पेड़-पौधों से कौन-सी दवाइयां निकलती हैं? कम्प्यूटर से इस कार्य को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है ?

पेड़-पौधों से कौन-सी दवाइयां निकलती हैं? कम्प्यूटर से इस कार्य को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है ?

46वीं BPSC/2005)
उत्तर- पेड़-पौधे दवाइयों के प्रमुख स्रोत हैं। अंग्रेजी अर्थात् एलोपैथी (Allopathey) चिकित्सा पद्धति में भी अनेक दवाइयां पेड़-पौधों से प्राप्त होती हैं, जबकि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति प्रत्यक्षतः पड़े – पौधों पर ही निर्भर है। पेड़-पौधों से प्राप्त होने वाली कुछ प्रमुख दवाईयां हैं
> कुनैन- मलेरिया के उपचार के लिए प्रयुक्त होने वाली यह दवा सिनकोना नामक वनस्पति के छाल से प्राप्त होती है।
> एंट्रोपाइन- मुख्यत: नेत्र चिकित्सा में प्रयुक्त यह दवा बेलडोना नामक पौधे से प्राप्त किया जाता है।
> रेसरपीन या सर्वोसील – यह दवा उच्च रक्तचाप एवं मिर्गी जैसे रोग में काम आती है तथा यह रॉवोलफिया सर्पेन्टीना  (Rauwolfia Serpentina) नामक वनस्पति से प्राप्त होती है।
> कोकीन – इरिथ्रोजाइलोन कोका नामक पौधे से प्राप्त यह दवा निश्चेतक के रूप में प्रयोग की जाती है।
> विलिसिन – तपेदिक (टी.बी.) के उपचार के लिए प्रयुक्त यह दवा मेंहदी के पत्तों से प्राप्त की जाती है।
> इमेटिन- इपिकॉक नामक पौधे से प्राप्त किया जाता है।
> स्ट्रीचमीन- नक्सबोमिका नामक पौधे से प्राप्त की जाती है ।
इसी प्रकार अनेक दवाइयां पौधों से प्राप्त होती हैं। भारत में पौधों से दवाइयां प्राप्त करने की अनेक विधियां हैं। यहां लोग विभिन्न पौधों के औषधीय गुणों से परिचित हैं एवं आज भी गांवों में इसका प्रयोग किया जाता है। जैसे- तुलसी की पत्तियां कफनाशक के लिए, पुदीना का उपयोग उल्टी रोकने के लिए, ब्राह्मी का उपयोग मस्तिष्क की शक्ति में वृद्धि के लिए, नीम की पत्तियों का उपयोग रक्त शुद्धि आदि के लिए किए जाते हैं।
कम्प्यूटर पेड़-पौधों से दवाइयों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सर्वप्रथम पूरी दुनियां में उपलब्ध विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों की सूची तथा उनके प्रमुख गुण, उनकी उपलब्धता आदि चिकित्सा वैज्ञानिकों को अनुसंधान में सहायता करते हैं। कम्प्यूटर पौधों के लाभकारी तत्वों की पहचान उनके विश्लेषण में सहायता करते हैं। दवाइयों के निर्माण में कम्प्यूटर की सहायता से विभिन्न तत्वों का सही अनुपात, उचित संयोजन आदि लाभ लिए जाते हैं।
• पेड़-पौधों से प्राप्त होने वाली दवाइयां –
>  कुनैन – मलेरिया के लिए, सिनकोना वनस्पति से
> एंट्रोपाइन- नेन्न-चिकित्सा के लिए, बेलडोना वनस्पति से
> रेसरपीन या सर्वोसील- उच्च रक्तचाप एवं मिर्गी के उपचार के लिए रॉवोलफिया सर्पेन्टीना (Rauwolfia
Serpentina) वनस्पति से प्राप्त
> कोकीन- निश्चेतक के रूप में प्रयुक्त हरिथ्रोजाइलोन कोका से प्राप्त
> विलिसिन- टी.बी. के उपचार के लिए, मेंहदी के पत्तों से प्राप्त
> इमेटिन- इकॉक वनस्पति से प्राप्त
> स्ट्रीचमीन- नक्सवोमिका वनस्पति से प्राप्त
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