CTET पेपर – I, कक्षा I-V 20 सितम्बर, 2015

CTET पेपर – I, कक्षा I-V 20 सितम्बर, 2015

भाग-I: बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र

1. बच्चों में ज्ञान की रचना करने और अर्थ का निर्माण करने की क्षमता होती है। इस परिप्रेक्ष्य में एक शिक्षक की भूमिका है
(1) सम्प्रेषक और व्याख्याता की
(2) सुगमकर्ता की
(3) निर्देशक की
(4) तालमेल बैठाने वाले की
2. इनमें से कौन-सी विशेषता प्रतिभाशाली बच्चों की नहीं है?
(1) उच्च आत्म क्षमता
(2) निम्न औसतीय मानसिक प्रक्रियाएँ
(3) अन्तर्दृष्टिपूर्वक समस्याओं का समाधान करना
(4) उच्चतर श्रेणी की मानसिक प्रक्रियाएँ
3. कोलबर्ग के सिद्धान्त के पूर्व परम्परागत स्तर के अनुसार, कोई नैतिक निर्णय लेते समय एक व्यक्ति निम्नलिखित में से किस तरफ प्रवृत्त होगा?
(1) व्यक्तिगत आवश्यकताएँ तथा इच्छाएँ
(2) व्यक्तिगत मूल्य
(3) पारिवारिक अपेक्षाएँ
(4) अन्तर्निहित सम्भावित दण्ड
4. शिक्षार्थियों (अधिगमकर्ता) की वैयक्तिक विभिन्नताओं के सन्दर्भ में शिक्षिका को चाहिए
(1) निगमनात्मक पद्धति के आधार पर समस्याओं का समाधान करना
(2) कलनविधि (एल्गोरिथ्म) का अधिकतर प्रयोग करना
( 3 ) याद करने के लिए शिक्षार्थियों को तथ्य उपलब्ध कराना
(4) विविध प्रकार की अधिगम परिस्थितियों को उपलब्ध कराना
5. निम्नलिखित में से कौन-सा बाल विकास का एक सिद्धान्त नहीं है?
(1) विकास के सभी क्षेत्र महत्त्वपूर्ण हैं
(2) सभी विकास परिपक्वन तथा अनुभव की अन्तःक्रिया का परिणाम होते हैं
(3) सभी विकास तथा अधिगम एकसमान गति से आगे बढ़ते हैं
(4) सभी विकास एक क्रम का पालन करते हैं
6. निम्नलिखित में से कौन-सा आकलन करने का सर्वाधिक उपयुक्त तरीका है ?
(1) आकलन शिक्षण-अधिगम में अन्तर्निहित प्रक्रिया है
(2) आकलन एक शैक्षणिक सत्र में दो बार करना चाहिए-शुरू में और अन्त में
(3) आकलन शिक्षक के द्वारा नहीं, बल्कि किसी बाह्य एजेन्सी के द्वारा कराना चाहिए
(4) आकलन सत्र की समाप्ति पर करना चाहिए
7. निम्नलिखित में से कौन-सा सृजनात्मकता से सम्बन्धित है ?
(1) अभिसारी चिन्तन
(2) सांवेगिक चिन्तन
(3) अहंवादी चिन्तन
(4) अपसारी चिन्तन
8. बच्चों के बारे में निम्नलिखित कथनों में से किस कथन से वाइगोत्स्की सहमत होते हैं?
(1) बच्चे तब सीखते हैं, जब उनके लिए आकर्षक पुरस्कार निर्धारित किए जाएँ
(2) बच्चों के चिन्तन को तब समझा जा सकता है, जब प्रयोगशाला में पशुओं पर प्रयोग किए जाएँ
(3) बच्चे जन्म से शैतान होते हैं और उन्हें दण्ड देकर नियंत्रित किया जाना चाहिए
(4) बच्चे समवयस्कों और वयस्कों के साथ सामाजिक अन्तः क्रियाओं के माध्यम से सीखते हैं
9. बच्चे
(1) चिन्तन में वयस्कों की भाँति ही होते हैं और ज्यों-ज्यों हैं, उनके चिन्तन में गुणात्मक वृद्धि होती हैं
(2) खाली बर्तन के समान होते हैं, जिसमें बड़ों के द्वारा दिया गया ज्ञान भरा होता है
(3) निष्क्रिय जीव होते हैं, जो प्रदत्त सूचना को ज्यों-की-त्यों प्रतिलिपि के रूप में प्रस्तुत कर देते हैं
(4) जिज्ञासु प्राणी होते हैं, जो अपने चारों ओर के जगत् को खोजने के लिए अपने ही तर्कों और क्षमताओं का उपयोग करते हैं
10. बच्चों की त्रुटियों के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है ? 
(1) बच्चों की त्रुटियाँ उनके सीखने की प्रक्रिया का अंग है
(2) बच्चे तब त्रुटियाँ करते हैं जब शिक्षक सौम्य हो और उन्हें त्रुटियाँ करने पर दण्ड न देता हो
(3) बच्चों की त्रुटियाँ शिक्षक के लिए महत्त्वहीन हैं और उसे चाहिए कि उन्हें काट दे और उन पर अधिक ध्यान न दें
(4) असावधानी के कारण बच्चे त्रुटियाँ करते हैं
11. अध्यापक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसकी कक्षा के सभी शिक्षार्थी अपने आपको स्वीकृत और सम्मानित समझें। इसके लिए शिक्षक को चाहिए कि वह
(1) वंचित पृष्ठभूमि से आने वाले बच्चों का तिरस्कार करे ताकि वे अनुभव करें कि उन्हें अधिक कठोर परिश्रम करना है
(2) उन शिक्षार्थियों का पता लगाए जो अच्छी अंग्रेजी बोल सकते हों और सम्पन्न घरों से हों तथा उन्हें आदर्श के रूप में प्रस्तुत करें
(3) अपने शिक्षार्थियों की सामाजिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि को जानकारी प्राप्त करे और कक्षा में विविध मतों को प्रोत्साहित करें
(4) कड़े नियम बनाएँ और जो बच्चे उनका पालन न करें उन्हें दण्ड दें
12. सुरेश सामान्य रूप से एक शान्त कमरे में अकेले पढ़ना चाहता है, जबकि मदन एक समूह में अपने मित्रों के साथ पढ़ना चाहता है। यह उनकी…. में विभिन्नता के कारण है।
(1) अभिक्षमता
(2) अधिगम शैली
(3) परावर्तकता – स्तर
(4) मूल्यों
13. भारत में भाषिक विभिन्नता बहुत है। इस सन्दर्भ में विशेषकर कक्षा I और II प्राथमिक स्तर पर बहुभाषिक कक्षाओं के बारे में सर्वथा उपयुक्त कथन है
(1) विद्यालय में उन्हीं बच्चों को प्रवेश दिया जाए जिनकी मातृभाषा वही हो, जो शिक्षा के लिए अपनाई जा रही हो
(2) शिक्षक को सभी भाषाओं का सम्मान करना चाहिए और सभी भाषाओं में अभिव्यक्ति के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए
(3) जो बच्चे कक्षा में मातृभाषा का उपयोग करते हैं, अध्यापक को उनकी उपेक्षा करनी चाहिए
(4) शिक्षार्थियों को अपनी मातृभाषा या स्थानीय भाषा का प्रयोग करने पर दण्डित किया जाए
14. ‘प्रकृति-पोषण’ विवाद में ‘प्रकृति’ से क्या अभिप्राय है?
(1) जैविकीय विशिष्टताएँ या वंशानुक्रम सूचनाएँ
(2) एक व्यक्ति की मूल वृत्ति
(3) भौतिक ओर सामाजिक संसार की जटिल शक्तियाँ
(4) हमारे आस-पास का वातावरण
15. “जन संचार माध्यम समाजीकरण का एक महत्त्वपूर्ण माध्यम बनता जा रहा है।”
नीचे दिए गए कथनों में से कौन-सा सबसे उपयुक्त कथन है?
(1) समाजीकरण केवल माता-पिता और परिवार के द्वारा किया जाता है।
(2) जन-संचार माध्यमों की पहुँच बढ़ रही है और जन संचार माध्यम अभिवृत्तियों, मूल्यों और विश्वासों को प्रभावित करता है
(3) बच्चे संचार माध्यमों के साथ प्रत्यक्ष रूप से अन्तः क्रिया नहीं कर सकते हैं
(4) संचार माध्यम पदार्थों के विज्ञापन और विक्रय के लिए एक अच्छा माध्यम है
16. बच्चे किस प्रकार से सीखते हैं? नीचे दिए गए कथनों में से कौन-सा इस प्रश्न के विषय में सही नहीं है ?
(1) बच्चे तब सीखते हैं, जब वे संज्ञानात्मक रूप से तैयार होते हैं
(2) बच्चे अनेकों प्रकार से सीखते हैं
(3) बच्चे सीखते हैं, क्योंकि वे स्वाभाविक रूप से प्रेरित होते हैं
(4) बच्चे केवल कक्षा में सीखते हैं।
17. प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक को अपने शिक्षार्थियों को अभिप्रेरित करने के लिए निम्नलिखित में से किस रणनीति को अपनाना चाहिए?
(1) प्रत्येक गतिविधि के प्रेरक के रूप में प्रोत्साहन पुरस्कार और दण्ड का उपयोग करना
(2) बच्चों को उनकी रुचियों के अनुसार अपने लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें पाने के उद्यम में सहायता करना
(3) पूरी कक्षा के लिए मानक लक्ष्य निर्धारित करना और उनकी उपलब्धि के आकलन के लिए कठोर मानदण्ड निर्धारित करना
(4) प्रत्येक शिक्षार्थी में अंक लाने के लिए स्पर्द्धा को प्रोत्साहित करना
18. निम्नलिखित में से कौन-सा समाजीकरणका एक प्रमुख कारक है?
(1) कम्प्यूटर
(2) आनुवंशिकता
(3) राजनीतिक दल
(4) परिवार
19. बच्चों को समूह कार्य देना एक प्रभावी शिक्षण रणनीति है, क्योंकि
(1) छोटे समूह में कुछ बच्चों को दूसरे बच्चों पर हावी होने की अनुमति होती है
(2) सीखने की प्रक्रिया में बच्चे एक-दूसरे से सीखते हैं और परस्पर सहायता भी करते हैं
(3) बच्चे अपना काम जल्दी करने में समर्थ होते हैं
(4) इससे शिक्षक का काम कम हो जाता है
20. एक औसत बुद्धि वाला बच्चा यदि भाषा को पढ़ने एवं समझने में कठिनाई प्रदर्शित करता है, तो यह संकेत देता है कि बच्चा ….. का लक्षण प्रदर्शित कर रहा है।
(1) लेखन – अक्षमता (डिस्ग्राफिया)
(2) गणितीय – अक्षमता (डिस्कैल्कुलिया)
(3) गतिसमन्वय – अक्षमता (डिस्प्रैक्सिया)
(4) पठन-अक्षमता (डिस्लैक्सिया)
21. शैशवकाल की अवधि है
(1) जन्म से 2 वर्ष तक
(2) जन्म से 3 वर्ष तक
(3) 2 से 3 वर्ष तक
(4) जन्म से 1 वर्ष तक
22. पियाजे के अनुसार 2 से 7 वर्ष के बीच का एक बच्चा संज्ञानात्मक विकास की …… अवस्था में है। 
(1) औपचारिक संक्रियात्मक
(2) मूर्त संक्रियात्मक
(3) संवेदी – गतिक
(4) पूर्व संक्रियात्मक
23. विकास ……. से …….. की ओर बढ़ता है।
(1) जटिल, कठिन
(2) विशिष्ट सामान्य
(3) साधारण, आसान
(4) सामान्य, विशिष्ट
24. जब वयस्क सहयोग से सामंजस्य कर लेते हैं, तो वे बच्चे के वर्तमान स्तर के प्रदर्शन की तरफ प्रगति क्रम को सुगम बनाते हैं, इसे कहा जाता है
(1) सहयोग देना
(2) सहभागी अधिगम
(3) सहयोगात्मक अधिगम
(4) समीपस्थ विकास
25. नवीन जानकारी को शामिल करने के लिए वर्तमान स्कीमा (अवधारणा) में बदलाव की प्रक्रिया……. कहलाती है।
(1) आत्मसात्करण
(2) समायोजन
(3) अहंकेन्द्रिता
(4) अनुकूलन
26. मध्य बाल्यावस्था में भाषा ……. के बजाय …….. अधिक है। 
(1) समाजीकृत, अहंकेन्द्रित
(2) जीववादी, समाजीकृत
(3) परिपक्व, अपरिपक्व
(4) अहंकेन्द्रित, समाजीकृत
27. बाल केन्द्रित शिक्षा में शामिल है
(1) बच्चों का एक कोने में बैठना
(2) प्रतिबन्धित परिवेश में अधिगम
(3) वे गतिविधियाँ जिनमें खेल शामिल नहीं होते
(4) बच्चों के लिए हस्तपरक गतिविधियाँ
28. कक्षा – अध्यापक ने राघव को अपनी कक्षा में अपने की-बोर्ड पर स्वयं द्वारा तैयार किया गया मधुर संगीत बजाते हुए देखा। कक्षा- अध्यापक ने विचार किया कि राघव में …… बुद्धि उच्चस्तरीय थी।
(1) शारीरिक -गतिबोधक
(2) संगीतमय
(3) भाषायी
(4) स्थानिक
29. जब एक शिक्षक यह समझता है कि स्वाभाविक रूप से लड़के गणित में लड़कियों से अच्छे हैं, यह दर्शाता है कि अध्यापक है
(1) लिंग (जेण्डर) पक्षपाती
(2) शिक्षाप्रद
(3) सही दृष्टिकोण वाला
(4) नीतिपरक
30. समावेशी शिक्षा मानती है कि हमें…….. के अनुरूप बदलना है।
(1) व्यवस्था / बच्चे
(2) परिवेश/परिवार
(3) बच्चे / परिवेश
(4) बच्चे/व्यवस्था

भाग- II : गणित

31. लकड़ी के बक्सों में 10290 पुस्तकों को पैक करना है। यदि एक बक्से में 98 पुस्तकें पैक हो सकती हैं और एक बक्से का मूल्य ₹518 है, तो पुस्तकों को पैक करने में बक्सों का कुल मूल्य है।
(1) ₹54390
(2) ₹54292
(3) ₹54908
(4) ₹53872
32. प्राथमिक स्तर पर ‘लम्बाई को मापना’ विषय पढ़ाने के लिए कौन-सा श्रेणीक्रम उत्तम है?
(1) तुलना करना → अप्रामाणिक मापों का उपयोग करना → प्रामाणिक इकाई को विकसित करना → प्रामाणिक मापों का उपयोग करना
(2) तुलना करना → अप्रामाणिक मापों का उपयोग करना → प्रामाणिक मापों का उपयोग करना → प्रामाणिक इकाई को विकसित करना
(3) प्रामाणिक इकाई को विकसित करना → प्रामाणिक मापों का उपयोग करना → अप्रामाणिक मापों का उपयोग करना → तुलना करना
(4) प्रामाणिक मापों का उपयोग करना → अप्रामाणिक मापों का उपयोग करना → प्रामाणिक इकाई का विकसित करना → तुलना करना
33. चौथी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए अधिगम उद्देश्य दिया गया है
विद्यार्थी दशमलव वाली दो संख्याओं की, जोकि दशमलव के दो स्थान तक हैं, को क्रम में रखने और उनकी तुलना करने की योग्यता रखता है। “
यह अधिगम का उद्देश्य उल्लेख करता है
(1) प्रक्रियात्मक ध्येय
(2) सुव्यवस्थितता ध्येय
(3) सामाजिक ध्येय
(4) विषयात्मक ध्येय
34. कक्षा IV में ‘सममिति’ और ‘परावर्तन’ की ज्यामितीय संकल्पनाओं की वृद्धि के लिए निम्नलिखित में से कौन-से व्यवहारकौशल उपकरणों की आवश्यकता है?
(1) मोतियों की माला
(2) बिन्दु शीट (डॉट पेपर )
(3) गिनतारा
(4) द्विमुखी पटल (काउण्टर)
35. कक्षा V में गणित के पीरियड में यह वाद-विवाद रखा गया “शून्य सबसे अधिक प्रभावशाली संख्या है”
यह क्रियाकलाप बच्चे को प्रोत्साहित करता है
(1) विश्लेषण और सम्प्रेषण में
(2) वे संख्याएँ लिखने में, जिनमें शून्य हो
(3) वे समस्याएँ हल करने में, जिन संख्याओं के अन्त में शून्य हो
(4) मित्रों को सहयोग देने में
36. यदि एक शिक्षार्थी को संख्याओं और परिकलन में समस्या हो रही है, तो उसमें असमर्थता हो सकती है, जिसका नाम है
(1) लेखन-अक्षमता (डिस्ग्राफिया)
(2) गणितीय – अक्षमता (डिस्कैल्कुलिया)
(3) दृश्य – स्थानिक संगठन में असमर्थता
(4) पठन-अक्षमता (डिस्लैक्सिया)
37. प्राथमिक स्तर पर शिक्षार्थियों के लिए व्यावहारिक उपकरणों का महत्त्व है, क्योंकि यह बहुत मदद करते हैं
(1) मानसिक और मौखिक परिकलन की गति बढ़ाने के लिए
(2) परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन के लिए
(3) मूल गणितीय संकल्पनाओं को समझने के लिए
(4) शब्दों में व्यक्त समस्याओं को हल करने के लिए
38. निम्नलिखित में से कौन-सा खुला अन्त वाला प्रश्न है ?
(1) आप 15 को 3 से गुणा किस प्रकार करेंगे?
(2) कोई दो – संख्याएँ लिखिए जिनका गुणनफल 45 हो ?
(3) संख्या रेखा का प्रयोग करते हुए ‘3 बार 15’ का मान ज्ञात कीजिए
(4) 15 × 3 का मान ज्ञात कीजिए
39. कक्षा II के कुछ विद्यार्थियों को ‘हासिल वाले’ दो अंकों की संख्याओं के जोड़ में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
इस समस्या का कारण है
(1) गणित में रूचि का अभाव
(2) अंकित मान और स्थानीय मान में अन्तर की समझ का अभाव
(3) शून्य के महत्त्व की समझ का अभाव
(4) पुनर्समूहीकरण की प्रक्रिया की समझ का अभाव
40. प्राथमिक स्तर पर गणित की अच्छी पाठ्य – पुस्तक के लिए निम्नलिखित में से कौन-सी विशेषता महत्त्वपूर्ण है?
(1) उसमें अवधारणाओं का परिचय सन्दर्भों के द्वारा दिया जाना चाहिए
(2) उसमें केवल बहुत से अभ्यास होने चाहिए जिससे कि यथातथ्य अभ्यास किया जा सके
(3) वह आकर्षक और रंगीन होनी चाहिए।
(4) वह मोटी और बड़ी होनी चाहिए
41. ‘वैन हिले के ज्यामितीय स्तर’ के अनुसार जो विद्यार्थी आकृतियों को दिखावट के अनुसार वर्णित और वर्गीकृत कर सकते हैं, वे हैं
(1) स्तर 1 – विश्लेषण
(2) स्तर 2 – अनौपचारिक निगमन
(3) स्तर 3 – औपचारिक निगमन
(4) स्तर 0 – मानसिक चित्रण
42. गणित की कक्षा में सम्प्रेषण का उल्लेख किस क्षमता का विकास करना है?
(1) दण्ड आरेख ( बार ग्राफ) को देखकर आँकड़ों का अर्थ लगाना
(2) कक्षा में पूछे गए प्रश्नों का तुरन्त उत्तर देना
(3) गणित की समस्याओं पर दूसरों के विचारों का खण्डन करना
(4) गणितीय विचार को सुव्यवस्थित, संचित और स्पष्ट करना
43. यदि एक शिक्षार्थी पूर्णांकों, भिन्नों और दशमलव संख्याओं पर चारों आधारभूत संक्रियाएँ सम्पन्न करने में समर्थ है, तो वह
(1) विभाजनात्मक अवस्था में है
(2) उपादान अवस्था में है
(3) सक्रियात्मक अवस्था में है
(4) परिमाणात्मक अवस्था में है
44. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा – 2005 सिफारिश करता है कि प्राथमिक स्तर पर गणित की शिक्षा का केन्द्र होना चाहिए
(1) उच्चतर गणित के लिए तैयारी
(2) गणित के अमूर्त विचार जानना
(3) कक्षा-कक्ष में की गई पढ़ाई को विद्यार्थियों को दैनिक जिन्दगी से जोड़ने में सहायता करना
(4) विद्यार्थियों को गणित की शिक्षा में अन्तर्राष्ट्रीय मापदण्ड अर्जित करने में सहायता करना
45. निम्नलिखित में से कौन-सा संख्या की समझ का महत्त्वपूर्ण पहलू नहीं है ?
(1) पंक्तिबद्धता
(2) गणना
(3) अंक लिखना
(4) संरक्षण
46. अध्यापक ने कक्षा IV के छात्रों को 36 टाइल दीं और उन्हें सभो सम्भव आयतों में व्यवस्थित करने के लिए कहा। इस क्रियाकलाप द्वारा निम्नलिखित में से कौन-सी संकल्पना को सम्बोधित नहीं किया जा सकता है ?
(1) गुणनफल
(2) क्षेत्रफल
(3) आयतन
(4) गुणनखण्ड
47. दस हजार + दस सौ + दस दहाई बराबर है 
(1) 11110
(2) 11100
(3) 11010
(4) 101010
48. 12112 को 11 से और 13223 को 13 से भाग देने पर प्राप्त शेषफलों का योग है
(1) 3
(2) 4
(3) 5
(4) 2
49. 56431 में 6 के स्थानीय मान तथा 4 के अंकित मान में अन्तर है
(1) 999
(2) 5600
(3) 5996
(4) 2
50. 30, 36 और 42 के सबसे छोटे सार्वगुणज तथा सबसे बड़े सार्वगुणनखण्ड का गुणनफल है
(1) 7460
(2) 7660
(3) 7650
(4) 7560
51. 84 के सभी धनात्मक गुणनखण्डों का योग, जो 7 के गुणज हैं, निम्न है
(1) 113
(2) 189
(3) 196
(4) 112
52. जब दिल्ली में समय 8:49pm है, तब सिडनी में समय अगले दिन का 1:19am है। यदि दिल्ली में समय 11:19 am है, तो सिडनी में क्या समय होगा?
(1) 3:19 am
(2) 3:49pm
(3) 6:29 pm
(4) 6:49 am
53. एक मानचित्र पर आधा सेन्टीमीटर, भूमि पर 125 किमी. को दर्शाता है। यदि दो ^नगरों की बीच की दूरी भूमि पर 2000 किमी. है, तो मानचित्र पर उनके बीच की दूरी होगी
(1) 6 सेमी.
(2) 8 सेमी.
(3) 10 सेमी.
(4) 4 सेमी.
54. निम्न में से कौन-सा एक सही नहीं है?
(1) 25 शतांश = 25/100
(2) 0.57 बराबर है 0.5700 के
(3) 30 सेमी. भुजा वाले वर्ग का क्षेत्रफल, 4.5 मी. × 0.2 मी. आयत के क्षेत्रफल के समान है
(4) 2009 मिली = 2 लीटर 9 मिली
55. किसी विद्यालय में 660 विद्यार्थी हैं। इन विद्यार्थियों का दो-तिहाई लड़के हैं। लड़कों की संख्या का तीन चौथाई खिलाड़ी हैं और लड़कियों की संख्या का एक-चौथाई खिलाड़ी हैं। विद्यालय में कुल खिलाड़ियों की संख्या है
(1) 370
(2) 385
(3) 395
(4) 330
56. रेनू अपने 9 मी. लम्बे तथा 7 मी. चौड़े कमरे के फर्श पर टाइलें लगाना चाहती है। टाइलों के निम्न साइजों में से, वह कौन-सी खरीदे जिससे कि फर्श पर टाइलें किसी टाइल को काटे बगैर लग जाएँ?
(1) 40 सेमी. × 65 सेमी.
(2) 55 सेमी. × 40 सेमी.
(3) 35 सेमी. × 45 सेमी.
(4) 35 सेमी. × 35 सेमी.
57. 6 घण्टों में सेकण्डों की संख्या निम्नलिखित में से कितने दिनों में मिनटों की संख्या के बराबर है ?
(1) 12 दिन
(2) 15 दिन
(3) 16 दिन
(4) 10 दिन .
58. चार घनाभाकार बक्सों की विमाएँ (सेमी. में) नीचे दी गई हैं
       लम्बाई    चौड़ाई    ऊँचाई
(i)    20          25         18
(ii)   23          20         20
(iii) 20          22          21
(iv) 24           20         19
लकड़ी के 18440 सेमी. घनों को पैक करने के लिए निम्न में से किन बक्सों का प्रयोग होगा ?
(1) (i) एवं (iii)
(2) (ii) एवं (iii)
(3) (ii) एवं (iv)
(4) (i) एवं (ii)
59. किसी आयत की लम्बाई, 80 सेमी. परिमाप वाले एक वर्ग की भुजा की दोगुनी है। यदि आयत की चौड़ाई 20 सेमी. है, तो आयत का क्षेत्रफल (सेमी.2 में) वर्ग के क्षेत्रफल से अधिक है
(1) 150
(2) 300
(3) 400
(4) 100
60. हारुन एक फल की दुकान पर गया। उसने डेढ़ दर्जन केले ₹2.50 प्रति केला की दर से, साढ़े तीन किलो सेब ₹57.60 प्रति किलो की दर से, डेढ़ किलो आम ₹75. 40 प्रति किलो की दर से और 750 ग्राम अंगूर ₹120 प्रति किलो की दर से खरीदे । यदि उसने फलविक्रेता को ₹500 का एक नोट दिया हो, तो उसे विक्रेता से वापस मिलेंगे
(1) ₹24.85
(2) ₹14.95
(3) ₹50.30
(4) ₹28.10

भाग-III: पर्यावरण अध्ययन

61. पर्यावरण अध्ययन की प्रकृति निम्नलिखित का समर्थन नहीं करती
(1) बच्चे कम गलतियाँ करें
(2) बच्चों को करके सीखने का अवसर मिले
(3) बच्चे बहुत से प्रश्न पूछें
(4) बच्चों को खोज करने के लिए पर्याप्त स्थान मिले
62. एक शिक्षिका ने कक्षा IV के शिक्षार्थियों को पढ़ाने के लिए ‘पौधे’ अन्तर्वस्तु का चयन किया। उसने सीखने के लिए निम्नलिखित अवसर प्रदान किए
I. समूहों में पत्तियों का संग्रह करना
II. पत्तियों के आकार स्वरूप और अन्य विशेषताओं पर चर्चा करना
III. अपना वनस्पति संग्रहालय बनाना इस प्रकार की गतिविधियों हेतु शिक्षिका को किस बात के लिए सबसे अधिक प्रोत्साहन नहीं देना चाहिए?
(1) जितनी अधिक पत्तियों के बारे में सम्भव हो उतना उनके नाम याद करने में बच्चों की पहल
(2) बच्चों के द्वारा कार्य का विस्तार
(3) बच्चों का निरन्तर गतिविधि में लगे रहना
(4) बच्चों की परस्पर क्रिया, अवलोकन और सहयोग
63. शिक्षार्थियों का आकलन करते समय पर्यावरण अध्ययन की शिक्षिका को निम्नलिखित में से क्या नहीं करना चाहिए?
(1) बच्चों के पूर्व आकलन के साथ तुलना करना
(2) शिक्षार्थियों की सीखने की क्षमताओं को ध्यान में रखकर सूचना दर्ज करनी
(3) बच्चों के कार्यों के केवल कुछ पक्षों पर ध्यान केन्द्रित करना
(4) बच्चों के कार्य से सम्बन्धित गुणात्मक उल्लेख करना
64. प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन में ‘समुदाय’ सीखने-सिखाने का एक महत्त्वपूर्ण संसाधन है, क्योंकि
(1) यह एक बहुत सस्ता संसाधन है
(2) यह आसानी से उपलब्ध होने वाला संसाधन है
(3) इसमें समझदार और बुजर्ग व्यक्ति होते हैं.
(4) यह वास्तविक स्थितियों में सीखने के अवसर उपलब्ध कराता है
65. कोई व्यक्ति 30 अगस्त, 2015 को किसी एक्सप्रेस ट्रेन में अहमदाबाद से त्रिवेन्द्रम जाने वे लिए बैठा। यह ट्रेन 13.30 बजे अहमदाबाद छूटी और 1 सितम्बर, 2015 को 7:30 बजे त्रिवेन्द्रम पहुँची। यदि अहमदाबाद से त्रिवेन्द्रम के बीच की दूरी 2268 किमी. है, तो इन दोनों स्टेशनों के बीच ट्रेन की औसत चालथी
(1) 42 मी./से
(2) 15 मी./से
(3) 9 मी./से
(4) 54 मी./से .
66. गुरप्रीत पहली बार रेलगाड़ी से नई दिल्ली से चेन्नई गया। अपनी रेलयात्रा में उसकी गाड़ी के द्वारा निम्नलिखित में से किस नदी को पार करने की सम्भावना नहीं है?
(1) गोदावरी
(2) गंगा
(3) कृष्णा
(4) नर्मदा
67. हमारे देश में निम्नलिखित स्थानों में से कौन-सा ‘ठण्डा रेगिस्तान’ है?
(1) जैसलमेर
(2) लद्दाख
(3) मेघालय
(4) दार्जिलिंग
68. कक्षा V की पर्यावरण अध्ययन की . पाठ्य पुस्तक का एक पाठ ‘उसी से ठण्डा उसी से गर्म’ डॉ. जाकिर हुसैन द्वारा लिखी गई एक कहानी है। उन्होंने ‘बच्चों के लिए ऐसी कई कहानियाँ लिखी हैं। अपनी मृत्यु के समय वे थे
(1) भारत के मुख्य न्यायाधीश
(2) भारत के उप-राष्ट्रपति
(3) भारत के राष्ट्रपति
(4) भारत के प्रधानमन्त्री
69. खाद्य संरक्षण के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा जोड़ा ठीक नहीं है?
(1) आलू – चिम्स
(2) दूध-पनीर
(3) सेब-जैम
(4) कच्चा आम अचार
70. घरों की नीचे दी गई विशिष्टताओं पर विचार कीजिए
A. निचली मंजिल में कोई खिड़की नहीं।
B. पेड़ के तनों की लकड़ी से बनी ढालू छतें ।
C. पत्थर के खम्भों पर जमीन से लगभग 10-12 फुट ऊँचाई पर बने घर ।
D. पत्थर, गारा और चूने से बनी मोटी दीवारें ।
E. लकड़ी के फर्श ।
लेह और लद्दाख के घरों में ऊपर दी गई कौन-कौन-सी विशिष्टताएँ पाई जा सकती हैं ?
(1) B, C, D
(2) C, D, E
(3) A, D, E
(4) A, B, C
71. निम्नलिखित का अध्ययन कीजिए कौआ पेड़ की ऊँची डाल पर अपना घोंसला बनाता है। इस घोंसले को बनाने में कई प्रकार की चीजें, यहाँ तक कि लकड़ी की शाखाएँ और लोहे के तार भी होते हैं। एक चालाक पक्षी भी है, जो अपना घोंसला नहीं बनाता और कौए के घोंसले में अण्डे दे देता है। बेचारा कौआ अपने अण्डों के साथ इन अण्डों को भी सेता है। यह पक्षी कौन-सा है?
(1) कलचिडी
(2) बसंत गौरी
(3) कोयल
(4) शकरखोरा
72. निम्नलिखित में से कौन बीज नहीं है ?
(1) गेहूँ
(2) काली मिर्च
(3) साबूदाना
(4) सौंफ
73. रेहाना अपने परिवार के साथ केरल जाती है। वहाँ उसे ऊँचे वृक्ष दिखाई पड़ते हैं, जो उसके गृह नगर शिमला के ऊँचे वृक्षों से भिन्न हैं। उसने केरल में कौन-से वृक्ष देखे होंगे?
(1) नारियल
(2) सेब
(3) लीची
(4) चीड़
74. बच्चों के द्वारा सब्जी बाजार से इकट्ठी की गई
निम्नलिखित सामग्री में से उन्हें पहचानिए जिनके भीतर बीज होते हैं।
आलू, टमाटर, नाशपाती, चीकू, भिण्डी, केरेला, प्याज, खीरा
(1) टमाटर, नाशपाती और चीकू
(2) टमाटर, नाशपाती, चीकू, भिण्डी, करेला, खीरा
(3) टमाटर, नाशपाती, चीकू, भिण्डी, करेला, प्याज खीरा
(4) नाशपाती और चीकू
75. नीता आन्ध्र प्रदेश जाती है और दो साड़ियाँ खरीदती है, जो खासतौर पर वहीं बनाई जाती हैं। वे क्या कहलाती हैं?
(1) पोचमपल्ली और कलमकारी
(2) पोचमपल्ली और कांजीवरम्
(3) कलमकारी और चंदेरी
(4) कलमकारी और कथा
76. निम्नलिखित में से कौन-सी बीमारी रुके या इकट्ठा हुए पानी से हो सकती है?
(1) मलेरिया
(2) पोलियो
(3) निमोनिया
(4) चेचक
77. निम्नलिखित में से कौन-सा जोड़ा ठीक है?
(1) असम – बिहू
(2) ओडिशा – भरतनाट्यम
(3) तमिलनाडु-लावणी
(4) कर्नाटक- कत्थक
78. ऐस्किमो अपने घर ‘इग्लू’ का निर्माण बर्फ से करते हैं। इसका क्या कारण है ?
(1) बर्फ ठण्डी हवा और पानी को अन्दर नहीं आने देता
(2) बर्फ की दीवारों के बीच मौजूद हवा अन्दर की गरमी को बाहर जाने से रोकती है
(3) बर्फ मुफ्मेंत  मिलती है, अन्य सामग्री मुफ्त की कीमत अधिक होगी
(4) ध्रुवीय क्षेत्रों में केवल बर्फ ही उपलब्ध है।
79. निम्नलिखित में से कौन-सी विशेषता बरगद के पेड़ की जड़ों की नहीं है?
(1) जड़े शाखाओं से नीचे लटकती हैं
(2) इसमें जमीन के भीतर जड़ें होती हैं
(3) जड़ें भोजन का भण्डारण करती हैं
(4) जड़ें खम्भों की तरह पेड़ को सहायता प्रदान करती हैं
80. एक नव नियुक्त पर्यावरण अध्ययन के शिक्षक के रूप में पढ़ाने से पहले आपकी सबसे पहली प्राथमिकता होगी
(1) कक्षा में धीमी गति से सीखने वाले शिक्षार्थियों की पहचान करना
(2) शिक्षार्थियों के लिए पाठानुसार विस्तृत नोट्स तैयार करना
(3) शिक्षार्थियों का समाज-सांस्कृतिक प्रोफाइल / विवरण तैयार करना
(4) पहले से पाठ योजना तैयार करना
81. कविताएँ और कहानियाँ पर्यावरण अध्ययन की अन्तर्वस्तु को पढ़ाने में प्रभावशाली हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि कविताएँ और कहानियाँ
A बच्चों के परिवेश का समृद्ध चित्रण कर सकती हैं।
B सन्दर्भित अधिगम परिवेश प्रदान कर सकती हैं
C विभिन्न अमूर्त अवधारणाओं की प्रभावशाली तरीके से व्याख्या कर सकती हैं
D सृजनात्मकता एवं सौन्दर्यबोध का पोषण कर सकती हैं
(1) A, B और D
(2) केवल C
(3) केवल B
(4) A, और B
82. कक्षा V की शिक्षिका के रूप में आप ‘ईंधन के संरक्षण’ प्रकरण को पढ़ाने के लिए निम्नलिखित में से किस संसाधन के उपयोग को सर्वश्रेष्ठ पाते हैं?
(1) सन्दर्भ पुस्तकें
(2) पोस्टर
(3) समाचार पत्र
(4) पाठ्य पुस्तक
83. कक्षा IV की एक शिक्षिका, शिक्षार्थियों से कहती है कि वे अपने कार्य – पत्रक, अवलोकन – रिपोर्ट और सत्र में एकत्रित की गई सामग्री को एक फोल्डर में डाल दें। इन फोल्डरों को कहा जा सकता है।
(1) पोर्टफोलियो
(2) दत्त कार्य
(3) परियोजना कार्य
(4) घटना-वृत्तान्त अभिलेख
84. एन.सी.ई.आर.टी. (सं.शै. अ.प्र.प.) की पर्यावरण अध्ययन की कक्षा V की पाठ्यपुस्तक में ‘सुनीता अन्तरिक्ष में शीर्षक पाठ स्पेसशिप में अन्तरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के अनुभवों का वर्णन करता है । इसे शामिल करने का / के क्या कारण हो सकता है / सकते हैं?
A. यह घटना अन्तरिक्ष यात्रियों की जिन्दगी में झाँकने का अवसर देती है
B. यह घटना स्पेसशिप में भौतिक स्थितियों का वर्णन करती है
C. यह घटना स्त्री-पुरुष लिंग (जेण्डर) रूढ़िवादिता को चुनौती देती है
D. यह घटना गुरुत्वाकर्षण की अवधारणा को समझने में मदद करती है
(1) केवल D
(2) A, B और C
(3) A, B, C और D
(4) केवल A
85. पर्यावरण अध्ययन की एक शिक्षिका निम्नलिखित कारणों से अपनी कक्षा का • प्रारम्भ कुछ मुख्य प्रश्न पूछते हुए करती है। सबसे कम प्राथमिकता वाला कारण कौन-सा है, उसे चुनिए?
(1) शिक्षार्थियों का चिन्तन उद्दीप्त किया जा सकता है।
(2) प्रश्न शिक्षार्थियों में उत्सुकता जगाते हैं।
(3) प्रश्न प्रकरण को सन्दर्भपरक बनाने में मदद करते हैं।
(4) शिक्षार्थियों को चिन्तन सीमित किया जा सकता है
86. किसी क्रियाकलाप के लिए समूह बनाते हुए सामाजिक अध्ययन के शिक्षक को चाहिए कि वह :
(1) सुनिश्चित करे कि लड़के-लड़कियों के समूह अलग-अलग हों
(2) उनके अंकों के अनुसार समूह बनाए
(3) केवल दो समूह बनाए और प्रत्येक में . बहुत से विद्यार्थी हों
(4) सभी प्रतिभागियों की सहभागिता और सहयोग सुनिश्चित करे
87. प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन की पाठ्य पुस्तक में निम्नलिखित में से कौन-सी विशेषता नहीं होनी चाहिए?
(1) यह शिक्षार्थियों की वैविध्यपूर्ण पृष्ठभूमि की जरूरतों को पूरा करती है .
(2) यह वास्तविक कहानियों और घटनाओं को शामिल करती है
(3) यह परिभाषाओं और अमूर्त अवधारणाओं की व्याख्या करने पर ध्यान केन्द्रित करती है
(4) यह प्राकृतिक और समाज-सांस्कृतिक परिवेश को एकीकृत तरीके से प्रस्तुत करती है
88. पर्यावरण अध्ययन शिक्षण के सन्दर्भ में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCE, 2005) निम्नलिखित में से किसे प्रस्तावित नहीं करती?
(1) बच्चों के अनुभवों और सन्दर्भों से जोड़ना
(2) हस्तपरक क्रियाकलाप
(3) तकनीकी शब्दावली से परिचित कराना
(4) विषयनुसार उपागम
89. प्राथमिक स्तर के शिक्षार्थियों में मानचित्र बनाने और समझने के लिए निम्नलिखित में से किन कौशल/कौशलों के विकास की आवश्यकता है?
A. स्थानों की सापेक्ष स्थिति की समझ
B. स्थानों की सापेक्ष दूरी और दिशाओं की समझ
C. प्रतीकों और स्केल / पैमाने की समझ
D. स्केल/पैमाने के अनुसार स्पष्ट ड्रॉइंग बनाना
(1) केवल C
(2) A, B और C
(3) केवल D
(4) A और B
90. प्राथमिक कक्षाओं में पर्यावरण अध्ययन पढ़ाने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा उद्देश्य सम्बन्धित नहीं है?
(1) विज्ञान के आधारभूत प्रत्ययों और सिद्धान्तों को रटकर याद कर लेना
(2) पर्यावरण को खोजने के अवसर प्रदान करना
(3) अवलोकन, मापन, भविष्यकथन और वर्गीकरण जैसे कौशलों का विकास करना
(4) भौतिक और सामाजिक परिवेश के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना

भाग-IV : भाषा-I (हिन्दी)

91. मनुष्य को बाहरी सुख क्यों लुभाते हैं?
(1) सम्पन्नता के लिए
(2) भरे-पूरे जीवन के लिए
(3) अच्छे जीवन के लिए
(4) आराम के लिए
92. “जो व्यक्ति रचनात्मक कार्य करने में समर्थ हैं………..|” वाक्य में रेखांकित शब्द के स्थान पर कौन-सा शब्द प्रयुक्त नहीं किया जा सकता है?
(1) क्षमतावान
(2) सक्षम
(3) शक्तिशाली
(4) सामर्थ्यवान
93. ‘प्रतिष्ठा के अम्बारों से लाद दिया जाता।रेखांकित का तात्पर्य है
(1) ढेर से
(2) आभाऱ से
(3) कृतज्ञता से
(4) भार से
94. ‘भली-भाँति निर्वाह कर चुका था। ‘
उपरोक्त वाक्यांश में क्रिया-विशेषण है
(1) भली-भाँति
(2) निर्वाह
(3) कर चुका
(4) भली
95. ‘महत्त्वाकांक्षा’ किन शब्दों से मिलकर बना है? .
(1) महत्त्व + आकांक्षा
(2) महत्व + आकांक्षा
(3) महत्त्वा + कांक्षा
(4) महत् + आकांक्षा
96. भौतिक लाभ किन्हें नहीं लुभाते ?
(1) सामर्थ्यवान लोगों को
(2) जीवन का लक्ष्य पूरा करने वालों को
(3) रचनात्मक कार्य करने वालों को
(4) धन-सम्पन्न लोगों को
97. ‘पूँजी’ का रचयिता कार्ल मार्क्स कथन से संकेत मिलता है कि ‘पूँजी’ का अर्थ है 
(1) एक विचार
(2) एक ग्रन्थ
(3) विरासत
(4) धन-सम्पत्ति
98. विचारकों की एक विशेषता यह है कि उनमें
(1) भौतिक महत्त्वाकांक्षाएँ कम होती हैं
(2) पद-प्रतिष्ठा प्राप्त करने की इच्छा होती है
(3) रचनात्मक कार्य करने की क्षमता होती है
(4) महत्त्वाकांक्षाएँ नहीं होतीं
99. सुकरात को अपना काम न करने देने की स्थिति कठोर दण्ड जैसी प्रतीत होती, क्योंकि
(1) वह जीवन के कार्य समाप्त कर चुका था
(2) वह स्थूल प्रलोभनों की अपेक्षा नहीं करता था
(3) उसे जीवन का उद्देश्य प्राप्त करने में रोक दिया गया होता
(4) वह अन्तिम क्षणों में भी शान्त था
100. ‘बचपन’ शब्द है
(1) विशेषण
(2) क्रिया-विशेषण
(3) सर्वनाम
(4) संज्ञा
101. ‘नन्दन – वन – सी फूल उठी, यह छोटी-सी कुटिया मेरी’ का भाव है
(1) कुटिया सुन्दर हो गई
(2) कुटिया में आनन्द उमड़ उठा
(3) कुटिया में शान्ति छा गई
(4) छोटी कुटिया बड़ी हो गई
102. ‘मिटा सकेगा तू मेरे मन का संताप?’ उक्त पंक्ति में ‘तू’ किसे कहा गया है ?
(1) बचपन को
(2) कवि को
(3) पाठक को
(4) बच्चे को
103. कवयित्री अपने बचपन को क्यों बुलाना चाहती है ?
(1) अपनी बिटिया की याद में
(2) बचपन के आनन्द की याद में
(3) बचपन के खेलों की याद में
(4) अपनी माँ की याद में
104. बच्चे की आँखों से निकलते आँसुओं को देखकर क्या अनुभूति होती है?
(1) सुख की
(2) विजय की
(3) प्यार की
(4) कष्ट की
105. ‘व्याकुल व्यथा मिटाने वाली’ में प्रयुक्त अलंकार है 
(1) रूपक अलंकार
(2) उपमा अलंकार
(3) अनुप्रास अलंकार
(4) यमक अलंकार
106. किसी भी भाषा पर अधिकार प्राप्त करने के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण है
(1) शब्दों के अर्थ जानना
(2) उस भाषा की वाक्य-संरचना जानना
(3) उस भाषा का अधिकाधिक प्रयोग करना
(4) उस भाषा का व्याकरण जानना
107. समावेशी कक्षा में बच्चों की आवश्यकताओं को पूरा करने में भाषा – शिक्षक के रूप में आपकी मुख्य जिम्मेदारी नहीं है
(1) बच्चों की भाषा सम्बन्धी क्षमताओं का पहचान करना
(2) बच्चों को विभिन्न प्रकार की दृश्यश्रृव्य सामग्री उपलब्ध कराना
(3) बच्चों का आकलन करते समय अति उदार बनना
(4) विभिन्न आवश्यकताओं वाले बच्चों के लिए उपलब्ध संसाधनों की खोज करना
108. पढ़ने की संस्कृति के विकास के क्रम में …… पठन को प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता है।
(1) वैयक्तिक
(2) सस्वर
(3) मौन
(4) सामूहिक
109. भाषा की पाठ्य-पुस्तक में सबसे महत्त्वपूर्ण पक्ष है
(1) आकर्षक चित्र
(2) पाठों का उद्देश्यपूर्ण चयन
(3) अभ्यासों का बहुलता
(4) कागज की गुणवत्ता
110. समग्र भाषा पद्धति पर आधारित कक्षा
(1) गतिविधियों के आयोजन पर बल देती है
(2) बच्चों के भाषायी विकास की स्पष्ट समझ पर बल देती है
(3) बाल साहित्य को पढ़कर सुनाने पर बल देती है
(4) सभी भाषाओं को सीखने पर बल देती है
111. विद्यालय के बाहर का जीवन और वहाँ प्राप्त ज्ञान एवं अनुभव भाषा सीखने के लिए आवश्यक प्रेरणा देते हैं, क्योंकि
(1) मानक वर्तनी का सम्यक् ज्ञान मिलता है
(2) लेखन की विभिन्न शैलियों का परिचय मिलता है
(3) समृद्ध भाषिक परिवेश मिलता है
(4) इससे व्याकरणिक नियमों की जानकारी प्राप्त होती है
112. पहली कक्षा में प्रवेश लने से पहले आमतौर पर बच्चे
(1) पठन-लेखन में दक्ष होते हैं
(2) स्व अभिव्यक्ति जानते हैं
(3) भाषा के व्याकरणिक नियम जानते हैं
(4) तुतलाकर बोलते हैं
113. सुरभि अक्सर ‘ड़’ वाले शब्दों को गलत तरीके से उच्चारित करती है। आप क्या करेंगे ?
(1) उसे ‘ड’ वाले शब्दों की सूची पढ़ने एवं लिखकर अभ्यास करने के लिए देंगे
(2) उसे ‘ड’ वाले शब्दों को अपने पीछे-पीछे दोहराने के लिए कहेंगे
(3) उसे सहजता के साथ अपनी बात कहने के लिए प्रोत्साहित करेंगे
(4) उसे ‘ड’ वाले शब्दों को सूची पढ़ने एवं बोलकर अभ्यास करने के लिए देंगे
114. प्राथमिक स्तर पर पढ़ने की क्षमता का आकलन करने की दृष्टि से सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है
(1) विराम-चिह्नों का ज्ञान
(2) पढ़ने में प्रवाह
(3) अर्थ का निर्माण
(4) वर्णों की पहचान
115. भाषा की कक्षा में कहानी सुनाने का मूल उद्देश्य है
(1) बच्चों की कल्पनाशक्ति का विकास
(2) बच्चों में ‘सुनकर दोहराने’ की आदत का विकास
(3) बच्चों के अनुशासन में रखना
(4) बच्चों का मनोरंजन करना
116. प्राथमिक कक्षाओं में बच्चे बहुत कुछ लेकर विद्यालय आते हैं, जैसे-अपनी……., अपने अनुभव दुनिया की देखने का अपनी दृष्टिकोण आदि।
(1) समस्याएँ
(2) भाषा
(3) पाठ्य-पुस्तकें
(4) कमियाँ
117. बच्चों की मौखिक अभिव्यक्ति के विकास का अर्थ यह नहीं है
(1) वाद-विवाद में बेझिझक होकर बोलना
(2) कहानी सुनकर शब्दश: दोहराना
(3) अपनी कल्पनाओं की मौखिक अभिव्यक्ति
(4) बातचीत में सक्रिय भागीदारिता का निर्वाह करना
118. भाषा की कक्षा यह जरूरी है कि
(1) भाषा – शिक्षक भाषा का पूर्ण ज्ञाता हो
(2) भाषा – शिक्षक बच्चों की उच्चारणगत शुद्धता पर विशेष ध्यान दे
(3) भाषा-शिक्षक बच्चों की वर्तनी को बहुत कठोरता से ले
(4) स्वयं भाषा – शिक्षक की भाषा  प्रभावी हो
119. प्राथमिक स्तर पर बच्चों की भाषायी क्षमताओं का विकास करने का अर्थ है।
(1) भाषिक संरचनाओं पर अधिकार
(2) भाषा-प्रयोग की कुशलता पर अधिकार
(3) भाषा-अनुकरण की कुशलता पर अधिकार
(4) भाषिक नियमों पर अधिकार
120. व्याकरण – शिक्षण की आगमन विधि की विशेषता है
(1) पहले नियम बताना
(2) पहले नियम का विश्लेषण करना
(3) पहले मनोरंजक गतिविधियाँ कराना
(4) पहले उदाहरण प्रस्तुत करना

भाग-V: LANGUAGE-II (ENGLISH)

121. The primary purpose of the author is to
(1) narrate an amusing incident
(2) show how indulgent parents spoil their children
(3) show a radical shift in attitude
(4) highlight the problems of subway travellers
122. The word oblivious (Para 3) means
(1) unaware
(2) neglectful
(3) inconsiderate
(4) insensitive
123. The word which is opposite in meaning to ‘compassion’ (Para 6) is
(1) coarseness
(2) dislike
(3) wildness
(4) cruelty
124. ‘I felt differently,’
Tense of the above sentence has-been correctly changed into present continuous in
(1) I am feeling differently
(2) I had been feeling differently
(3) I was feeling differently
(4) I have been feeling differently
125. ‘My irritation vanished.’ The sentence given above has been correctly changed into interrogative form in
(1) Couldn’t my irritation vanish?
(2) Hadn’t my irritation vanished?
(3) Didn’t my irritation vanish?
(4) Did my irritation vanish?
126. The children’s behaviour on the subway was
(1) irritating
(2) disgusting
(3) shocking
(4) amusing
127. How did the man (children’s father) react to the unruly behaviour of his children?
(1) He rebuked them
(2) He tried to control them
(3) He did nothing
(4) He enjoyed their antics
128. It can be inferred from the man’s behaviour that he was
(1) an indulgent parent
(2) mentally disturbed
(3) unsocial
(4) insensitive
129. When the writer learnt the truth
(1) his heart was filled with the man’s suffering
(2) he was angry with himself for being judgemental
(3) he decided to help the man out
(4) he felt apologetic
130. Which one of the following statements is correct?
(1) Our attitudes are influenced by our parents only
(2) Our attitudes are created and controlled by our beliefs
(3) Our attitudes are the results of own personal experience
(4) We are born with our attitudes
131. The word ‘determine’ most nearly means
(1) influence
(2) overcome
(3) engage
(4) govern
132. Which part of speech is the underlined in the sentence given below?
‘Some people seem to have a good attitude towards most things.’
(1) Preposition
(2) Adjective
(3) Conjunction
(4) Adverb
133. A/An ……. attitude is absolutely necessary for attainment of any kind.
(1) cheerful
(2) optimistic
(3) good
(4) virtuous
134. The term ‘bad attitude’ is used for young people because they
(1) behave irresponsibly
(2) often get into difficulty
(3) are unpredictable
(4) defy all kinds of authority
135. Right titudes are absolutely essential to
(1) win the goodwill of our peers and superiors
(2) have harmonious relations with others
(3) promote our mental wellbeing
(4) succeed in life
136. Which of the following is the highest level of cognitive ability?
(1) Knowing
(2) Understanding
(3) Evaluating
(4) Analyzing
137. Why is story telling most important in an English language class at primary level?
(1) It is useful for developing integrated language skills
(2) It develops moral values among the students
(3) It improves students vocabulary
(4) It creates fun in the class
138. A good teacher is one who
(1) gives them ample opportunities to learn
(2) gives them useful information
(3) explains concepts and principles
(4) gives printed notes to students
139. Which of the following helps in learning the second language without using the printed text?
(1) Situations approach
(2) Natural approach
(3) Language immersion
(4) Grammar-translation method
140. A person, who is a fluent speaker, is likely to possess
(1) Logico-mathematical ability
(2) Bodily-kinesthetic ability
(3) Musical ability
(4) Verbal-linguistic ability
141. Which approach emphasizes interaction as the means and the goal of learning a language?
(1) Communicative
(2) Oral-aural
(3) Immersion
(4) Silent way
142. Maximum participation of students during teaching in a language classroom is possible through
(1) lecture method
(2) translation method
(3) inductive method
(4) discussion and demonstration methods
143. Dyslexia is an intellectual disability that negatively affects the understanding abilities in terms of
(1) oral language
(2) sign language
(3) dialect
(4) reading
144. The Linguist, Noam Chomsky, maintains that every child has an innate Language Acquisition Device (LAD) that he/she uses for
(1) Phonemes
(2) Universal Grammar
(3) Complex words
(4) Semantics
145. The structural approach advocates
(1) resorting to fluency’
(2) selection and gradation of material
(3) assessing learners’ perforusing mother mance tongue
(4) using mother tongue
146. According to socio-cultural theory of Vygotský
(1) self-directed speech is the lowest stage of the scaffolding
(2) children can think in ab stract terms if abstract material is provided at a lower age
(3) children drink in different domain and then do they take a complete perspective
(4) culture helps in language development
147. What is the main purpose of poetry recitation in a language classroom ?
(1) To appreciate and enjoy the poem
(2) To give their opinions about the poem
(3) To become aware of the poet and her work
(4) To know the historical background of the poem
148. Who strongly maintains that language is learnt by imitation of stimuli and reinforcement of correct responses ?
(1) Albert Bandura
(2) Kurt Lewin
(3) Tolman
(4) BF Skinner
149. Under which activity do recognising sounds and deducing meanings come?
(1) Speaking
(2) Listening
(3) Reading
(4) Writing
150. During the process of language learning, students lack confidence in their pronunciation. How can one overcome this?
(1) Providing scope for special activities with the help of language experts for removing speaking defects
(2) Correcting mistakes immediately
(3) Reading aloud in the classroom ;
(4) Organising play like tasks in which children can talk to one another

उत्तर व्याख्या सहित

भाग -I: बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र

1. (2) बच्चों में ज्ञान की रचना करने और अर्थ का निर्माण करने की क्षमता के परिप्रेक्ष्य में एक शिक्षक की भूमिका सुगमकर्ता की होती है।
2. (2) निम्न औसतीय मानसिक प्रक्रियाएँ विशेषता प्रतिभाशाली बच्चों की नहीं है। प्रतिभाशाली बच्चों की मुख्य विशेषताएँ उच्च आत्मक्षमता, अन्तर्दृष्टिपूर्वक समस्याओं का समाधान करना तथा उच्चतर श्रेणी की मानसिक प्रक्रियाएँ होती है।
3. (4) कोहलबर्ग के सिद्धांत के पूर्व-परम्परागत स्तर के अनुसार, कोई नैतिक निर्णय लेते समय एक व्यक्ति अन्तर्निहित सम्भावित दण्ड की तरफ प्रवृत्त होगा।
4. (4) शिक्षार्थियों (अधिगमकर्ता) की वैयक्तिक विभिन्नताओं के सन्दर्भ में शिक्षिका को विविध प्रकार की अधिगम परिस्थितियों को उपलब्ध कराना चाहिए।
5. (3) ‘सभी विकास तथा अधिगम एक समान गति से आगे बढ़ते हैं’ बाल विकास का सिद्धांत नहीं है। बाल विकास के मुख्य सिद्धान्त के सन्दर्भ में विकास के सभी क्षेत्र महत्वपूर्ण होते हैं, सभी विकास परिपक्व तथा अनुभव की अन्तः क्रिया का . परिणाम होते हैं तथा सभी विकास एक क्रम का पालन करते हैं।
6. (1) आकलन शिक्षण अधिगम में अन्तर्निर्हित प्रक्रिया हैं, आकलन करने का सर्वाधिक उपयुक्त तरीका है क्योंकि आकलन का प्रयोजन सीखने-सिखाने की प्रक्रियाओं एवं सामग्री का सुधार करना है।
7. (4) अपसारी चिन्तन सृजनात्मकता से सम्बन्धित है क्योंकि सृजनात्मकता व्यक्ति की वह योग्यता है, जिसके द्वारा वह उन वस्तुओं या विचारों का उत्पादन करता है, जो अनिवार्य रूप से नृये हो, और जिन्हें वह व्यक्ति पहले से न जानता हो ।
8. (4) वाइगोत्सकी के अनुसार बच्चे समव्यस्कों और वयस्कों के साथ सामाजिक अन्तः क्रियाओं के माध्यम से सीखते हैं, क्योंकि उनका विचार था कि बच्चों में संज्ञानात्मक विकास एक अन्तर्वैयक्तिक सामाजिक परिस्थिति में सम्पन्न होता है।
9. (4) बच्चे जिज्ञासु प्राणी होते हैं, जो अपने चारों ओर के जगत् को खोजने के लिए अपने ही तर्कों और क्षमताओं का उपयोग करते हैं, क्योंकि वृद्धि और विकास की मंजिल में जैसे-जैसे बच्चों की उम्र बढ़ती है, उनमें विभिन्न सामाजिक, मानसिक, शारीरिक, संवेगात्मक परिवर्तन आते रहते हैं।
10. (1) ‘बच्चों की त्रुटियाँ उनके सीखने की प्रक्रिया का अंग है’, बच्चों की त्रुटियों के बारे में सही कथन है।
11. (3) इसके लिए शिक्षक को चाहिए कि वह अपने शिक्षार्थियों की सामाजिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि की जानकारी प्राप्त करे और कक्षा में विविध मतों को प्रोत्साहित करें।
12. (2) यह उनकी अधिगम शैली की विभिन्नता के कारण है, क्योंकि अधिगम शैली में भिन्नता के कारण बालकों की पढ़ने की प्रवृतियों में अन्तर आ जाता है। इसलिए सुरेश सामान्य रूप से एक शान्त कमरे में अकेले ही पढ़ना चाहता है, जबकि मदन एक समूह में अपने मित्रों के साथ पढ़ना चाहता है।
13. (2) भारत में भाषिक विभिन्नता के सन्दर्भ में विशेषकर कक्षा I और II के प्राथमिक स्तर पर शिक्षक को सभी भाषाओं का सम्मान करना चाहिए और सभी भाषाओं में अभिव्यक्ति के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए।
14. (1) ‘प्रकृति-पोषण’ विवाद में ‘प्रकृति’ से अभिप्राय जैविकीय विशिष्टताएँ या वंशानुक्रम सूचनाएँ हैं।
15. (2) जन-संचार माध्यमों की पहुँच बढ़ रही है और जन – संचार माध्यम अभिवृतियों, मूल्यों और विश्वासों को प्रभावित करता है, इसलिए “जन-संचार माध्यम समाजी — करण का एक महत्वपूर्ण माध्यम बनता जा रहा है।
16. (4) ‘बच्चे केवल कक्षा में सीखते हैं’, बच्चे के सीखने के सम्बन्ध में सही कथन नहीं हैं, क्योंकि बच्चे अनेकों प्रकार से कुछ-न-कुछ सीखते रहते हैं।
17. (2) प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक को अपने शिक्षार्थियों को अभिप्रेरित करने के लिए उनकी रुचियों के अनुसार अपने लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें पाने के उद्यम में सहायता करनी चाहिए।
18 (4) समाजीकरण का एक प्रमुख कारक परिवार है, क्योंकि सामाजिक प्रत्याशाओं और मानदण्डों के अनुसार, जय बालक व्यवहार करना सीख लेता है, तो इसे समाजीकरण की संज्ञा दी जाती है। और यह व्यवहार वह अपने परिवार स्कूल तथा अपने साथियों के समूह में सीखता है।
19. (2) बच्चों को समूह कार्य देना एक प्रभावी शिक्षण रणनीति है, क्योंकि सीखने की प्रक्रिया में बच्चे एक-दूसरे से सीखते हैं और परस्पर सहायता भी करते हैं।
20. (4) एक औसत बुद्धि वाला बच्चा यदि भाषा को पढ़ने व समझने में कठिनाई प्रदर्शित करता है, तो यह संकेत देता है कि बच्चा पठन-अक्षमता (डिस्लैक्सिया) का लक्षण प्रदर्शित कर रहा है।
21. (1) शैशवकाल की अवधि जन्म से 2 वर्ष तक की होती है जिसमें बालक का शारीरिक तथा मानसिक विकास तीव्र गति से होता है।
22. (4) पियाजे के अनुसार 2 से 7 वर्ष के बीच का एक बच्चा संज्ञानात्मक विकास की पूर्व संक्रियात्मक अवस्था में है। जीन पियाजे ने संज्ञानात्मक विकास की व्याख्या करने के लिए एक चार अवस्था सिद्धान्त का प्रतिपादन किया है।
23. (4) विकास सामान्य से विशिष्ट की ओर बढ़ता है क्योंकि मानसिक तथा गतिक अनुक्रियाओं में सामान्य क्रियाएँ पहले तथा विशिष्ट क्रियाएँ बाद में विकसित होती है।
24. (1) जब वयस्क सहयोग से सामंजस्य कर लेते हैं, तो वे बच्चे के वर्तमान स्तर प्रदर्शन की तरफ प्रगति क्रम को सुगम बनाते हैं, इसे कहा जाता है सहयोग देना।
25. (1) नवीन जानकारी को शामिल करने के लिए वर्तमान स्कीमा (अवधारणा) में बदलाव की प्रक्रिया आत्मसात्करण कहलाती है, क्योंकि किसी व्यक्ति के अवधारणा परिवर्तन में नवीन जानकारी प्रभावी भूमिका निभाती है।
26. (1) मध्य बाल्यावस्था में भाषा समाजीकृत के बजाय अहंकेन्द्रित अधिक होती है, क्योंकि गापात्मक विकास में बालक के अपने विचारों की अभिव्यक्ति के लिए, भाषा का जानना और उसके प्रयोग से सम्बन्धित योग्यताओं का विकास शामिल होता है जो एक चरणबद्ध प्रक्रिया है।
27. (4) बाल केन्द्रित शिक्षा में बच्चों के लिए, हस्तपरक गतिविधियों शामिल रहती है क्योंकि इस शिक्षा पद्धति के अन्तर्गत बच्चों के मनोविज्ञान को समझते हुए उनके लिए ऐसी शिक्षा की व्यवस्था की जाती है, जिससे उनकी अधिगम सम्बन्धी कठिनाइयों को दूर किया जा सके।
28. (2) कक्षा अध्यापक ने विचार किया कि राघव में संगीतमय बुद्धि उच्चस्तरीय थी क्योंकि उच्च संगीतमय स्तरीय बुद्धि में सांगीतिक सामर्थ्य तथा निपुणता विकसित करने की क्षमता सम्मिलित होती है।
29. (1) जब एक शिक्षक यह समझता है कि स्वाभाविक रूप से लड़के गणित में लड़कियों से अच्छे हैं, तो यह दर्शाता है कि अध्यापक लिंग (जेण्डर) पक्षपाती है।
30. (1) समावेशी शिक्षा मानती है कि हमें व्यवस्था को बच्चे के अनुरूप बदलना चाहिए, क्योंकि समावेशी शिक्षा का मुख्य उद्देश्य सभी नागरिकों की समानता के अधिकार को पहचानना और सभी बालकों को विशिष्ट आवश्यकताओं के साथ-साथ शिक्षा के समान अवसर उपलब्ध कराना है।

भाग – II : गणित

31. (1)
32. (2) प्राथमिक स्तर पर ‘लम्बाई को मापना’ विषय पढ़ाने के लिए सबसे उत्तम श्रेणी क्रम है।
तुलना करना → अप्रामाणिक मापों का
उपयोग करना → प्रामाणिक मापों का
उपयोग करना → प्रामाणिक इकाई को विकसित करना।
33. (4) दिया गया अधिगम का उद्देश्य विषयांत्मक ध्येय को उल्लेख करता है क्योंकि विद्यार्थी विषय की संकल्पना को समझता है।
34. (2) कक्षा-IV में ‘सममिति’ और ‘परावर्तन’ की ज्यामितीय संकल्पनाओं की वृद्धि के. लिए बिन्दु शीट (डॉट पेपर) की आवश्यकता होती है।
35. (1) यह क्रियाकलाप बच्चे को विश्लेषण और सम्प्रेषण में प्रोत्साहित करता है क्योंकि इससे विषय की व्याख्या करने और अपनी बात दूसरे की समझाने में मदद मिलती है।
36. (2) यदि एक शिक्षार्थी को संख्याओं और परिकलन में समस्या हो रही हैं, तो उसमें गणितीय-अक्षमता (डिस्कैल्कुलिया) हो सकती है क्योंकि इसमें बच्चे गणित को समझने में कठिनाई का अनुभव करते हैं।
37. (3) प्राथमिक स्तर पर शिक्षार्थियों के लिए व्यावहारिक उपकरणों का महत्त्व हैं, क्योंकि ये मूल गणितीय संकल्पनाओं को समझने में बहुत मदद करते हैं।
38. (1) ‘आप 15 को 3 से गुणा किस प्रकार करेंगे?’ खुला अन्त वाला प्रश्न है क्योंकि इसको हल करने की कई विधियाँ हो सकती हैं। जैसे-15 को 3 बार जोड़कर, 3 को 15 बार जोड़कर, 15 का 3 में पहाड़ा गिनकर अथवा 3 की 15 से गुणा विधि करके |
39. (4) इस समस्या का कारण पुर्नसमूहीकरण की प्रक्रिया की समझ का अभाव है।
40. (1) प्राथमिक स्तर पर गणित की अच्छी पाठ्य-पुस्तक के लिए महत्त्वपूर्ण विशेषता उसमें अवधारणाओं का परिचय सन्दर्भों के द्वारा दिया होना चाहिए।
41. (4) “वैन हिले के ज्यामितीय स्तर’ के अनुसार आकृतियों को दिखावट के अनुसार वर्णित और वर्गीकृत करना स्तर 0 – मानसिक चित्रण के अन्तर्गत आता है।
42. (4) गणित की कक्षा में सम्प्रेषण का उल्लेख गणितीय विचार को सुव्यवस्थित, संचित और स्पष्ट करना है क्योंकि इससे गणितीय संकल्पनाओं को समझने-समझाने में मदद मिलती है।
43. (3) यदि एक शिक्षार्थी पूर्णाकों, भिन्नों और दशमलव संख्याओं पर चारों आधारभूत संक्रियाएँ करने में समर्थ है, तो वह संक्रियात्मक अवस्था में है।
44. (3) राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा – 2005 सिफारिश करता है कि प्राथमिक स्तर पर गणित की शिक्षा का केन्द्र कक्षा-कक्ष में की गई पढ़ाई को विद्यार्थियों को दैनिक जिन्दगी से जोड़ने में सहायता करना होना चाहिए।
45. (4) संरक्षण संख्या की समझ का महत्त्वपूर्ण पहलू नहीं है। संख्या की समझ के महत्त्वपूर्ण पहलू पंक्तिबद्धता, गणना तथा अंक लेखन होते हैं।
46. (3) इस क्रियाकलाप द्वारा आयतन की संकल्पना को सम्बोधित नहीं किया जा सकता है क्योंकि 36 टाइलों को सम्भव आयतों में व्यवस्थित करने पर छात्र केवल गुणनफल, क्षेत्रफल तथा गुणनखंड की संकल्पना को ही बेहतर तरीके से समझ सकेगा।
47. (2)
48. (1)
49. (3)
50. (4)
51. (3)
52. (2)
53. (2)
54. (3)
55. (2)
56. (3)
57. (2)
58. (2)
59. (3)
60. (3)

भाग – III: पर्यावरण अध्ययन

61. (1) पर्यावरण अध्ययन की प्रकृति बच्चे के कम गलतियाँ करने का समर्थन नहीं करती, बल्कि ये बच्चों को करके सीखने का अवसर मिले, बच्चे बहुत से प्रश्न पूछे तथा बच्चों को खोज करने के लिए पर्याप्त स्थान मिले का ही समर्थन करती है।
62. (1) इस प्रकार की गतिविधियों में शिक्षिका को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे अधिक से अधिक परस्पर क्रिया अवलोकन और सहयोग द्वारा सीखने का प्रयास करें न उन्हें पत्तियों से सम्बन्धित तथ्यों व नामों को याद करने के लिए पहल करें क्योंकि इससे उन्हें अधिगम की प्रक्रिया में कठिनाई का अनुभव होगा।
63. (3) शिक्षार्थियों का आकलन करते समय पर्यावरण अध्ययन की शिक्षिका को बच्चों के कार्यों के केवल कुछ पक्षों पर ध्यान केन्द्रित नहीं करना चाहिए। अपितु बच्चों के पूर्व आकलन के साथ तुलना करना, शिक्षार्थियों की सीखने की क्षमताओं को ध्यान में रखकर सूचना दर्ज करना, तथा बच्चों के कार्य से सम्बन्धित गुणात्मक उल्लेख करना चाहिए।
64. (4) प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन में ‘समुदाय’ सीखने-सिखाने का महत्त्वपूर्ण संसाधन है, क्योंकि यह वास्तविक स्थितियों में सीखने के अवसर उपलब्ध कराता है।
65. (2)
66. (2) रेलगाड़ी द्वारा नई दिल्ली से चेन्नई जाते समय उसे मध्य प्रदेश में नर्मदा, महाराष्ट्र में गोदावरी तथा आन्ध्र प्रदेश में कृष्णा नदी पड़ेगा। गंगा नदी दिल्ली के उत्तर एवं पूर्व के उत्तराखण्ड तथा उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल से होती हुई बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
67. (2) हमारे देश में लद्दाख सबसे ठण्डा रेगिस्तान है जो जम्मू-कश्मीर राज्य में स्थित है।
68. (3) डॉ. जाकिर हुसैन अपनी मृत्यु के समय भारत के राष्ट्रपति थे। उन्होंने बच्चों के लिए कई कहानियाँ लिखी हैं, जो पर्यावरण अध्ययन की पुस्तकों में पढ़ाई जाती है।
69. (2) दूध – पनीर का जोड़ा खाद्य संरक्षण के लिए ठीक नहीं है, क्योंकि से बना दूध पनीर ज्यादा देर तक संरक्षित नहीं किया जा सकता हैं। जबकि आलू चिप्स, सेब जैम तथा कच्चा आम- अचार को ज्यादा दिनों तक संरक्षित कर सकते हैं।
70. (3) लेह एवं लद्दाख के घरों में सुरक्षा की दृष्टि से निचली मंजिल पर कोई खिड़की नहीं होती है, इसकी दीवारें पत्थर, गारा और चूने से बनी होती हैं तथा फर्श लकड़ी के होते हैं।
71. (3) कोयल एक चालाक पक्षी है, जो अपना घोंसला नहीं बनाती और कौए के घोंसले में अण्डे दे देती है। बेचारा कौआ अपने अण्डों के साथ इन अण्डों को भी सेता है।
72. (3) साबूदाना बीज नहीं होता, बल्कि साइकस के तनों के मण्ड से बनाया जाता है। गेहूँ, काली मिर्च एवं सौंफ बीज होते हैं।
73. (1) रेहाना ने केरल में नारियल के पेड़ देखे होंगे, क्योंकि केरल में नारियल के पेड़ बहुतायत पाए जाते हैं। ये वृक्ष अत्यधिक ऊँचे होते हैं।
74. (3) टमाटर, नाशपाती, चीकू, भिण्डी, करेला, खीरा आदि में बीज होते हैं, जबकि आलू और प्याज में बीज नहीं पाए जाते।
75. (1) नीता आन्ध्र प्रदेश में पोचमपल्ली और कलमकारी की साड़ियाँ खरीदती है, जो खासतौर पर वहीं बनाई जाती हैं।
76. (1) मलेरिया रुके या इकट्ठे हुए पानी से हो सकता है, क्योंकि इस पानी में मलेरिया के मच्छर पनपते हैं, जिसके काटने से हमें मलेरिया हो जाता है।
77. (1) असम – बिहू का जोड़ा ठीक है, क्योंकि असम में बिहू का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। जबकि भरतनाट्यम, तमिलनाडु में, ओडिसी, ओडिशा में तथा यक्षगान कर्नाटक में प्रमुख प्रचलित शास्त्रीय नृत्य है।
78. (2) ऐस्किमो अपने घर का निर्माण बर्फ से करते हैं, क्योंकि बर्फ की दीवारों के बीच मौजूद हवा अन्दर की गरमी को बाहर जाने से रोकती है। जिसके कारण उन्हें अन्दर गर्मी का एहसास होता है और वे ठण्ड से सुरक्षित रहते हैं।
79. (3) बरगद के पेड़ की जड़े भोजन का भण्डारण नहीं करती है, क्योंकि इसकी जड़ें शाखाओं से नीचे लटकती है, जो खम्भों की तरह पेड़ को सहायता प्रदान करती हैं।
80. (3) एक नव-नियुक्त पर्यावरण अध्ययन के शिक्षक के रूप में पढ़ाने से पहले हमारी सबसे पहली प्राथमिकता शिक्षार्थियों का समाज-सांस्कृतिक प्रोफाइल / विवरण तैयार करना होगा।
81. (1) कविताएँ और कहानियाँ पर्यावरण अध्ययन की अन्तर्वस्तु को पढ़ाने में प्रभावशाली है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि कविताएँ और कहानियाँ बच्चों के परिवेश का समृद्ध चित्रण कर सकती हैं, सन्दर्भित अधिगम परिवेश प्रदान कर सकती है तथा सृजनात्मकता एवं सौन्दर्यबोध का पोषण कर सकती है।
82. (3) कक्षा-V की शिक्षिका के रूप में ‘ईंधन के संरक्षण’ प्रकरण को पढ़ाने के लिए समाचार पत्र का उपयोग सर्वश्रेष्ठ होगा, क्योंकि इससे प्रत्येक बच्चा आसानी से पर्यावरण के प्रकरण को समझ सकेगा।
83. (1) इन फोल्डरों को पोर्टफोलियो कहा जा सकता है क्योंकि इसके अन्तर्गत विद्यार्थी अपने कार्य-पत्रक, अवलोकन रिपोर्ट तथा सत्र में एकत्रित की गई सामग्री को एक फोल्डर में डालता है।
84. (3) A. यह घटना अन्तरिक्ष यात्रियों की जिन्दगी में झाँकने का अवसर देती है।
B. यह घटना स्पेसशिप में भौतिक स्थितियों का वर्णन करती है।
C. यह घटना स्त्री पुरुष लिंग (जेण्डर) रुढ़िवादिता को चुनौती देती है।
D. यह घटना गुरुत्वाकर्षण की अवधारणा को समझने में मदद करती है।
85. (4) ‘शिक्षार्थियों का चिन्तन सीमित किया जा सकता है, सबसे कम प्राथमिकता वाला कारण है, क्योंकि शिक्षिका द्वारा पर्यावरण अध्ययन की कक्षा प्रारम्भ के समय प्रश्न पूछने के कई कारण हो सकते हैं। इसके द्वारा शिक्षार्थियों का चिन्तन उद्दीप्त होता है, उनमें उत्सुकता आती है तथा इससे कोई प्रकरण सन्दर्भपरक बनाने में मदद मिलती है।
86. (4) किसी क्रियाकलाप के लिए समूह बनाते हुए सामाजिक अध्ययन के शिक्षक को चाहिए कि वह सभी प्रतिभागियों की सहभागिता और सहयोग सुनिश्चित करे।
87. (3) प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन की पाठ्य पुस्तक में यह विशेषता होनी चाहिए कि वह शिक्षार्थियों की वैविध्यपूर्ण पृष्ठभूमि की जरूरत को पूरा करे, वह वास्तविक कहानियों और घटनाओं को शामिल करे तथा वह प्राकृतिक और समाज-सांस्कृतिक परिवेश को एकीकृत तरीके से प्रस्तुत करे न कि वह परिभाषाओं और अमूर्त अवधारणाओं की व्याख्या करने पर ध्यान केन्द्रित करे।
88. (3) पर्यावरण अध्ययन शिक्षण के सन्दर्भ में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF, 2005) तकनीकी शब्दावली से परिचय को प्रस्तावित नहीं करती बल्कि ये बच्चों के अनुभवों और सन्दर्भों से जोड़ना, हस्तपरक क्रियाकलाप तथा विषयनुसार उपागम को प्रस्तावित करती है।
89. (2) प्राथमिक स्तर के शिक्षार्थियों में मानचित्र बनाने और समझने के लिए स्थानों की सापेक्ष स्थिति की समझ, स्थानों की सापेक्ष दूरी और दिशाओं की समझ तथा प्रतीकों और स्केल / पैमाने की समझ के विकास की आवश्यकता होती है।
90. (1) प्राथमिक कक्षाओं में पर्यावरण अध्ययन पढ़ाने के लिए विज्ञान के आधारभूत प्रत्ययों और सिद्धांतों को रटकर याद करने का उद्देश्य सम्बन्धित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य पर्यावरण को खोजने के अवसर प्रदान करना, अवलोकन मापन, भविष्य कथन और वर्गीकरण जैसे कौशलों का विकास करना तथा भौतिक और सामाजिक परिवेश के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना है।

भाग – IV: भाषा-I: हिन्दी

91. (3) मनुष्य को बाहरी सुख अच्छे जीवन के लिए लुभाते हैं। प्रस्तुत गद्यांश में कहा गया है कि ‘ऐसे अनेक अवसर आते हैं जंब हमें बाहरी सुख-सुविधाएँ आकर्षित करती हैं, वे अच्छे जीवन के लिए अनिवार्य लगने लगते हैं।
92. (3) प्रस्तुत पंक्ति “जो व्यक्ति रचनात्मक : कार्य करने में समर्थ है। इस पंक्ति में समर्थ शब्द का आशय है रचनात्मक कार्यों में सामर्थ्यवान होना / सक्षम होना / क्षमतावान होना। ये तीनों शब्द समानार्थी शब्द है। शक्तिशाली शब्द का अर्थ है ताकतवर, बलवान् ।
93. (1) प्रस्तुत पंक्ति “प्रतिष्ठा के अम्बारों से लाद दिया जाता” इस पंक्ति में रेखांकित पद ‘अम्बारों से’ शब्दों का आशय है ‘ढेर से’। प्रस्तुत गद्यांश में कहा गया है कि “यदि उसे पुरस्कृत किया जाता, प्रतिष्ठा के अम्बारों से लाद दिया जाता।
94. (1) “ भली-भाँति निर्वाह कर चुका था ” । इस वाक्यांश में भली-भाँति क्रिया-विशेषण है। क्रिया-विशेषण जो शब्द क्रिया की विशेषता बताता है, उसे क्रिया विशेषण कहते है। इस वाक्य में ‘निर्वाह करना ‘ क्रिया की भली-भाँति शब्द विशेषता बता रहा है।
95. (1) ‘महत्त्वाकांक्षा’ शब्द महत्त्व एवं आकांक्षा शब्द से मिलकर बना है। महत्वाकांक्षा का संधि- महत्त्व + आकांक्षा होता है। यह दीर्घ स्वर संधि है। दीर्घ स्वर संधि एक ही स्वर के अर्थात् सवर्ण स्वर के दो रूप (हस्व या दीर्घ) एक दूसरे के बाद आ जाए तो दोनों मिलकर दीर्घ स्वर संधि हो जाता है।
96. (3) रचनात्मक कार्य करने वालों को भौतिक लाभ नहीं लुभाते हैं। गद्यांश में कहा गया है कि जो व्यक्ति रचनात्मक कार्य करने में समर्थ है, उसे भौतिक स्थूल लाभ अथवा प्रलोभन न तो लुभाते है और नहीं उसे हतोत्साहित करते है। वे अपने कार्य को तब तक जारी रखते हैं, जब तक कि संपूर्ण रूप से पूरा न हो जाय।
97. (2) ‘पूँजी’ के रचयिता कार्ल मार्क्स इस कथन से ‘पूँजी’ का अर्थ ‘एक ग्रंथ’ से है, जिसकी रचना कार्ल मार्क्स ने की थी। गद्यांश में कहाँ गया है कि ‘पूँजी’ का रचयिता कार्ल मार्क्स जीवन भर निर्धनता से जूझता रहा ।
98. (1) विचारकों की एक विशेषता यह होती है कि उनकी भौतिक महत्त्वाकक्षाएँ कम होती हैं। गद्यांश में कहा गया है कि रचना कार्य करने वाले को भौतिक लाभ या प्रलोभन नहीं लुभाते हैं। विचारकों में भौतिक महत्त्वाकांक्षाएँ कम होती है।
99. (3) यदि सुकरात को जीवन का उद्देश्य प्राप्त करने से रोक दिया गया होता तो उसे अपना काम न करने देने की स्थिति कठोर दण्ड जैसा प्रतीत होता । गद्यांश में कहा गया है कि “राज्याधिकारियों ने सुकरात को मरवा डाला, पर वे जीवन के अन्तिम क्षणों में भी शान्त थे, क्योंकि वे अपने जीवन के लक्ष्य का भली-भाँति निर्वाह कर चुके थे |
100. (4) ‘बचपन’ शब्द संज्ञा है। बचपन भाववाचक संज्ञा है; भाववाचक संज्ञा – जिस संज्ञा से किसी भांव, दशा, धर्म, गुण या कार्य का बोध कराया जाए उसे भाव वाचक संज्ञा कहते हैं। ‘बच्चा संज्ञा से ‘बचपन’ भाववाचक संज्ञा बना है।
101. (2) ‘नन्दन – वन सी फूल उठी, यह छोटी-सी कुटिया मेरी’ इस पंक्ति का भाव है कुटिया में आनन्द उमड़ उठना । कव्यांश की नायिका अपने-अपने बचपन की स्मृतियों में खोई हुई है तथा उस बचपन को पुन: लौटने का आग्रह कर रहीं है। तभी उसकी बेटी बोल उठती है, जिससे उसका हृदय आनन्दमय हो जाता है तथा वह अपने घर की तुलना नन्दनवन से करती है, जहाँ पर आनन्द ही आनन्द है” मैं बचपन को बुला रही थी, बोल उठी बिटिया मेरी ।
नन्दन वन-सी फूल उठी, यह छोटी-सी कुटिया मेरी । “
102. (1) काव्यांश में कवयित्री ‘मिटा सकेगा तू मेरे मन का संताप’ पंक्ति में ‘तू’ शब्द का प्रयोग बचपन के लिए किया है। इस कव्यांश में कवयित्री अपने बचपन के जीवन को याद कर उसे पुनः वापस बुलाना चाहती है।
103. (2) कवयित्री अपने बचपन को याद करती है उन्हें आनन्द की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि कवयित्री अपने बचपन को बुलाना चाहती है।
104. (3) बॅच्चे की आँखों से निकले आँसुओं को देखकर इस काव्यांश में ‘प्यार की ‘ अनुभूति होती है। जब बच्चे रोते है तो माँ सारे कार्य को छोड़कर उसको प्यार से उठा लेती है तथा उसे झाड़- पोछ कर आँसुओं द्वारा गीले गालों को अपने चुम्बन के माध्यम से सुखा देती है।
105. (3) ‘व्याकुल व्यथा मिटाने वाली’ में अनुप्रास अलंकार है, अनुप्रास अलंकार – जहाँ किसी पंक्ति के शब्दों में एक ही वर्ण एक से अधिक बार आता है अनुप्रास अलंकार होता है। ‘व्याकुल व्यथा मिटाने वाली’ इस पंक्ति में ‘व’ और ‘य’ वर्ण की बार-बार आवृत्ति हुई है अतः यहाँ अनुप्रास अलंकार है।
106. (3) किसी भी भाषा पर अधिकार प्राप्त करने के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण है उस भाषा का अधिकाधिक प्रयोग करना क्योंकि इससे उस भाषा में पारंगतता आना स्वाभाविक है।
107. (3) समावेशी कक्षा में बच्चों की आवश्यकताओं को पूरा करने में भाषाशिक्षक के रूप में बच्चों का आकलन करते समय अति उदार बनना हमारी मुख्य जिम्मेदारी नहीं है। बल्कि बच्चों का आकलन करते समय हमारी मुख्य जिम्मेदारी बच्चों की भाषा सम्बन्धी क्षमताओं का पहचान करना तथा विभिन्न आवश्यकताओं वाले बच्चों के लिए उपलब्ध संसाधनों की खोज करना है।
108. (1) पढ़ने की संस्कृति के विकास के क्रम में वैयक्तिक पठन को प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता है, ताकि विद्यार्थी स्वयं समस्याओं को हल करने का प्रयत्न कर सके।
109. (2) भाषा की पाठ्य पुस्तक में पाठों का उद्देश्यपूर्ण चयन सबसे महत्त्वपूर्ण पक्ष है।
110. (2) समग्र भाषा पद्धति पर आधारित कक्षा बच्चों के भाषायी विकास स्पष्ट समझ पर बल देती है।
111. (3) विद्यालय के बाहर का जीवन और वहाँ प्राप्त ज्ञान एवं अनुभव भाषा सीखने के लिए आवश्यक प्रेरणा देते हैं, क्योंकि वहाँ समृद्ध भाषिक परिवेश मिलता है।
112. (2) पहली कक्षा प्रवेश लेने से पहले आमतौर पर बच्चे स्व-अभिव्यक्ति जानते हैं ।
113. ( 4 ) यदि सुरभि ‘ड’ वाले शब्दों को गलत तरीके से उच्चारण करे उसे (ड़) वाले शब्दों की सूची पढ़ने एवं बोलकर अभ्यास करने के लिए देंगे। अधिकाधिक अभ्यास से त्रुटिपूर्ण स्थिति में सुधार लाया जाता है।
114. (2) प्राथमिक स्तर पर पढ़ने की क्षमता आकलन करने की दृष्टि से सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण पढ़ने में प्रवाह है।
115. (1) भाषा की कक्षा में कहानी सुनाने का मूल उद्देश्य बच्चों की कल्पना शक्ति का विकास है।
116. (2) प्राथमिक कक्षाओं में बच्चे बहुत कुछ लेकर विद्यालय आते हैं, जैसे-अपनी भाषा, अपने अनुभव, दुनिया को देखने का अपना दृष्टिकोण आदि ।
117. (2) बच्चों की मौखिक अभिव्यक्ति के विकास का अर्थ कहानी सुनकर शब्दश: दोहराना नहीं है।
118. (4) भाषा की कक्षा में यह जरूरी है कि स्वयं भाषा – शिक्षक की भाषा प्रभावी हो ।
119. (2) प्राथमिक स्तर पर बच्चों की भाषायी क्षमताओं का विकास करने का अर्थ भाषा – प्रयोग की कुशलता पर अधिकार है ।
120. (4) व्याकरण-शिक्षण की आगमन विधि की विशेषता पहले उदाहरण प्रस्तुत करना है।

PART-V: LANGUAGE-II: ENGLISH

121. (3) The primary purpose of the author is to show a radical shift in attitude.
122. (1) The word oblivious (Para 3) means unaware.
obliyious (Adj) : not aware of or concerned about what is happening around one: बंखबर; अनजान; बेपरवाह
123. (4) The word which is opposite in meaning to ‘compassion’ ( part 6 ) is cruelty.
compassion (N.) pity, sympathy, care; concern: करुणा; सहानुभूति
124. (1) I am feeling differently.
125. (3) Didn’t my irritation vanish ?
126. (1) The children’s behaviour on the subway was irritating.
127 (3) He did nothing.
128. (2) It can be inferred from the man’s behaviour that he was mentally disturbed.
129. (1) When the writer learnt the truth his heart was filled with the man’s suffering.
130. (2) Our attitudes are created and controlled by our beliefs is correct statement.
131. (4) The word ‘determine’ most nearly means govern.
132. (1) Preposition.
133. (3) A good attitude is absolutely necessary for attainment of any kind.
134. (2) The term ‘bad attitude’ is used for young people because they often get into difficulty.
135. (4) Right attitudes are absolutely essential to succeed in life.
136. (3) Evaluating is the highest level of cognitive ability.
137. (1) Because it is useful for developing integrated language skills.
138. (1) A good teacher is one who gives them ample opportunities to learn.
139. (2) Natural approach helps in learning the second language without using the printed text.
140. (4) A person, who is a fluent speaker, is likely to possess verbal. linguistic ability.
141. (1) Communicative approach emphasizes interaction as the means and the goal of learning a language.
142. (4) Maximum participation of students during teaching in a langauge classroom is possible through discussion and demonstration methods.
143. (4) Dyslexia is an intellectual disability that negatively affects the understanding abilities in terms of reading.
144. (2) The Linguist, Noam Chomsky, maintains that every child has an innate Language Acquisition Device (LAD) that he / she uses for universal Grammar.
145. (2) The structural approach advocates selection and gradation of material.
146. (4) According to socio-cultural theory of Vygotsky, culture helps in language development.
147. (1) The main purpose of poetry recitation in a language classroom is to appreciate and – enjoy the poem.
148. (4) B.F. Skinner strongly maintains that language is learnt by imitation of stimule and reinforcement of correct responses.
149. (2) Under listening activity do recognising sounds and deducing meanings come.
150. (3) By reading aloud in the classroom one can overcome from lacking confidence in pronunciation.
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