊँची चोटियों को मापने पहुँचने में आई चुनौतियों का वर्णन करता है।
C. यह अध्याय सामूहिक (team) कार्य के महत्व कि व्याख्या करता है।
D. यह अध्याय एक अनुकरणीय आदर्श को प्रस्तुत करता है।
(1) A, B, C और D
(2) केवल A
(3) A और B
(4) A, B और D
भाग-IV: LANGUAGE-I (ENGLISH)
91. Choose the correct option: The author underlines the importance of home because it
A. gives shelter to our families.
B. adds to our happiness.
C. provides us with opportunities to grow.
D. strengthen the bonds between family members.
(1) A and D
(2) B and C
(3) A and C
(4) C and D
92. The green-backed firecrowned hummingbirds of Chile uses certain moss species because
(1) they lend strength to the nest.
(2) their peculiar smell keeps predators at bay.
(3) they are easily available.
(4) they provide protection from disease carrying.
93. Which of the following is not correct according to the passage?
(1) Birds fly miles to find twigs to build their homes.
(2) They make platforms by interlocking branches.
(3) they dig deep into the earth to make burrows.
(4) Breeding birds are not affected by climate change.
94. The weaver bird’s nest is a marvel of architectural beauty because
(1) its hanging nest contains chambers, doorways and corridors.
(2) it has incredible beautiful geometry frames.
(3) its delicate, shimmering silks are a delight to watch.
(4) it can withstand the worst weather conditions.
95. Which paragraph deals with human activities that are posing a threat to birds and animals?
(1) Para 2
(2) Para 4
(3) Para 1
(4) Para 3
96. Which of the following words is similar in meaning to the word, ‘crucial’ as used in para 2 of the passage ?
(1) dependable
(2) comfortable
(3) vital
(4) monumental
97. Which of the following words is the most opposite in meaning to the word, ‘marvellous’ as used in para 4 of the passage ?
(1) intriguing
(2) disgusting
(3) ordinary
(4) crucial
98. Which part of speech is the underlined word in the following sentence ?
A home provides a sheltering base for our families.
(1) adverb
(2) conjunction
(3) noun
(4) determiner
99. Which part of the following sentence contains an error ?
Wait here until I do not return
(a) (b) (c)
from office.
(d)
(1) (d)
(2) (c)
(3) (a)
(4) (b)
100. The spider is very eager to invite the fly to his home because he wants to
(1) show her the architectural beauty of his home.
(2) trap her into the web and gobble her up.
(3) show her many pretty things in his possession.
(4) make her envious of his beautiful home.
101. The spider can be compared to a
(1) clever business man
(2) greedy dog
(3) crafty person
(4) heartless hunter
102. What prompts the fly to say an emphatic ‘no’ to the spider’s proposal ?
(1) Her innate wisdom.
(2) The instinctive fear of spiders.
(3) Her friend’s warning against the spiders.
(4) Her personal experience.
103. The central idea of the extract is
(1) Spiders are ugly, scary creatures.
(2) Beware of honey-tongued people.
(3) One should not miss opportunities to see beautiful things.
(4) We should not be cynical about everything.
104. The word, ‘parlour’ in the line, “Will you walk into my parlour?” is an example of
(1) a metaphor
(2) euphemism
(3) a hyperbole
(4) a simile
105. Which literary device has been used in the words, “O no, no,”
(1) Assonance
(2) Pun
(3) Simile
(4) Repetition
106. What is mother tongue based multiligualism ?
(1) Starting one’s schooling in the mother tongue and move on to add many languages.
(2) Starting one’s schooling in the mother tongue and move on to English as the medium.
(3) Learning in mother tongue medium and learning English as a language.
(4) Learning as many languages as possible during the primary years of schooling
107. A teacher of class V conducts a dictation activity with five sentence of five or six words. She reads out the sentences two times and asks her learners to listen carefully and write the sentences as dictated. What approach to listening does the teacher want to adopt here?
(1) Top down approach
(2) Communicative approach
(3) Bottom up approach
(4) Dictation approach
108. A teacher gives a set of ten words to different groups in her class. She asks them to find words which can befriend the word and can have prefixes and suffixes to make a new word. What is this known as?
(1) Word web
(2) Thematic vocabulary
(3) Collocation
(4) Word chunks
109. What is a ‘Dialect”?
(1) Speech characteristics of a region or a social group.
(2) Language used by people of a particular region in writing.
(3) Speech characteristic of people belonging to particular job.
(4) Language used by people in power.
110. A teacher conducts group work, pair work and role play in the classroom and observes learners for assessement? What are these assessment activities known as ?
(1) Speaking Assessment.
(2) Classroom Assessment
(3) Formative Assessment
(4) Summative Assessment
111. A teacher writes the names of the objects in the classroom on the objects in the languages of learners, in English and in another language known to learners. What does the teacher try to do here?
(1) Introducing the letter of the alphabets to learners.
(2) Creating language awareness among learners.
(3) Develop an understanding for script awareness among learners.
(4) Creating language rich environment in the classroom.
112. What is Translanguaging’ ?
(1) Teaching many languages in language classroom.
(2) Moving from one language to another for teachinglearning of content subjects.
(3) Using many languages while speaking and in teaching-learning in classroom.
(4) Teaching all contents as well as languages in one language.
113. Authenticity’ of a text refers to ……..
(1) texts developed by textbook authors keeping in view of the level of learners.
(2) origin of the text from a context and natural language use..
(3) text by authority in the language.
(4) translation by textbook writers from another language.
114. Which approach to writing enables learners to undergo stages to do a good write up?
(1) Descriptive writing
(2) Process approach to writing
(3) Product approach to writing
(4) Institutional writing
115. Grammar learning is….
(1) learning the rules of grammar.
(2) learning the rules first and be able to use later.
(3) learning from meaning to use the form in contexts.
(4) finding errors in a written and spoken language.
116. Errors ……
(1) are indications of learning.
(2) hamper language learning.
(3) are to be corrected then and there.
(4) should be avoided by noticing them.
117. Words which we recognize when hear and read are known as ……
(1) Productive vocabulary
(2) Words in contexts
(3) Internal vocabulary
(4) Receptive vocabulary
118. which one of the following is NOT an objective of teaching reading ?
(1) Connect the ideas of the text with one’s previous knowledge.
(2) Make meaning of words, phrases and language chunks.
(3) Learners infer meaning while reading a text.
(4) Decoding of the text, the words and phrases.
119. When learners come to school English or other language for the first time they come with their mother tongue. How does a teacher in her class use the mother tongues of learners ?
(1) Teacher should begin with the common language of the class and let learners use their language.
(2) Teacher should use only English or the other language and should not allow learners to use their mother tongue:
(3) Teacher should freely allow children to use any language they wish to use and she may speak in the common language.
(4) Teacher should speak the language which to attempt to teach her learners, learners will ultimately learn the target language.
120. National Education Policy – 2020 recommends the study of classical languages as
(1) additional option during the middle and secondary stages of schooling.
(2) one of the options under the three language formula.
(3) as additional options during the foundational stages of schooling.
(4) as additional options and as an elective language during the secondary stages of schooling.
भाग-V: भाषा-II (हिन्दी)
121. गद्यांश के अनुसार कुपोषण का मुख्य कारण क्या है?
(1) सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी
(2) पोषक तत्वों का असंतुलन
(3) पोषक तत्वों की अनुपलब्धता
(4) सूक्ष्म पोषक तत्वों के बारे में अज्ञानता
122. कुपोषण की समस्या किन देशों में अधिक है?
(1) विश्व के प्रत्येक देश में
(2) विश्व के विकसित देशों में
(3) विश्व के विकासशील देशों में
(4) विश्व में सिर्फ भारत में
123. फसलों में आयोडीन की कमी का प्रमुख कारण है
(1) खेतों की ऊपरी मिट्टी का बह जाना
(2) खेतों की अंदरूनी मिट्टी का जमा होना।
(3) फसलों पर आयोडीन का छिड़काव न करना।
(4) पेड़-पौधों द्वारा आयोडीन का अधिक उपयोग करना
124. कौन सा कथन सही नहीं है?
(1) आयोडीन की कमी से सामाजिक समस्याएँ भी होती हैं।
(2) वनों की कटाई जैसी स्थिति आयोडीन को बहा देती है।
(3) नदियों के मार्ग बदलने से आयोडीन की मात्रा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
(4) पोषक तत्वों की कमी केवल मनुष्यों में ही पाई जाती है।
125. ‘शैशवावस्था’ का सही संधि-विच्छेद है-
(1) शैशवा + अवस्था
(2) शिशु + अवस्था
(3) शैशव + अवस्था
(4) शिशुवा + अवस्था
126. ‘अपरिवर्तनीय’ का विलोम शब्द है-
(1) परिवर्तनशील
(2) अपरिवर्तनशील
(3) परिवर्तनीय
(4) अपरिवर्तन
127. गद्यांश में किन पोषक तत्वों का उल्लेख हुआ है?
(1) आयोडीन व प्रोटीन
(2) जिंक व आयरन
(3) आयरन व वसा
(4) वसा व फोलिक एसिड
128. गद्यांश के आधार पर आयोडीन की कमी के कारण कौन-सा रोग होता है?
(1) घेंघा
(2) अंधापन
(3) अवसाद
(4) अस्थमा
129. दुनिया की प्रकृति कैसी है?
(1) परिवर्तनशील
(2) धर्मशील
(3) विकासशील
(4) अपरिवर्तनशील
130. आविष्कारों का उद्देश्य क्या है?
(1) मनुष्य शांति और आनंद की अनुभूति कर सके।
(2) मनुष्य भौतिक सुविधाओं का लाभ उठा सकें।
(3) मनुष्य तरह-तरह के पुरस्कार प्राप्त कर सकें।
(4) मनुष्य अपना वर्चस्व स्थापित कर सके।
131. जीवन का मुख्य लक्ष्य क्या होना चाहिए?
(1) सामाजिक प्रतिष्ठा
(2) भौतिक वस्तुओं का निर्माण
(3) शांति और आनंद
(4) निरंतर प्रगति
132. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द भिन्न है?
(1) प्रगति
(2) शांति
(3) विकास
(4) उन्नति
133. लेखक ने ऐसा क्यों कहा है कि जीवन को सफल बनाने की सीढ़ी हमारे भीतर है? क्योंकि-
(1) हमारा अन्तर्मन हमें निरुत्साहित करता रहता है।
(2) हमारा अन्तर्मन हमें प्रोत्साहित करता रहता है।
(3) हमारा अन्तर्मन हमें विचलित करता रहता है।
(4) हमारा अन्तर्मन हमें झकझोरता रहता है।
134. गद्यांश के अनुसार सबसे महत्वपूर्ण तथ्य कौन-सा है?
(1) प्रत्येक व्यक्ति के बारे में जानना ।
(2) अपने परिवार के सदस्यों को जानना।
(3) अपने मित्रों के बारे में जानकारी रखना।
(4) स्वयं की पहचान करना।
135. ‘प्रकृति’ शब्द में कौन-सा प्रत्यय लगाकर नए शब्द की रचना की जा रही है?
(1) इ त
(2) इ क
(3) क
(4) ता
136. भाषा से क्या अभिप्राय है?
(1) भाषा विज्ञान की व्यवस्था है।
(2) व्यवस्थाओं की व्यवस्था है।
(3) विकासात्मक व्याकरणात्मक व्यवस्था है।
(4) अक्षर और ध्वनियाँ हैं।
137. जीवा कुछ विशेष सूचना जानने के लिए ‘ कोई एक पाठ्य सामग्री पढ़ती है। इस प्रकार के पठन को क्या कहते हैं?
(1) बारीकी से पठन
(2) सरसरी तौर पर पठन
(3) द्रुतगामी पठन
(4) गहन पठन
138. व्याकरण अधिगम में अर्थ से नियम की ओर जाने का तात्पर्य है-
(1) शिक्षार्थी पहले समझ के साथ व्याकरणिक नियमों का इस्तेमाल करते हैं और बाद में नियमों की खोज करते हैं ।
(2) शिक्षार्थियों को सर्वप्रथम नियम सीखने के लिए कहा जाता है और बाद में उन नियमों का प्रयोग करने के लिए कहा जाता है।
(3) अध्यापक पहले नियम पढ़ाते हैं और शिक्षार्थी ड्रिल के माध्यम से नियम सीखते हैं।
(4) शिक्षार्थी पहले व्याकर्सणक नियमों के प्रति समझ बनाते हैं और बाद में पृथकता में उनका इस्तेमाल करते हैं।
139. शिक्षार्थी के वाचन कौशल (संप्रेषणात्मक) क्षमता को विकसित करने के लिए सर्वाधिक उपयुक्त आकलन कार्य कौन-सा है?
(1) किसी दी गई स्थिति में वक्तव्य लिखना
(2) खेल के किसी दृश्य का वर्णन करना
(3) किसी श्रवण सामग्री को सुनना और इस पर प्रतिक्रिया देना।
(4) रोलप्ले में किसी पात्र को अभिनीत करना।
140. निम्नलिखित में से कौन-सा ‘अधिगम के लिए आकलन’ है?
(1) सत्र के अंत में विद्यार्थी की प्रगति की मॉनीटरिंग करने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर आकलन तैयार करना।
(2) वर्ष के अंत में विद्यार्थियों की प्रगति जानने के लिए आकलन तैयार करना ।
(3) शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के दौरान विद्यार्थियों की प्रगति की निगरानी और उसमें सुधार करने के लिए आकलन तैयार करना।
(4) राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण जैसी आकलन संबंधित गतिविधियाँ।
141, प्राथमिक विद्यालय की एक कक्षा में कार्टून पुस्तकें, बहुत से चित्र वाली दस पृष्ठीय छोटी-छोटी पुस्तकें और समाचार – पत्र रखे हैं, जिन्हें शिक्षार्थी जब चाहें या जब भी समय मिले, पढ़ सकते हैं। यहाँ कक्षा में क्या करने का प्रयास किया जा रहा है?
(1) मुद्रित समृद्ध परिवेश सृजित किया जा रहा है।
(2) शिक्षार्थियों में पठन संबंधी आदतों का विकास किया जा रहा है।
(3) शिक्षार्थियों में पठन समूह सृजित किए जा रहे हैं।
(4) अकादमिक परिवेश सृजित किया जा रहा है।
142. ‘भाषा के साथ संलग्नता’ से क्या आशय है?
(1) शिक्षार्थी भाषा के नियम सीखते हैं।
(2) अध्यापक भाषा अधिगम के लिए शिक्षार्थियों के साथ काम करते हैं।
(3) शिक्षार्थी शब्दों और वाक्यों का अर्थ समझे बगैर उन्हें डिकोड करते हैं।
(4) शिक्षार्थी भिन्न-भिन्न उद्देश्यों के लिए भाषा का प्रयोग करते और सीखते हैं।
143. एक अध्यापक कक्षा एक में वर्णमाला के अक्षर लिखना सिखाती है। वह अक्षर लिखना सिखाने के लिए बताती है कि कहाँ से शुरू किया जाए और किस तरफ लेखनी मोड़ी जाए। वह अपने शिक्षार्थियों में किसके प्रति समझ बनाने का प्रयास कर रही है?
(1) लेखन कौशल
(2) रूबरिक लेखन
(3) लिखने के तरीके
(4) हाथ – आँख समन्वयन
144. ‘उत्पाद शब्द संपदा’ से क्या तात्पर्य है?
(1) जिन शब्दों को हम सुनते और पढ़ते हैं और उनकी पहचान करते हैं।
(2) वे शब्द जिनका हम बोलते समय प्रत्यास्मरण करते हैं।
(3) वे शब्द जिन्हें हम लेखन और वाचन में प्रयुक्त करते हैं।
(4) वे शब्द जिन्हें हम श्रवण व लेखन के दौरान पहचान नहीं पाते हैं।
145. भाषाओं के अधिगम के बारे में कौन सी बात सही नहीं है?
(1) मातृभाषा बेहतर संज्ञानात्मक वृद्धि में मदद करती है।
(2) मातृभाषा दूसरी भाषाओं के अधियम को बाधित करती है।
(3) मातृभाषा अंतः वैयक्तिक संप्रेषण कौशलों को सुगमता प्रदान करती है।
(4) मातृभाषा में सीखने से अवधारणात्मक समझ में बढ़ोत्तरी होती है।
146. लेखन के किस उपागम को लिखने के द्वारा लिखना सीखना’ कह सकते हैं?
(1) प्रक्रिया उपागम
(2) उत्पाद उपागम
(3) दूसरे के लेखन की नकल करना
(4) बिंदुओं में लिखना
147. कक्षा तीन की अध्यापिका अपने शिक्षार्थियों को विशेषण पढ़ाते समय उन सभी शब्दों की सूची बनाने के लिए कहती है जो किसी वाक्य में व्यक्ति या वस्तु की खूबी का वर्णन करें। यह कार्य सहपाठियों के साथ चर्चा करके लेखनकार्य करने के लिए कहती है । शब्द संपदा बढ़ाने का यह कौन सा तरीका है?
(1) शब्दों के साथ संबंध बैठाना ।
(2) वर्णन करने वाले शब्द
(3) संदर्भ में विशेषण
(4) संदर्भ में शब्द संपदा
148. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार विद्यालयी शिक्षा का क्या ढाँचा है?
(1) 5 + 3 + 3 + 4
(2) 2 + 3 + 3 + 4
(3) 2 + 5 + 3 + 2 + 2
(4) 5 + 3 + 3 + 2 + 2
149. आरंभिक वर्षों के दौरान बच्चे दीवारों, फर्श, कागज आदि पर आड़ी-तिरछी रेखाएँ बनाते हैं। यह क्या है?
(1) आरंभिक साक्षरता का भाग हैं।
(2) अधिगम के लिए इसके कोई मायने नहीं हैं।
(3) गणित का सीखना है।
(4) भाषा अधिगम है।
150. भाषा अधिगम और अर्जन के बारे में कौन सा सही नहीं है?
(1) यदि अवसरी और परिवेश दिया जाए तो सभी बच्चे अनेक भाषाएँ सीख सकते हैं ।
(2) प्रथम भाषा दूसरी भाषा के अधिगम में व्यवधान डालती है।
(3) भाषा अधिगम अर्थ से शुरू होना चाहिए और फिर उसके स्वरूप को समझने की बात होनी चाहिए।
(4) प्रथम भाषा द्वितीय भाषा के अधिगम को समर्थित करती है।
उत्तर व्याख्या सहित
भाग-I: बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र
1. (4) विकासात्मक देरी या विलम्ब तब होता है, जब एक बच्चा समान आयु वर्ग के साथियों की तुलना में ‘विकासात्मक मील के पत्थर’ हासिल नहीं करता है।
जब बच्चे ऐसी गतिविधियाँ नहीं कर रहे हैं (जैसे लुढ़कना, बिना सहारे के बैठना, या चलना) जो उनकी उम्र के अन्य बच्चे कर रहे हैं, उन्हें शारीरिक विकास में देरी के रूप में जाना जाता है।
बच्चे की लंबाई आनुवंशिकता पर अधिक निर्भर करती है, जबकि वजन, आनुवंशिकता द्वारा शारीरिक और मोटर विकास को भी प्रभावित करता है।
पर्यावरणीय कारक: यद्यपि आनुवंशिकता और पर्यावरण का आपस में घनिष्ठ संबंध है और जन्म के समय प्रत्येक मनुष्य में जीन निर्धारित शारीरिक, मानसिक और जैव रासायनिक क्षमता होती है।
2. (3) अच्छे मोटर कौशल में स्पष्टतः नियंत्रित प्रक्रिया को शामिल किया जाता ‘है, जिसमें मांसपेशियों के विकास और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र की परिपक्वता दोनों आवश्यक है।
स्क्रिबलिंग बच्चों को बाद में लेखन कौशल हेतु आंखों के साथ हाथ का समन्वय बनाने में मदद करता है।
स्क्रिबलिंग बच्चों को लेखन, ड्राइंग और अन्य संबंधित कौशल के लिए आवश्यक ठीक मोटर कौशल विकसित करने में भी मदद करता है।
3. (2) 6 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों को आमतौर पर मध्य बचपन कहा जाता है।
संज्ञानात्मक मनोवैज्ञानिक प्याजे के अनुसार बचपन में बच्चे पूर्व संचालन अवस्था में होते हैं और इस अवस्था के दौरान बच्चे दुनिया के बारे में प्रतीकात्मक रूप से सोचना सीख रहे होते हैं।
संज्ञानात्मक कौशल का विस्तार बचपन के मध्य और अंतिम चरण तक जारी रहता है क्योंकि इस समय मूर्त जानकारी के साथ विचार प्रक्रिया अधिक तार्किक और संगठित होने लगती है।
इस उम्र में बच्चे भूत, वर्तमान और भविष्य जैसी अवधारणाओं को समझते. हैं, जिससे उन्हें योजना बनाने और लक्ष्यों की दिशा में काम करने की क्षमता मिलती है।
इसके अतिरिक्त, वे जोड़ और घटाव और कारण – प्रभाव संबंध जैसे जटिल विचारों को संसाधित कर सकते हैं।
4. (2) फिल्मों और विज्ञापनों के माध्यम से लैंगिक स्तर पर व्यवहार करने के उपयुक्त तरीकों के बारे में बहुत सारे संकेत मिलते हैं। यह समाजीकरण की एक माध्यमिक एजेंसी के रूप में मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डालता है।
माध्यमिक समाजीकरण तब होता है जब शिशु बचपन की अवस्था से बाहर निकलता है और यह परिपक्वता तक जारी रहता है।
यह उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जो बाद के वर्षों में पड़ोस, स्कूल और समकक्ष समूहों जैसी एजेंसियों के माध्यम से शुरू होती है।
5. (2) पियाजे का दूसरा विकारात्मक चरण, तब शुरू होता है जब बच्चा दो साल उम्र से बोलना शुरू करता है और यह सात साल की उम्र तक रहता है।
संज्ञानात्मक विकास के पूर्व संचालन चरण के दौरान, जीन प्याजे ने कहा कि बच्चे अभी तक ठोस तर्क को नहीं समझते हैं और मानसिक स्तर पर किसी प्रकार की जानकारी में हेरफेर नहीं कर सकते हैं।
पूर्व-संचालन चरण मानसिक संचालन के संबंध में तार्किक रूप से अपर्याप्त है।
बच्चा स्थिर अवधारणाओं के साथ-साथ कुछ अदृश्य धारणाओं को बनाने में सक्षम होता है।
हालांकि, बच्चा अभी भी सक्रियण करने में सक्षम नहीं है, ऐसे कार्य हैं, जिन्हें बच्चा शारीरिक रूप से करने के बजाय मानसिक रूप से कर सकता है।
इस अवस्था में सोचना अभी भी सही नहीं है, जिसमें बच्चे दूसरों के दृष्टिकोण को चोजों को समझ नहीं पाते हैं ।
पूर्व-संचालन चरण को दो उप-चरणों में विभाजित किया गया है: प्रतीकात्मक कार्य ठप-चरण, और सहज विवाद उप-चरण।
प्रतीकात्मक कार्य उप-चरण तब होता है जब बच्चे वस्तु को सामने रखे बिना अपने दिमाग में वस्तुओं को समझने, प्रतिनिधित्व करने, याद रखने और चित्र बनाने में सक्षम होते हैं।
सहज ज्ञानयुक्त विचार का उप-चरण तब होता है जब बच्चे ‘क्यों?’ के प्रश्नों का प्रस्ताव करते हैं। ‘कैसे आए?’ यह अवस्था तव होती है जब बच्चे सब कुछ जानने का ज्ञान चाहते हैं।
6. (1) पियाजे के अनुसार शिक्षकों का लचीला होना बहुत जरूरी है। पियाजे के लिए, संज्ञानात्मक विकास जैविक परिपक्वता और पर्यावरणीय अनुभव मानसिक प्रक्रियाओं का एक प्रगतिशील पुनर्गठन था।
उनका मानना था कि बच्चे अपने आस-पास की दुनिया से समझ का निर्माण करते हैं तथा जो वे पहले से जानते हैं और जो वे अपने वातावरण में खोजते हैं, उसके बीच विसंगतियों का अनुभव करते हैं, फिर उसके अनुसार अपने विचारों को समायोजित करते हैं।
इसके अलावा, पियाजे ने दावा किया कि संज्ञानात्मक विकास मानव जीव के केंद्र में है और भाषा संज्ञानात्मक विकास माध्यम से प्राप्त ज्ञान और समझ पर निर्भर है।
7. (3) लेव वायगोत्स्की रूस के विकासात्मक मनोवैज्ञानिक थे जिनके अनुसार बच्चों से उनके अपने स्तर पर शिक्षा को मिलना आवश्यक है।
उनका मानना था कि भाषा की प्रतीकात्मक प्रणाली के उपयोग ने मनुष्य को दूसरों को प्रभावित करने और अपने स्वयं के व्यवहार को नियंत्रित करता है।
शिक्षा को भाषा की इस विशेषता का उपयोग करने और बच्चे की संज्ञानात्मक परिपक्वता के स्तर को ध्यान में रखने की आवश्यकता है।
8. (3) वायगोत्स्की का मानना था कि विकास की आजीवन प्रक्रिया सामाजिक संपर्क पर निर्भर करती है और सामाजिक शिक्षा से संज्ञानात्मक विकास होता है।
इस सामाजिक अनुभूति मॉडल के अनुसार संस्कृति व्यक्तिगत विकास का सबसे महत्वपूर्ण निर्धारक हैं।
मनुष्य और उसके बच्चे ही एकमात्र प्रजाति है, जो संस्कृति के साथ बढ़ते हैं। इसलिए, एक बच्चे की सीखने की प्रक्रिया उस संस्कृति से प्रभावित होती है, जिसमें उसका पालन-पोषण होता है।
बच्चों का मनोवैज्ञानिक विकास सामाजिक अंतःक्रियाओं के अंतर्गत होता है।
संस्कृति बच्चे के बौद्धिक विकास में योगदान देती है। संस्कृति के माध्यम से बच्चे अपनी सोच और अपने ज्ञान की अधिकांश सामग्री प्राप्त करते हैं। आसपास की संस्कृति बच्चों को उनकी सोच की प्रक्रिया या साधन, बौद्धिक अनुकूलन के उपकरण प्रदान करती है ।
9. (3) बाल – केंद्रित कक्षा में बच्चों के अनुभवों और जरूरतों को प्राथमिकता दी जाती है और बच्चों को कक्षा में किसी कार्य या गतिविधियों को करने के लिए उनके सीखने के तरीके को बढ़ावा देने के अधिकतम अवसर प्रदान करता है।
बाल केन्द्रित कक्षा में अधिगम शिक्षक और छात्रों द्वारा सह-निर्मित होता है।
10. (4) सामाजिक अनुबंध अभिविन्यास नैतिक तर्क के इस स्तर पर, व्यक्ति इस समझ के साथ कार्य करता है कि कानून आम लोगों के अच्छे के लिए बनाए गए हैं, और ये वही लोग इन कानूनों को बदल सकते हैं, यदि नई मांग या शर्ते उत्पन्न होती हैं। इस प्रकार, कानून ठोस रूप में तय नहीं होते हैं, लेकिन लचीले होने और नई परिस्थितियों को समायोजित करने की आवश्यकता होती है।
11. (1) भाषाई बुद्धिमत्ता हावर्ड गार्डनर के बहु-बुद्धि सिद्धांत का एक भाग है, जो बोली जाने वाली और लिखित भाषा के प्रति संवेदनशीलता, भाषा सीखने की क्षमता और कुछ लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भाषा का उपयोग करने की क्षमता से संबंधित है।
हावर्ड गार्डनर की बहु-बुद्धि सिद्धांत लोगों और उनकी विभिन्न प्रकार की बुद्धिमत्ताओं (तार्किक, दृश्य, संगीत, आदि) का एक मनोवैज्ञानिक सिद्धांत है।
प्रत्येक व्यक्ति में सात प्रकार की बुद्धि होती हैं : दृश्य/स्थानिक बुद्धिमत्ता, मौखिक/भाषाई बुद्धिमत्ता, तार्किक / गणितीय बुद्धिमत्ता, शारीरिक / गतिज बुद्धि, संगीत / लयबद्ध बुद्धिमत्ता, पारस्परिक बुद्धिमत्ता, अंतर्वैयक्तिक बुद्धिमत्ता ।
एक व्यक्ति के पास दो या दो से अधिक प्रभावशाली बुद्धि हो सकती हैं और हो सकता है कि कुछ व्यक्ति ऐसे भी हों जिनके पास सभी सातों बुद्धि का संतुलन हो ।
12. (1) सामान्य तौर पर, छात्रों के बीच व्यक्तिगत मतभेदों से निपटने के लिए तीन अलग-अलग दृष्टिकोण हैं।
सबसे पहले, निर्देश की घटनाओं को विकसित किया जा सकता है, जो उन्हें निर्देशात्मक प्रक्रिया के हिस्से के रूप में ध्यान में रखते हैं।
दूसरा दृष्टिकोण छात्रों की पृष्ठभूमि, उपलब्धि, क्षमता या किसी अन्य विशेषता के संबंध में परिवर्तनशीलता को कम करने या समायोजित करने के लिए, कक्षाओं के बीच या कक्षा के भीतर ही किसी प्रकार का समूहन प्रदान करना है ।
तीसरा, आप उन शर्तों को संशोधित कर सकते हैं जिनके अंतर्गत निर्देश जा रहे हैं।
13. (3) लैंगिक रूढ़िबद्धता को उनके लैंगिकता के आधार पर एक निश्चित. समूह की विशेषताओं, अंतरों और अति सामान्यीकरण के रूप में परिभाषित किया गया है।
लैंगिक रूढ़िवादिता कुछ विशेषताओं या लक्षणों के बारे में व्यापक रूप से स्वीकृत पूर्वाग्रह पैदा करती है और इस धारणा को कायम रखती है कि प्रत्येक लिंग और संबद्ध व्यवहार द्विआधारी हैं।
14. (2) मूल्यांकन को सीखने के बजाय एक शिक्षक को अपने शिक्षण कला को अपनी दैनिक प्रक्रिया तहत किये जाने वाले मूल्यांकन पर ज्यादा बल देना चाहिए ।
“सीखने का आकलन यह देखने का एक तरीका है कि छात्र क्या कर सकते हैं जबकि “सीखने के लिए आकलन ” यह देखने का एक तरीका है कि शिक्षकों को प्रतिक्रिया में क्या करना चाहिए।
15. (4) समालोचनात्मक सोच व चिंतन तब होती है जब बच्चे अपने मौजूदा ज्ञान और अनुभव के साथ-साथ अपने समस्यासमाधान के कौशल का उपयोग करते हैं, जैसे कि :
(i) तुलना और विभेद ।
(ii) समझाएँ कि चीजें क्यों होती हैं।
(iii) विचारों का मूल्यांकन करें और राय बनाएँ।
(iv) दूसरों के दृष्टिकोण को समझें।
(v) भविष्यवाणी करें कि भविष्य में क्या होगा।
(vi) रचनात्मक समाधानों के बारे में सोचें।
16. (4) एक समावेशी व्यवास्था में स्कूल छात्रों की आवश्यकता के अनुसार उचित आवास बनाता है।
17. (3) डिस्लेक्सिया एक अधिगम विकार है जो आपके पढ़ने, वर्तनी, लिखने और बोलने की क्षमता को प्रभावित करती है।
जिन बच्चों में यह होता है, वे अक्सर होशियार और मेहनती होते हैं, लेकिन उन्हें दिखाई देने वाले अक्षरों को उन अक्षरों की ध्वनियों से जोड़ने में परेशानी होती है।
18. (1) समावेशी शिक्षा विविधता और अद्वितीय योगदान को महत्व देती है जो प्रत्येक छात्र कक्षा में लाता है।
वास्तव में समावेशी वातावरण में प्रत्येक बच्चा सुरक्षित महसूस करता है और उसमें अपनेपन की भावना होती है।
छात्र और उनके माता-पिता सीखने के लक्ष्य निर्धारित करने में भाग लेते हैं और उन निर्णयों में भाग लेते हैं जो उन्हें प्रभावित करते हैं।
वंचित समूहों के शिक्षार्थियों को संबोधित करने के लिए एक शिक्षक को सभी छात्रों में अपनेपन की भावना को बढ़ावा देना चाहिए।
19. (4) विविध आवश्यकताओं वाले शिक्षार्थियों की कक्षा में एक शिक्षक को सामग्री, संचार और अभिव्यक्ति और सूचना पर दृष्टिकोण की प्रस्तुति के लिए विकल्प प्रदान करना चाहिए।
20. (2) विकलांग छात्रों की शिक्षा के संदर्भ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत निम्नलिखित बिन्दुओं को बढ़ावा दिया गया है :
उपयुक्त बुनियादी ढाँचा
अनिवार्य विशेष शिक्षा।
उपयुक्त तकनीकी हस्तक्षेप ।
21. (4) बच्चे पढ़ने, सुनने, देखने और करने से सीखते हैं। यह व्यावहारिक एवं क्रियान्मुखी अधिगम कहलाता है।
22. (1) छात्रों को अपने स्वयं के सीखने पर कुछ नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि सीखने पर नियंत्रण रखने से छात्रों को यह निर्णय लेने में मदद मिलती है कि क्या सीखना है और कैसे सीखना है ।
23. (2) सांस्कृतिक रूप से उत्तरदायी शिक्षण, जिसे सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक शिक्षण भी कहा जाता है, एक शिक्षणशास्त्र है, जो सीखने के सभी पहलुओं में छात्रों के सांस्कृतिक संदर्भों को शामिल करने के महत्व को पहचानता है।
सांस्कृतिक रूप से उत्तरदायी शिक्षण है: दैनिक निर्देश में छात्रों के सांस्कृतिक अनुभवों का उपयोग करना । मूल भाषा और छात्रों के परिवारों को संपत्ति के रूप में अपनाना। एक कक्षा का वातावरण बनाना जो सभी छात्रों का प्रतिनिधित्व करता है और उनका सम्मान करता है।
24. (3) भिन्न सोच को एक सीखने की रणनीति के रूप में परिभाषित किया गया है जो छात्रों को किसी समस्या के कई अलग-अलग समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित करती है।
एक बार जब छात्र विभिन्न उत्तरों के बारे में सोचते हैं, तो यह निर्धारित करते हैं कि कौन सा उत्तर प्रश्न या संकेत के लिए सबसे उपयुक्त है।
25. (4) सामाजिक गतिविधियाँ ऐसी गतिविधियाँ हैं जिनमें संचार और दूसरों के साथ बातचीत शामिल है।
ये कार्य, विद्यालय और संस्कृति जैसी सामाजिक व्यवस्थाओं में निर्मित होते हैं।
उदाहरण के लिए, एक बैठक या कक्षा अनिवार्य रूप से एक सामाजिक गतिविधि
26. (1) एक शिक्षक को छात्रों के बीच समस्या समाधान रणनीतियों के विकास की सुविधा प्रदान करनी चाहिए, क्योंकि | समस्या समाधान रणनीतियाँ सीखने में. सुधार करती हैं और समालोचनात्मक सोच को बढ़ावा देती हैं।
27. (2) भ्रांतियाँ व्यक्तिगत अनुभव, सटीक भाषा, अवधारणा निर्माण में उदाहरणों. और गैर- उदाहरणों की कमी, घटना के मीडिया माध्यम, तर्क में त्रुटियों और पाठ्यपुस्तकों से उत्पन्न हो सकती हैं।
भ्रांतियों से विद्यार्थियों की शिक्षा व्यापक रूप से प्रभावित होती है। इन भ्रांतियों को पाठ्यक्रमों के बीच स्थानांतरित किया जा सकता है, जो छात्रों को सभी विषयों पर दीर्घकालिक रूप से प्रभावित करता है।
28. (2) भय और चिंता की स्थिति तनाव के स्तर का कारण बनती है, जो प्रारंभिक शिक्षा को प्रभावित कर सकती है और स्कूल, कार्यस्थल और समुदाय भावी प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।
29. (1) सामान्य तौर पर, हम प्रेरणा का आंतरिक (आंतरिक कारकों से उत्पन्न) या बाहरी (बाहरी कारकों से उत्पन्न) के रूप में चर्चा करते हैं।
आंतरिक रूप से प्रेरित व्यवहार व्यक्तिगत संतुष्टि की भावना के कारण किए जाते हैं जो वे लाते हैं, जबकि बाहरी रूप प्रेरित व्यवहार दूसरों से कुछ प्राप्त करने के लिए किए जाते हैं।
छात्रों को किसी विषय में उनकी रुचि, किसी विशिष्ट विषय में उनकी पूर्व की सफलता, माता-पिता या शिक्षकों को खुश करने की इच्छा या सफल होने के लिए अपने स्वयं के अभियान से प्रेरित किया जा सकता है।
30. (4) शिक्षक बच्चे के जीवन में विशेष रूप से योजना और समर्पण के माध्यम से जटिल अवधारणाओं को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
यहाँ शिक्षक छात्रों के लिए एक सूत्रधार के रूप में कार्य करते हैं।
भाग-II : गणित
31. (2) माना अभीष्ट संख्या = x
प्रश्नानुसार,
(9599 + 5995 +9995) – x
= 19995
⇒ 25589 – x = 19995
⇒ x = 25589 – 19995
⇒ x = 5594
32. (1) पचपन लाख पचपन हजार पाँच सौ पचपन = 5555555
33. (3) घड़ी की दोनों सुईयाँ 6 पर हैं तो अभीष्ट समय = 18 : 30
34. (2)
35. (3)
36. (4)
37. (4) चूँकि 2 सेमी. भुजा वाला 18 वर्ग एक करेंसी नोट को ढक लेता है जो ऐसे तीन नोटों के ढ़कने के लिए वर्गों की संख्या = 3 × 18 = 54
38. (3) चूँकि आयत में दो सममित रेखाएँ हैं तथा प्रत्येक कोण 90° के हैं।
39. (3)
40. (3) प्रयोग की गयी रस्सी की लम्बाई उस वृत्त की त्रिज्या के बराबर है।
41. (2)
42. (4) 1 ना तो अभाज्य है ना तो भाज्य है सही कथन है।
43. (2)
44. (2)
45. (1)
46. (1) प्रारंभिक प्राथमिक कक्षाओं के छात्रों को शिक्षण संख्या का संदर्भ निम्नलिखित :
(i) छात्रों को वस्तुओं की संख्या और मात्राओं के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित करें जब ये उनके लिए सार्थक हों।
(ii) छात्रों को गतिशील वस्तुओं से समुच्चय बनाने के लिए प्रोत्साहित करें।
छोटे बच्चे, यहाँ तक कि शिशु भी अनिवार्य रूप से मात्रा की गैर-मौखिक बुनियादी अवधारणाओं को विकसित करते हैं : अधिक / कम, क्रम, समान और जोड़ना/घटाना। बच्चे इनमें से ज्यादातर चीजें अपने आप सीखते हैं, बिना किसी वयस्क की मदद के बच्चे अक्सर इन अवधारणाओं का उपयोग रोजमर्रा की जिंदगी में करते हैं, उदाहरण के लिए, यह निर्धारित करने के लिए कि किसके पास कम या ज्यादा आइसक्रीम है।
47. (3) वैन हील सिद्धांत : सिद्धांत के तीन पहलू हैं : स्तरों का अस्तित्व, स्तरों के गुण और एक स्तर से अगले स्तर तक प्रगति ।
वैन हील के सिद्धांत के अनुसार ज्यामिति में सोच या समझ के पाँच स्तर होते हैं :
(i) स्तर 0 : विजुअलाइजेशन।
(ii) स्तर 1 : विश्लेषण |
(iii) स्तर 2 : अमूर्तता।
(iv) स्तर 3 : कटौती।
(v) स्तर 4 : कठोरता।
48. (2) गणित सीखना एक साधन और साध्य दोनों के रूप में कार्य करता है।
यह तार्किक और मात्रात्मक सोच क्षमताओं को विकसित करने का एक साधन है।
प्रारंभिक कक्षाओं में, बच्चों का गणित सीखना स्वयं बच्चों से स्वाभाविक रूप से विकसित होना चाहिए ।
स्कूली शिक्षा के प्रारंभिक चरणों के दौरान गणित सीखने से सबंधित कुछ बुनियादी तरीके हैं वस्तुओं का हेरफेर, वास्तविक जीवन की स्थितियों में साथक कार्य करना, कई तरीकों से प्रतिनिधित्व, वैकल्पिक रणनीतियों का विकास और उपयोग करना और समस्या समाधान, और समस्या प्रस्तुत करना ।
गणित की प्रकृति :
(i) गणित तार्किक हैं।
(ii) गणित प्रतीकात्मक है।
(iii) गणित सटीक है।
(iv) गणित संरचनाओं का अध्ययन है।
(v) गणित का उद्देश्य अमूर्तता है।
49. (2) पदानुक्रमिक समावेशन गिनती और मात्रा का वह सिद्धांत है जो यह समझने के लिए संदर्भित करता है कि किसी संख्या से पहले की सभी संख्याएं किसी ‘अन्य चयनित संख्या के में व्यवस्थित मूल्य रूप से शामिल हो सकती हैं या शामिल की जा सकती हैं।
इसलिए यदि ” बच्चे में मानसिक रूप से दो में से एक, तीन में दो, चार में तीन, पांच में चार आदि शामिल हैं” तो कौशल श्रेणीबद्ध समावेशन बच्चे को वस्तु की योग्यता को समझने में मदद करेगा।
50. (1) आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग (एआईएल) एक शिक्षण-शिक्षण मॉडल है जो ‘कला के माध्यम से सीखने पर आधारित है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ कला शिक्षण-सीखने का माध्यम बन जाती है, जो अमूर्त अवधारणाओं को समझने की कुंजी है।
इसलिए, प्राथमिक गणित की कक्षा में भिन्नों की अवधारणा को प्रस्तुत करने के लिए सममित आयताकार पट्टियों और वृत्ताकार कट-आउट के साथ पेपर फोल्डिंग गतिविधियाँ करना सबसे उपयुक्त रणनीति होगी।
51. (3) वितरित की जा रही सामग्री के आधार पर सभी ग्रेड स्तरों में ठोस गणित मौजूद है।
ठोस (मूर्त) गणित कॉलेज स्तर के गणित जितना ही उच्च स्तर का होता है उतना ही अमूर्त गणित किंडरगार्टन की तरह क्वालीफायर छात्र में निम्न स्तर का होता है।
इसलिए, प्राथमिक विद्यालय में गणित के पाठ्यक्रम को मूर्त से अमूर्त की ओर बढ़ना चाहिए।
52. (1) राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के अनुसार गणित में कक्षा आधारित मूल्यांकन के बारे में सबसे उपयुक्त कथन यह है कि यह केवल छात्रों के मूल्यांकन के लिए नहीं किया जाना चाहिए बल्कि अंतःक्रिया प्रदान करने और शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में सुधार के लिए किया जाना चाहिए।
53. (1) गणित शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि इसकी सार्वभौमिक प्रयोज्यता है।
हमारे दैनिक जीवन के लगभग हर पहलू जैसे मुद्रा विनिमय आदि में गणितीय ज्ञान का उपयोग किया जाता है।.
गणितीय समझ सबसे अच्छी तरह विकसित होगी जब शिक्षार्थी केवल करके सीखते हैं।
शिक्षक को प्रत्येक बच्चे को कक्षा की गतिविधियों, प्रश्नोत्तरी और प्रयोगों में शामिल करने का प्रयास करना चाहिए।
54. (3) प्रेरक और क्रियोन्मुखी राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा – 2005 के अनुसार गणित पाठ्यचर्या की महत्वपूर्ण विशेषताएँ यह हैं कि :
(i) यह महत्वाकांक्षी और सुसंगत होना चाहिए।
(ii) यह गतिविधि उन्मुख होना चाहिए।
55. (3) गणित में एक छात्र केंद्रित कक्षा का सबसे उपयुक्त उदाहरण यह है कि शिक्षक कक्षा में एक छात्र के साथ उनके व्यक्तिगत अनुभव से उनकी गणितीय समझ का निर्माण कर रहा है।
56. (3) प्राथमिक कक्षाओं के गणित की पाठ्यपुस्तक में प्रयोग की जाने वाली भाषा को छात्रों के दैनिक बातचीत से दूर नहीं किया जाना चाहिए।
57. (4) याद रखना रटने की विधि से जुड़ी प्रक्रिया है जिसे गणित जैसे विषय में नकार दिया जाता है।
याद रखना एक निष्क्रिय प्रक्रिया है और इसे किया जा सकता है जहां आप पूर्व की घटनाओं को जानते हैं और फिर उसके अनुसार उत्तरों को याद करते हैं।
लेकिन यह विधि ऐसी स्थिति में ऑप्ट-इन नहीं कर सकती है, जहां आप नहीं जानते कि वास्तव में प्रश्न क्या पूछेगा।
58. (2) जॉर्ज पोल्या ने समस्या समाधान के लिए अपनी चार चरणीय प्रक्रिया बनाई, जिसका उपयोग समस्या समाधान में लोगों की सहायता करने के लिए किया जाता है :
चरण-1 : समस्या को समझें।
प्रेरण-2 : एक योजना तैयार करें (अनुवाद करें ) ।
चरण-3: योजना को पूरा करें (हल करें ) ।
चरण-4 : पीछे मुड़कर देखें (जांचें और व्याख्या करें ) ।
59. (1) कम्यूटेटिव प्रॉपर्टी ( क्रम-विनिमेय गुण) : जब पूर्ण संख्याओं का जोड़ उनके क्रम विहीन रखने पर भी उनका योग समान होता है।
उदाहरण 1 : 2 + 4 = 4 + 2 = 6
2 + 4 और 4 + 2 दोनों का जोड़ 6 है। इसका अर्थ है कि हम किसी भी क्रम में पूर्ण संख्याओं को जोड़ सकते हैं।
एसोसिऐटिव प्रॉपर्टी (साहचर्य गुण) : जब तीन या अधिक संख्याएँ जोड़ी जाती है, तो योग समान होता है, भले ही योग का समूहन कुछ भी हो।
उदाहरण के लिए (4 + 2) + 3 = (4 + 3) + 2, यहाँ जोड़ 2, 4 और 3 है। तीन संख्या का योग समान रहेगा।
अतः (2 + 4) = 3 = (4 + 3) + 2 = 9
60. (2) छात्रों द्वारा की गई त्रुटि का सबसे संभावित कारण यह है कि छात्र ने गुणा के योग के एल्गोरिदम को बढ़ा दिया है।
भाग- III : पर्यावरण अध्ययन
61. (3) “तरुण भारत” राजस्थान में स्थित एक गैर-सरकारी संघ है।
इस समाज का नेतृत्व राजेंद्र सिंह ने किया था, उन्हें राजस्थान के लोगों को ताजा व स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने हेतु पर्यावरण अनुसंधान एवं भूमि विस्तार करने के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है।
62. (3) भूजल की कमी आमतौर पर जमीन से पानी की बार-बार पंपिंग के कारण होती है।
जब वर्षा की कमी होती है, तो किसान अपनी सिंचाई की जरूरतों को पूरा करने के लिए भूजल संसाधनों पर निर्भर होते हैं। इस प्रकार, अतिरिक्त भूजल का उपयोग सिंचाई में किया जाता है, जिससे जल स्तर में कमी आती है।
63. (2) अम्लीय वर्षा विभिन्न प्रकार की मानवीय गतिविधियों का उपोत्पाद है जो वातावरण में सल्फर और नाइट्रोजन के ऑक्साइड का उत्सर्जन करती है।
बिजली उत्पादन के लिए कोयले जैसे जीवाश्म ईंधन को जलाने पर बिजली संयंत्र अधिकांश सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड छोड़ते हैं।
64. (3) पृथ्वी की सतह का लगभग 71 प्रतिशत भाग ग्लेशियर आच्छादित है लेकिन शुद्ध जल कुल जल का लगभग 3 प्रतिशत ही है।
ग्लेशियर से 2.0% मीठे पानी बर्फ की टोपी पाया जाता है। मीठे पानी 0.75% भूजल के रूप में, 0.009% मीठे पानी की झीलों में, 0.001% वातावरण में पाया जाता है।
65. (3) पानी के घनत्व को पानी के प्रति इकाई आयतन के भार के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जो पानी के तापमान पर निर्भर करता है।
पानी का अधिकतम घनत्व 4°C होता है क्योंकि दो विपरीत प्रभाव संतुलन में होते हैं।
66. (4) जिस परिवार में दादा, दादी, माता-पिता, चाचा, मौसी और चचेरे भाई सभी एक साथ रहते हैं, संयुक्त परिवार कहलाता है।
अतः रीता संयुक्त परिवार में रहती है।
67. (2) जिन जंतुओं के सामने चौड़े और नुकीले दांत होते हैं और पीछे होते हैं वे शाकाहारी होते हैं।
ये जीव पौधों और जड़ी-बूटियों का उपयोग भोजन में करते हैं इनके कुछ उदाहरण गाय, घोड़े एवं हिरण हैं।
वे घास व जड़ी-बूटियाँ पसंद करते हैं।
68. (1) लवणोन्मुखी पौधे अति लवणीय मिट्टी में उगते हैं। ये हेलोफाइट्स कहलाते हैं।
अति लवणीय पानी में इनकी जड़ों के माध्यम से या नमक स्प्रे द्वारा खारे पानी के संपर्क में आता है, जैसे कि खारा अर्ध रेगिस्तान, मैंग्रोव दलदल, दलदल और ढलान, और समुद्र के किनारे ।
69. (1) चित्रकाठी की परंपरा 12वीं शताब्दी की है। इसे पिंगुली परंपरा भी कहा जाता है।
जो लोग अभी भी पिंगुल की कला का अभ्यास करते हैं, वे पिंगुली नामक गांव में रहते हैं।
वे ठाकर आदिवासी समुदाय से हैं। यह कोंकण क्षेत्र (महाराष्ट्र) में कुडाल के पास स्थित है।
70. (2) गद्दी हिमाचल प्रदेश की एक पहाड़ी जनजाति है। ये चरवाहे हैं।
संथाल झारखंड राज्य में केंद्रित एक आदिवासी समूह है।
गोंड गोंडवाना (वर्तमान ओडिशा, भारत में क्षेत्र) के वनाच्छादित क्षेत्रों में रहते थे।
71. (3) चेराव उस समय से मिजोरम के पारंपरिक एवं सबसे पुराने नृत्यों में से एक है, जब मिजो पहाड़ियों पर रहते थे।
इस नृत्य में, पुरुष जमीन पर आमने-सामने बैठते हैं और लयबद्ध ताल में क्षैतिज व क्रॉस बांस की छड़ियों के लंबे जोड़े को थाप देते व पीटते हैं।
रंग-बिरंगी मिजो वेशभूषा में लड़कियां बांस की डंडियों के बीच अंदर और बाहर नृत्य करती हैं।
72. (2) विकल्पानुसार डिब्रूगढ़ – कन्याकुमारी भारतीय रेल का सबसे लंबा मार्ग है।
यह दुनिया की 16वीं सबसे लंबी रेलवे लाइन है।
यह 4262 किमी की दूरी तय करता है, यह भारत के सात राज्यों असम, नागालैंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु में होते हुए अपना सफर तय करता है।
73. (4) कल्पना चावला 1997 में अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला थीं।
वह सात चालक दल के सदस्यों में से एक थीं, जो 2003 में अंतरिक्ष शटल कोलंबिया के दुर्घटना में मारे गए थे, जब अंतरिक्ष यान पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश के दौरान नष्ट हो गया था।
74. (2) घोंसला वह स्थान है जहाँ पक्षी अंडे देते हैं और अपने बच्चों को पालते हैं।
बारबेट नामक पक्षी पेड़ के तने में एक छेद में अपना घोंसला बनाता है।
75. (4) विटामिन C हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली की रक्षा करता है, एलर्जी प्रतिक्रियाओं की गंभीरता को कम करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
महामारी के समय में डॉक्टरों ने ‘विटामिन C’ बढ़ाने की सलाह दी, क्योंकि यह समृद्ध भोजन संक्रमण के खिलाफ प्रतिरोध का निर्माण करता है।
76. (3) सहज ज्ञानयुक्त शिक्षार्थी ऐसी जानकारी लेना पसंद करते हैं जो अमूर्त, मौलिक और सिद्धांत की ओर उन्मुख हो। वे बड़ी तस्वीर को देखते हैं और समग्र पैटर्न को समझने की कोशिश करते हैं। उन्हें संभावनाओं और रिश्तों की खोज करना और विचारों के साथ काम करना पसंद है।
तो दिए गए कथन में शिक्षक की रणनीति और उद्देश्य छात्रों को सहज ज्ञानयुक्त विचारों की खोज करना है।
77. (3) क्षेत्र भ्रमण किसी विशेष पाठ्यक्रम में बाहरी अनुभवों को शामिल करने के अवसरों का वर्णन करते हैं। यह प्रासंगिक स्थानों के लिए फील्डंट्रिप का रूप है या यह एक कोर्स प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप नियमित रूप से आने वाले या एक साइट पर काम करने वाले छात्रों के साथ अधिक प्रोजेक्ट-आधारित फील्डवर्क हो सकता है।
फील्डट्रिप के माध्यम से अवलोकन और मॉडल बनाने की प्रक्रिया कौशल को बढ़ाया जा सकता है।
78. (1) किसी छात्र को स्वयं चीजें लाने के लिए कहने के लिए सबसे अच्छा क्षेत्र. निम्नलिखित है :
(i) एक छात्र को गतिविधि में शामिल करने की आवश्यकता है ताकि वे आसानी से ज्ञान का निर्माण कर सकें।
(ii) छात्र अपने स्थानीय ज्ञान को स्कूली ज्ञान से जोड़ने में सक्षम होते हैं।
79. (2) एनसीईआरटी ईवीएस (पर्यावरण अध्ययन) प्राथमिक कक्षा (III से V) के पाठ्यक्रम में छह मुख्य विषय हैं :
(i) परिवार और मित्र: इसमें चार उप-विषय शामिल हैं: संबंध, काम और खेल, पशु, पौधे ।
(ii) जल : यह पानी की उपलब्धता और संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे से संबंधित है।
(iii) यात्रा: यह रेगिस्तान, पहाड़ियों, जंगलों या बड़े शहरों में यात्रा करने का सुझाव देता है। यह कक्षा के संसाधनों का भी सुझाव देता है जैसे कि पलायन करने वाले परिवारों के बच्चों के अनुभव और एक नए शहर में एक नया जीवन शुरू होने पर उनके सामने आने वाली समस्याओं पर चर्चा ।
(iv) भोजन : यह परिवार में खाना पकाने और खाने से संबंधित है। हम, दूसरे और जानवर क्या खाते हैं, आदि के बारे में यह विषय वर्णित है।
(v) आश्रय : इसमें निवास स्थान शामिल है, जो जीवित चीज़ों की दुनिया से जुड़ा हुआ है। यह शहरी और ग्रामीण घरों के बीच के अंतर से संबंधित है। यह विभिन्न स्थलाकृतिक क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के घरों से भी संबंधित है।
(vi) चीजें जो हम बनाते और करते हैं: हम इंसान न केवल अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए बल्कि अपनी सीमाओं को सीमित करने के लिए खुद को अलग-अलग तरीकों से व्यक्त करने के लिए भी चीजें बनाते हैं। जब हम चीजें खुद करते तो हम भी बेहतर समझाते है।
80. (1) प्राथमिक स्तर पर ईवीएस पाठ्यक्रम के अनुसार, छात्रों को हमारे देश के कुछ सामाजिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाया जाता है। सामाजिक मुद्दे जो पाठ्यक्रम में निपटाए गए हैं वे बाल श्रम और वर्ग असमानताएँ हैं।
81 (3) प्राथमिक स्तर पर ईवीएस पाठ्यपुस्तक के बारे में सबसे उपयुक्त विशेषत यह है कि यह रटने की शिक्षा को हतोत्साहित करने के लिए सचेत प्रयास किया जाता है।
82. (1) ईवीएस में शिक्षार्थियों को शामिल करने के लिए कथा और कहानियाँ सबसे प्रभावी रणनीति हैं, क्योंकि यह शिक्षक को उन चीजों को बताने में मदद करती है जिन्हें देखा जाता और इसे नोट किया जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से अवलोकन और प्रयोग को संप्रेषित करना संभव है। इस प्रकार यह छात्रों को विषयों की कल्पना करने में मदद करता है।
‘संसाधन’ के रूप में सुझाई गई कहानियाँ बच्चों / लोगों के अनुभवों को रचनात्मक अवसर प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो बहुत अलग हो सकते हैं, लेकिन जिनसे बच्चे संबंधित होते हैं।
यह कहानियों, पोस्टरों, नाटकों, फिल्मों और अन्य मीडिया के माध्यम से दिए गए पात्रों के साथ सहानुभूति रखने के लिए छात्रों को संवेदनशील बनाते हैं।
उदाहरण के लिए, पांचवीं कक्षा में ‘यात्रा’ विषय बच्चों को हिमालय के ‘उबड़खाबड़ और कठिन’ इलाके में ले जाया जाता है। शायद, बछेंद्री पाल की कहानी के साथ, जो एक प्रयास के बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराती हैं। वे यह भी कर सकते हैं। उन्हें अपने स्वयं के स्कूल के लिए एक ऐसा ध्वज डिजाइन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
83. (1) ईवीएस का उद्देश्य एक छात्र और उसके परिवेश के बीच घनिष्ठ संबंध स्थापित कर है। ईवीएस में मूल्यांकन के दौरान इस संयोग के निर्माण में एक उपयुक्त सहायता के रूप में कार्य करना चाहिए।
आकलन सीखने-सिखाने की प्रक्रिया का अभिन्न अंग है छात्रों को सीखने और निर्देश में सुधार करने में मदद करता है। में मूल्यांकन के तरीके औपचारिक या अनौपचारिक हो सकते हैं।
ईवीएस के शिक्षण अधिगम के लिए प्रतिदिन का आकलन उपयुक्त है।
84. (4) पीयर-लर्निंग (सहपाठी अधिगम) तब होता है जब छात्र एक-दूसरे से सीख रहे होते हैं। यह सहयोगात्मक अधिगम से इस मायने में भिन्न है कि सहयोगी अधिगम की अवधि के दौरान छात्र एक-दूसरे के साथ-साथ सीख रहे हैं। दूसरी ओर, पीयरलर्निंग छात्रों को एक दूसरे से सीखने का अवसर देता है ।
85. (3) गुणात्मक आकलन सुनिश्चित प्रावधानों के अनुसार किया जाता है। शिक्षक द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर के लिए छात्रों का आकलन करने के लिए सही रणनीति निम्नलिखित हैं :
(i) उत्तर में छात्रों के विचारों का गुणात्मक मूल्यांकन किया जाना चाहिए।
(ii) छात्र के अनुभवों का गुणात्मक मूल्यांकन किया जाना चाहिए।
86. (4) गतिविधि आधारित पद्धति : इस पद्धति में, व्यावहारिक गतिविधियों के माध्यम से नई चीजें सीखी जा सकती हैं। यह संज्ञानात्मक भावात्मक और . साइकोमोटर डोमेन के विकास के लिए सबसे अच्छी तकनीक है।
प्रत्येक कक्षा में विविध प्रकार की क्षमताओं और व्यक्तित्व वाले बच्चे होते हैं। चूंकि प्रत्येक छात्र के पास विविध कौशल होते हैं, इसलिए कुछ छात्र दूसरों की तुलना में अधिक तेजी से सीखते हैं। इस असमानता के कारण, शिक्षकों के लिए ऐसी रणनीतियों को क्रियान्वित करना कठिन है जो पूरी कक्षा को लाभान्वित करती हैं।
परिणामस्वरूप, एक शिक्षक को कक्षा में प्रत्येक छात्र की अनूठी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रभावी शिक्षण विधियों को विकसित करना चाहिए।
प्राथमिक स्तर पर बच्चे गतिविधियाँ अधिक करते हैं, क्योंकि वे अधिक व्यस्त महसूस करते हैं और एक अवध वारणा के बारे में अपने स्वयं के अनुभव प्राप्त करके सीखते हैं।
87. (4) रोनाल्ड रॉस की कहानी ईवीएस पाठ्यपुस्तकों में शामिल करने का उद्देश्य है. :
(i) छात्रों को शोध करने के लिए प्रेरित करना।
(ii) छात्रों को मलेरिया को मच्छरों से जोड़ने में मदद करें।
(iii) वैज्ञानिक कैसे काम करते हैं, इसकी जानकारी प्रदान करना ।
88. (3) एक इकाई योजना की सबसे उपयुक्त विशेषता विषय वस्तु के एक बड़े खंड के लिए योजना बनाना है, जो स्वमेव समेकित एवं संपूर्ण है।
89. (2) यदि ईवीएस वाले छात्रों को भाषाई कठिनाइयाँ हैं तो उन्हें सिखाने के लिए सबसे उपयुक्त रणनीति सरल आरेख, मूर्त सामग्री और गतिविधियों के साथ अवधारणा की व्याख्या करना है।
90. (1) पाँचवीं कक्षा में ‘यात्रा’ प्रकरण में बच्चों को हिमालय के ‘उबड़-खाबड़ और कठिन’ इलाके में ले जाया जाता है। बछेंद्री पाल की कहानी, जो एक प्रयास के बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराती हैं, यहाँ बच्चों को तिरंगे की डिजाइन करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा सकता है।
पर्वतारोहण में बछेंद्री पाल के अनुभवों की विषयवस्तु “ यात्रा” को शामिल करने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं :
(i) यह अध्याय लैंगिक रूढ़ियों को चुनौती देता है।
(ii) यह अध्याय ऊंची चोटियों पर चढ़ने में आने वाली चुनौतियों का वर्णन करता है।
(iii) अध्याय टीम वर्क के महत्व की व्याख्या करता है।
(iv) अध्याय एक अनुकरणीय रोल मॉडल प्रदान करता है।
भाग-IV: LANGUAGE-I (ENGLISH)
91. (3) Para 1 में स्पष्ट रूप से कहा गया है घर हमारे परिवारों के लिए एक आश्रय प्रदान करता है तथा हमें नई संभावनाओं की ओर बढ़ने के लिए योग्य बनाता है।
92. (4) चिली की green-backed firecrowned hummingbirds एक निश्चित प्रकार की काई (moss) प्रजातियों का use करती है क्योंकि उनमें पाए. जाने वाले रासायनिक गुण रोग वाहकों से घोसलों की रक्षा करते हैं।
93. (4) Passage से यह स्पष्ट है कि घोसले बहुत ही जटिल एवं पुरातन संरचनाएँ हैं और इनका निर्माण प्रजनन एवं सुरक्षा के लिए आवश्यक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर किया जाता है।
94. (1) बुनकर पक्षी (दर्जिन चिड़िया) उस पक्षी समूह का एक अदभुत उदाहरण है जो शानदार घोसले बनाता है। इन घोसलों में एक अंडा कक्ष होता है जो कि एक शाखा से लटका हुआ होता है एवं इसमें एक द्वार होता है। इसकी जटिलता असाधारण होती है तथा इसके fibres इस प्रकार आपस में जुड़े होते हैं जैसे कि बुनाई कला।
95. ( 2 ) अंतिम paragraph में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि वनों की कटाई, प्रदूषण एवं शहरीकरण वे सबसे बड़ी समस्याएँ हैं जो पक्षियों एवं पशुओं के लिए समस्या उत्पन्न कर रही है।
96. (3) Crucial का अर्थ है महत्वपूर्ण । अतः vital इसका समानार्थी शब्द है। वाक्य में प्रयोग देखें :
The authorities proved unyielding on one crucial opposition demand.
97. (3) Marvellous का अर्थ है – अदभुत । अत: ordinary इसका विपरीतार्थी शब्द है जिसका अर्थ है सामान्य।
वाक्य में प्रयोग देखें :
Amitabh’s marvellous acting talent is preserved on cellulold.
98. (4) Our एक determiner (possessive pronoun) है ।
99 (2) Conjunction until’ एक नकारात्मक शब्द है और इसके पश्चात् अन्य नकारात्मक शब्द जैसे ‘not’ का use नहीं किया जाता है क्योंकि यह वाक्य को अनावश्यक superflous बनाता है।
वाक्य में प्रयोग देखें :
The education of a man never completed until he dies.
100. (3) कविता से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि मकड़ी अपने घर (जाल) में मक्खी को आमंत्रित करना चाहती है क्योंकि वह अपनी बहुत सी वस्तुएँ उसे दिखाने के लिए उत्सुक है।
101. (3) कविता में मकड़ी की तुलना एक चालाक व्यक्ति से की गई है। मक्खी को अपने जाल में फंसाने के लिए प्रयास करता है।
102. (2) मक्खी मकड़ी के आमंत्रण को अस्वीकार कर देती है क्योंकि वह जानती है जो कोई भी उसके (मकड़ी) के जाल में जाता है वह कभी भी जीवित नहीं लौटता है। इससे पता चलता है कि मकड़ियों के इसी डर ने मक्खी को ‘न’ कहने पर मजबूर कर दिया।
103. (2) Passage का मुख्य अवधारणा है – दुष्ट सलाहकारों एवं मृदुभाषी लोगों से सावधान रहें (Beware of evil caouselors or honey-tongued people).
104. (1) दी गई पंक्ति में Parlour शब्द अलंकार (metaphor) का उदाहरण है क्योंकि यह मकड़ी के जाले (घर) को दर्शाता है। Metaphor अलंकार के द्वारा एक अभिव्यक्ति का use किसी ऐसी चीज या वस्तु को संदर्भित करने के लिए किया जाता है जो एक समानता के लिए शाब्दिक रूप से निरूपित नहीं करता है।
105. ( 1 ) दिए गए शब्दों ‘O, no, no’ में assonance अलंकार का use किया गया है क्योंकि इसका use कविता में किसी पंक्ति में स्वर ध्वनि की पुनरावृत्ति को दर्शाने के लिए किया जाता है। यहाँ स्वर ‘O’ की पुनरावृत्ति हुई है।
106. (1) Mother tongue (मातृभाषा) पर आधारित multilingualism इस तथ्य पर जोर देता है कि learners अपनी स्कूली शिक्षा mother tongue (मातृभाषा) में शुरू करते हैं और कई भाषाओं को धीरे-धीरे सीखते हुए आगे बढ़ते हैं।
107. (4) Dictation सीखने की एक ऐसी तकनीक है जिसमें छात्र बोली जाने वाली सामग्री को सुनते हैं, फिर उसे कुछ वक्त के लिए अपनी स्मृति में रखते हैं तथा सुने हुए शब्दों या वाक्यों को लिखते हैं।
108. (3) Collocation दो या दो से अधिक शब्दों का एक ऐसा समूह है जो कि विशिष्ट अर्थ बताने के लिए लगभग एवं हमेशा एक साथ रखा जाता है।
109. (1) Dialect (बोली) एक विशिष्ट प्रकार की भाषा है जो कि निश्चित या विशिष्ट समूह या क्षेत्र के लोगों द्वारा बोली जाती है।
110. (3) उल्लिखित गतिविधियाँ रचनात्मक मूल्यांकन (formative assessment) के भाग हैं। इस प्रकार के मूल्यांकन से तात्पर्य विभिन्न प्रकार की विधियों है जो कि शिक्षकों द्वारा किसी पाठ, इकाई या पाठ्यक्रम के दौरान छात्र की समझ, अधिगम की आवश्यकता एवं शैक्षणिक प्रगति के मूल्यांकन के लिए use करते हैं ।
111. (4) इस प्रकार की गतिविधि से एक शिक्षक कक्षा में भाषा समृद्ध वातावरण बनाने का प्रयास करता है। इस प्रकार का वातावरण छात्रों को सीखने के ऐसे अवसर प्रदान करता है। जिसे छात्रों के भाषा कौशल को प्रभावी ढंग से विकसित करने के लिए आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया गया है।
112. (3) Translanguaging (1980 में Cen Williams द्वारा प्रस्तावित पद ) एक कक्षा एक से अधिक भाषाओं के use की एक शैक्षणिक प्रक्रिया का उल्लेख करता है। इसका use यह वर्णन करने के लिए भी किया जा सकता है। कि bilinguals (द्विभाषी) किस प्रकार अपने भाषायी संसाधनों का use करते 2 हैं एवं किस प्रकार आस-पास के लोगों से बातचीत करते हैं।
113. (1) प्रमाणिक ग्रंथ वास्तविक दुनिया के उद्देश्यों एवं दर्शकों के लिए लिखा जाता है विशेषकर उनके मनोरंजन, सूचना, व्याख्या करने, मार्गदर्शन के लिए दस्तावेज बनाने एवं समझाने के लिए लिखे जाते हैं।
114. (2) Process Writing लेखन शिक्षण के लिए use किया जाने वाला एक दृष्टिकोण है, जो कि एक शिक्षक एवं छात्रों की एक साथ पाठ तैयार करने की प्रक्रिया से गुजरने की अनुमति देता है।
115. (4) व्याकरण सीखना किसी भी भाषा में लिखी और बोली जाने वाली भाषा में कमियों का पता लगाने के लिए अति महत्वपूर्ण है, क्योंकि व्याकरण वह तरीका है जिससे हम शब्दों को व्यवस्थित क्रम में रखकर उचित वाक्य बनाते हैं। शब्द स्तर के व्याकरण में क्रिया और काल, संज्ञा, क्रिया विशेषण इत्यादि सम्मिलित हैं। वाक्य स्तर के व्याकरण में वाक्यांश (phrases), खंड (clauses), अप्रत्यक्ष वचन ( reported speech) इत्यादि सम्मिलित होते हैं।
116. (1) त्रुटियाँ तब होती हैं जब छात्र कुछ ऐसा कहने की कोशिश करते हैं जो उनके लिए अत्यंत कठिन होता है या उनके बोध स्तर से परे होता है। इस प्रकार त्रुटियाँ अधिगम का संकेत होती हैं।
117. (4) Receptive vocabulary knowledge किसी शब्द को समझने की योग्यता को दर्शाता है विशेषकर जब कोई छात्र उस शब्द को सुनता या देखता है।
118. (4) ‘पढ़ना’ सिखाकर एक learner पाठ का अर्थ बनाने में सक्षम नहीं होता है।
119. ( 3 ) प्रश्न में दिए गए परिदृश्य में एक शिक्षक को कक्षा की सामान्य भाषा से शुरूआत करनी चाहिए तथा learners को उनकी भाषा का use करने का अवसर देना चाहिए ।
120. (4) राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 स्कूली शिक्षा के माध्यमिक चरणों के दौरान अतिरिक्त विकल्पों के रूप में एवं वैकल्पिक भाषा के रूप में शास्त्रीय भाषा (प्राचीन व परंपरागत) के अध्ययन की संस्तुति करता है।
भाग – V : भाषा-II : हिन्दी
121. (1) दिए गए गद्यांश के अनुसार सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी ही कुपोषण का प्रमुख कारण है।
शरीर के लिए आवश्यक सन्तुलित आहार लम्बे समय तक नहीं मिलना ही कुपोषण है।
कुपोषण के कारण बच्चों और महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे वे आसानी कई तरह की बीमारियों के शिकार बन जाते हैं।
अतः कुपोषण की जानकारियाँ होना अत्यन्त जरूरी है। कुपोषण प्रायः पर्याप्त सन्तुलित अहार के आभाव में होता है।
122. (3) दिए गए गद्यांश के अनुसार विश्व के विकासशील देशों में ही कुपोषण की अधिक समस्या है।
पूरे विश्व में लगभग 200 मिलियन तथा भारत में प्रत्येक दूसरा बच्चा कुपोषण के किसी-न-किसी रूप से ग्रस्त है।
रिपोर्ट से यह भी ज्ञात हुआ कि वर्ष 2018 में भारत में कुपोषण के कारण 5 वर्ष से कम उम्र के लगभग 8.8 लाख बच्चों की मृत्यु हुई जो कि नाइजीरिया (8.6 लाख), पाकिस्तान (4. 09 लाख) और कांगो गणराज्य (2.96 लाख ) से भी अधिक है।
123. (1) दिए गए गद्यांश के अनुसार चूंकि मृदा की ऊपरी परत बारिश में बह जाती है और आयोडीन की परत का क्षरण होता है और पौधों में आयोडीन की कमी हो जाती है।
यदि हमारे भोजन में आयोडीन की कमी रहेगी तो हम गॉयटर से ग्रसित हो सकते हैं।
इस बीमारी का लक्षण फूली हुई गर्दन या बाहर की ओर उभरे हुए नेत्र-गोलक हो सकते हैं।
इस रोग से बचने तथा आयोडीन की शरीर में कमी दूर करने के लिए आयोडीन युक्त नमक के उपयोग की सलाह दी जाती है।
124. (3) गद्यांशानुसार नदियों के मार्ग बदलने से भू-सतह की ऊपरी परत पर मौजूद आयोडीन बह जाती है।
अतः विकल्प 3 प्रश्नानुसार सही कथन है।
पौधों पर आवश्यक पोषक तत्वों की कमी की पहचान फसल की प्रकृति एवं अवस्था के आधार पर की जाती है। इनमें पोषक तत्वों के कमी के लक्षण अलग-अलग ढंग से दिखते हैं।
125. (3) शैशवावस्था का संधि विच्छेद शैशव + अवस्था है।
126. (3) अपरिवर्तनीय का विलोम परिवर्तनीय होता है।
विपरीत अर्थ में प्रयुक्त होने वाले शब्दों को ‘विलोम शब्द’ अथवा ‘विपरीतार्थक शब्द’ कहा जाता है।
इस प्रकार – ‘वे शब्द जो अपने सामने वाले शब्द के सर्वदा विपरीत अर्थ प्रकट करते हों उसे ‘विलोम शब्द’ कहा जाता है। जैसे- आदि का अंत, आदर का निरादर, आहार का निराहार । ‘
समय, काल, अवस्था, गुण व कार्यों के आधार पर शब्दों के बीच के उस सम्बन्ध को भी ‘विलोम’ शब्द कहते हैं जो एक-दूसरे के विपरीत अर्थ प्रकट करते है।
127. (2) दिए गए पोषक तत्वों की सूची में आयरन, फोलिक एसिड, जिंक और आयोडीन तथा विटामिन ए का जिक्र किया गया है। संदर्भानुसार विकल्प 2 आयरन और जिंक का उल्लेख सही है।
128. (1) दिए गए गद्यांश में आयोडीन जैसे पोषक तत्वों की कमी का उल्लेख किया गया है।
आयोडीन की कमी से घेंघा, गर्भपात, शारीरिक विकास में रुकावट, मृत बच्चा पैदा होना, काम करने में थकान कमजोर, विकलांगता, मंद-बुद्धि, बोनापन भेंगापन जैसे रोग हो सकते है।
129. (1) दिए गए गद्यांश के अनुसार दुनिया की प्रवृत्ति परिवर्तनशील होती है। चूंकि नित्य-प्रतिदिन कोई न कोई विकास हो रहे हैं जिसके कारण दुनिया में प्रत्येक पल परिवर्तन हो रहा है।
130. (1) आविष्कारों का मुख्य उद्देश्य दुनिया को शांत और आनंदित बनाना है।
विज्ञान का उद्देश्य मानव प्रजातियों के ज्ञान को बढ़ाने और प्रजातियों के कल्याण और विकास के लिए उन्हें लागू करने के लिए उद्देश्य, वैध और विश्वसनीय ज्ञान उत्पन्न करना है।
परंपरागत रूप से यह स्वीकार किया जाता है कि विज्ञान का मुख्य उद्देश्य ज्ञान और समझ स्वतंत्र रूप से इसके संभावित अनुप्रयोगों का निर्माण रहा है।
131. (3) दिए गए गद्यांश के अनुसार जीवन का मुख्य लक्ष्य शांति और आनंद होना चाहिए।
हर मनुष्य के जीवन में लक्ष्य का होना बहुत जरूरी है। लक्ष्य के बिना उसका जीवन व्यर्थ होता है।
132. (2) दिए गए शब्द समूह में शांति शब्द अन्य शब्दों से अलग है। प्रगति, विकास और उन्नति का अर्थ आगे बढ़ने से है। जबकि शांति निरापद के अर्थ में एक अलग शब्द है।
133. (2) लेखक के अनुसार जीवन को सफल बनाने की सीढ़ी हमारे अंदर होती है। क्योंकि हमारे मन के अंदर एक उत्साह काम करता है।
सफलता कोई परिणाम नहीं है, जिसे हम प्राप्त कर सकते हैं।
यह तो महसूस की जा सकती है, लेकिन एक खुश और सफल जीवन जीने के लिए हमें सबसे पहले स्वयं के साथ अपने रिश्ते को बेहतर करना होगा, क्योंकि हमारी भावनात्मक और मानसिक स्थिति का प्रत्यक्ष प्रभाव हमारी खुशी और सफलता पर होता है।
इसलिए यदि हमने हमारी आंतरिक स्थिति को ठीक रखना सीख लिया तो निश्चित रूप से खुशी और सफलता हमारे साथ होंगे।
134. (4) गद्यांश के अनुसार सबसे महत्वपूर्ण तथ्य स्वयं की पहचान होनी चाहिए।
मनुष्य की अपनी अलग पहचान होनी चाहिए। जो उसे अलग पंक्ति में खड़ा करें। स्वयं की पहचान से ही मनुष्य के जीवन रूपी नैया पार लगेगी, क्योंकि जो व्यक्ति स्वयं को पहचान लिया, उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। सफलता भी स्वयं के पहचान पर निर्भर करती है।
135 (2) प्रकृति में “इक’ प्रत्यय लगाकर प्राकृतिक शब्द का निर्माण किया जा सकता है।
136. (4) भाषा अक्षर और ध्वनियाँ हैं।
भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य बोलकर, सुनकर, लिखकर व पढ़कर अपने मन के भावों या विचारों का आदान-प्रदान करता है।
दूसरे शब्दों में जिसके द्वारा हम अपने भावों को लिखित अथवा कथित रूप से दूसरों को समझा सके और दूसरों के भावों को समझ सके उसे भाषा कहते हैं।
सार्थक शब्दों के समूह या संकेत को भाषा कहते हैं।
137. (2) जीवा के इस प्रकार के पठन को सरसरी तौर पर पठन कहते हैं।
किसी पाठ को या पुस्तक के किसी भाग को सस्वर अथवा मौनरूप से पढ़ना वाचन या पठन (Reading) कहलाता है।
दूसरे शब्दों में, किसी भाषा में लिखित सामग्री को पढ़ना और समझना ही वाचन है।
138. (1) व्याकरण के इस प्रकार ‘अर्थ से नियम की तरफ बढ़ने को आगमन विधि कहते हैं।
आगमनविधि-इस विधि में “उदाहरण प्रदर्शन से नियम की ओर” शिक्षण सूत्र का प्रयोग किया जाता है। पाणिनि ने इस विधि को आधार मानकर ही सूत्रों को क्रमबद्ध रूप से प्रस्तुत किया।
निगमनविधि- पतंजलि ने व्याकरण के लिए निगमनविधि को सर्वाधिक उपयुक्त माना है। इस दृष्टि से पूर्व में नियम प्रस्तुत करके उदाहरण- प्रतिउदाहरण दिया जाता है।
139. (2) वाचन कौशल क्षमता का विकास करने के लिए खेल के दृश्य का वर्णन करना सबसे उपयुक्त कौशल है।
वाचन शिक्षा प्राप्ति में सहायक है।
वाचन कौशल ज्ञानोपार्जन का साधन है, क्योंकि पाठ्य पुस्तक पढ़ने से तो केवल ज्ञान प्राप्त होता है।
संदर्भ ग्रन्थ पढ़ने से ज्ञान की पिपासा कुछ हद तक शान्त होती है।
वाचन कौशल के उद्देश्य :
अपने भावों, विचारों, अनुभवों को सरलतापूर्वक, स्पष्ट ढंग से व्यक्त करने के योग्य बनना।
शुद्ध उच्चारण, उचित स्वर, उचित गति एवं हाव-भाव के साथ बोलना सीखना।
निःसंकोच होकर अपने विचारों को व्यक्त करने के योग्य बनना।
परस्पर वार्तालाप करने के योग्य बनना।
धारा प्रवाह बोलने के योग्य बनना।
140. (3) अधिगम के लिए आकलन संवेदनशील एवं रचनावादी प्रक्रिया है।
अधिगम के लिए आकलन विद्यार्थियों की अभिप्रेरणा में वृद्धि करने में सहायक है। अधिगम के लिए आकलन विद्यार्थियों में लक्ष्य एवं मानदंड की समझ विकसित करता है।
अधिगम के लिए आकलन विद्यार्थियों की सर्वांगीण उन्नति में सहायक है।
141. (2) दिए गए लक्ष्य से शिक्षार्थियों में पठन संबंधी आदतों का विकास किया जा रहा है। पत्र-पत्रिकाओं, कार्टून्स एवं पुस्तिकाओं का पठन-पाठन से स्वाध्याय – प्रवृत्ति जागृत होती है।
142. (4) भाषा के संलग्नता से आशय है, शिक्षार्थी भिन्न-भिन्न उद्देश्यों के लिए भाषा का प्रयोग करते और सीखते हैं। स्पष्टतः कर्मानुसार भाषा, परिवर्तनशील है।
143 (3) अध्यापिका बच्चों को लिखने के तरीके सिखा रही है जिसके अंतर्गत वर्णों रेखाओं की बनावट उनकी दिशा व रेखांकन का ज्ञान करा रही है।
144. (3) वे शब्द जिन्हें हम लेखन और वाचन में प्रत्युक्त करते हैं, उन्हें उत्पाद शब्द सम्पदा (Productive word or vocabulary) कहते हैं।
145. (2) मातृभाषा दूसरी भाषा के अधिगम में बाधा उत्पन्न नहीं करती है, बल्कि इसके साथ अन्य भाषाओं के अधिगम को आसानी से किया जा सकता है।
146. (1) लिखने के द्वारा लिखना सीखने को प्रक्रिया उपागम कहते हैं।
प्रक्रिया उपागम (Process Ap proach) : पाठ्यचर्या संगठन के प्रक्रिया प्रतिमान में प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जाती है। इसमें उद्देश्यों को परिभाषित नहीं किया जाता है, बल्कि पाठ्यचर्या के प्रारूप को विकसित करने में पाठ्य-वस्तु के ज्ञान एवं प्रस्तुतीकरण को ही ध्यान में रखा जाता है।
147. (3) अध्यापिका शब्दों के माध्यम से संदर्भ में विशेषण का प्रयोग कर रही है जो शब्द संज्ञा एवं सर्वनाम की विशेषता बताए, उसे विशेषण कहते हैं।
148. (1) राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अहम बिंदु:
मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय
स्कूलों लिए 10 + 2 की जगह 5 + 3 + 3 + 4 फॉर्मूला
शिक्षा पर सरकारी खर्च 4.43% से बढ़ाकर जीडीपी का 6% का लक्ष्य है।
ग्रेजुएशन में 3-4 साल की डिग्री व एमफिल की अनिवार्यता खत्म
छठी कक्षा से ही छात्रों को प्रोफेशनल एण्ड स्किल की शिक्षा
149. (2) अधिगम के लिए आरंभिक वर्षों के दौरान बच्चों द्वारा यदा-कदा आड़ी-तिरछी रेखाएँ बनाने का कोई अर्थ नहीं होता है।
150 (2) प्रथम भाषा दूसरी भाषा के अधिगम को प्रभावित नहीं करती है। अतः यह कथन असत्य है।
पहली भाषा वह भाषा है, जिसे कोई व्यक्ति पहले परिवार से प्राप्त करता है,. फिर आस-पास के लोगों को सुनकर या उसके संवाद करते हुए, जबकि दूसरी भाषा वह भाषा होती है, जिसका व्यक्ति अपनी मूल भाषा के अलावा उपयोग करता है; यह पहली भाषा के बाद सीखा जाता है।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
- Telegram पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Google News ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here