मौसम पूर्वानुमान एवं भूकंप अध्ययनों की प्रासंगिकता का वर्णन कीजिए ।

मौसम पूर्वानुमान एवं भूकंप अध्ययनों की प्रासंगिकता का वर्णन कीजिए ।

(45वीं BPSC/2002 )
उत्तर- आधुनिक तकनीकी विकास ने मौसम एवं भूकंप संबंधी अध्ययनों को संभव बनाया है। मौसम पूर्वानुमान के लिए भारतीय दूर-संवेदी उपग्रह (Indian Remote Sensing Satellite -IRS), भारतीय इनसेट प्रणाली एवं सुपर कम्प्यूटर अत्यंत लाभदायक हैं।
• मौसम पूर्वानुमान अध्ययन की प्रासंगिकता
1. कृषि क्षेत्र में मौसम पूर्वानुमान अत्यंत लाभदायक है। भारत जैसे कृषि प्रधान देश में, जहां कृषि मानसून पर निर्भर है, मौसम पूर्वानुमान द्वारा भविष्यगामी सूखे, वर्षा आदि की सूचना प्राप्त हो जाती है जिससे हम कृषि संबंधी समुचित व्यवस्था कर सकते हैं।
2. मौसम पूर्वानुमान का लाभ आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से भी है । चक्रवात, तूफान, बर्फीली आंधी जैसी समस्या व्यापक जान-माल की हानि के लिए उत्तरदायी है। इनका पूर्वानुमान होने पर चेतावनी जारी कर दी जाती है जिससे आपदा प्रबंधन संस्थान / विभाग तथा जनसामान्य सचेत हो जाते हैं।
3. उपग्रह तकनीकी एवं सुपर कम्प्यूटर का प्रयोग करके मौसम के अल्पकालीन एवं दीर्घकालीन परिस्थितियों का पता लगाया जा सकता है जिसका उपयोग भविष्य की वृहत योजना निर्माण में किया जा सकता है।
4. वायु परिवहन एवं रेल परिवहन मौसम की दशाओं से ज्यादा प्रभावित होते हैं। इनके सुचारू संचालन के लिए मौसम पूर्वानुमान आवश्यक है।
•  भूकंप अध्ययन की प्रासंगिकता
> भूकंप अध्ययन के कारण ही संपूर्ण विश्व के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों का निर्धारण संभव हो सका है। इससे इन क्षेत्रों में भूकंप से बचाव एवं आपदा प्रबंधन की विशेष व्यवस्था की जाती है।
>  भूकंप के बाद भूकंप-तीव्रता की जानकारी हो जाती है जिससे राहत एवं बचाव कार्यों में सहायता मिलती है।
> भूकंपीय तरंगों के अध्ययन के आधार पर भूगर्भ स्तर, चट्टानों की संरचना, तापमान का अध्ययन हो सका है।
> भूगर्भ में स्थित खनिजों, ऊर्जा के स्त्रोतों की खोज में भूकंप विज्ञान सहायक है।
> सागरीय भूकंप के अध्ययन के अंतर्गत ‘सुनामी चेतावनी प्रणाली’ का विकास किया गया है जो सुनामी की पूर्व सूचना दे देती है जिससे जान-माल को होने वाली हानि से बचाया जा सकता है। ।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Google News ज्वाइन करे – Click Here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *