CTET पेपर – I, कक्षा I-V 3 जनवरी, 2022

CTET पेपर – I, कक्षा I-V 3 जनवरी, 2022

भाग-I: बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र 

1. समकालीन विचारधाराओं के अनुसार, बाल विकास की प्रक्रिया-
(1) सभी बच्चों के लिए एक समान है और सभी बच्चे एक निश्चित आयु तक आते-आते विशिष्ट निर्धारित लक्ष्य अवश्य प्राप्त कर लेते हैं।
(2) बहुआयामी है क्योंकि बच्चे विभिन्न + प्रकार के संदर्भों में पलते-बढ़ते हैं।
(3) का पूर्वानुमान बिल्कुल नहीं लगाया जा सकता, यद्यपि विकास सभी के लिए एक दिशात्मक होता है।
(4) सिर्फ माता-पिता से प्राप्त आनुवंशिक गुणों द्वारा ही निर्धारित होती है।
2. विकास का …….. सिद्धांत बताता है कि गामक कौशलों का विकास शरीर के मध्य से आरंभ होकर शरीर के सिरों की ओर बढ़ता है।
(1) घुमावदार
(2) विशिष्टता
(3) अधोगामी
(4) शीर्षगामी
3. विकास की किस अवस्था में बच्चे कल्पनाशीलता वाले खेल में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं?
(1) शैशवावस्था
(2) प्रारंभिक बाल्यावस्था
(3) मध्य बाल्यावस्था
(4) किशोरावस्था
4. निम्न में से कौन-सी बच्चों के समाज की द्वितीयक संस्थाएँ हैं ?
(i) परिवार
(ii) मीडिया
(ii1) धार्मिक संस्थाएँ
(iv) विद्यालय
(1) (i) (ii) (iv)
(2) (i) (iii) (iv)
(3) (i) (iii) (iv)
(4) (i) (iv)
5. रुचि को तीन पेंसिलें दिखाई जाती हैं, वह देखती है कि पेंसिल ‘क’ पेंसिल ‘ख’ बड़ी है और पेंसिल ‘ख’, पेंसिल ‘ग’ से बड़ी है। जब रूचि यह निष्कर्ष निकालती है कि ‘क, ‘ग’ से बड़ी है, तो वह जीन पियाजे के किस संज्ञात्मक विकास की विशेषता को दर्शाती है?
(1) क्रमबद्धता
(2) संरक्षण
(3) सकर्मक अनुमान
(4) परिकल्पना आधारित निगमनात्मक तर्क
6. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार, मूर्त- संक्रियात्मक चरण में बालक निम्न में से क्या कर पाने के योग्य होता है ?
(1) प्रतिवर्तन
(2) परिकल्पना आधारित निगमनात्मक तार्किक चिंतन
(3) अमूर्त चिंतन
(4) प्रतिज्ञाप्ति चिंतन
7. निम्नलिखित में कौन-सा चरण, लॉरेंस कोहलबर्ग द्वारा दिए गए नैतिक विकास के सिद्धांत में शामिल नहीं है?
(1) पारंपरिक चरण
(2) अपारंपरिक चरण
(3) उत्तर- पारंपरिक चरण
(4) पूर्व-पारंपरिक चरण
8. एक अध्यापिका अपनी कक्षा के लिए लेव वायगोत्स्की के सामाजिक संरचनावादी सिद्धांतों पर आधारित शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया तैयार करना चाहती है। उसे निम्न में से किसके प्रयोग से बचना चाहिए?
(1) सामाजिक संदर्भों पर आधारित शिक्षण अधिगम की अभिकल्पना करना।
(2) विद्यार्थियों के अधिगम प्रयासों का गहन अवलोकन करना।
(3) अधिगम के आकलन के लिए मानकीकृत परीक्षाओं का इस्तेमाल
(4) आवश्यकता के अनुसार पाड़ का प्रयोग
9. लेव वायगोत्स्की ने अपने सामाजिक संरचनावाद सिद्धांत में, निम्न में से किसे विद्यार्थियों में अधिगम को सुसाध्य करने हेतु उपयुक्त बताया है ?
(1) सहकर्मी सहयोगता
(2) सांस्कृतिक उपकरणों का अहस्तक्षेप
(3) रटकर याद करने पर बल
(4) गैर-संदर्भित पाठ्यक्रम
10. किसी प्रगतिवादी कक्षा के बारे में एक अध्यापिका का क्या विश्वास होना चाहिए?
(1) कक्षा हमेशा कठोर नियन्त्रण में रहे और सिर्फ अध्यापक को निर्देश देने चाहिए।
(2) अधिगम केवल कक्षा में ही होता है।
(3) कक्षा में विद्यार्थी अपने साथ विविध प्रकार के समृद्ध अनुभव लाते हैं।
(4) विद्यार्थी केवल ड्रिल और अभ्यास के माध्यम से ही सबसे अधिक सार्थकता से सीखते हैं।
11. किस विचारक ने इस बात को नकारा है कि बुद्धि एकल इकाई है और कई पृथक् स्वतंत्र बुद्धियों का सिद्धांत प्रतिपादित किया है? P
(1) जीन पियाजे
(2) हावर्ड गार्डनर
(3) लेव वायगोत्स्की
(4) लोरेंस कोलबर्ग
12. खिलौने के रूप में गुड़िया मिलने पर रोहन की प्रतिक्रिया थी – “मुझे यह खिलौना पसन्द नहीं है, क्योंकिं लड़के गुड़िया से नहीं खेलते।” यह किसका उदाहरण है?
(1) जेंडर प्रासंगिकता
(2) जेंडर भेदभाव
(3) जेंडर रूढ़िवादिता
(4) जेंडर स्थिरता
13. एक शिक्षक एक महीने की अवधि के अंतराल में विद्यार्थियों को निबंध लेखन के लिए कई ड्राफ्ट लिखने के लिए सहयोग देता है। यदि यह शिक्षक प्रत्येक विद्यार्थी के सभी ड्राफ्ट को ध्यान में रखता है और उन सभी ड्राफ्ट पर काम करने की प्रक्रिया को भी मान्यता देता है, तो इस प्रकार के मूल्यांकन को क्या कहेंगे?.
(1) योगात्मक
(2) मानक- संदर्भित
(3) रचनात्मक
(4) मानकीकृत
14. एक बहुभाषीय कक्षा में शिक्षक को-
(1) वार्तालाप के लिए मातृभाषा के उपयोग को निरुत्साहित करना चाहिए।
(2) ज्यादातर विद्यार्थियों द्वारा बोली जा रही प्रमुख भाषा को ही स्वीकार करना चाहिए।
(3) भाषाओं की विविधता के बारे में जागरूकता लानी चाहिए और विद्यार्थियों को पसंद अनुसार भाषा के इस्तेमाल की अनुमति देनी चाहिए।
(4) एक लक्ष्यांक भाषा जैसे कि अंग्रेजी को छोड़कर अन्य भाषाओं के उपयोग की उपेक्षा करनी चाहिए।
15. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार, शिक्षा को-
(i) केवल पूर्व निर्धारित विषय-वस्तु पर केंद्रित होना चाहिए।
(ii) समस्या समाधान पर केंद्रित होना चाहिए |
(iii) अधिगमकर्ताओं में समालोचनात्मक चिंतन का विकास करना चाहिए ।
(iv) अन्वेषण – निर्धारित और खोज – आधारित होना चाहिए।
(1) (i) (iii) (iv)
(2) (i) (ii) (iii)
(3) (i) (ii) (iv)
(4) (i) (ii) (iii) (iv)
16. पाठ्यक्रम को जल्दी पूरा करने के लिए एक शिक्षिका हमेशा अपनी पसंद के ही कुछ बच्चों से उत्तर पूछ लेती है। शिक्षिका द्वारा किया गया यह कार्य :
(1) पाठ्यक्रम पूरा करने हेतु न्यायोचित है।
(2) यह दर्शाता है, कि शिक्षिका में अपनी कक्षा के श्रेष्ठ बच्चों को पहचानने का अच्छा कौशल है।
(3) विद्यार्थियों को समान अवसर की उपलब्धता से वंचित करता है।
(4) सभी विद्यार्थियों के समान अवसरों को सुनिश्चित करने में प्रभावशाली होगा।
17. गुणज वैफल्य से जूझते छात्र के समावेशन हेतु निम्न में से क्या महत्वपूर्ण है ?
(1) कार्य पूर्ण करने के लिए सख्त समय बाध्यताएं निश्चित करना
(2) विद्यार्थी को दृश्य – आधारित परिकलन (कैलकुलेटर) और गणित-संबंधी प्रयोज्यता उपलब्ध करवाना :
(3) पाठ्यांश में मौजूद प्रसंगोचित जानकारी को निष्प्रभ (ढ़कने) करने के लिए अतिरिक्त विषयवस्तु जोड़ देना
(4) विद्यार्थी के अधिगम के आकलन के लिए सिर्फ मानकीकृत तरीकों का इस्तेमाल करना
18. एक दृष्टि बाधिता वाले विद्यार्थी के लिए निम्न में से कौन-सी सामग्री लाभदायक नहीं होगी ?
(1) स्पर्शिक ग्लोब
(2) छोटे अक्षरों वाली पुस्तकें
(3) दृश्यपट्ट पठन सॉफ्टवेयर
(4) ब्रेल लिपि वाली पुस्तकें
19. कथन (A) : भाषा शिक्षण के दौरान, एक अध्यापिका को लिखित सामग्री के साथ-साथ श्रवण पुस्तकें भी उपलब्ध करवानी चाहिए।
तर्क (R) : प्रस्तुतीकरण के विविध विकल्प, विभिन्न अधिगमकर्ताओं की जरूरतों को पूरा कर पाते हैं। (जैसे कि पठन विकारों से जुझते विद्यार्थी)
सही विकल्प चुनें।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(2) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(3) (A) सही है लेकिन (R), गलत है।
(4) (A) और (R) दोनों सही है।
20. एक सृजनात्मक बालक में निम्न में से कौन-से गुण मौजूद होंगे?
(i) अपसारी चिंतन
(ii) अभिसारी चिंतन
(iii) अमूर्त चिंतन की योग्यता
(iv) नवीन महत्वपूर्ण उत्पादों की योग्यता
(1) (i) (ii) (iii)
(2) (i) (ii) (iv)
(3) (i) (iii) (iv)
(4) (ii) (iii) (iv)
21. कथन (A) : कक्षा में मूल्यांकन के लिए शिक्षकों को विविध विधियों का प्रयोग करना चाहिए
कारण (R) : एक कक्षा में बच्चे की सफलता और असफलता को केवल . पेपर- पेंसिल परीक्षा के द्वारा सही और पूर्ण रूप नहीं निर्धारित किया जा सकता है।
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(2) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(3) (A) सही है लेकिन (R) गलत है।
(4) (A) और (R) दोनों सही हैं।
22. किसी संप्रत्यय को पढ़ाने के लिए एक अध्यापिका विभिन्न उदाहरण प्रस्तुत करती है और उसके बाद विद्यार्थियों को उन उदाहरणों द्वारा एकत्रित जानकारी के आधार पर नियम निर्धारित करने को कहती है। इस क्रिया में अध्यापिका किस अभिगम को इस्तेमाल कर रही है ?
(1) निगमनात्मक
(2) आगमनात्मक
(3) अनुकरणात्मक
(4) प्रतिस्पर्धात्मक
23. कक्षा नियमन में विद्यार्थी की सहकारिता हेतु एक अध्यापक को क्या करना चाहिए? 
(1) स्वयं ही कठोर और अटल नियमों का निर्धारण
(2) विद्यार्थियों के दुर्व्यवहार के बारे में अभिभावकों से बार-बार शिकायत
(3) मापदंडों का पालन न करने पर विद्यार्थियों की भर्त्सना
(4) मापदंडों और नियमों को स्थापित करते समय विद्यार्थियों की सहभागिता
24. वह विकल्प चुनिए जो उन संदर्भों का सही चुनाव करता है जिनमें बच्चों के लिए अधिगम हो पाता है।
(i) खेल-कूद
(ii) घर
(iii) कक्षा – कक्ष
(1) (i) (ii)
(2) (ii) (iii)
(3) (i) (ii) (iii)
(4) (iii)
25. निम्नलिखित में से कौन-सी तकनीक छात्रों में समस्या समाधान कौशलों के . विकास हेतु प्रभावशाली नहीं है?
(1) मुद्दों पर चर्चा को सुसाध्य करना और छात्रों को चर्चा में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना
(2) समस्या को हल करने के लिए छात्रों को विचार मंथन एवं विचार उत्पन्न करने के लिए प्रोत्साहित करना
(3) समस्या का समाधान खोजने के लिए छात्रों को विविध प्रकार की शिक्षण सामग्री प्रदान करना
(4) हर समस्या के लिए एक ही जैसी पूर्व निर्धारित चरण-दर-चरण प्रक्रिया के इस्तेमाल पर बल देना
26. निम्न में से कौन-सा एक संरचनावादी कक्षा का अभिलक्षण है?
(1) अधिगम प्रक्रिया में अधिगमकर्ता निष्क्रिय होते हैं।
(2) पाठ्यपुस्तक को यंत्रवत याद करने पर अत्यधिक महत्व दिया जाता है।
(3) कक्षा में बच्चों को प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता है।
(4) कक्षा-कक्ष में बच्चों के पिछले अनुभवों का उपयोग नए ज्ञान की रचना के लिए किया जाता है।
27. निम्न में से कौन-सी विचारधारा बच्चों के अधिगम में अवरोधक है? 
(1) त्रुटियाँ अधिगम की प्रक्रिया का ही एक हिस्सा हैं।
(2) अधिगमकर्ताओं के लिए त्रुटियाँ करना एक लज्जाजनक कार्य है।
(3) त्रुटियाँ, अधिगमकर्ताओं की संकल्पनात्मक समझ में अन्तरालों की जानकारी देती हैं।
(4) अधिगमकर्ताओं को डाँट के भय के बिना त्रुटियाँ करने के लिए मौका मिलना चाहिए।
28. निम्न में से कौन-सा बाह्य अभिप्रेरणा का एक उदाहरण है?
(1) अपने अधिगम को दृढ़ करने के लिए, शोध करते समय विभिन्न स्रोतों की सहायता लेता है।
(2) नकद इनाम पाने हेतु रेयान, एक परियोजना के लिए विभिन्न स्रोतों से खोज करता है।
(3) सितारा अपने स्व-संतोष लिए अपने से बड़ों से नियमित तौर पर प्रतिपुष्टि लेती है।
(4) अपनी व्यक्तिगत अभिरूचि एवं अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए कुलमीत क्रियाकलाप का नियमित रूप से अभ्यास करता है।
29. कोविड- 19 महामारी के दौरान तनाव ने विद्यार्थियों के प्रदर्शन को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। यह निम्नलिखित में से किस प्रकार के संबंध को स्पष्ट करता है ?
(1) प्रतियोगिता और ज्ञान
(2) संज्ञान और संवेग
(3) आनुवंशिकता और निष्पादन
(4) आनुवंशिकता और वातावरण ।
30. अधिगम अधिक सार्थक और प्रभावशाली होता है अगर वह मुख्यतः ……. हो |
(1) शिक्षक-निर्देशित
(2) सहपाठियों द्वारा निर्देशित
(3) पाठ्य पुस्तक केंद्रित
(4) स्व-निर्देशित

भाग-II : गणित

31. तीन विद्यार्थियों के समूह में गणित पढ़ने से पहले और बाद में प्राप्त अंकों को यह तालिका दर्शाती है
तीनों विद्यार्थियों द्वारा मिलकर प्रत्येक प्रकार से किए गए अध्ययन के लगभग औसत अंक क्या-क्या हैं?
(1) 73.2, 64.77
(2) 71, 61.33
(3) 64.77, 73. 2
(4) 61.33, 71
32. निम्नलिखितं अक्षरों के किस समूह में क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों प्रकार की सममित रेखाएँ हैं?
(1) C, X, T
(2) X, H, O
(3) X, Y, Z
(4) A, B, C .
33. राकेश और सानिया आपस में चर्चा कर रहे हैं। राकेश कहता है ‘त्रिज्या व्यास की दुगुनी होती है’ और सानिया कहती है, ‘त्रिज्या व्यास की आधी होती है। ‘ निम्नलिखित विकल्पों में से कौन सा सही है?
(1) राकेश सही है और सानिया गलत है।
(2) सानिया सही है और राकेश गलत है
(3) दोनों गलत है, क्योंकि त्रिज्या और व्यास दोनों बराबर होते हैं
(4) दोनों गलत हैं, क्योंकि त्रिज्या और व्यास के बीच कोई संबंध नहीं है।
34. अरीबा अंग्रेजी अक्षरों और गणितीय अंकों में कोण ढूँढ़ती है। निम्नलिखित में से किस समूह में उसे केवल समकोण मिलेंगे?
(1) K, 7, T
(2) X, 4, N
(3) H, 5, E
(4) M, 3, L
35. किसी संख्या के गुणनखण्ड ………. हैं।
(1) संख्या के बराबर या उससे कम
(2) संख्या के बराबर या उससे अधिक
(3) संख्या के बराबर
(4) संख्या से कम
36. वेणु को 25 सितम्बर, 2021 के दिन घर में सफाई करते समय अपना जन्म प्रमाण पत्र मिला। उसने देखा कि उसकी जन्म तिथि प्रमाण पत्र में 5 दिसम्बर, 1995 लिखी थी। जब वेणु को प्रमाण पत्र मिला, तो उसकी आयु लगभग कितनी थी?
(1) 24 वर्ष 11 महीने
(2) 25 वर्ष 9½ महीने
(3) 25 वर्ष 3½ महीने
(4) 26 वर्ष 3 महीने
37. पाँच व्यक्तियों की लंबाइयाँ नीचे दी गई है :
163 सेमी., 161 सेमी., 156 सेमी., 159 सेमी., 162 सेमी.
इन लंबाईयों का योग मीटर में क्या है?
(1) 7 मीटर 10 सेमी.
(2) 8 मीटर 1 सेमी.
(3) 8 मीटर 10 सेमी.
(4) 9 मीटर 1 सेमी.
38. 1729 को रामानुजन संख्या कहा जाता है, क्योंकि यह एक सबसे छोटी संख्या है जिसे दो अलग तरीकों से दो संख्याओं के घनों के योग द्वारा दर्शाया जा सकता है। निम्नलिखित में से संख्याओं के कौन से युग्मों के घनों से यह संख्या प्राप्त होगी?
(1) (1,12) और (9, 8)
(2) (1, 12 ) और (10, 9)
(3) (2,11) और (10, 9)
(4) (2,11) और (9, 8)
39. तीन मित्र क्रमश: 20 मिनट 30 मिनट और 45 मिनट के अंतराल पर अपने मोबाइल फोन पर संदेश प्राप्त करते हैं। उन्हें संदेश एक निर्धारित समय पर एक साथ प्राप्त होना शुरू हुआ। वे कितने समय के बाद पुन: एक साथ संदेश प्राप्त करेंगे?
(1) 1.5 घंटे
(2) 2 घंटे
(3) 2.5 घंटे
(4) 3 घंटे
40. निम्नलिखित में से सबसे बड़ी और सबसे छोटी भिन्न क्रमशः हैं:
41. पैटर्न को देखिए तथा ……… पर संख्या लिखिए :  
1+3=4
1+3+5 = 9
1+3+5+ 7 = 16
1+3+5+7+ 9 = 25
1+3+5+7+9+11+13+ 15 + 17 = ……..
(1) 36
(2) 64
(3) 81
(4) 100
42. विभिन्न स्टेशनरी (लेखन-सामग्री) वस्तुओं की दरें नीचे दी गई हैं:
लेखन-सामग्री                                           मूल्य
पेंसिलों का एक पैकेट                              = 22.00 रुपए
कलम का एक पैकेट                                = 37.50 रुपए
एक रबड़                                                 = 3.50 रुपए
एक शार्पनर                                             = 4.50 रुपए
पेस्टल कागज (शीट) का एक पैकेट          = 48.00 रुपए
एक रेखनी (रूलर)                                  = 10.00 रुपए
हरप्रीत ने एक पैकेट पेंसिल, दो पैकेट कलम, तीन रबड़, एक शार्पनर, पेस्टल शीट के दो पैकेट और एक रेखनी खरीदी। उसको कितनी राशि अदा करनी पड़ेगी?
(1) 218.00 रुपए
(2) 236.50 रुपए
(3) 185.00 रुपए
(4) 193.50 रुपए
43. 10011 को 101 से भाग देने पर क्या शेषफल प्राप्त होगा?
(1) 9
(2) 11
(3) 12
(4) 13
44. वह न्यूनतम संख्या चुनिए, जो एक पूर्ण वर्ग है और प्रत्येक संख्या 16, 20 और 24 से विभाजित हो जाती है-
(1) 1600
(2) 3600
(3) 6400
(4) 14400
45. 786364 में दोनों छ: के स्थानीय मानों का गुणनफल है – 
(1) 36
(2) 36000
(3) 360000
(4) 6060
46. एक गणित की अध्यापिका ने अपनी कक्षा के समक्ष निम्न प्रश्न रखा-
“चार अंकों 7, 8, 4, 6 को लीजिए | इस तरह से चार अंकों वाली सबसे छोटी और सबसे बड़ी संख्या बनाएँ कि कोई भी अंक उनमें दोबारा ना आएं (अर्थात् किसी भी अंक की पुनरावृत्ति न हो) । ” छात्रों के विविध जवाबों के बाद, वे छात्रों से पूछती हैं, “आपने जो दो संख्याएं बनाई हैं, उनमें अंकों के क्रम के बारे में सोचिए। क्या आप बता सकते हैं कि सबसे बड़ी और सबसे छोटी संख्या कैसे बनीं? अपनी क्रियाविधि को लिखिए। ” निम्नलिखित कथनों में से कौन सा कथन उपर्युक्त के संदर्भ में अति उपयुक्त है?
(1) छात्रों को अपने ही उत्तरों को खुद आँकने के लिए कहकर शिक्षिका छात्रों को आँकने में लगने वाले अपने समय को बचा रही है।
(2) शिक्षिका छात्रों को कक्षा में अनुशासन बनाए रखने के लिए व्यस्त रख रही हैं।
(3) शिक्षिका छात्रों द्वारा दिए गए उत्तरों में सम्मिलित उनकी चिंतन प्रक्रिया. को समझना चाहती हैं।
(4) शिक्षिका उन छात्रों को भ्रमित कर रही हैं जिन्होंने सही उत्तर दिया है, ताकि वे उत्तरों की फिर दोबारा से जाँच कर लें।
47. निम्नलिखित में से कौन-सा रचनात्मक आकलन के लिए प्रयोग नहीं होता ? 
(1) छात्रों का पोर्टफोलियो (फाइल/पत्राधान)
(2) उपाख्यानात्मक अभिलेख
(3) सत्रांत परीक्षा
(4) क्षेत्र-भ्रमण
48. एक गणित के अध्यापक अपने छात्रों के समक्ष निम्नलिखित शब्दगत समस्या रखते हैं-
” समाचार पत्र की एक प्रति में 12 (बारह) पन्ने हैं। हर रोज 10,500 प्रतियाँ छापती है। कितने कुल पन्ने हर रोज छपते हैं?”
एक छात्र जवाब देता है कि उत्तर 1,25,000 से 1,30,000 के बीच होगा। निम्नलिखित में से कौन सा कथन उपर्युक्त के संदर्भ में सही है?
(1) शिक्षक को छात्र को गलत उत्तर देने से हतोत्साहित करना चाहिए।
(2) अनुमान रोजमर्रा के गणित में इस्तेमाल होता है अतः शिक्षक को छात्र के अनुमानित उत्तर के लगभग सटीक होने की प्रशंसा करनी चाहिए।
(3) शिक्षक को छात्र के जवाब को नजरअंदाज करना चाहिए और गुणन की कलन-विधि के शिक्षण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
(4) गणित में एकदम सही उत्तर चाहिए इसलिए अनुमान की गणित में कोई प्रासंगिकता नहीं है।
49. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा : एन.सी. एफ. (2005) के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गणित सीखने के संदर्भ में कक्षा के भावी परिवेश की परिकल्पना (दृष्टि) को निरूपित करता है?
(a) छात्र समूहों में काम कर रहे हैं और वास्तविक जीवन की परिस्थितियों के साथ संबंध जोड़ते हुए प्रश्नों को हल करने के लिए विभिन्न रणनीतियाँ खोज रहे हैं।
(b) छात्र पाठ्यपुस्तक के अभ्यासों को हल कर रहे हैं जो शिक्षक द्वारा हल किए गए उदाहरणों पर आधारित हैं।
(c) शिक्षक अधिगम की प्रक्रिया पर मनन कर रहे हैं और गलतियों को अधिगम के अवसरों के तौर पर देख रहे हैं।
(d) छात्र प्रश्नों के हल को श्याम पट्ट ( ब्लैक बोर्ड) से नकल करके लिख रहे हैं।
सही विकल्प का चयन कीजिए-
(1) (a) और (b)
(2) (b) और (d)
(3) (a) और (c)
(4) (c) और (d)
50. एक प्राथमिक स्कूल की गणित की अध्यापिका चाहती हैं कि उनके छात्र दैनिक जीवन में सूचना को सुव्यवस्थित करने, निरूपित करने और अर्थ निकालने के लिए आँकड़ों के प्रबंधन की प्रशंसा करें। निम्नलिखित में से कौन सा अध्यापिका को अधिगम के परिणामों को प्राप्त करने में सहायता करेगा।
(1) पाठ्यपुस्तकों में से हल किए हुए उदाहरणों पर चर्चा करना ।
(2) विविध रेल समय-सारणियों का, समाचार पत्रों में प्रकाशिक सर्वेक्षणों आदि का उपयोग करना
(3) आँकड़ों के निरूपण के विभिन्न तरीकों की व्याख्या करना
(4) उनको आँकड़ों को निरूपित करने के विविध औपचारिक तरीकों से अवगत कराना।
51. निम्नलिखित में से कौन-सी रणनीति प्राथमिक कक्षा में भिन्न की संकल्पना को प्रस्तुत करने के लिए अति उपयुक्त है ?
(1) श्याम पट्ट ( ब्लैक बोर्ड ) पर भिन्न को p/q की तरह लिखकर जहाँ q ≠ o है और चिन्हों को समझाना ।
(2) भिन्न का उदाहरण लिखना और फिर तब भिन्न को निरूपित करने के लिए संख्या – रेखा पर बिंदु चिन्हित करना।
(3) वृत्तों और आयताकार पहियों के सममित कट-आउट्स के साथ भिन्नों को निरूपित करने के लिए कागज मोड़ने की गतिविधियों का प्रयोग करना।
(4) भिन्ना के दो उदाहरण देना और छात्रों को उनकी कॉपियों में भिन्नों के दस समान उदाहरण लिखने के लिए कहना।
52. गणित की अपनी शब्दों और चिन्हों की भाषा है जो छात्रों की दैनिक भाषा से बहुत दूर है। दिए गए कथन के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा अति उपयुक्त है?
(1) शिक्षक को विद्यार्थियों की गणित में इस्तेमाल होने वाली शब्दावली और चिन्हों को स्मरण कराने में सहायता करनी चाहिए।
(2) शिक्षक को गणितीय समस्याओं को संदर्भित करना चाहिए और गणित को विद्यार्थियों के जीवन अनुभवों का भाग बनाना चाहिए ।
(3) गणित की भाषा को सीखने में विद्यार्थियों की सहायता हेतु शिक्षक को केवल गणित में शब्दगत समस्याओं को हल करने पर बल देना चाहिए।
(4) शिक्षक को कक्षा में महत्वपूर्ण गणितीय चिन्हों और सूत्रों के चार्ट को प्रदर्शित करना चाहिए।
53. एक पांचवी कक्षा की छात्रा द्विविमीय आकृतियों का उनके गुणों के आधार पर श्रेणियों में वर्गीकरण कर पाती है। ज्यामितीय विकास की वैन-हेले सिद्धांत के अनुसार वह छात्रा ज्यामितीय विवेचन के ……. के स्तर पर है।
(1) विश्लेषण
(2) स्वयं सिद्ध
(3) अभिज्ञान / पहचानना
(4) निगमन
54. एक प्राथमिक कक्षा के गणित के अध्यापक अपने छात्रों के समक्ष निम्नलिखित शब्द समस्या / इबारती प्रश्न रखते हैं :
“समीना नौ बजने में दस मिनट पर सोने जाती है। कृति समीना के बीस मिनट बाद सोने जाती है। कृति किस समय पर सोने गई?”
एक छात्र ने जवाब दिया बीस (20) उसने समझाया, ” प्रश्न में कहा गया है कि कृति बीस मिनट बाद बिस्तर पर गई, तो उत्तर ( जवाब) बीस ही होगा। ” 
न्यूमैन के अनुसार, छात्र द्वारा दिया गया उत्तर उदाहरण है-
(1) अवबोध (अर्थ- बोध) की त्रुटि का
(2) पढ़ने की त्रुटि का
(3) प्रक्रिया कौशल की त्रुटि का
(4) लापरवाही का त्रुटि का
55. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (2005) बल देता है कि स्कूल गणित गतिविधि आधारित हो। ऐसा है क्योंकि :
(a) यह विद्यार्थियों को आजीविका कमाने के कौशल के विकास में सहायता करता है।
(b) यह विद्यार्थियों को गणित में अर्थपूर्ण समस्याओं को हल करने / सुलझाने के लिए प्रोत्साहित करता है ।
(c) गणित में अमूर्त संकल्पनाओं को समझने के लिए यह मूर्त अनुभव उपलब्ध कराता है।
(d) यह प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों को मनोरंजन का समय उपलब्ध कराता है।
सही विकल्प का चयन कीजिए :
(1) (b) और (c)
(2) (a) और (c)
(3) केवल (d)
(4) (a) और (d)
56. गणितीय दुश्चिता से ग्रस्त छात्रों के लिए निम्नलिखित में से कौन सां/ से आकलन का / के साधन उपयुक्त हैं ?
(a) मानक संदर्भित आकलन
(b) सहयोगात्मक अधिगम परियोजनाएँ
(c) योगात्मक आकलन
(d) रचनात्मक आकलन
सही विकल्प का चयन कीजिए :
(1) (a) और (c)
(2) (b) और (d)
(3) केवल (c)
(4) (b) और (c)
57. गणित की कक्षा में, एक छात्र योग पर समस्याओं को हल करने के लिए निम्नलिखित तरीकों से उँगलियों पर गिनता है:
3+9= 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12
9 +3= 10, 11, 12
विद्यार्थी द्वारा उपयोग की गई उपर्युक्त. प्रक्रिया के लिए निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन अति उपयुक्त है?
(1) इस प्रक्रिया की उपेक्षा की जानी चाहिए क्योंकि यह कलन-विधि आधारित नहीं है।
(2) छात्र योग पर आधारित समस्या समाधान में योग के क्रमविनिमेय नियम का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है।
(3) छात्र को ऊँगलियों पर गिनने के लिए हतोत्साहित किया जाना चाहिए, क्योंकि यह समस्या को हल करने की औपचारिक प्रणाली नहीं है।
(4) यह योग पर आधारित प्रश्नों को हल करने की उपयुक्त कलन-विधि है।
58. निम्नलिखित में से कौन-सी गणित में समस्या समाधान की रणनीति नहीं है?
(1) पश्चगामी रूप से हल करना
(2) चित्रात्मक निरूपण
(3) रटकर याद करना/स्मरण करना
(4) प्रयास व त्रुटि
59. एक गणित के अध्यापक अपने छात्रों के समक्ष एक प्रश्न रखते / प्रस्तुत करते हैं “पूर्णाकों का एक जोड़ा लिखिए जिसका जोड़/योगफल ऋणात्मक पूर्णांक है । ” उपर्युक्त प्रश्न ………. का उदाहरण है।
(1) खुले – सिरे वाले प्रश्न
(2) परिमित्तोतर प्रश्न ( बंद सिरे वाले प्रश्न)
(3) स्मरण-आधारित प्रश्न
(4) बहु विकल्पीय प्रश्न
60. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए-
“गणित में, हम प्रत्यक्ष वस्तुओं से धनपूर्णाकों के समुच्चय के अमूर्त रूप को समझते हैं। इस समुच्चय में हम शून्य सम्मिलित करते हैं और पूर्णांकों का समुच्चय प्राप्त होता हैं। इस समुच्चय हमने ऋणात्मक संख्याओं को सम्मिलित किया। पूर्णांक समुच्चय को पाने के लिए पूर्णांकों में परिमेय संख्या का समुच्चय पाने के लिए हमने धनात्मक और ऋणात्मक भिन्नों को जोड़ा । ” उपर्युक्त कथन इसे प्रतिबिंबित करता है :
(1) गणित में संकल्पनाओं के रैखिक प्रबंध को
(2) गणित के पदानुक्रमिक स्वभाव को
(3) गणित में संकल्पनाओं के मूर्त स्वभाव को
(4) गणित में संकल्पनाएँ अमूर्त से मूर्त (प्रत्यक्ष) की तरफ चलती है।

भाग-III: पर्यावरण अध्ययन

61. निम्नलिखित में से कौन-से जानवर का आगे का दाँत उसकी पूरी जिंदगी बढ़ता रहता है?
(1) बिल्ली
(2) गिलहरी
(3) साँप
(4) बाघ
62. नीचे दिए गए विकल्पों में से मधुमक्खी की सर्वाधिक उपयुक्त विशेषताएँ पहचानिए।
(A) केवल रानी मक्खी ही अंडे देती है।
(B) नर मक्खी की कार्यकर्ता के रूप में कोई विशेष भूमिका नहीं है।
(C) सभी मादा मक्खी अंडे देती हैं।
(D) कार्यकर्ता मक्खी भोजन को खोजती है और उसे छत्ते में लेकर आती है।
(1) A, B और C
(2) A और C
(3) A, B और D
(4) A और D
63. वे व्यक्ति जो वनों में कम से कम 25 वर्षों से रह रहे हैं, उनका वन भूमि और उसमें होने वाली उपज पर अधिकार हो जाता है। यह एक्ट लिया गया है :
(1) वन अधिकार एक्ट, 2007 से
(2) भारतीय वन एक्ट, 1927 से
(3) राष्ट्रीय वन नीति, 1988 से
(4) भारतीय वन संशोधन एक्ट, 2019 से.
64. झूम खेती है:
(1) जैव खेती
(2) काट और दग्ध खेती
(3) कीटनाशकों का सीमित उपयोग
(4) रासायनिक खाद का सीमित उपयोग
65. रोनॉल्ड रॉस को 1902 में चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार…….. शोध करने. के लिए मिला।
(1) डेंगू मच्छर से फैलता है
(2) मलेरिया मच्छर से फैलता है
(3) चिकनगुनिया मच्छर से फैलता है।
(4) प्लेग पिस्सुओं से फैलता है
66. सिंकोना पेड़ के किस भाग का उपयोग मलेरिया के उपचार के लिए किया जाता है?
(1) जड़
(2) छाल
(3) पत्ते
(4) बीज
67. साँप के जहरीले दाँतों को कहा जाता है
(1) कसक
(2) विषदंत
(3) कृंतक (छेदक)
(4) शल्क
68. निम्नलिखित में से भारत में मिलने वाला कौन-सा साँप जहरीला नहीं है?
(1) दुबोईया (रसल वाइपर )
(2) अफाई (क्रकच शल्की वाइपर)
(3) भारतीय शैल अजगर (पाइथन )
(4) करैत
69. वर्मीकंपोस्टिंग, एक विधि है जिसमें खाद बनाने में …….. उपयोग होता है।
(1) फीताकृमि
(2) जोंक
(3) केंचुए
(4) अंकुश कृमि (हुकवर्म)
70. पशमीना ऊन किस जानवर से मिलती है?
(1) भेड़
(2) ऊँट
(3) बकरी
(4) ऐल्पेका
71. अधूरे जले जीवाश्मी ईंधन से फैलती है
(1) CO
(2) CO2
(3) SO2
(4) NO
72. पौधों में पानी देने के लिए प्रयुक्त तकनीक जिसमें संकीर्ण नलियों से पानी सीधा पौधे के आधार में दिया जाता है, कहलाती है
(1) नैनो-सिंचाई
(2) माइक्रो (लघु) – सिंचाई
(3) फेमटो-सिंचाई
(4) ड्रिप सिंचाई
73. निम्न पौधों में से कौन सा पौधा कीटों को जाल में फँसाता है और खा जाता है?
(1) कस्कुटा (अमरबेल) पौधा
(2) सूरजमुखी का पौधा
(3) कैक्टस पौधा
(4) घटपर्णी का पौधा
74. वर्षा के पानी को भविष्य में उपयोग करने के लिए संचित करना …… कहलाता है।
(1) वर्षा के पानी को इकट्ठा करना
(2) वर्षा के पानी को पंप करना
(3) वर्षा का उत्खनन
(4) वर्षा के पानी का संचयन
75. निम्नलिखित में से कौन-से रोग मच्छरों से फैलते हैं?
(A) मलेरिया
(B) निमोनिया
(C) डेंगू
(D) चिकनगुनिया
(1) A और C
(2) B, C और D
(3) A, C और D
(4) केवल A
76. विद्यार्थी – केन्द्रित कक्षाएँ विद्यार्थियों के सीखने के लिए सहायकं वातावरण सुनिश्चित करती हैं। निम्न में से कौन-सा इसी बात को प्रस्तावित करता है?
(1) शिक्षक निर्देश देता है तथा विद्यार्थियों से अपेक्षा करता है कि वे उनका पालन करें व अनुशासित रहे।
(2) शिक्षक पाठ्य पुस्तक पढ़ता है, श्यामपट पर प्रश्न एवं उत्तर लिखता और विद्यार्थियों से उन्हें लिखने को कहता है।
(3) शिक्षक ऐसी सीखने की परिस्थिति उपलब्ध कराता है जो विद्यार्थियों को अवसर देती है कि वे अवलोकन करें, खोज/ अन्वेषण करें, प्रश्न करे, प्रयोग करें तथा विभिन्न प्रत्ययों की समझ विकसित करें ।
(4) कक्षा की गतिविधियों को शिक्षक नियंत्रित करता है तथा उसमें विद्यार्थियों की भागीदारी कम से कम होती है।
77. कक्षा V के अध्याय ‘दीवार के उस पार’ में एक शिक्षक आरिफ अपने छात्रों से जो खेल वो खेलते हैं, उनके अनुभव साझा करने को कहते हैं। निम्न में कौन सा उसके प्रयास को सबसे ज्यादा स्पष्ट करेगा?
(1) खेलों से संबंधित नियम की समझ का विकास
(2) खेलों से संबंधित मूल्यों का विकास
(3) कुछ मुद्दों की समझ का विकास, जैसे कि लड़के व लड़कियों के लिए एक जैसे खेल, सभी के लिए समान अवसर तथा टीम भावना
(4) व्यक्तिगत अनुभव को साझा करने की क्षमता का विकास
78. निम्न में से कौन-सी विधि प्राथमिक कक्षाओं में ई.वी.एस. की समझ के लिए सबसे उपयुक्त है?
(1) व्याख्यान विधि
(2) चॉक एवं टॉक विधि
(3) जाँच – आधारित शिक्षण
(4) जग एवं मग पद्धति
79. ई.वी.एस. के शिक्षण में क्षेत्रीय भ्रमण महत्त्वपूर्ण है। निम्न में से कौन-सा विकल्प इस प्रकार के भ्रमण के लिए सही है?
(1) पूर्व योजना तथा प्रतिपुष्टि क्रियाकलाप के साथ स्कूल के नजदीक किसी स्थान पर जाना
(2) किसी दूर-दराज व परिचित स्थान पर जाना
(3) किसी नजदीक स्थान पर जाना
(4) अपनी पसंद की किसी जगह पर जाना
80. एक ई. वी. एस. की कक्षा को एक खुशगवार कक्षा होना चाहिए। इस संदर्भ में निम्न में से कौन सा कथन सही होगा ?
(1) शिक्षक कक्षा में खुश रहती हैं और विद्यार्थी उनके निर्देशों का खुशीखुशी पालन करते हैं।
(2) सख्त अनुशासन का संचालन करना जिससे वे लिखित कार्यों पर केंद्रित रहें ।
(3) अवलोकन, अन्वेषण, प्रश्न पूछना एवं क्रियाकलाप करना।
(4) सुनिश्चित करना कि वे पुस्तक को पढ़े तथा बेहतर समझ के लिए पाठ्य विषय को रेखांकित करें।
81. बच्चों में विश्लेषणात्मक विचार विकसित करने के लिए वंश वृक्ष एक उपयोगी उपकरण है-
(1) यह संयुक्त परिवार एवं उनके संबंधों के बारे में है।
(2) यह केवल निकट परिवार के सदस्यों के बारे में है।
(3) यह केवल दादा-दादी, नाना-नानी के बारे में तथा परिवार के अन्य सदस्यों से उनके आपसी संबंधों के बारे में है।
(4) यह अनेक पीढ़ियों से परिवार के सदस्यों के आपसी संबंधों के बारे में है।
82. ई.वी.एस. में आकलन का संकेतक है-
(1) चर्चा करना
(2) स्मरण करना
(3) कथन देना
(4) सूची बनाना
83. कक्षा III के विषय ‘मानचित्रण’ के अंतर्गत कौन सा क्रिया-कलाप छात्रों के लिए सबसे उपयुक्त होगा?
(1) उनसे अपने घर का रेखाचित्र बनाने को कहना
(2) उनसे उनके घर से स्कूल का रास्ता अंकित करने को कहना
(3) उनसे अपनी कक्षा का चित्र बनाने को कहना
(4) उनसे उनके आस-पड़ोस का रेखा – चित्र बनाने को कहना
84. एक शिक्षक को कक्षा I के विद्यार्थियों को ‘पशु’ का उप-थीम पढ़ाना है। निम्न में से कौन-सी युक्ति इस विषय को विद्यार्थियों तक संपादित करने के लिए सबसे उपयुक्त है?
(1) विद्यार्थियों से कहें कि वे जानवरों की सूची बनाएँ।
(2) विद्यार्थियों को जानवरों के नाम बताएँ ।
(3) विद्यार्थियों को चिड़ियाघर के भ्रमण पर ले जाकर प्रत्यक्ष अनुभव देना
(4) विविध प्रकार के जानवरों के रंगीन चित्र दिखाकर जानवरों के बारे में समझ विकसित करना।
85. डॉ. ब्यूमॉन्ट के प्रयोग विद्यार्थियों को वैज्ञानिकों की भूमिका समझने में सहायता करते हैं। नीचे लिखी वैज्ञानिक विधि को उपयुक्त क्रम में व्यवस्थित कीजिए-
A. परिणामों को अंकित (रिकॉर्ड) करना और निष्कर्ष निकालना
B. परिकल्पना प्रस्तावित करना
C. प्रश्न पूछना
D. अनुमान का परीक्षण करना
E. अनुमान लगाना
F. प्रेक्षण करना
(1) A, B, C, D, E, F
(2) A, C, B, E, D, F
(3) F, D, E, B, C, A
(4) F, C, B, E, D, A
86. विद्यार्थियों को जैव विविधता का अनुभव देने के लिए, कौन-सी युक्ति ठीक है?
(1) पक्षियों की प्रजाति संबंधित पुस्तकें व लेख पढ़ने के लिए देना
(2) प्रवासी पक्षियों के बारे में विभिन्न लघु चलचित्र दिखाना
(3) पक्षी अभयारण्य में अवलोकन के लिए ले जाना
(4) विलुप्त पक्षियों पर विभिन्न वार्ता व भाषण देना
87. आदित्य एक होनहार विद्यार्थी है। उसे लगता है कि उसकी कक्षा के शिक्षक उसकी जिज्ञासा की पूर्ति के लिए कार्य करें। उसके शिक्षक को किस प्रकार हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है
(1) उसे अतिरिक्त समय देना
(2) उसे अधिक स्नेह देना
(3) उसे कक्षा के नेतृत्व के लिए अतिरिक्त दायित्व देना
(4) उसके लिए कुछ विशिष्ट शिक्षण सामग्री का प्रयोग करना
88. इनमें से क्या पर्यावरण अध्ययन का भाग है?
(1) विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और पर्यावरण शिक्षा से संबंधित मुद्दे और सरोकार
(2) पर्यावरण शिक्षा की अवधारणाएँ
(3) सामाजिक विज्ञान के मुद्दे और सरोकार
(4) सामाजिक असमानता से संबंधित मुद्दे और सरोकार
89. धीमी गति से सीखने वाले विद्यार्थियों के लिए पर्यावरण अध्ययन में सीखने-सिखाने के लिए नाटक एक उत्तम विधा मानी जाती है। कौन-सा/से कारण नाटक चुनने के लिए सबसे उचित है?
A. पारंपरिक नाटकीय विधाएँ, बालक के लिए विषय-वस्तु से उसे जोड़ने में सरल हैं।
B. पारस्परिक क्रिया के नाटक उनकी स्मृति में अधिक समय तक रहते हैं।
C. धीमी गति से सीखने वाले विद्यार्थी अभिनय पसंद करते हैं।
(1) A और B
(2) A और C
(3) B और C
(4) A, B और C
90. पर्यावरण अध्ययन की पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को सहायता करती हैं
(1) पर्यावरण अध्ययन विषय के मुद्दों और सरोकारों को याद करने में
(2) पर्यावरण अध्ययन विषय के मुद्दों और सरोकारों की व्याख्य करने में
(3) सभी संसाधनों के द्वारा ज्ञात की रचना करने में
(4) पर्यावरण अध्ययन विषय के मुद्दों और सरोकारों के प्रति प्रतिक्रिया देने में

भाग-IV: LANGUAGE-I (ENGLISH)

91. Read the following statements :
(a) There is no scope of applying technology to an advantage in rural areas.
(b) However, it has no adverse effect on crop production.
(1) (a) is correct and (b) is incorrect
(2) (a) is incorrect and (b) is correct
(3) Both (a) and (b) are correct
(4) Both (a) and (b) are incorrect
92. Overuse of fertilisers led to
(1) damaged land
(2) wheat surplus at some places
(3) both (1) and (2)
(4) severe power shortage
93. Read the following statements
(a) There is sufficient availability of technology in rural areas.
(b) There is need to use technology to reduce power consumption.
(c) So, water is used very economically for irrigation purpose.
(1) Both (b) and (c) are false
(2) Both (a) and (b) are true
(3) (a) is false but (b) is true
(4) (c) is true but (a) is false
94. Cold storage can benefit everyone by providing
(1) cheaper transportation
(2) cheap commodities by avoiding wastage
(3) improvement in the quality of vegetables
(4) a richer fruit crop
95. What percentage of population is dependent on agriculture ?
(1) more than 50%
(2) less than 50%
(3) exactly 50%
(4) 100%
96. ”Vital’ in para 2 means the same as
(1) essential
(2) lively
(3) active
(4) energetic
97. ‘technology’ in para 2 is used as a/an
(1) verb
(2) adverb
(3) adjective
(4) noun
98. ‘marginal’ in para 1 means the same as
(1) little
(2) not much
(3) sufficient
(4) abundant
99. ‘there is little incentive’ (para 2). The word incentive is used as a/an
(1) verb
(2) adverb
(3) noun
(4) adjective
100. What does the poet want to ‘brace’ for ?
(1) planting one’s feel firmly
(2) setting up shoulders
(3) facing difficulties
(4) dodging someone
101. In ‘dodge it’ (line 5), ‘it’ stands for
(1) nerves
(2) the problems
(3) black clouds
(4) vanity
102. By ‘lift your chin’ (line 3) the poet wants us to be
(1) alert
(2) punctual
(3) smart
(4) bold
103. The poet wants us to avoid ………
(1) black clouds
(2) grim future
(3) meanness
(4) failing nerves
104. What is the rhyme scheme in lines no. 9-12 ?
(1) abab
(2) abcd
(3) abac
(4) abbb
105. Your future may seem grim’ The underline word means the same as :
(1) soft
(2) bright
(3) depressing
(4) sure
106. Multilingualism effects our brain positively and enhances cognitive skills. This view of bilingualism is very different from the attitude towards bilingualism during most part of the 20th century. Second language was seen as ……
(1) an added asset, a motivational factor
(2) an interference, a hindrance
(3) a happy coincidence
(4) a cause for failure in life
107. Translanguaging
(1) reinforces the traditionally defined language boundaries
(2) challenges the traditional culturally defined language boundaries
(3) views different languages as separate systems
(4) is a new term for bilingualism
108. Creativity in language education is
(1) classroom activity that is novel and open-ended
(2) bringing together unrelated elements to begin something new
(3) classroom activity using new methods of teaching
(4) classroom material using communicative language teaching
109. I have a student, Sadaf. She picks up words like ‘well’ and ‘umm’ and wants to know about them I can’t find the explanations in the course book. What should I do?
(1) Call a friend who speaks better English.
(2) Find examples of authentic spoken language use.
(3) Consult a grammar textbook and find such usages.
(4) Refer to a dictionary.
110. Which one of the following is NOT a step in a grammar lesson.
(1) Students read (or listen) to the text that contains the target word or form in it.
(2) Students highlight the target word/phrase in the text.
(3) The teacher provides controlled and free practice of the grammar point.
(4) Language being presented in the form of a reading text means that you should drill it.
111. Which one of the following is NOT a concept from language education ?
(1) print-rich environment
(2) acoustics
(3) phonics
(4) dyslexia
112. ‘Colourless green ideas sleep peacefully’ is a sentence composed by Noam Chomsky. This is an example of a sentence that is……..
(1) grammatically correct, but whimsical.
(2) grammatically wellformed, but inaccurate meaning wise.
(3) correct in terms of word use but phonologically inaccurate
(4) correct in terms grammaticality but incorrect logically.
113. Consequently’, ‘therefore’, ‘furthermore’ and ‘howeverare example of
(1) Cohensive devices
(2) Cohesion
(3) Vocabulary
(4) Grammar areas
114. Identify thè CORRECT example of teacher language.
(1) Then together talkingmany words-happy class.
(2) The ideas espoused by group 1 are mind blowing.
(3) Stop talking, or else, you will regret it later and not talking is good for you.
(4) Please sit in pairs and write a paragraph about the picture given to you.
115. The word ‘washback’ refers to how a test
(1) effects classroom teaching materials
(2) effects learners preparation for examinations
(3) impacts the overall life of a learner
(4) impacts language development
116. A corpus is ……… involving natural discourse in diverse context.
(1) a collection of textbooks
(2) a large collection or database of texts
(3) a large collection of articles
(4) a collection of grammatical sentences
117. A teacher collects the errors of learners of her class and discusses them with her learners once in two weeks. What is this known as ?
(1) Error correction
(2) Feedback
(3) Grammar teaching
(4) Remedial teaching
118. Language acquisition is ………
(1) conscious and deliberate
(2) natural and deliberate
(3) natural and subconscious
(4) language processing
119. Which of the following is true of English language in India?
(1) It is one of the languages of VIII Schedule of Indian Constitution.
(2) It is the associate official language of the Indian Union.
(3) It is the official language of the Indian Union
(4) It is one of the languages of the recognized languages by the Constitution.
120. Which one of the following is ‘comprehensible input’ in language learning at the secondary stage?
(1) An authentic text slightly above the level of the learner
(2) An extract from a play by Shakespeare.
(3) An authentic text slightly below the level of the learner.
(4) A teacher developed story with her understanding of the level of learners grammar.

भाग-V : भाषा-II (हिन्दी)

121. जिन पेड़ों पर कौए घोंसला बनाते हैं, ऋग्वेद में उन्हें किस नाम से संबोधित किया गया है?
(1) काकाश्रय
(2) काकाम्बीर
(3) काक्आश्रय
(4) काकभुसुंडी
122. कौए जिस महीने में अपने घोंसले बनाते हैं उसका हिंदी नाम है-
(1) चैत्र
(2) वैशाख
(3) ज्येष्ठ
(4) फाल्गुन
123. नीम के फल का नाम है-
(1) निबौरी
(2) निमौरी
(3) निमौड़ी
(4) निबोरि
124. पानी के जहाज बनाने में नीम की लकड़ी का प्रयोग होता है क्योंकि-
(1) यह ठोस और कमजोर होती है।
(2) यह ठोस और कठोर होती है।
(3) यह ठोस और मजबूत होती है।
(4) यह ठोस और रूखी होती है।
125. ‘मारगोसा’ है-
(1) नीम के बीज से बना तेल
(2) तिल का तेल
(3) सरसों का तेल
(4) नीम का बीज
126. आश्रयदाता का विग्रह कीजिए-
(1) आश्रयदा + ता
(2) आश्र + दाता
(3) आश्रय + दाता
(4) आश्रय + ता
127. ‘कर्कश’ का विलोम शब्द है-
(1) कठोर
(2) मधुर
(3) मधुरता
(4) मिठास
128. “इसे समृद्धि का लक्षण माना जाता रेखांकित शब्द है।
(1) भाववाचक संज्ञा
(2) जातिवाचक संज्ञा
(3) व्यक्तिवाचक संज्ञा
(4) गुणवाचक विशेषण
129. हिंदी मुहावरों में किससे जुड़े शब्दों की भरमार होने की बात की गई है?
(1) परिवार
(2) देह
(3) व्यक्ति
(4) समुदाय
130. सकारात्मक अर्थ में प्रयोग होने वाला मुहावरा नहीं है-
(1) टाँग अड़ाना
(2) हाथ थामना
(3) हाथ लगाना
(4) हाथ बढ़ाना
131. नकारात्मक अर्थ में प्रयोग होने वाला शब्द हैं-
(1) बीच-बचाव
(2) बोल-चाल
(3) इंगित
(4) हस्तक्षेप
132. ‘हस्तक्षेप’ का जनतांत्रिक समाज में अभिप्राय है- अनुचित कार्य को-
(1) बढ़ाना
(2) रोकना
(3) फैलाना
(4) दबाना
133. देह के अंग से जुड़ा मुहावरा नहीं है-
(1) बत्तीसी दिखाना
(2) आँखों का तारा
(3) हाथ बढ़ाना
(4) लाल-पीला होना
134. ‘समाज’ में ‘इक’ प्रत्यय लगाने के पर बनने वाला शब्द है-
(1) समाजिक
(2) सामाजिक
(3) सामाजीक
(4) समाजीक
135. ‘हाथ बढ़ाना’ मुहावरे से अभिप्राय है-
(1) मदद करना
(2) हाथ मसलना
(3) कार्य बांटना
(4) सहारा देना
136. शिक्षार्थी केंद्रित कक्षा कौन-सी है?
(1) जिस कक्षा में अध्यापक निर्णय लेते हैं और आत्मनिर्भर होते हैं।
(2) जिसमें अधिगम का समग्र उत्तरदायित्व अध्यापक पर होता है।
(3) जिसमें विद्यार्थियों की बहुत कम संख्या पर ध्यान दिया जाता है और अधिकांश विद्यार्थियों की अनदेखी की जाती है।
(4) जिसमें शिक्षार्थियों के पूर्व ज्ञान और अनुभवों को शामिल किया जाता है।
137. भाषा शिक्षा में ‘समावेशन’ से क्या आशय है?
(1) इसमें शिक्षार्थियों की आवश्यकताओं का ध्यान रखने के लिए अध्यापक व्यावहारिक युक्तियों को अपनाते हैं।
(2) इसमें विद्यालयी शिक्षा के सभी घटक शामिल हैं, जैसे कि बुनियादी संरचना, आर्थिक संसाधन, विद्यालय समुदायों का सृजन
(3) इसमें पारंपरिक कक्षा में नवीन तकनीकी से जुड़ी विधियों को प्रयोग में लाना शामिल है।
(4) इसमें सामाजिक और अंतःक्रियात्मक दृष्टिकोण को संलग्न करते हुए भाषा शिक्षण का रूपांतरित दृष्टिकोण शमिल है।
138. ‘भाषा अध्यापक शिक्षा’ में विमर्श, चिन्तन-मनन से क्या तात्पर्य है ?
(1) सचेत, प्रायोगिक रूप से सिद्ध विचार |
(2) मूल्याँकन और समस्या समाधान के वे पहलू जो नवीन अन्तः दृष्टि तथा समझ प्रदान करते हैं।
(3) इसमें सामान्य संज्ञानात्मक योग्यताएँ, कंठस्थीकरण और दोहराव आधारित अभ्यास शामिल है।
(4) यह इस तरह की समझ हैं कि दिन-प्रतिदिन के निर्णय किस तरह से क्रियान्वयन को प्रभावित करते हैं।
139. शोएब ने ‘भूतकाल’ की अवधारणा समझाने के लिए एक पाठ्य सामग्री का प्रयोग किया। उसने उदाहरण दिए, विद्यार्थियों को नियम समझाएँ और नियमों का अभ्यास करवाया। फिर भी विद्यार्थी अच्छी तरह से अभ्यास कार्य नहीं कर पा रहे हैं। शोएब के लिए नीचे दिए गए सुझावों में से गलत सुझाव को चिह्नित करें। 
(1) विद्यार्थियों को अच्छी तरह से संप्रेषित करें और उन्हें अकसर अभ्यास करने के अवसर दें।
(2) विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते रहें और उनके स्तर को ध्यान में रखते हुए समझाते रहें।
(3) कक्षा में ऑडियो रिकार्डिंग सुनाएँ और शिक्षार्थियों को बार बार सुनने के लिए कहें।
(4) व्याकरण सिखाने के लिए सामूहिक रूप से ड्रिल करवाएँ।
140. निम्नलिखित में से कौन-सा पाठ्य सामग्री आधारित व्याकरण पाठों के संदर्भ में सही नहीं है?
(1) पाठ्य सामग्री आधारित व्याकरण के पाठ व्याकरण के बिन्दुओं के सभी प्रयोगों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करते हैं।
(2) पाठ्य सामग्री आधारित पाठ निर्देशित खोजबीन उपागम का अनुसरण करते हैं जिसमें विद्यार्थीि स्वयं भाषा के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
(3) पाठ्य सामग्री आधारित व्याकरण पाठों की योजना बनाते समय अध्यापकों को स्वयं अपनी ओर से भी सामग्री सृजित करनी चाहिए ।
(4) इन पाठों में सुव्यक्त व्याकरण शिक्षण होता है और शिक्षार्थियों के लिए नियमों का वर्णन भी शामिल होता है।
141. निम्नलिखित में से कौन-सी भाषा शिक्षा की अवधारणा नहीं है ?
(1) चुनौतीपूर्ण अवधि की परिकल्पना
(2) बोधगम्य निवेश
(3) मस्तिष्क क्षति एवं नियंत्रण
(4) सकारात्मक पुनर्बलन
142. राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 कहती है ………
(1) विद्यालय में अधिगम के लिए ‘बहुभाषिकता और भाषाओं की शक्ति’ आवश्यक है।
(2) आगे की शिक्षा को सहज बनाने के लिए विद्यालय के प्राथमिक चरण में माध्यम के रूप में अंग्रेजी भाषा हो ।
(3) सभी भाषा अधिगम मातृभाषा में ही होना चाहिए ।
(4) बच्चों को अपनी रुचि के अनुसार अनेक भाषाएँ सीखनी चाहिए ।
143. ‘अन्तत:’ ‘इसके साथ’, ‘इसके अलावा’ यह किसके उदाहरण हैं?
(1) योजक उपकरण
(2) सम्बद्धता
(3) शब्द संपदा
(4) व्याकरण के क्षेत्र
144. ‘क्या हम जानते हैं कि वास्तव में क्रिया कहाँ हो रही है?’ यह प्रश्न किसलिए है?
(1) तथ्यात्मक पठन के लिए
(2) निष्कर्ष निकालने से जुड़े पठन के लिए
(3) सूचना दर्शाने के लिए
(4) शब्द संपदा की जाँच के लिए
145. निम्नलिखित में से कौन-सा ‘अधिगम के लिए आकलन’ का उदाहरण है?
(1) वार्षिक परीक्षा
(2) मध्य सत्रांत परीक्षा
(3) पोर्टफोलियो
(4) सप्ताह में दिए जाने वाले प्रदत्त कार्य
146. ‘मिश्रत अधिगम’ कौन-सा है?
(1) व्याकरण अनुवाद विधि और संप्रेषणात्मक भाषा शिक्षण का मिश्रण
(2) भाषा शिक्षण के लिए दो ‘ऐप’ के मिश्रण का प्रयोग
(3) एक ही कक्षा में दो भाषाएँ सीखना
(4) पारंपरिक अधिगम और वैब आधारित ऑनलाइन उपागम का मिश्रण
147.”भाषा जागरूकता’ के बारे में क्या सही है?
(1) इससे संज्ञानात्मक रूप से लाभ है।
(2) इससे किसी प्रकार का कोई लाभ नहीं है।
(3) यह भाषा की व्याकरण को जानना है।
(4) यह निर्धारित अवधारणा है।
148. ‘निवेश परिकल्पना’ अनुशंसा करती है कि भाषित निवेश भाषिक दक्षता के वर्तमान स्तर से …… अधिगम प्रतिफलों को सही तरह से प्राप्त करने के लिए आदर्श है।
(1) एक चरण पीछे
(2) एक चरण आगे
(3) बहुत आगे
(4) समानांतर
149. मातृभाषा आधारित बहुभाषिकता क्या है?
(1) प्रत्येक शिक्षार्थी अपनी विद्यालयी शिक्षा अपनी मातृभाषा में आरंभ करती है और उसके बाद अंग्रेजी माध्यम में अध्ययन करती है।
(2) सभी विद्यालयों मातृभाषा या घर की भाषा माध्यम के रूप में।
(3) प्रत्येक शिक्षार्थी अपनी आरंभिक शिक्षा विद्यालय में मातृभाषा/घर की भाषा में आरंभ करती है और बाद में अधिक भाषाओं से जुड़ती है।
(4) सभी विद्यालयों में अभिभावकों की मांग को पूरा करने के लिए अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई होना।
150. निम्नलिखित वार्तालाप पढ़ें-
मैं चाहती हूँ कि ‘अ’ अक्षर से होने शुरू वाले विद्यार्थी यहाँ खड़े हो जाएँ और ‘ब’ अक्षर से शुरू होने वाले विद्यार्थी वहाँ खड़े हो जाएँ।
क्या आप समझ गए
विद्यार्थी : (सभी चुप हैं )
एक विद्यार्थी : जी हाँ (बहुत ही धीमे से)
विद्यार्थी उत्तर नहीं देना चाहते हैं ।
निम्नलिखित में से कौन-सा उदाहरण सही नहीं है?
(1) विद्यार्थियों में आत्मविश्वास की कमी हैं
(2) विद्यार्थियों ने निर्देश को सही तरीके से नहीं समझा है।
(3) विद्यार्थी बात नहीं करना चाहते हैं ।
(4) विद्यार्थियों को और अधिक विस्त से निर्देश एवं अध्यापक से की जरूरत है।

उत्तर व्याख्या सहित

भाग-I : बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र

1. (1) समसामयिक दृष्टिकोणों के अनुसार बच्चों के विकास की प्रक्रिया एक निश्चित आयु तक पहुँचने पर एकसमान होती हैं और सभी बच्चों में एक निश्चित सीमा तक यह पूर्ण हो जाता है।
2. (3) मानव शरीर में उसके अंगों का विकास बेतरतीब ढंग से नहीं होता है। यह एक निश्चित अनुक्रम में होता है जो विकास के माध्यम और समय के कारण अलग-अलग व्यक्ति में भिन्न भिन्न हो सकता है।
प्रोक्सीमोडिस्टल (समीपस्थ ) नियम के अनुसार मनुष्य के शरीर में वृद्धि उसके मध्य भाग (केन्द्र) से शुरू होती है और उसके शरीर से जुड़े बाह्य अंगों की ओर बढ़ती है।
यह एक शिशु के शरीर के मध्य भाग से शुरू होकर शरीर के बाह्य अंगों की ओर होने वाली वृद्धि और विकास की दिशा का वर्णन करता है।
उदाहरण के लिए, शिशु पहले अपने धड़ और बाहों पर और फिर अपने हाथों और उंगलियों पर नियंत्रण हासिल करते हैं।
3. (2) विकास के प्रारंभिक चरण यानी बचपन में बच्चे सक्रिय रूप से खेल में संलग्न होते हैं।
4. (3) समाजीकरण रीति-रिवाजों, मानदंडों और विचारधाराओं को विरासत में देने और प्रसारित करने की एक सतत प्रक्रिया है जो एक व्यक्ति को समाज ठीक से काम करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करती है ।
यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति किसी दिए गए समूह के प्रभावी सदस्य बनना सीखता हैं। यह समाजीकरण के माध्यम से होता है कि व्यक्ति चलना, बात करना और भोजन करना सीखते हैं।
परिवार के सदस्य समाजीकरण के प्राथमिक और सबसे महत्वपूर्ण घटक होते हैं।
समाजीकरण के माध्यमिक घटकों में शिक्षण संस्थान, चर्च, मास मीडिया, सहकर्मी समूह और कार्यस्थल शामिल हैं।
समाजीकरण वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से लोग सीखते हैं कि कैसे व्यवहार करना और दूसरों के साथ संबंध बनाना है।
5. (3) सकर्मक विचार के अंतर्गत पूर्व ज्ञान का उपयोग करके, मूल तर्कों का उपयोग करके बच्चों के अन्दर छुपे ज्ञान का निर्धारण करना है।
पूर्व संक्रियावस्था से पहले की अवस्था में बच्चों में इस तर्क का अभाव होता है।
सकर्मक अनुमान का एक उदाहरण तब होगा जब एक बच्चे को यह जानकारी दी जाएगी कि “ए” “बी” से बड़ा है और “बी” “सी” से बड़ा है ।
6. (1) प्रतिवर्तीता की अवधारणा:
प्याजे के सिद्धांत के अंतर्गत, एक मानसिक क्रिया जो घटनाओं के अनुक्रम को उलट देता है या बदली हुई स्थिति को मूल स्थिति में पुनर्स्थापित करता है।
नोट: प्रश्न में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं है कि यह कौन-सा परिचालन चरण है।
7. (2) कोहलबर्ग मानते हैं वे अध्ययनों के माध्यम से यह प्रदर्शित करने में सक्षम थे कि लोगों ने अपना नैतिक तर्क किस प्रकार विकसित किया है। इसे विभिन्न चरणों की एक श्रृंखला के माध्यम से समझा जा सकता है।
उनका मानना था कि पहचान योग्य छह चरण थे जिन्हें आमतौर पर तीन स्तरों में वर्गीकृत किया जा सकता है।
कोलबर्ग के वर्गीकरण को निम्नलिखित तरीके से रेखांकित किया जा सकता है:
स्तर पूर्व-पारंपरिक।
चरण 1: आज्ञाकारिता और सामाजिक अभिविन्यास।
चरण 2 : व्यक्तिवाद, इन्स्ट्रूमेंटलिज्म और विनिमय।
स्तर : पारंपरिक।
चरण 3: अच्छा लड़का लड़की ।
चरण 4: कानून और व्यवस्था ।
स्तर : उत्तर पारंपरिक।
चरण 5: सामाजिक अनुबंध ।
चरण 6: सैद्धांतिक समझ।
8. (3) वायगोत्स्की के सिद्धांत पर आधारित सिद्धांत जो किसी भी कक्षा में लागू किएजा सकते हैं :
(i) स्कूल के बाहर बच्चे के अनुभव बच्चे के स्कूल के अंदर के अनुभव से संबंधित होने चाहिए।
(ii) समीपस्थ विकास का क्षेत्र (ZPD) पाठ्यचर्या और पाठ योजना के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य कर सकता है।
(iii) छात्रों को गतिविधि के लिए स्वतंत्रता दें ।
(iv) शिक्षण और सीखना सहयोगात्मक और सहकारी अधिगम पर आधारित हैं।
(v) आवश्यकता पड़ने पर स्कैफोल्डिंग उपलब्ध कराना।
(vi) छात्रों के सीखने के प्रयासों को करीब से . देखना।
(vii) सामाजिक संदर्भ के आधार पर शिक्षण अधिगम अनुभवों को डिजाइन करना।
9. (1) सामाजिक रचनावाद का विकास की अवधारणा सोवियत मनोवैज्ञानिक लेव वायगोत्स्की द्वारा किया गया था।
वायगोत्स्की एक संज्ञानात्मकवादी थे, लेकिन उन्होंने प्याजे और पेरी जैसे संज्ञानात्मकवादियों द्वारा की गई धारणा को खारिज कर दिया कि शिक्षा को उसके सामाजिक संदर्भ से अलग करना संभव है।
वायगोत्स्की के अनुसार वास्तविक विकास का स्तर विकास का वह स्तर है जिस पर शिक्षार्थी पहले ही पहुँच चुका है और स्वतंत्र रूप से समस्याओं को हल करने में सक्षम है।
संभावित विकास का स्तर ( समीपस्थ विकास का क्षेत्र) विकास का वह स्तर है जिसे शिक्षार्थी शिक्षकों के मार्गदर्शन में या साथियों के सहयोग से प्राप्त करने में सक्षम है।
10. (3) एक अमेरिकी दार्शनिक, जॉन डेवी ‘प्रोग्रेसिव एजुकेशन’ की अवधारणा दिया और इस बात पर जोर दिया कि सीखना केवल ‘हैंड्स-ऑन’ दृष्टिकोण के माध्यम से होता है और इसलिए छात्रों को अनुकूलन और सीखने के लिए अपने वातावरण के अनुकूल होना साथ चाहिए।
इसलिए, एक प्रगतिशील कक्षा में एक शान था कि शिक्षार्थी कक्षा में अपने साथ विविध प्रकार के अनुभव लेकर आते हैं।
11. (2) द थ्योरी ऑफ मल्टीपल इंटेलिजेंस को पहली बार 1983 में एक मनोवैज्ञानिक हॉवर्ड गार्डनर द्वारा प्रस्तुत किया गया था, जब उन्होंने अपनी पुस्तक ‘फ्रेम्स ऑफ माइंड’ प्रकाशित की थी।
उन्होंने घोषित किया कि सीखना कई प्रकार की बुद्धि के माध्यम से होता है, और लोगों के पास प्रत्येक के विभिन्न स्तर होते हैं ।
उन्होंने बुद्धि को इस प्रकार परिभाषित किया :
(i) जीवन की समस्याओं के समाधान करने की क्षमता।
(ii) किसी विषय को समझने के लिए नया ज्ञान प्राप्त करने की क्षमता।
(iii) एक ऐसा कौशल जो समुदाय के लिए उपयोगी हो, चाहे वह उत्पाद हो या सेवा ।
(iv) प्रत्येक व्यक्ति विशेष प्रकार के ज्ञान एक अद्वितीय संयोजन से बना है।
(v) ये इंटेलिजेंस प्रत्येक व्यक्ति के मस्तिष्क में विशिष्ट रूप से व्यवस्थित होते हैं और एक साथ मिलकर काम कर सकते हैं या नहीं भी कर सकते हैं।
(vi) छात्र अधिक सफलता का अनुभव कर सकते हैं यदि सीखने के कार्य सीधे उनकी विकसित बुद्धि से संबंधित हों।
(vii) अभ्यास के माध्यम से बुद्धि को विकसित या कमजोर, अनदेखा या मजबूत किया जा सकता है।
12. (3) सामान्य तौर पर, लैंगिक रूढ़िबद्धता में यह शामिल होता है कि कैसे पुरुषों और महिलाओं से उनके लैंगिक आधार पर कार्य करने, बोलने, कपड़े पहनने और खुद का आचरण करने की अपेक्षा की जाती है।
ये पूर्वकल्पित लैंगिक भूमिकाएँ पेशेवर कैरियर को आगे बढ़ाने के लिए पुरुषों और महिलाओं की क्षमता को सीमित करती हैं और उन्हें अपने जीवन के बारे में पूर्वाग्रह के चलते व्यक्तिगत विकल्प बनाने से रोक सकती हैं।
13. (3) रचनात्मक मूल्यांकन छात्रों के ज्ञान का मूल्यांकन करने की एक प्रक्रिया है जैसा कि वे सीखते हैं। यह नियमित आकलन की एक विधि है और इसमें पाठ्यक्रम के दौरान शिक्षार्थी की प्रगति की निगरानी में मदद करने के लिए त्वरित प्रश्नों और अभ्यासों की एक श्रृंखला को एक साथ रखना शामिल है।
14. (3) एक बहुभाषी कक्षा एक शिक्षक को भाषाओं की विविधता के बारे में जागरूकता पैदा करनी चाहिए और छात्रों की पसंद के अनुसार उनके उपयोग की अनुमति देनी चाहिए।
15. (1) राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य है :
समस्या समाधान पर ध्यान दें ।
शिक्षार्थियों में समालोचनात्मक सोच विकसित करना ।
अन्वेषी और खोज उन्मुख बनें।
16. (3) यह अन्य विद्यार्थियों को समान अवसरों से वंचित करता है।
शिक्षक- केंद्रित शिक्षा पारंपरिक दृष्टिकोण है। शिक्षक कक्षा व्याख्याता की परिचित भूमिका में कार्य करता है, छात्रों को जानकारी प्रस्तुत करता है, जिनसे अपेक्षा की जाती है कि वे प्रस्तुत किए जा रहे ज्ञान को निष्क्रिय रूप से प्राप्त करे।
छात्र- केंद्रित शिक्षा में शिक्षक ही कक्षा प्राधिकारी प्रमुख होता है, लेकिन एक प्रशिक्षक या सहयोगी के रूप में अधिक कार्य करता है, क्योंकि छात्र कक्षा अपने स्वयं के सीखने में अधिक उसकी सक्रिय और सहयोगी भूमिका निभातें से सीखते हैं।
17. (2) डिस्कैलकुलिया एक विकासात्मक अधिगम विकार है, जिसके परिणामस्वरूप एक व्यक्ति में गणित कौशल उसकी उम्र के औसत से काफी नीचे होते हैं।
उन्हें गणित की गणना को पूरा करने में कठिनाई होती है, “गणित की समस्याओं को हल करने के लिए अपने साथियों की तुलना में अधिक समय लेते हैं और अक्सर गणित या गणना से जुड़ी किसी भी चीज के बारे में चिंता महसूस करते हैं।”
इसलिए, डिस्कैल्कुलिया वाले छात्रों की सहायता के लिए एक छात्र को विजुअल कैलकुलेटर और गणित ऐप प्रदान करना महत्वपूर्ण है।
18. (2) टैक्टाइल ग्लोब, स्क्रीन रीडिंग सॉफ्टवेयर और ब्रेल किताबें आदि सामग्री दृष्टिबाधित छात्रों के लिए फायदेमंद होगी।
19. (1) भाषा की कक्षा में शिक्षक को पाठ्य सामग्री के साथ-साथ ऑडियो पुस्तकें उपलब्ध करानी चाहिए क्योंकि यह विकल्प विविध शिक्षार्थियों की जरूरतों को पूरा करते हैं।
20. (3) सृजनात्मक बच्चे उन बच्चों को संदर्भित करते हैं जो एक समस्या को अलग दृष्टिकोण के साथ हल करने की क्षमता रखते हैं और विभिन्न रचनात्मक व्यवहार भी करते हैं।
वैयक्तिक भिन्नता के कारण एक सृजनात्मक बच्चे में भिन्न सोच, अमूर्त सोच की क्षमता और नए उत्पाद बनाने की क्षमता होने की संभावना रहती है।
21. (1) शिक्षकों को अपनी कक्षा में मूल्यांकन में के कई तरीकों को नियोजित करना चाहिए क्योंकि कक्षा में बच्चों की सफलता और असफलता को केवल एक पेपर पेंसिल परीक्षण द्वारा सटीक और पर्याप्त रूप से निर्धारित नहीं किया जा सकता है।
22. (2) अवधारणा निर्माण एक आगमनात्मक शिक्षण की वह रणनीति है जो छात्रों को उदाहरणों द्वारा अध्ययन करके एक अवधारणा की स्पष्ट समझ बनाने में सहायक है। दिए गए विकल्प छात्र को अवधारणाओं को विकसित करने में मदद करते हैं।
23. (4) कक्षा प्रबंधन में छात्रों का सहयोग प्राप्त करने के लिए या शिक्षक को छात्रों के सहयोग से कक्षा के लिए मानदंड और नियम स्थापित करने चाहिए।
कक्षा के मानदंड स्थापित करने में व्यवहार करने के तरीके पर स्पष्ट दिशा-निर्देश प्रदान किया जाता है, असभ्यता को कम किया जाता है और छात्रों और व्याख्याताओं को अपने विचारों को व्यक्त करने में सुरक्षित महसूस करने में सक्षम बनाता है।
24. (3) खेल, घर और कक्षाएँ उस संदर्भ का प्रतिनिधित्व करती हैं जिसमें बच्चों में सीखना होता है, जिसमें पाठ्यक्रमीय, पाठ्य-सहगामी और पाठ्येत्तर क्रियाविधि से संबद्ध है।
25. (4) समस्या समाधान उचित कौशल को व्यवस्थित रूप से लागू करके समस्याओं को पहचानने और हल करने की क्षमता हैं।
समस्या समाधान एक प्रक्रिया है एक सतत गतिविधि जिसमें हम जो जानते हैं, उसे खोजते हैं और जो हम नहीं जानते उसे खोजते हैं।
बच्चे को उसकी रुचियों के आधार पर गतिविधियों और खेलों का चयन करने दें।
फ्री प्ले समस्याओं को स्पष्ट करने और रचनात्मक रूप से हल करने के लिए बहुत सारे अवसर प्रदान करता है।
बच्चे अक्सर खेल के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ सीखते हैं।
ब्लॉक, सरल पहेलियाँ जैसी विषय-वस्तुओं के साथ खेलना आपके बच्चे को समस्या समाधान की प्रक्रिया सिखा सकता है।
विषय पर चर्चा को सुगम बनाना और छात्रों को भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करना।
26. (4) रचनावादी कक्षाकक्ष तब होती है, जब शिक्षार्थी सक्रिय रूप से पृष्ठभूमि के ज्ञान, अनुभव के निर्माण और उन अनुभवों को प्रतिबिंबित करके अर्थ का निर्माण करते हैं।
27. (2) शिक्षक का सकारात्मक दृष्टिकोण छात्र की प्रेरणा, स्कूल और स्कूल के काम के प्रति दृष्टिकोण, छात्र के आत्मविश्वास और परिणामस्वरूप व्यक्तित्व विकास को प्रभावित करता है। बनिस्पत नकारात्मक प्रवृत्ति के।
28. (2) बाह्य प्रेरणा बाहरी कारकों (जिसे बाह्य पुरस्कार भी कहा जाता है) द्वारा प्रेरित किया जा रहा है, जैसे पुरस्कार प्राप्त करना या दंड से बचना । यह आंतरिक प्रेरणा के विपरीत है, जिसमें आप आनंद या संतुष्टि जैसी आंतरिक इच्छा से प्रेरित होते हैं।
बाह्य अभिप्रेरणा का अर्थ है कि व्यक्ति कार्य को इसलिए नहीं कर रहा है कि उसे इसमें आनंद आता है, बल्कि इसलिए कि वह इससे कुछ प्राप्त करने की अपेक्षा करता है। प्रेरणा के इस सिद्धांत में, बाहरी प्रेरणा आत्मनिर्णय द्वारा नहीं बल्कि दबाव, दायित्व या संयम की विशेषता है।
29. ( 2 ) हम कई संबंधित प्रक्रियाओं की एक प्रणाली के रूप में संज्ञान और भावना या संवेग के संबंध को परिभाषित करते हैं। ( यह प्रासंगिक विचारों, अनुभवों, व्यवहार और भाषा में प्रकट होते हैं) ‘प्रतिक्रिया के माध्यम से अनुकूलन को बढ़ावा देने का प्रयास व्यक्तियों की जरूरतों, लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद करते हैं। ‘
30. (4) स्व-निर्देशित शिक्षा (एसडीएल) को स्वयं की पहल पर सीखने के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें शिक्षार्थी के पास प्रयास की योजना बनाने, लागू करने और मूल्यांकन करने की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
इसलिए, अधिगम अधिक अर्थपूर्ण और प्रभावी होता है जब यह मुख्य रूप से स्व-निर्देशित होता है।

भाग-II : गणित

31. (4) समूह में पढ़ने से पहले तीनों छात्रों का औसत अंक
32. (2) अक्षरों के समूह X, H, O में क्षैतिज और उर्ध्वाधर दोनों प्रकार की सम्मिति रेखाएँ है।
33. (2) त्रिज्या व्यास की आधी होती है।
OA एवं OB त्रिज्याएँ हैं जबकि AB व्यास है।
∴ सानिया सही है तथा राकेश गलत है।
34. (3) H, 5, E समूह में केवल समकोण मिलेंगे।
35. (2) किसी संख्या के गुणनखण्ड संख्या से बराबर या उससे अधिक होते हैं।
36. (2)
37. (2)
38. (2)
39. (4)
40. (1)
41. (3)
42. (*) 37.50 + 3 × 3.50 + 4.50 + 2 × 48.00 + 10 = 158.5
43. (3)
44. (2) 16 = 2 × 2 × 2 × 2
20 = 2 × 2 × 5
24 = 2 × 2 × 2 × 3
न्यूनतम पूर्ण वर्ग संख्या
= 2 × 2 × 2 × 2 × 3 × 3 × 5 × 5
= 400 × 9 = 3600
45. (3) 786364 में दोनों छः के स्थानीय मानों का गुणनफल = 6000 × 60 = 360000
46. (3) शिक्षक उनके द्वारा दिए गए उत्तर में शामिल छात्रों की सोचने की प्रक्रिया को समझना चाहता है।
शिक्षक और शिक्षार्थियों के बीच अंतःक्रिया कक्षा की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है।
चाहे शिक्षार्थियों को बुनियादी कौशल प्राप्त करने में मदद करना हो या समस्याओं को हल करने के लिए बेहतर समझ हो, या मूल्यांकन जैसे उच्च-क्रम की सोच में संलग्न होना हो, प्रश्न महत्वपूर्ण हैं |
बेशक, प्रश्न छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों द्वारा भी पूछे जा सकते हैं, वे शिक्षण और सीखने दोनों के लिए आवश्यक उपकरण हैं।
शिक्षकों के लिए प्रश्न पूछना एक महत्वपूर्ण कौशल है जिसे कोई भी अच्छी तरह से उपयोग करना सीख सकता है। इसी तरह, छात्रों को प्रश्न उठाने और तैयार करने की अपनी क्षमता विकसित करने में मदद करने के तरीके भी सीखे जा सकते हैं।
प्रश्न उठाना और पूछने के लिए सही प्रश्न जानना एक महत्वपूर्ण सीखने का कौशल है जिसे छात्रों को सिखाया जाना चाहिए।
47. (3) रचनात्मक मूल्यांकन सीखने और संबंधित उद्देश्यों की ओर सुधार की यात्रा है, न कि किसी एकल परीक्षण या परियोजना पर प्रदर्शन का अंतिम गंतव्य ।
रचनात्मक आकलन, योगात्मक आकलन से इस मायने में अलग है कि यह आमतौर पर आंशिक प्रभाव वाला होता है और इसका उपयोग छात्र सीखने की निगरानी के लिए किया जाता है |
दूसरे शब्दों में, हम यहाँ छात्र की प्रगति को माप रहे हैं क्योंकि छात्र सीखने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।
इसके विपरीत, योगात्मक मूल्यांकन एक अंतिम, प्रभावी मूल्यांकन है। एक अंतिम परीक्षा जो परिणामी निर्देशन के निर्णायक बिंदु पर सीखने का मूल्यांकन करता है।
48. (2) यहाँ 1 कॉपी- = 12 पेज
∴ 10500 × 120 पेज प्रतिदिन छपता है।
कुल पेज = 126000
अतः यह अनुमान तार्किक है।
आकलन का उपयोग दैनिक जीवन के गणित में किया जाता है इसलिए शिक्षक को छात्रों के उत्तर के अनुमान की लगभग सटीकता की सराहना करनी चाहिए।
49. (3) राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा – 2005 के अनुसार गणित अधिगम के लिए कक्षा के वातावरण के दृष्टिकोण निम्नलिखित रूप करता है :
(i) छात्र समूहों में काम कर रहा है और वास्तविक जीवन की स्थिति से संबंध बनाते हुए किसी समस्या को हल करने के लिए विभिन्न रणनीतियों की तलाश कर रहा है।
(ii) शिक्षक सीखने की प्रक्रिया पर विचार करता है और गलती से सीखने के अवसर के रूप देखता है।
50. (2) डेटा प्रबंधन से तात्पर्य तथ्यों को इस तरह से इकट्ठा करने, रिकॉर्ड करने और प्रस्तुत करने की प्रक्रिया से है जो दूसरों के लिए सहायक हो। उदाहरण के लिए, ग्राफ या चार्ट में।
डेटा प्रबंधन सांख्यिकी का रूप है और अक्सर गणित और विज्ञान दोनों के अध्ययन में इसका उपयोग होता है।
डेटा प्रबंधन कौशल का एक समूह है, जिसमें शामिल हैं:
(i) एक नियोजित पद्धति का उपयोग करके डेटा एकत्र करना।
(ii) सटीकता के साथ डेटा रिकॉर्ड करना।
(iii) निष्कर्ष निकालने के लिए डेटा का विश्लेषण करना।
(iv) डेटा को इस तरह से साझा करना जो दूसरों के लिए उपयोगी हो।
51. (3) छात्रों के पास भिन्नों के साथ कुछ सुविधा हो सकती है, उनमें से बहुतों ने यह समझ विकसित नहीं की है कि भिन्न संख्याएँ हैं।
■ पेपर स्ट्रिप्स का उपयोग करना :
प्राथमिक स्तर पर भिन्नों की अवधारणा को समझने के लिए हम पेपर स्ट्रिप्स का उपयोग करते हैं क्योंकि बच्चे आसानी से ठोस सामग्री देखना और उनकी तुलना करना सीख सकते हैं।
बच्चों के लिए पेपर फोल्ड या कागज समझना आसान होता है क्योंकि बच्चे उनसे बहुत परिचित होते हैं।
जब स्ट्रिप्स काटने की बात आती है तो आपको इस गतिविधि के लिए कागज की एक शीट, कुछ कैंची और थोड़ा धैर्य की आवश्यक है।
52. (2) शिक्षकों को गणित की समस्या में छात्रों के जीवन के अनुभव का हिस्सा बनाना और संद चाहिए। #
53. (1) स्तर – 0 : विजुअलाइजेशन (पहचान) :
(i) बच्चे अपनी पूरी उपस्थिति से आकृतियों को पहचान सकते हैं जो बिल्कुल सटीक आकार की तरह होनी चाहिए।
(ii) वे न केवल पहचानने में सक्षम होंगे बल्कि आकृतियों को वर्गीकृत करने में भी सक्षम होंगे।
(iii) उदाहरण के लिए, एक बच्चा वर्ग, वृत्त, आयत, त्रिभुज आदि के आकार को. पहचान और वर्गीकृत कर सकता है।
(iv) यह ज्यादातर प्राथमिक स्तर की कक्षाओं से संबंधित है।
स्तर 1 : विश्लेषण :
(i) वे किसी आकृति का विश्लेषण करके उसके कार्यों और भागों के बारे जानेंगे।
(ii) वे नामकरण द्वारा वर्णन कर सकते हैं, और एक आकृति के गुणों में अंतर कर सकते हैं और समान गुणों वाले आँकड़ों को पहचान सकते हैं।
(iii) वे गुणों के बीच के संबंध यानी वर्ग और आयत के बीच संबंध और उनके गुणों को नहीं देख सकते हैं।
(iv) उदाहरण के लिए, एक बच्चा वर्ग और आयत के बीच उनके गुणों के आधार पर अंतर करने में सक्षम है।
(v) यह भी प्राथमिक स्तर की कक्षाओं से संबंधित है।
स्तर 2 : अनौपचारिक निगमन
(i) बच्चे एक आकृति के गुणों के बीच संबंधों को समझने में सक्षम होते ।
(ii) वे तार्किक मानचित्र और आरेख बना सकते हैं और अपने तर्क को सही ठहराने के लिए सरल तर्क दे सकते हैं ।
(iii) वे अनौपचारिक निगमनात्मक चर्चाओं में भाग ले सकते हैं और आँकड़ों की विभिन्न विशेषताओं पर चर्चा कर सकते हैं।
(iv) यह आमतौर पर उच्च प्राथमिक कक्षाओं से संबंधित है।
स्तर 3 : औपचारिक निगमन :
(i) इस स्तर पर बच्चे अधिक जटिल ज्यामितीय अवधारणाओं से अवगत हो जाते हैं।
(ii) वे निष्कर्ष निकालने के लिए ज्यामितीय गुणों पर एक सार कथन साबित कर सकते हैं।
(iii) यह उच्च स्तर की कक्षाओं से संबंधित है जहां बच्चे आमतौर पर निष्कर्ष निकालने या मूल्यांकन करने के लिए किसी भी प्रमेय को साबित करने के लिए तत्वों के एक निश्चित समूह को जोड़ते हैं।
स्तर 4 : स्वयंसिद्धता या कठोरता :
(i) ज्यामितीय शिक्षा का अंतिम स्तर उच्च माध्यमिक और विश्वविद्यालय स्तर की कक्षाओं से संबंधित है।
(ii) बच्चे विभिन्न ज्यामितीय परिणामों की तुलना करने में सक्षम होते हैं।
54. (1) न्यूमैन के अनुसार विद्यार्थी द्वारा दिया गया उत्तर अवबोधन त्रुटि का उदाहरण है। बोधगम्य त्रुटि प्रश्न की मांग को समझने में त्रुटि है। छात्र प्रश्नों की व्याख्या करने में सक्षम नहीं थे और प्रश्न में हेरफेर करने के लिए उपयोग की जाने वाली रणनीतियाँ भी कम सटीक थीं, जिसमें वे निम्नलिखित समस्या को हल करने में विफल रहे।
55. (1) राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा – 2005 इस बात पर जोर देता है कि स्कूली गणित को गतिविधि उन्मुख होना चाहिए क्योंकि यह छात्र को गणित में सार्थक समस्या को हल करने के लिए प्रेरित करता है और यह गणित में अमूर्त अवधारणाओं को समझने के लिए मूर्त अनुभव प्रदान करता है।
56. (2) गणितीय दुरिंचता का सामना कर रहे छात्र लिए सहकारी शिक्षण परियोजना और रचनात्मक आकलन उपयुक्त हैं।
सहकारी अधिगम एक निर्देशात्मक विधि है जिसमें छात्र शिक्षक मार्गदर्शन में सीखने के एक सामान्य लक्ष्य को पूरा करने के लिए छोटे समूहों में काम करते हैं।
रचनात्मक मूल्यांकन छात्रों के ज्ञान का मूल्यांकन करने की एक प्रक्रिया है, जब वे सीखते हैं। यह नियमित मूल्यांकन की एक विधि है और इसमें पाठ्यक्रम के दौरान शिक्षार्थी की प्रगति की निगरानी में मदद करने के लिए त्वरित प्रश्नों और अभ्यासों की एक श्रृंखला को एक साथ रखा जाता है।
57. (2) छात्र जोड़ पर समस्याओं को हल करने में जोड़ व जमा के क्रम विनिमेय नियम का उपयोग करने में असमर्थ है।
गणित में क्रम विनिमेय नियम केवल जोड़ और गुणन संक्रियाओं के लिए लागू होता है। लेकिन, यह अन्य दो अंकगणितीय संक्रियाओं, जैसे घटाव और भाग पर लागू नहीं होता है।
क्रम-विनिमेय नियम के अनुसार, यदि a और b कोई दो पूर्णांक हैं, तो a और b का जोड़ और गुणा एक ही उत्तर में होता है, भले ही हम a और b की स्थिति बदल दें |
58. (3) रटना सीखना दोहराव पर आधारित जानकारी को याद रखने की प्रक्रिया है। रटना सीखने से छात्रों की बुनियादी तथ्यों को जल्दी से याद करने की क्षमता बढ़ती है और किसी विषय के मूलभूत ज्ञान को विकसित करने में मदद मिलती है।
रटकर सीखने के उदाहरणों में गुणन टेबल या तत्वों की पेरियोडिक टेबल आदि को रखा जाता है।
रटकर सीखने की कमियाँ यह हैं कि इसे दोहराया जा सकता है, फोकस खोना आसान है और यह किसी विषय की गहरी समझ की अनुमति नहीं देता है।
यहाँ, डेटा को आवश्यक रूप से समझे बिना मस्तिष्क में संग्रहीत किया जाता है। व्यक्ति को जितनी जल्दी सामग्री की पुनरावृत्ति होती है, उतनी ही तेजी से उसे याद करने में सक्षम होना चाहिए। रटना याद को उच्च स्तरीय सोच या – आलोचनात्मक सोच नहीं माना जाता है। क्योंकि छात्र इस प्रकार के सीखने के साथ समस्याओं को सोचना, विश्लेषण करना या हल करना नहीं सीखते हैं।
59. (1) ओपन एंडेड प्रश्न विद्यार्थी को स्वअनुभूत से उत्तर देने के लिए विवश करते हैं। बहुविकल्पी या क्लोज – एंडेड प्रारूप में उत्तर के विकल्प सीमित होते हैं।
60. (2) संरचनात्मक पदानुक्रम का अर्थ है मानसिक अवधारणा जिसमें गणित में चीजें ‘किया’ जाती हैं।
सबसे ऊपर, तो आपके पास स्वयं वह गणित है, जो कि अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति, आदि जैसे प्रणालियों का एक समूह है।
जबकि सबसे नीचे, आपके पास स्वयंसिद्ध, सत्य हैं जिनपर उनके सस्पष्टता के कारण तार्किक रूप से उन पर प्रश्न नहीं उठाया जा सकता है।

भाग-III : पर्यावरण अध्ययन

61. (2) गिलहरी के ‘सामने के दांत’ जीवन भर बढ़ते रहते हैं।
दांतों को बहुत लंबा होने से बचाने के लिए उन्हें चीजों को कुतरते रहना पड़ता है।
62. (3) हर छत्ते में एक रानी मधुमक्खी होती है जो अंडे देती है।
नर मधुमक्खियों की कार्यकर्ता के रूप में कोई विशेष भूमिका नहीं होती है।
छत्ते में अधिकांश मधुमक्खियाँ श्रमिकमधुमक्खियाँ होती हैं। शहद के फूलों से पराग इकट्ठा करते हैं।
63. (1) जो लोग कम से कम 25 वर्षों से जंगल में रह रहे हैं, उन्हें वन भूमि एवं वनोत्पाद पर अधिकार है, वह वन का अधिकार अधिनियम, 2007 द्वारा अनिवार्य है।
वन अधिकार अधिनियम (FRA) 29 दिसम्बर, 2006 को अधिनियमित किया गया था।
64. (2) झूम खेती को ‘स्लैश एंड बर्न एग्रीकल्चर’; या “अग्नि-परती खेती ” के नाम से भी जाना जाता है।
यह पहले पेड़ों एवं वनस्पतियों की भूमि को साफ करके एवं उसके बाद उन्हें जलाकर फसल उगाने की प्रक्रिया है। जली हुई मिट्टी में पोटाश होता है जो मिट्टी के पोषक तत्वों को बढ़ाता है।
इस जली हुई भूमि को 5-8 वर्ष के लिए छोड़ दिया जाता है, ताकि मिट्टी को अपनी उर्वरता पुनः प्राप्त करने का समय मिल सके
65. (2) रोनाल्ड रॉस ने साबित किया कि मच्छर मलेरिया फैलाते हैं।
उन्होंने 1897 में इस तथ्य को स्थापित किया कि मलेरिया परजीवी मच्छरों के जठरांत्र संबंधी मार्ग में मौजूद है।
उन्हें 1902 में फिजियोलॉजी/मेडिसिन में नोबेल पुरस्कार मिला था।
66. (2) कुनैन मलेरिया के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा है ।
यह एक अल्कलॉइड है जिसका उपयोग सदियों से किया जा रहा है।
यह सिनकोना पेड़ की छाल से निकाला जाता है।
67. (2) सांप के जहरीले दांतों को फेंग कहते हैं।
एक नुकीला एक लंबे, नुकीले दांत के रूप में प्रकट होता है।
स्तनधारियों में, एक नुकीला एक संशोधित दाढ़ का दांत होता है, जिसका उपयोग मांस को काटने एवं फाड़ने हेतु किया जाता है।
68. (3) भारत में पाए जाने वाले चार जहरीले सांप हैं : कोबरा, आम करैत, रसेल वाइपर और आरी स्केल्ड वाइपर ।
भारतीय रॉक अजगर जहरीला नहीं है ।
69. (3) वर्मी कम्पोस्टिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें केंचुओं का उपयोग करके बायोडिग्रेडेबल कचरे का अपघटन किया जाता है।
केंचुए कार्बनिक अपशिष्ट पदार्थों को खाते हैं और “वर्मीकास्ट्स” के रूप में मल छोड़ते हैं जो नाइट्रेट और खनिजों जैसे फास्फोरस, मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटैशियम से भरपूर होते हैं।
इनका उपयोग उर्वरकों के रूप में किया जाता है और मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाता है।
70. (3) बकरी के बालों से भी ऊन प्राप्त होता है।
कश्मीरी बकरी के नीचे का फर नरम होता है, इसे पश्मीना शॉल नामक महीन शॉल में इस्तेमाल कर बुना जाता है।
71. (1) अर्द्ध दहन हवा या ऑक्सीजन की अपर्याप्त मात्रा के कारण होता है।
अर्द्ध दहन से कार्बन मोनोऑक्साइड, कालिख, पानी, गर्मी और प्रकाश का निर्माण होता है।
72. (4) पौधे के आधार पर सीधे पानी पहुंचाने वाली संकरी नलियों का उपयोग करके पौधों को पानी देने की तकनीक को ड्रिप सिंचाई कहा जाता है।
यह विधि पानी को सीधे पौधों के जड़ों तक पहुँचाती है जिससे पानी का संरक्षण भी होता है।
ड्रिप सिंचाई को स्थानीयकृत सिंचाई के रूप में भी जाना जाता है।
73. (4) पिचर प्लांट एक कीटभक्षी पौधा है जो कीड़ों को फंसाकर एवं खाकर नाइट्रोजन युक्त यौगिक प्राप्त करता है।
घटपर्णी पौधे की पत्ती घड़े जैसी संरचना वाली होती है।
घड़ेनुमा पत्ते पर जब कोई कीट बैठता है तो घड़े का ढक्कन बंद हो जाता है और कीट अंदर फंस जाता है।
74. (4) वर्षा जल संचयन भविष्य में उपयोग हेतु संग्रहण व भंडारण की एक प्रक्रिया है।
यह बारिश के पानी को छत के ऊपर से इकट्ठा करने एवं इसे एक उपयुक्त स्थान पर निर्देशित करने व भविष्य में उपयोग हेतु संग्रहीत करने की प्रक्रिया है।
75. (3) मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया एवं पीला बुखार जैसे रोग मच्छरों के काटने से फैलते हैं।
मक्खियों द्वारा फैलने वाले रोग पेचिश, हैजा, टाइफाइड, एंथ्रेक्स आदि हैं।
76. (3) छात्रोन्मुख कक्षा-कक्ष में शिक्षक सीखने की उन परिस्थितियाँ प्रदान करता है जो छात्रों को विभिन्न अवधारणाओं को समझने, तलाशने, प्रश्न अनुभव करने और समझ विकसित करने का अवसर देता है।
यह छात्रोन्मुखी वातावरण द्वारा संभव है।
77. (3) लड़कों और लड़कियों के लिए समान खेल, जैसे सभी के लिए समान अवसर और टीम भावना जैसे मुद्दों की समझ विकसित करना ।
यहाँ समूह के भीतर समझ और सहयोग, कौशल और संवेदनशीलता का विकास, सोच और प्रतिबिंब का एक उच्च क्रम जैसे विश्लेषण, संश्लेषण, मूल्यांकन, निर्माण, आदि शामिल हैं।
78. (3) खोजपरक व अन्वेषी शिक्षण शिक्षार्थियों के लिए अधिक आकर्षक है। जब शिक्षार्थी अपने सीखने के बारे में निर्णय ले सकते हैं तो उन्हें अधिक प्रेरित और रुचि रखने वाला माना जाता है।
यह विधि प्रारंभिक शिक्षार्थियों को प्रदर्शन करने के दबाव के बिना उनकी क्षमता का सम्मान करते हुए, अपनी गति से जानकारी प्राप्त करने में सहायक है।
79. (1) फील्डट्रिप के लिए शिक्षकों और प्रशासकों के लिए महत्वपूर्ण योजना · और समन्वय की आवश्यकता होती है, लेकिन छात्र अक्सर फील्डट्रिप को कक्षा से बाहर एक खाली समय व दिन के रूप में देखते हैं। हालांकि, छात्रों के पास एक शैक्षिक अनुभव होने की संभावना होती है जो उन्हें कक्षा में कभी नहीं मिल सकता था।
80. (3) ईवीएस की कक्षा एक खुशहाल कंक्षा होनी चाहिए, जब छात्र निरीक्षण करें, प्रश्न पूछें और गतिविधियाँ करना शामिल है।
यह अध्ययन का एक व्यापक क्षेत्र है जिसमें प्राकृतिक पर्यावरण निर्मित पर्यावरण और उनके बीच संबंध आदि शामिल हैं।

81. (4) वंश – वृक्ष संरचना या वंश वृक्ष – आरेख परिवार संबंधी पदानुक्रमित डेटा का प्रतिनिधित्व करने का एक तरीका है। संबंधित डेटा जो विभिन्न स्तरों पर एक निश्चित क्रम में व्यवस्थित होता है। एक वंश वृक्ष में, डेटा, परिवार के सदस्यों, सबसे ऊपर पुरानी पीढ़ियों के साथ, सबसे छोटी या वर्तमान पीढ़ी के नीचे और एक ही पीढ़ी के लोगों, जैसे भाइयों और बहनों, समान स्तर पर व्यवस्थित रहता है।

अतः यहाँ डेटा के सेट को व्याख्या और समझने में आसान बनाने में मदद करने के लिए एक ट्री संरचना का उपयोग ग्राफिक प्रतिनिधित्व के रूप में किया जाता है।
82. (1) आकलन-संकेतक प्रगति के उस संकेतक को संदर्भित करता है जो छात्रों की मौलिक क्षमताओं और कौशल की पहचान करता है जो वांछित परिणाम की ओर ले जाएगा।
ईवीएस अधिगम के ये संकेतक प्रक्रिया आधारित हैं और शिक्षक को अधिगम उद्देश्यों की व्याख्या करने में मदद करते हैं।
83. (2) कक्षा-3 के लिए थीममैपिंग के तहत वह गतिविधि जो छात्रों की उम्र के लिए सबसे उपयुक्त होगी, उन्हें अपने घर का पता दिशा एवं दूरी के संदर्भ में स्कूल तक का रास्ता बनाने के लिए स्पष्ट किया जाता है।
84. (3) एक शिक्षक को कक्षा एक के छात्रों को उप-प्रकरण ‘जानवर’ पढ़ाना है, फिर इस विषय को शिक्षार्थी तक पहुँचाने के लिए जो रणनीति अधिक उपयुक्त है, वह है एक छात्र को चिड़ियाघर की यात्रा पर ले जाना ताकि उन्हें मूर्त एवं जीवंत अनुभव दिया जा सके।
85. (4) एक उचित क्रम में वैज्ञानिक पद्धति के चरण निम्नलिखित हैं:-
(i) एक अवलोकन करें।
(ii) एक प्रश्न पूछें।
(iii) परिकल्पना का प्रस्ताव
(iv) भविष्यवाणी करना ।
(v) भविष्यवाणियों का परीक्षण करें।
(vi) परिणाम रिकॉर्ड करें और निष्कर्ष निकालें।
86. (3) उन प्रक्रियाओं के लिए जैव विविधता आवश्यक है जो मनुष्यों सहित पृथ्वी पर सभी जीवन का समर्थन करती हैं।
जानवरों, पौधों और सूक्ष्मजीवों की एक विस्तृत श्रृंखला के बिना, हमारे पास स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र नहीं हो सकता है, जिस पर हम सांस लेने वाली हवा और हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन को प्रदान करने के लिए भरोसा करते हैं और लोग खुद की प्रकृति को भी महत्व देते हैं।
इसलिए, छात्रों को जैविक विविधता का अनुभव देने की सबसे अच्छी रणनीति उन्हें देखने के लिए एक पक्षी अभयारण्य में ले जाना है।
87. (4) बच्चे वे प्रतिभाशाली हैं, जो कलात्मक और रचनात्मक कार्य, नेतृत्व की गुणवत्ता, अवलोकन की गहरी शक्ति आदि जैसे कई क्षेत्रों में उच्च प्रदर्शन क्षमता दिखाते हैं।
इन बच्चों की सोच अलग-अलग होती है और स्वभाव से बहुत जिज्ञासु होते हैं, इसलिए कभी-कभी कक्षा उन्हें नीरस लगती है, क्योंकि वे अपनी उम्र के साथियों की तुलना में चीजों को तेजी से पकड़ लेते हैं ।
रचनात्मक और प्रतिभाशाली बच्चों के लिए आवश्यक हस्तक्षेप :
प्रत्येक शिक्षार्थी की क्षमता का एहसास करने के लिए शिक्षक का हस्तक्षेप आवश्यक है।
इसलिए, शिक्षक को हर प्रकार के व्यक्तित्व की मांगों को पूरा करने में सक्रिय रुचि लेनी चाहिए।.
यह एक शिक्षक की जिम्मेदारी है कि वह सीखने को दिलचस्प बनाने के लिए अनुकूलित और उत्तेजक निर्देश पद्धति विकसित करें।
शिक्षक स्पष्ट लक्ष्यों, उद्देश्यों और निर्दिष्ट परिणामों के साथ कार्यक्रमों और कार्यक्रम मॉडल के मॉडल और व्यवस्थित प्रयोगात्मक मूल्यांकन विकसित कर सकते हैं।
कक्षाकक्ष के वातावरण को उत्तेजित करने का अर्थ है व्यस्त शिक्षण जिसमें दृश्य, व्यावहारिक गतिविधियाँ, उच्च क्रम की सोच, प्रश्न पूछना और शिक्षण को प्रोत्साहित करना शामिल है।
88. (1) पर्यावरण अध्ययन एक बहुविषयक शैक्षणिक क्षेत्र है जो पर्यावरण के साथ मानव अंतः क्रिया का व्यवस्थित रूप से अध्ययन करता है।
पर्यावरण अध्ययन जटिल समसामयिक पर्यावरणीय मुद्दों के समाधान के लिए भौतिक विज्ञानों और सामाजिक विज्ञानों के सिद्धांतों को जोड़ता है।
89. (1) बच्चे पहले से ही ज्ञान, समझ और अनुभव के साथ स्कूल आते हैं।
बच्चे सक्रिय ज्ञान निर्माण की प्रक्रिया के माध्यम से नए ज्ञान का विकास करते हैं अर्थात वे अपने स्वयं के ज्ञान और समझ का उपयोग नई समझ बनाने के लिए करते हैं।
इसके अलावा, वे एक समझ विकसित करते हैं जो उन्हें समझ में आता है।
प्रत्यक्ष अनुभव, शिक्षक और छात्रों के बीच बातचीत और छात्रों के बीच आपस में बातचीत इस प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण है।
सभी बच्चों से एक समान गति से सीखने की उम्मीद नहीं की जा सकती क्योंकि प्रत्येक बच्चे की सीखने की अपनी गति होती है।
इसलिए सीखने का समय प्रदान करने में लचीलापन बहुत महत्वपूर्ण है।
बच्चों का सीखना ठोस या मूर्त से अमूर्त की ओर, परिचित से अपरिचित की ओर, और विशिष्ट से सामान्य की ओर अग्रसर होता है। इसलिए बच्चों के लिए सीखने के अनुभवों को इन सिद्धांतों को ध्यान में रखने के लिए योजना बनाना आवश्यक है।
बच्चे अपने सोचने, तर्क करने और प्रतिक्रिया करने के तरीके में भिन्न होते हैं। इसलिए हम यह उम्मीद नहीं कर सकते कि प्रत्येक बच्चा किसी विशेष परिस्थिति में एक जैसा व्यवहार करेगा। बच्चे बेहतर सीखते हैं, अगर उन्हें प्रोत्साहित किया जाए और उनकी सराहना की जाए।
बच्चे आसानी से सीखते हैं जब सामग्री दिलचस्प और उनके तत्काल परिवेश के लिए प्रासंगिक होती है।
यदि शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया आनंदमय और गतिविधि – आधारित हो तो बच्चों का अधिगम अधिक प्रभावी होता है।
ऐसा कोई ‘एक सम्यक तरीका’ नहीं है जिससे सभी बच्चे सीखते हैं। प्रत्येक शिक्षक को यह देखने के लिए प्रयोग करने और विकल्पों को आजमाने की जरूरत है कि किस स्थिति में क्या और कौन सी विधि प्रभावी है।
90. (3) छात्रों के लिए उपयोगी ईवीएस पाठ्यपुस्तकों की विशेषताएँ :
(i) रटन्त शिक्षा से दूर रहना पाठ्यपुस्तक की सामग्री रटने के किसी भी और सभी रूपों को स्पष्ट करती है। पाठ्यपुस्तक में तथ्यों और अवधारणाओं का बहुत कम उल्लेख किया गया है, यदि कोई हो । सीखने की सामग्री केवल बच्चों की सोच के माध्यम से ‘उत्पन्न’ हो सकती है।
(ii) बच्चे के विचार और अंतर्ज्ञान को प्रोत्साहित करता है : पाठ्यपुस्तक बच्चों को देखने और सोचने के लिए प्रोत्साहित करती है, और शिक्षकों की मदद से दिन-प्रतिदिन की घटनाओं के बारे में अपने स्वयं के तर्क के विकास का समर्थन करती है। पाठ्यपुस्तक जटिल अवधारणाओं के अर्थ बनाने में बच्चों का अंतर्ज्ञान उपयोगी होता है। एक उदाहरण एक प्रश्न होगा जैसे ‘दक्षिणी गोलार्द्ध में लोग पृथ्वी की सतह पर क्यों नहीं गिरते’ ?
(iii) सामूहिक और व्यक्तिगत गतिविधियों का समान संतुलन : पाठ्यपुस्तक गतिविधियों पर सहयोगी और व्यावहारिक हाथों के समान संतुलन में मिश्रित होती है। अध्याय के विषय के साथ गतिविधियों को शामिल करने से छात्रों को विषय को बेहतर ढंग से समझने में मदद होती है। उदाहरण के लिए, एक गतिविधि जिसमें बच्चों को यह देखने की आवश्यकता होती है कि आपके थोड़ा सा भोजन बिखेरने के बाद चींटियाँ कितनी जल्दी दिखाई देती हैं। ऐसे उद्धरण अध्यायों के बीच पहेली और प्रश्नोत्तरी जैसे अभ्यास संतुलन कायम करते हैं।
(iv) अवधारणाओं की क्रमबद्धता : पाठ्यपुस्तक सरल, रोजमर्रा की समस्याओं और घटनाओं से शुरू होती है, जो आमतौर पर सभी बच्चों का सामना करती हैं। जैसे कि कुत्ते अचानक शोर पर कैसे प्रतिक्रिया करते हैं और धीरे-धीरे एक किले या बाहरी स्थान जैसे अधिक जटिल, अपरिचित परिवेश में प्रगति करते हैं।
(v) अवधारणाओं का नैदानिकता और भावनात्मक गतिविधियाँ विशुद्ध रूप से नैदानिक अवलोकन-आधारित नहीं हैं। वे बच्चे को एक भावना महसूस करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। न्याय के पहलुओं के बारे में इस तरह से सोचते हैं जो इस पाठ्यक्रम का अध्ययन करने वाले बच्चों की उम्र के लिए उपयुक्त है।

भाग-IV: LANGUAGE-I (ENGLISH)

91. (2) जैसा कि para 2 में कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि एवं गैर-कृषि गतिविधियों के लिए technology का use करने की दायरा बहुत बड़ा है एवं इसके अपने संभावित लाभ हैं। अतः यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि फसल उत्पादन पर इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है।
92. (3) उर्वरकों के अधिक उपयोग से देश के कुछ हिस्सों में गेहूँ की अधिकता एवं खुशहाली आ गई है परंतु जल एवं भूमि संसाधनों को नुकसान हुआ है।
93. (3) Para 2 से यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि तकनीकी की मदद से विद्युत की खपत को कम किया जा सकता है परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त तकनीकी का अभाव है।
94. (1) Para 1 में यह स्पष्ट रूप से वर्णित है कि बहुत से कृषि उत्पादों जैसे फलों एवं सब्जियों को बाजार में पहुँचाने के लिए cold-storage तथा coldchains की अत्याधिक आवश्यकता
95. (1) Para 1 से यह स्पष्ट है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है; जो देश की आधी से अधिक आबादी को जीविका प्रदान करती है।
96. (1) Vital का अर्थ है अति महत्वपूर्ण essential.
वाक्य में प्रयोग देखें :
A strong op a healthy democracy. sition is vital to
97. (4) Para 2 में technology का use एक noun की भांति किया गया है।
98. (1) Para 1 में marginal का अर्थ है, गैर मामूली; little.
वाक्य में प्रयोग देखें :
The difference between the two estimates is marginal.
99. (3) यहाँ incentive’ का use एक noun की भाँति किया गया है जिसे adjective ‘little’ के द्वारा modified किया गया है।
100. (3) कवि चाहता है कि हम जीवन में आने वाली परेशानियों एवं कठिनाइयों का सामना करें।
101. (2) पंक्ति 5 में ‘pronoun ‘it’ का use troubles या problems के स्थान पर किया गया है।
102. (4) कविता में ‘lift your chin and set your shoulders’ का तात्पर्य है किसी भी स्थिति से साहसपूर्ण तरीके से निपटने की तैयारी करना ।
103. (1) कवि चाहता है कि हम black clouds अर्थात् परेशानी युक्त स्थिति से बच कर रहें ।
104. (1) पंक्ति 9 से 12 तक की कवित्व योजना (rhyming scheme) में abab पैटर्न का use किया गया है।
105. (3) रेखांकित शब्द ‘grim’ का अर्थ है निराशाजनक या चिंता युक्त ।
वाक्य में प्रयोग देखें :
We face the grim prospect of still higher unemployment.
106. (2) दिए गए कथन से यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि दूसरी भाषा को 20वीं शताब्दी से पूर्व एक बाधा या रूकावट के रूप में देखा जाता था।
107. (2) Translanguaging भाषायी सीमाओं के पारंपरिक अधिगम को चुनौती देता है। यह कक्षान्तर्गत एकाधिक भाषाओं की प्रयुक्ति की शिक्षाशास्त्रीय प्रक्रिया की ओर संकेत करता है।
108. (1) सृजनात्मकता की अवधारणा को कई सिद्धांतवादियों द्वारा भाषा के उस पहलू को वर्णित करने के लिए किया गया है जो भाषा का उपयोग करने वाले शिक्षार्थी को भाषा के नवीन तरीके से उपयोग करने और भाषा के नवीन रूपों को विकसित करने में समग्र बनाता है। Chomsky ने विशेष रूप से भाषा के सृजनात्मक पहलू का Use भाषा के नवोन्मेषी उपयोगों का वर्णन करने के लिए किया है।
109. (2) शब्दों जैसे ‘well’ और ‘umm’ ( मुख्य रूप से बोली जाने वाली भाषा) के लिए व्यक्ति को प्रमाणिक बोली जाने वाली भाषा के उपयोग के उदाहरणों को जानना चाहिए।
110. (2) एक पाठ में नियोजित शब्द/ वाक्यांश की highlight करना व्याकरण (grammar) पाठ का चरण नहीं है।
111. (4) British Dyslexia Association द्वारा dyslexia को अधिगम विकार के रूप में परिभाषित किया गया है जो मुख्यतयाः शब्दों एवं शब्दावलियों को सही एवं धारा प्रवाह पढ़ने के लिए। आवश्यक कौशल को प्रभावित करता है। अतः यह ध्वनि संबंधी जागरुकता, ‘ मौखिक स्मृति तथा मौखिक प्रसंस्करण में कठिनाइयों को भी व्यक्त करता है।
112. (2) Noam Chomsky द्वारा 1957 में रचित वाक्य “Colorless green ideas sleep furiously” उस वाक्य का एक उदाहरण है जिसका व्याकरण तो सही है परंतु उसका कोई सार्थक अर्थ नहीं है।
113. (1) Cohesive devices (संयोजक युक्तियाँ या उपकरण) वे शब्द या वाक्यांश होते है जिनका use पाठ के विभिन्न भागों के बीच विचारों को जोड़ने के लिए किया जाता है।
उदाहरण स्वरूप – consequently, therefore, furthermore and however इत्यादि ।
114. (4) जोड़े में बैठना एवं दिए गए चित्र के बारे में एक paragraph लिखना भाषा शिक्षण का एक उपयुक्त उदाहरण है।
115. (4) Washback परीक्षण का वह प्रभाव है जो शिक्षण एवं अधिगम दोनों पर अपना असर छोड़ता है। यह शब्द प्रायः भाषा के मूल्यांकन में use किया जाता है परंतु यह केवल इसी क्षेत्र तक सीमित नहीं है।
116. (2) Corpus ( ग्रंथ संग्रह) किसी विशिष्ट उद्देश्य के लिए निर्मित प्राकृतिक भाषा (पाठ अथवा भाषण या संकेतों की प्रतिलिपियों) का एक संग्रह है।
117. (2) Feedback
118. (3) बच्चे एक प्राकृतिक (स्वभाविक) एवं अवचेतन प्रक्रिया के माध्यम से भाषा सीखते हैं। इस दौरान वे व्याकरण के नियमों से अनभिज्ञ होते हैं। अतः भाषा अधिग्रहण (सीखना) एक स्वभा. विक तथा अवचेतन प्रक्रिया है।
119. (2) English एक सह-कार्यालयी भाषा है तथा ये राज्यों के बीच संवाद करने हेतु प्रयुक्त की जाने वाली भाषा है।
120. (1) बोधगम्य निवेश (Comprehensible input) वह भाषायी निवेश है जिसे श्रोताओं द्वारा सभी शब्दों या संरचनाओं को न समझ पाने के बावजूद समझा जाता है। अतः विकल्प (1) सही उत्तर है।

भाग-V : भाषा-II : हिन्दी

121. (2) दिए गए गद्यांश के अनुसार कौओं के आश्रयदाता वृक्षों को काकाम्बीर कहा जाता है। कौवे इसी वृक्ष पर अपने घोंसले बनाते हैं और निवास के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
122. (2) दिए गए गद्यांश के अनुसार कौवे जिस महीने में अपने घोंसले बनाते हैं उस महीने का नाम वैशाख है।
हिंदी कैलेंडर में भी 12 महीने ही होते हैं। हिंदी कैलेंडर की शुरुआत चैत्र महीने से होती है और इसका अंत फाल्गुन महीने के साथ होता है।
हिंदी कैलेंडर में आने वाले महीनों के नाम इस प्रकार हैं- चैत्र, बैसाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन, कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष, माघ और फाल्गुन ।
123. (1) दिए गए गद्यांश के अनुसार नीम के फल का नाम निबौरी है।
मानसून के मौसम में नीम फल यानी निंबोली का सेवन करने अथवा नीम के पत्तों से नहाने पर शरीर में बैक्टीरिया की प्रवेश करने या संक्रमण का खतरा बहुत कम हो जाता है।
नीम की पत्तियों से लेकर इसकी छाल, इसके फल हर पदार्थ में एंटी-बैक्टेरियल गुण उपस्थित होते हैं, जो हमारी त्वचा में बैक्टीरिया की ग्रोथ होने से बचाता है।
124. (3) दिए गए गद्यांश के अनुसार पानी के जहाज बनाने में नीम वृक्ष की लकड़ियों का प्रयोग किया जाता है। क्योंकि यह सड़ती नहीं है साथ ही मजबूती के साथ जहाज को काफी दिनों तक सुरक्षित रखती है।
125. (1) नीम के बीज से बने तेल को मारगोसा कहा जाता है।
नीम के पत्ते, तने और जड़ों की छाल औषधि के काम आते हैं। छाल, रिक्त पौष्टिक तथा स्तंभक होती है। यह पार्यायिक ज्वरों जैसे मलेरिया में लाभप्रद हैं।
यह ऐसे ज्वरों के क्रम को भंग कर देती है। यह त्वचा रोगों पर भी लाभदायक है। नीम के पत्ते कड़वे होते हैं, और त्वचा रोगों तथा फोड़े फुंसी पर बहुत प्रयोग होते हैं। पत्तों के रस का सेवन भी लाभप्रद है।
126. (3) आश्रयदाता का संधि विच्छेद : आश्रय + दाता होता है।
127. (2) कर्कश का विलोम मधुर होता है।
128. (1) दिए गए वाक्य में भाववाचक संज्ञा दी हुई है।
जिन संज्ञा शब्दों से हमें किसी भाव, दशा या अवस्था का पता चले, उसे भाववाचक ‘संज्ञा कहते हैं। जैसे: खटास, मिठास, उचाई, नीचता, अपनापन, इत्यादि ।
129. (2) दिए गए गद्यांश के अनुसार देह से जुड़े शब्दों के भरमार की बात की गयी है।
130. (1) टांग अड़ाना सकारात्मक संदर्भ में कोई मुहावरा नहीं है।
उदाहरण- तुम्हें कुछ आता भी है कि नहीं इसी तरह से हर बात पर टांग अड़ाते रहते हो।
131. (4) उपरोक्त गद्यांश के अनुसार नकारात्मक अर्थ में प्रयोग होने वाला शब्द ‘हस्तक्षेप’ है।
बिना मतलब और बिना किसी काम के किसी कार्य में बाधा उत्पन्न करना हस्तक्षेप कहलाता है।
132. (2) जनतान्त्रिक अर्थ में हस्तक्षेप का अभिप्राय रोकना होता है। जैसे किसी भी अनुचित कार्य को रोकना इत्यादि ।
133.(4) लाल पीला होना, देह से जुड़ा कोई १५ मुहावरा नहीं है।
मुहावरा लाल-पीला होना
मुहावरे का हिंदी में अर्थ नाराज होना
134. (2) समाज में “इक” प्रत्यय लगाने से बनने वाला शब्द सामाजिक है।
प्रत्यय वे शब्द हैं जो दूसरे शब्दों के अन्त में जुड़कर अपनी प्रकृति के अनुसार, शब्द के अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। प्रत्यय शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है – प्रति + अय।
प्रति का अर्थ होता है ‘साथ पर बाद में और अय का अर्थ होता है ‘चलने वाला’, अतः प्रत्यय का अर्थ होता है साथ में पर बाद में चलने वाला।
135. (1) हाथ बढ़ाना मुहावरे से अभिप्राय है- मदद करना ।
मुहावरे कुछ ऐसे वाक्यांश होते हैं जो भाषा को सहज और रुचिकर बनाते हैं।
हिंदी व्याकरण में मुहावरों को कहावतें या लोकोक्तियां भी कहा जाता है।
मुहावरों का शाब्दिक अर्थ बहुत सरल होता है लेकिन इनका भावार्थ बहुत गहरा होता है।
किसी भी वाक्य में मुहावरे का प्रयोग करने से उस वाक्य की सुंदरता में चार चाँद लग जाते हैं।
136. (4) शिक्षार्थी केंद्रित पाठ्यक्रम शिक्षार्थियों / बच्चों को केंद्र में रखता है और शिक्षार्थियों के अनुभवों और जरूरतों को प्रधानता देता है। यह दृढ़ता से मानता है कि जब बच्चों को अपनी गति से काम करने की स्वतंत्रता दी जाती है, तो वे अवधारणाओं को कुशलता से आत्मसात् करने की क्षमता विकसित करते हैं।
शिक्षार्थी केंद्रित शिक्षण के लक्षण :
यह अन्वेषण, अवलोकन और जांच के महत्व पर बल देता है।
यह अधिगमकर्ताओ की क्षमताओं, योग्यताओं और सीखने की शैलियों को ध्यान में रखता है।
यह अनुभवात्मक अधिगम, समस्यासमाधान, अवधारणा – मानचित्रण और रचनात्मक लेखन जैसी विधियों का उपयोग करता है।
यह बच्चों को एक कार्य करने के लिए अधिगम की अपनी रणनीति को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करने पर जोर देता है।
137. (2) भाषा शिक्षा में समावेशन से तात्पर्य है इसमें शिक्षार्थियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अध्यापक व्यावहारिक युक्तियों को अपनाते हैं।
समावेशी शिक्षा एक प्रकार की ऐसी शिक्षा प्रक्रिया है। जिसके द्वारा किसी भी भेदभाव व अंतर के समाज के प्रत्येक वर्ग को शिक्षा प्रदान की जाती है, ताकि समाज के सभी बालकों को समान स्तर पर लाया जा सके।
138. (2) भाषा की कक्षा में अध्यापक की भूमिका चिंतन-मनन और विचार-विमर्श के संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण होती है। एक भाषा की कक्षा को रोचक बनाने में उसका खुद का अध्ययन और अनुभव मददगार होता है। उसे इस संबंध में जितनी जानकारी होगी। वह खुद नई चीजों को सीखने और संदर्भों के साथ भाषा को जोड़ते हुए बच्चों के सामने रख सकेगा, बच्चों को सीखने में उतनी सहूलियत होगी।
139. (3) कक्षा में ऑडियो सुनाएँ और बच्चों को बार-बार सुनने के लिए कहें, यह कथन उपरोक्त संदर्भ में शोएब के लिए दिये गए सुझाओं में सही नहीं है।
140. (3) पाठ्य सामग्री आधारित व्याकरण पाठों की योजना बनाते समय अध्यापकों को स्वयं अपनी ओर से सामग्री को शामिल नहीं करना चाहिए, क्योंकि पहले से ही व्याकरण के लिए सटीक सामग्री शामिल होती है। अतः इसमें अध्यापक की कोई अलग से भूमिका नहीं होनी चाहिए।
141. (3) मस्तिष्क क्षति और नियंत्रण भाषा शिक्षा की अवधारणा नहीं है।
भाषा शिक्षण (Language Teaching) एक प्रक्रिया है या हम कह सकते हैं कि एक माध्यम है, जिसकी सहायता से इस बात पर बल दिया जाता है कि बालक को किस प्रकार से पढ़ना-लिखना सिखाया जाए जिससे बालक भाषा का समझ के साथ प्रयोग करना सीख सके। बच्चों की भाषा को उसके समाज के व्यवस्था के अनुरूप ढालने के लिए भाषा शिक्षण जरूरी होता है।
142. (4) राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) – 2020 जारी होने के बाद गहराई से जांच के लिए उठने वाले शुरुआती मुद्दों में से एक था- स्कूलों में शिक्षा का माध्यम।’ शिक्षा नीति में सिफारिश की गई है कि, जहां तक संभव हो शिक्षा के माध्यम के रूप में 5वीं कक्षा तक मातृभाषा / घर की भाषा / स्थानीय भाषा/क्षेत्रीय भाषा का प्रयोग किया जाए और 8वीं कक्षा व उसके बाद की शिक्षा में भी इसकी पूरी कोशिश की जाए। इसीलिए बच्चों को अपनी रुचि के अनुसार अनेक भाषाएँ सीखनी चाहिए।
143. (2) सभी ‘संबद्धता’ के उदाहरण है क्योंकि इनके सहारे वाक्य को बढ़ा-चढ़ा कर लिखा जा सकता है। इन्हें अंग्रेजी में conjunction कहा जाता है। “ConJunctions ऐसे शब्द होते हैं, जो दो शब्दों या वाक्यों को जोड़ देते हैं।” इस तरह वाक्य भी छोटा हो जाता है और अर्थ भी नहीं बदलता। अगर मैं कहूँ राम मैं अच्छा है और फिर कहूँ मोहन भी अच्छा है। जब दोनों अच्छे हैं तो क्यों न ये कहूँ कि राम और मोहन अच्छे हैं। ऐसा कहने पर वाक्य छोटा हो जाता है और अर्थ भी नहीं बदलता ।
144. (1) यह प्रश्न तथ्यात्मक पठन लिए है क्योंकि सिर्फ एक शब्द में प्रश्न पूछा जा रहा है और उसका उत्तर भी आसानी से दिया जा सकता है।
145. (3) अधिगम के लिए आकलन को अधिगम की प्रक्रिया के भाग के रूप में देखा जाता है, जिसमें शिक्षार्थी अपनी प्रगति का मूल्यांकन करने में केंद्रीय भूमिका निभाते हैं। एक नियमित पोर्टफोलियों (संचयनी) में शिक्षक द्वारा छात्र की संपूर्ण अकादमिक परिणाम को लेखनीबद्ध किया जाता है। यह व्यक्तिगत प्रक्रिया है और शिक्षक को शिक्षार्थी की समझ के स्तर पर निर्णय लेने और उसके अनुसार शिक्षण अधिगम की रणनीति की योजना बनाने में मदद करता है।
अधिगम के लिए आकलन से कक्षा की प्रक्रियाओं में मदद मिलती है और इसके परिणाम में केवल अधिगम की निगरानी करने के लिए नहीं बल्कि बढ़ाने के लिए बनाये गए निर्देशात्मक हस्तक्षेप शामिल होते हैं।
अधिगम के लिए आकलन, इसे शिक्षार्थी के ज्ञान, समझ, कौशल और मूल्यों को विकसित करने के लिए एक उपकरण के रूप में उपयोग करने में मदद करता है जिसे वे अपने व्यवहार में प्रतिबिंबित करने में सक्षम होते हैं।
इसमें छात्रों की क्षमताओं, आवश्यकताओं और त्रुटियों को ध्यान में रखा जाता है। शिक्षार्थियों और उनके शिक्षकों द्वारा उपयोग के लिए साक्ष्य की खोज करने और व्याख्या करने की प्रक्रिया यह तय करती है कि शिक्षार्थी अपने अधिगम में कहां हैं, उन्हें कहाँ जाना है और उन्हें सर्वोत्तम रूप से कैसे प्राप्त करना है। इसे रचनात्मक आकलन के रूप में जाना जाता है।
इस प्रकार, यह निष्कर्ष निकाला जाता है कि अधिगम की शैली को छोड़कर अधिगम के लिए आकलन उपरोक्त सभी को ध्यान में रखता है।
146. (4) यह शब्द शिक्षण में नया है। इस शब्द का उद्गम संयुक्त राज्य अमेरिका मे हुआ है। इस शब्द की अभी तक कोई सर्वमान्य परिभाषा नहीं है ।
मिश्रित अधिगम विधि ऑनलाइन शिक्षण विधि को प्रत्यक्षतः परम्परागत शिक्षण से जोड़ता है। यह विधि विभिन्न दृष्टिकोणों को शिक्षाशास्त्र में विकसित करती है।
इस विधि का मुख्य उद्देश्य वितरण के तौर-तरीकों के संयोजन के अनुभव द्वारा कुशल और प्रभावी शिक्षा प्रदान करना है।
मिश्रित अधिगम विधि के लाभ :
यह विधि शिक्षण को नवीन पद्धतियों से जोड़ती है।
इस विधि के द्वारा शिक्षण प्रक्रिया में विभिन्न दृष्टिकोणों का विकास सम्भव है।
यह विधि एक प्रभावी शिक्षा प्रदान करने में सफल भूमिका निभाती है।
मिश्रित अधिगम विधि के दोष :
इस विधि में अधिक संसाधनों की आवश्यकता होती है।
यह विधि शिक्षण के बाह्य संसाधनों पर निर्भर होने के कारण यदि संसाधनों में कमी आती है तो अधिक प्रभावी नहीं हो पाती।
147. (1) भाषायी जागरुकता से संज्ञानात्मक लाभ मिलता है।
भाषा संबंधी जागरुकता, जिसे भाषाई क्षमता के रूप में भी जाना जाता है, भाषा की प्रकृति पर सचेत रूप से प्रतिबिंबित करने की क्षमता को संदर्भित करता है।
भाषा संबंधी जागरुकता की अवधारणा भाषाई ज्ञान के निष्पादन और विभिन्न भाषाओं में हस्तांतरण को समझाने में सहायक है।
148. (2) “निवेश परिकल्पना” यह अनुशंसा करती है कि भाषिक निवेश भाषिक दक्षता के वर्तमान स्तर से समानान्तर अधिगम प्रतिफलों को सही तरह से प्राप्त करने के लिए आदर्श है।
149. (3) जिन बच्चों को मातृभाषा आधारित बहुभाषी शिक्षा का लाभ मिलता है वे अपनी दूसरी भाषा में भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
इस प्रकार मातृभाषा आधारित बहुभाषी शिक्षा बच्चों में स्वयं को व्यक्त करने के साथ-साथ स्कूलों में अलग-अलग विषयों की अवधारणाएँ सीखने का विश्वास देती है।
बच्चे जब स्कूल में आते हैं तब वे अपने जाने पहचाने संदर्भों में दैनिक जीवन में उपयोगी मूर्त वस्तुओं के बारे अपनी, मातृभाषा में बातें कर सकते हैं। वे धारा प्रवाह बोल सकते हैं, उन्हें बोली जाने वाली भाषा के बुनियादी व्याकरण और बहुत से मूर्त शब्दों का ज्ञान भी होता है।
वे अपनी सारी जरूरतें मातृभाषा में बता सकते हैं। इस प्रकार उनमें आपसी बातचीत का नियादी कौशल होता है।
इस प्रकार का ज्ञान और कौशल कक्षा-1 के बच्चों के लिए पर्याप्त होता है, जहां शिक्षकों से यह उम्मीद की जाती है कि वे बच्चों से उन सभी विषयों पर बा. तचीत करें जिसके बारे में बच्चों का अपना पूर्व अनुभव ज्ञान होता है ।
150. (3) उपरोक्त प्रश्न के अनुसार बच्चे आपस में बात चीत नहीं करना चाहते हैं, यह कथन सही नहीं है। क्योंकि बच्चे वस्तुतः न तो सही से निर्देश समझ पा रहे हैं और न हीं उनके अंदर आत्म विश्वास की कमी है।
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