CTET पेपर – I, कक्षा I-V 30 जनवरी, 2023

CTET पेपर – I, कक्षा I-V 30 जनवरी, 2023

भाग-I: बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र

1. यद्यपि विकास के क्षेत्रों का कुछ आयामों में परस्पर व्यापन होता है, तथापि निम्नलिखित, में से विकास का कौन-सा क्षेत्र विशिष्ट रूप से स्वयं एवं दूसरों के बारे में ‘भावनाओं’ की प्रगति अनुक्रम का अध्ययन करता है?
(1) नैतिक विकास
(2) भाषा विकास
(3) शारीरिक विकास
(4) संवेगात्मक विकास
2. विकास का कौन-सा सिद्धांत यह निर्दिष्ट करता है कि ‘समग्र निर्माण हेतु कुछ विशिष्ट प्रतिक्रियाएं विकास की बाद की प्रक्रिया से समन्वित होती है?
(1) निरन्तरता का सिद्धान्त
(2) एकीकरण का सिद्धान्त
(3) शीर्षगामी सिद्धान्त
(4) अधोगामी (समीप-दूराभिमुख) सिद्धान्त
3. निम्न में से कौन-सा घंटक सामाजिक सांस्कृतिक घटकों की श्रेणी में आता है जो विकास को प्रभावित करता है ?
(1) स्कूली माहौल
(2) तंत्रिका – संबंधी विकार
(3) जैविक प्रवृत्तियाँ
(4) आनुवंशिक बनावट
4. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार, एक अध्यापिका 711 वर्ष की अवस्था वाले विद्यार्थियों को स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए ऐसा कार्य देती है जिसमें ………. की आवश्यकता है। 
(1) परिकल्पनात्मक-निगमनात्मक तार्किकता
(2) प्रतिवर्ती चिंतन (पलटवाँ)
(3) निष्क्रिय अनुसरण
(4) वस्तु स्थायित्व
5. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत के अनुसार, क़िस अवस्था अधिकांश बच्चे अमूर्त समस्याओं को तार्किक ढंग से हल करने में सक्षम हो जाते हैं?
(1) संवेदी – गामक अवस्था
(2) पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था
(3) मूर्त-संक्रियात्मक अवस्था
(4) औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
6. नूरी इस तर्क ‘हमारे समाज के प्रति कुछ दायित्व है और उस दायित्व के लिए हमें नियमों का पालन करना चाहिए’ के आधार पर अपनी क्रियाओं का निर्णय लेती है। लॉरेन्स कोहलवर्ग के अनुसार, नूरी इस समय नैतिक तार्किकता की किस अवस्था में है?
(1) पूर्व-अभिसामयिक
(2) अभिसामयिक
(3) अभिसामयिक – पश्चात्
(4) औपचारिक-अभिसामयिक
7. एक अध्यापिका विद्यार्थियों को ऐसा प्रदत्त कार्य देती है, जिसमें परिवार के सदस्यों के साथ चर्चा करना महत्वपूर्ण रूप से शामिल है। लेव वायगोत्स्की के . सिद्धान्त के अनुसार उस अध्यापिका का मत है कि बच्चों के संज्ञानात्मक विकास में …….. की महत्वपूर्ण भूमिका है।
(1) अनुकरण
(2) जैवकीय परिपक्वता
(3) पदानुक्रम
(4) सामाजिक अन्तः क्रियाएं
8. लेव वायगोत्स्की के विचारों से सहमति रखने वाली अध्यापिका को निम्न में से क्या करना चाहिए?
(1) किसी भी परिस्थिति में विद्यार्थियों को संकेत या इशारे देने से बचना चाहिए।
(2) किसी समस्या पर काम करते हुए अपने विचारों के मौखिकीकरण करने पर विद्यार्थियों को हतोत्साहित करना चाहिए।
(3) विद्यार्थियों के बीच चर्चा और वैचारिक बहस को बढ़ावा देना चाहिए।
(4) अधिगम को विद्यार्थियों के सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश से अलग देखना चाहिए।
9. लेव वायगोत्स्की का मत है कि उच्चतर-क्रम की मानसिक प्रक्रियाएं ………. के द्वारा समामेलित होती हैं।
(1) मनोवैज्ञानिक उपकरण
(2) पुरस्कार एवं दण्ड
(3) अनुकूलन
(4) कंठस्थीकरण
10. हॉवर्ड गार्डनर के सिद्धांत के अनुसार, जो विद्यार्थी दूसरों की भावनाओं, मनोदशाओं और इरादों को अच्छी तरह से समझ पाते हैं, उनमें किस प्रकार की बुद्धि का उच्च स्तर होता है ?
(1) अंतरवैयक्तिक
(2) स्थानिक
(3) संगीतात्मक
(4) अंतरा – वैयक्तिक
11. लेव वायगोत्स्की के विचारों के अनुसार, निम्न में से कौन-सा कथन भाषा और संज्ञान के बीच के संबंध को सही रूप से दर्शाता है ?
(1) भाषा की विचारों के स्व-नियमन में कोई भूमिका नहीं है।
(2) बच्चों की स्व-निर्देशित बातें उनकी आत्म- केन्द्रीयता को दर्शाती है।
(3) बच्चों की निजी वाक उनकी मौखिक सोच के आंतरिक स्तर को दर्शाती है।
(4) विचारों का मौखिकीकरण बच्चों के समस्या समाधान कौशलों में बाधक बनता है।
12. ‘लड़के हमेशा विज्ञान में अच्छे होते हैं और लड़कियाँ गायन में’, यह कथन क्या दर्शाता है ?
(1) जेंडर समता
(2) जेंडर अनुरूपता
(3) जेंडर अस्मिता
(4) जेंडर रूढ़िवादिता
13. एक कक्षा में विद्यार्थियों के सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भों के परिप्रेक्ष्य में विविध ……… |
(1) को विद्यार्थियों को उनके संदर्भों के आधार पर समूहों में बांटकर बहिर्वेशन करने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।
(2) को अनदेखा करना चाहिए और मानकीकृत पाठ्यचर्या का क्रियान्वयन करना चाहिए।
(3) को एक गुण के रूप में लेना चाहिए और अवधारणाओं के शिक्षण में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
(4) को विद्यार्थियों का नामीकरण और रूढ़िबद्ध धारणाओं को पुख्ता करने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए ।
14. विद्यार्थियों में समालोचनात्मक चिन्तन को समुन्नत करने के लिए, अध्यापक को ……. जिनमें …….. शामिल है, प्रस्तुत करने चाहिए।
(1) खुले अन्त वाले ( मुक्तोत्तर) प्रश्न अपसारी चिंतन
(2) बंद अन्त वाले प्रश्न अभिसारी चिंतन
(3) वास्तविक जीवन संदर्भ की चुनौतियाँ अभिसारी चिंतन
(4) संदर्भ -रहित परिदृश्य, घोषणात्मक ज्ञान का अनुप्रयोग
15. रचनात्मक आकलन किस प्रकार किया जाना चाहिए?
(1) मानकीकृत परीक्षणों के समूह का उपयोग करके।
(2) एक विशेष शिक्षक द्वारा न कि एक सामान्य शिक्षक द्वारा।
(3) नियमित रूप से विद्यार्थियों के सहयोग के साथ।
(4) केवल सत्र की शुरुआत और अंत में ही करना चाहिए।
16. समावेशी शिक्षा के अनुसार, सभी विद्यार्थी अपनी सर्वोत्तम क्षमताओं को प्राप्त कर सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए किन सिद्धांतों का पालन करना चाहिए ?
(1) समता
(2) समानता
(3) पक्षपात
(4) पृथक्करण
17. गति समन्वय वैकल्य प्रत्यक्ष रूप से किन कठिनाइयों से संबंधित है?
(1) पाठ / विषय-वस्तु पढ़ने से
(2) तथ्यों को याद रखने से
(3) शारीरिक अंगों के समन्वयन से
(4) अंकों के प्रकलन से
18. अभिकथन (A) : सभी विद्यार्थियों के समावेशन को सुनिश्चित करने के लिए कक्षा में ज्ञान के प्रतिनिधित्व के विविध प्रकारों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
तर्क (R) : समावेशन की अवधारणा में अधिगम अक्षमता वाले बच्चे तो शामिल हैं परन्तु इसमें भावात्मक कठिनाई से जूझ रहे बच्चे शामिल नहीं हैं।
सही विकल्प चुनें।
(1) (A) और (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(2) (A) और (R) दोनों सही है लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A) सही है लेकिन (R) गलत है।
(4) (A) और (R) दोनों गलत हैं।
19. यद्यपि ऑटिज्म की स्थिति यथेष्ट रूप से भिन्न-भिन्न होती है, तथापि ऑटिज्म ग्रसित विद्यार्थी प्रायः किसमें अच्छे होते हैं?
(1) लंबे समय तक आंख से सम्पर्क बनाए रखने में
(2) अपरिचितों के साथ सम्प्रेषण में
(3) दिनचर्या में बार-बार आने वाले परिवर्तनों के प्रति समंजन में
(4) विस्तृत तथ्यात्मक जानकारी को याद रख पाने में
20. सृजनात्मक बच्चों की एक पहचान विशेषता यह है कि
(1) वे मानदंडों के अनुरूप ही कार्य करते हैं।
(2) वे दूसरे की नकल करना पसंद करते हैं।
(3) वे स्वतंत्र रूप से सोचते हैं।
(4) उनकी ध्यान अवधि कम होती है।
21. बच्चों के सम्मुख विचार बिन्दु प्रस्तुत करते समय सही क्रम …….. से ……… की ओर होना चाहिए।
(1) जटिल से सरल
(2) सामान्य से विशिष्ट
(3) अमूर्त से मूर्त
(4) सांकेतिक से अनुप्रतीकात्मक
22. एक अध्यापिका विद्यार्थियों द्वारा सृजित ज्ञान की समझ और स्मृति को बल देना चाहती है। इस उद्देश्य के लिए कौन-सी युक्ति प्रभावशाली नहीं होगी?
(1) रूपांतरण का सृजन
(2) पहले की जानकारी को नए प्रश्न के लिए प्रयुक्त करना
(3) उप- अवधारणाओं के मध्य सम्बद्धता को कार्यान्वित करना
(4) अप्रासंगिक जानकारी को प्रासंगिक जानकारी के साथ सुमेलित करना
23. अभिकथन (A) : एक शिक्षक को विद्यार्थियों को अपनी चिंतन प्रक्रियाओं के बारे में और अपने सीखने के तरीकों के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
कारण (R) : अधिसंज्ञान उच्च क्रम के संज्ञानात्मक कौशलों के विकास में मदद करता है।
सही विकल्प चुनें।
(1) (A) और (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(2) (A) और (R) दोनों सही है लेकिन (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A) सही है लेकिन (R) गलत है।
(4) (A) और (R) दोनों गलत हैं।
24. करण हमेशा किसी भी समस्या का एक से अधिक समाधान सोचता है और अकसर नवचारी समाधानों को सुझाता है।
यह किस तरह की का उदाहरण है ?
(1) अपसारी सोच
(2) अभिसरण सोच
(3) नकारात्मक सोच
(4) तर्कहीन सोच सुनिश्चित कर सकें।
25. अधिगम प्रभावशाली और अर्थपूर्ण हो, इसके लिए क्या महत्वपूर्ण है?
(1) विद्यालय में हो रहे अधिगम और विद्यालय के बाहर के जीवन के बीच सम्बद्धता स्थापित करना ।
(2) विषयसामग्री को इस प्रकार से प्रस्तुत करना जिससे कि विद्यार्थी उस ज्ञान को दैनिक जीवन में प्रयोग करने का प्रयास न कर पाएं।
(3) अवधारणओं को इस तरीके से पढ़ना जिससे कि विभिन्न उप- अवधारणओं में सम्बद्धता स्थापित न हो सकें।
(4) ज्ञान के दोहराव पर बल देना चाहिए और समझ के लिए उत्कंठा को कम-से-कम करना चाहिए।
26. कक्षा के परिवेश, शिक्षण – शास्त्रीय प्रविधियों और आकलन की विधियों का चयन इस प्रकार से करना चाहिए कि वे विद्यार्थियों में ……. के उन्नयन को सुनिश्चित कर सकें।
(1) जिज्ञासां
(2) अरुचि
(3) प्रतियोगिता
(4) कंठस्थीकरण
27. विद्यार्थियों द्वारा की गई त्रुटियों को सुलझाने के लिए निम्नलिखित में से शिक्षक द्वारा अपनाया गया कौन-सा तरीका सही नहीं है?
(1) त्रुटियों के प्रतिरूपों की खोज करना ।
(2) अधिगम कमियों के बारे में जानना जिनके कारण त्रुटियाँ होती हैं।
(3) विद्यार्थियों की त्रुटियों को सुधारने के लिए सहयोग करना ।
(4) विद्यार्थियों के साथ चर्चा किए बिना सही उत्तर बताना।
28. एक अध्यापिका को अपने विद्यार्थियों में ……. और ……… को प्रोत्साहित करना चाहिए।
(1) योग्यता का सत्त्व मत्त, प्रदर्शन – अभिमुखी लक्ष्य
(2) योग्यता का वार्धिक मत्त, मत्तमहारत-अभिमुखी लक्ष्य
(3) योग्यता का सत्त्व मत्त, असफलता- परिहारी लक्ष्य
(4) योग्यता का वार्धिक मत्त, असफलता स्वीकार्य लक्ष्य
29. भावनाओं और संज्ञान के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
(1) अत्यधिक दबाव समस्याओं को सुलझाने के कौशलों को बढ़ावा देता है।
(2) हर्ष और उल्लास की भावना चर्चा में भाग लेने के लिए बढ़ावा देती है।
(3) अत्यधिक चिंता जानकारी के प्रसंस्करण में सुधार लाती है।
(4) नीरसता की भावना समालोचनात्मक चिंतन में सुधार लाती है।
30. निम्नलिखित में से क्या प्रभावी समस्या समाधान कौशलों के विकास में योगदान देता है ?
(i) अभिसारी चिंतन
(ii) स्मरणोपकारी विधियाँ
(iii) समझ बनाना (बोध)
(iv) निष्क्रिय अनुकरण
(1) (i) और (ii)
(2) (ii) और (iii)
(3) (i) और (iii)
(4) (ii) और (iv)

भाग-II : गणित

31. विशाल के पास दस दर्जन कैंडी हैं। उसने इनका 1/3 भाग राधा को, 2/5 भाग आसिफ को और 1/12 भाग सोनू को दे दिया। विशाल के पास बची कैंडियों की संख्या है। 
(1) 20
(2) 18
(3) 22
(4) 16
32. संख्या 56 के सभी गुणनखंडों का योगफल क्या है ?
(1) 64
(2) 120
(3) 63
(4) 176
33. निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
34. निम्न में से किसमें संख्याएँ बढ़ते क्रम में लिखी हुई हैं?
(1) 5.02, 5.022, 5.032, 5.32, 5.201
(2) 5.32, 5.201, 5.032, 5.022, 5.02
(3) 5.02, 5.32, 5.022, 5.201, 5.032
(4) 5.02, 5.022, 5.032, 5.201, 5.32
35.75707 में 7 के स्थानीय मानों का योगफल हैं
(1) 77007
(2) 7077
(3) 70707
(4) 21
36. वह सबसे छोटी संख्या क्या है जिसे 60078 में से घटाने पर प्राप्त संख्या 245 से विभाज्य हो ?
(1) 40
(2) 49
(3) 53
(4) 61
37. निम्नलिखित लम्बाई मापने की इकाइयों को देखिए :
km, mm, m, cm, dm
यदि इन्हें बढ़ते हुए क्रम में लगाया जाए, तो चौथे स्थान पर कौन-सी इकाई होगी ?
(1) cm
(2) dm
(3) mm
(4) m
38. 15.20 बजे से 6 घंटे 35 मिनट पहले क्या समय है?
(1) 9:05 am
(2) 8:45 am
(3) 8:35am
(4) 9:10am
39. जयंती किसी स्थान P से पूर्व दिशा में 
40. निम्न में से कौन-सा सही नहीं है?
(1) दो और आधा दर्जन = 30
(2) 5 लीटर 50 मिलीलीटर मिलीलीटर = 550
(3) 1 मिलीमीटर = 0.1 सेंटीमीटर
(4) 10 पैसा = 0.10 रुपये
41. निम्नलिखित आकृतियों में से किस आकृति की रैखिक व घूर्णन सममिति की संख्याएँ । बराबर नहीं होती है?
(1) वर्ग
(2) आयत
(3) समांतर चतुर्भुज
(4) समचतुर्भुज
42. रेहान कागज मोड़कर घन बनाता है। वह 5 सेमी. भुजा वाले 25 घन बनाता है। अब उसे सभी घनों को रखने के लिए एक बड़ा डिब्बा चाहिए। इस बड़े डिब्बे का आयतन कितना होना चाहिए ताकि सभी छोटे घन उसमें बिना खाली जगह छोड़े पूरी तरह आ जाएँ?
(1) 15625 सेमी.3
(2) 3125 सेमी.3
(3) 3375 सेमी.3
(4) 3552 सेमी.3
43. नीचे दी गई लम्बाइयों का माध्यक क्या है ?
160 सेमी., 167 सेमी., 158 सेमी., 159 सेमी., 161 सेमी., 158 सेमी., 160 सेमी., 162 सेमी., 170 सेमी.
(1) 161 सेमी.
(2) 160 सेमी.
(3) 160.6 सेमी.
(4) 159 सेमी.
44. निम्नलिखित तालिका में दिए गए आँकड़ों को पढ़िए और सही कथन का चुनाव कीजिए :
(एक विद्यार्थी केवल एक खेल पसंद करता है)
(1) शतरंज पसंद करने वाले विद्यार्थियों की संख्या फुटबाल पसंद करने वाले विद्यार्थियों की संख्या से अधिक है।
(2) बैडमिंटन पसंद करने वाले विद्यार्थियों की संख्या फुटबाल पसंद करने वाले विद्यार्थियों की संख्या से कम है।
(3) शतरंज पसंद करने वाले विद्यार्थियों की संख्या कुल विद्यार्थियों की संख्या का एक-चौथाई भाग है।
(4) वॉलीबॉल पसंद करने वाले विद्यार्थियों की संख्या कुल विद्यार्थियों की संख्या का 1/5 भाग है।
45. दिए गए पैटर्न में से कौन-सी संख्याएं लुप्त हैं?
0, 1, 1, 2, 3, 5, 8, ……. 21, 34, ……. 89
(1) 11, 43
(2) 13,55
(3) 15, 41
(4) 17, 39
46. गणित में आकलन को ……… पर केन्द्रित नहीं होना चाहिए। 
(1) अधिगमकर्ताओं की अवधारणात्मक समझ में सीखने में रह गई कमियों को पहचानने
(2) गणित में आवश्यकता अनुसार उपचारी कक्षाओं के आयोजन
(3) अधिगमकर्ताओं को प्रतिपुष्टि प्रदान करने
(4) अधिगमकर्ताओं को उनके टेस्ट में प्राप्त अंकों के अनुसार नामीकरण करने
47. निम्नलिखित में से बुनियादी संख्या – ज्ञान की अति महत्वपूर्ण पहलू (पक्ष) कौन-सा है?
(1) शीघ्रता से और सटीक परिकलन करना
(2) संख्या बोध का विकास करना
(3) मूलभूत संख्या संक्रियाओं के लिए मानक कलन – विधियों की अच्छी समझ
(4) गणना के कौशल का विकास करना
48. राष्ट्रीय पाठयचर्या रूपरेखा के अनुसार, प्राथमिक गणित पाठयचर्या के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक उपयुक्त है?
(1) अवधारणाओं की समझ बनाते हुए शिक्षार्थी जो प्रगति मूर्त से अमूर्त की तरफ बढ़ते हुए करते हैं, वह इसमें सुस्पष्ट रूप से सम्मिलित होनी चाहिए।
(2) इसमें मुख्य रूप से वही प्रकरण (टॉपिक) सम्मिलित होने चाहिए जिनका उच्चतर कक्षाओं में अनुप्रयोग (प्रयोग) हो।
(3) पाठयचर्या को बीजगणितीय संकेतनों का और समस्या समाधान उसके उपयोग का परिचय कराना चाहिए।
(4) पाठयचर्या को विद्यार्थियों को प्रमेय को सिद्ध करने की विभिन्न विधियों का उपयोग करने के अवसर प्रदान करने चाहिए।
49. शिक्षक ने कक्षा 1 के विद्यार्थी से 54 लिखने के लिए कहा। विद्यार्थी ने 504 लिखा। निम्नलिखित में से कौन-सी इस गलती को सुधारने की सर्वाधिक उपयुक्त युक्ति है?
(1) बच्चे को बीच में से 0 (शून्य) मिटाने के लिए कहना
(2) उत्तर को गलत चिन्हित करना और बच्चे को 5 और 4 लिखने के लिए कहना
(3) बंडल बनाने की गतिविधि का उपयोग करके यह बताना कि दो अंकीय संख्याएँ कैसे लिखी जाती हैं
(4) विद्यार्थी को स्वयं से सही उत्तर ज्ञात करने के लिए कहना
50. आयत के क्षेत्रफल की अवधारणा को विकसित करने के लिए सही अनुक्रम कौन-सा है?
(a) दिए गए आयत को रबर (इरेजरस) या शार्पनर द्वारा ढकना और फिर विद्यार्थियों से इन्हें गिनने के लिए कहना।
(b) आयत की भुजाओं को मापना और लंबाई एवं चौड़ाई के गुणन के द्वारा उसके क्षेत्रफल की गणना करना ।
(c) आयत के फलक को वर्गाकार टाइल जिसकी भुजा 1 सेमी हो से ढकना तथा टाइलों की संख्या गिनना।
(1) (a), (b) और (c)
(2) (a), (c) और (b)
(3) (b), (c) और (a)
(4) (b), (a), और (c)
51. कक्षा में एक गतिविधि / कार्य करते समय बच्चों द्वारा दर्शाए गए व्यवहारों के एक परास (रेंज) को अभिलेखित करने के लिए शिक्षक द्वारा बच्चों का अवलोकन करते हुए संक्षिप्त टिप्पणियाँ ली जाती हैं, वह किसका उदाहरण है?
(1) उपाख्यानात्मक अभिलेख (रिकॉर्ड)
(2) रूब्रिक्स
(3) अवलोकन
(4) परियोजना
52. गणितीय अवधारणाओं को पढ़ाते हुए दृश्य हस्तकौशल सामग्री का प्रयोग …….. की ओर बढ़ने में सहायक होता है।
(1) जटिल से सरल अवधारणाओं
(2) मूर्त से अमूर्त अवधारणाओं
(3) औपचारिक से अनौपचारिक कलनविधियों
(4) अमूर्त से मूर्त अवधारणाओं
53. गणित में समस्या समाधान की युक्तियों में सम्मिलित है।
(1) अंतर्ज्ञान और प्रयोग
(2) कंठस्थ करना और प्रक्रियात्मक प्रवाह
(3) अवलोकन और प्रयोग
(4) तर्कणा (विवेचन) और पैटर्न बनाना
54. प्राथमिक स्कूली स्तर पर लघुतम समापवर्त्य (ल.स.) के शिक्षण और अधिगम हेतु निम्नलिखित में से कौन-सा सबसे कम उपयुक्त है?
(1) प्राथमिक कक्षा में क्रियाकलाप विधि द्वारा अप्रत्यक्ष रूप इसका परिचय कराया जा सकता है।
(2) इसे प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों को नहीं पढ़ाया जा सकता है।
(3) दैनिक जीवन में ऐसे बहुत से उदाहरण. हैं जहाँ पर बच्चे इस अवधारणा का अप्रत्यक्ष रूप प्रयोग करते हैं।
(4) सूचना एवं संप्रेषण तकनीक (ICT) का प्रयोग करते हुए इसका परिचय बहुत दिलचस्प तरीके से कराया जा सकता है।
55. जब एक बच्चे को 5 × 28 का परिकलन करने के लिए कहा गया, तब उसने निम्नलिखित प्रकार से उसे हल किया:
5 × 28 = 28 × 5 = (14 × 2) × 5 = 14 × (2 × 5) = 14 × 10 = 140
बच्चे ने प्रयुक्त किया है
a. क्रमविनिमेय नियम
b. वितरण/बंटन नियम
c. साहचर्य नियम
सही विकल्प का चयन कीजिए:
(1) (a) और (c)
(2) (a) और (b)
(3) केवल (a)
(4) (b) और (c)
56. प्राथमिक स्तर के शिक्षार्थियों में दिक् स्थान संबंधी समझ का विकास करने के लिए सर्वाधिक उपयुक्त गतिविधि निम्नलिखित में से कौन-सी है?
(1) संख्या रेखा पर संख्याओं को प्रस्तुत करना
(2) कमरों के सापेक्ष आकार और को दर्शाते हुए अपने घरों का मानचित्र बनाना
(3) मानचित्र पर दो शहरों के बीच की दूरी को मापना
(4) ज्यामितीय आकृतियों के नामों का प्रत्यास्मरण
57. एक अंकीय संख्याओं के योग को प्रस्तुत करते हुए, सुश्री अलका ने मूर्त वस्तुओं जैसे टोकनों, पेंसिलों, रबड़ों, इत्यादि का उपयोग किया। उन्होंने अपने विद्यार्थियों को एक अंकीय संख्याओं को जोड़ने के लिए इन वस्तुओं का कुशलतापूर्वक उपयोग करने का अवसर प्रदान किया। ब्रूनर के अनुसार, अधिगम का यह प्रकार कहलाता है।
(1) मूर्त
(2) दृश्यमापिता (आइकोनिक)
(3) अभिप्रदर्शन (एनएक्टिव)
(4) सांकेतिक
58. एक बच्चा अपने आस-पास, से विभिन्न आकृतियों के उदाहरण देता है जैसे ‘समोसा एक त्रिभुज है’। वह बच्चा, वैन- हैले सिद्धांत के अनुसार, ज्यामितीय चिंतन के किस स्तर पर है?
(1) विश्लेषण
(2) स्वयंसिद्ध
(3) निगमन
(4) दृश्यीकरण
59. व्यवकलन की एक समस्या 63-29 को हल करते समय एक बच्चा कहता है कि “मैंने 29 को 30 में और 63 को 64 में बदल दिया। तो मैंने समस्या को 64-30 में परिवर्तित कर दिया है। मेरा उत्तर 34 है।” इस बच्चे के बारे में क्या कहा जा सकता है?
(1) बच्चा यह नहीं जानता कि 63-29 को कैसे हल करना है
(2) बच्चा योग और व्यवकलन को लेकर असमंजस / दुविधा में पड़ गया है
(3) बच्चे में व्यवकलन की अवधारणात्मक समझ हैं और अतः वह एक वैकल्पिक (ऑल्टरनेट) युक्ति प्रयोग करता है
(4) बच्चे के पास व्यवकलन की न तो संकल्पनात्मक समझ है और न ही मानक कलन – विधि का ज्ञान है
60. गणित की कक्षा में एक बच्चा उत्तर देता है कि
“7 × 0 = 7” और “0 × 7 = 7” होता है।
उपर्युक्त परिस्थिति के प्रकाश में
(1) बच्चा कक्षा में असावधान है और ध्यान नहीं दे रहा है
(2) उसको यह बताने की आवश्यकता है कि पहाड़े 7 × 1 = 7 से आरंभ होते हैं
(3) सही परिकलन हेतु उसको और अधिक प्रश्न अभ्यास के लिए दिए जाने की आवश्यकता है
(4) वह गलत रूप से योग के गुणों को गुणन की समस्याओं में विस्तारित कर रहा है।

भाग-III: पर्यावरण अध्ययन

61. राधा अपने घर से 2.5 किमी. उत्तर की ओर जाती हैं अब बायें मुड़कर वह 5 किमी. जाती है और फिर बायें मुडकर 2.5 किमी. जाती है। वह अपने घर से कितनी दूर किस दिशा में है?
(1) घर से 5 किमी. दक्षिण दिशा में
(2) घर से 5 किमी. उत्तर दिशा में
(3) घर से 5 किमी. पश्चिम दिशा में
(4) घर से 5 किमी. पूर्व दिशा में
62. किस राज्य में ‘फूलों की घाटी’ राष्ट्रीय उद्यान स्थित है?
(1) उत्तर प्रदेश
(3) केरल
(2) उत्तराखंड
(4) कर्नाटक
63. मैं पंतला सा, पर छोटा हूँ
भूरा भी हूँ और काला भी हूँ।
गरम घी और तेल में
मैं खुशबू फैलाता हूँ।
दही और जलजीरे में,
भून कर डाला जाता हूँ।
सोचो, सोचो कौन हूँ मैं?
उपर्युक्त पहेली में उल्लिखित मसाले को पहचानिए।
(1) हल्दी
(2) दालचीनी
(3) जीरा
(4) लौंग
64. CNG का मुख्य संघटक क्या है?
(1) एथेन
(2) प्रोपेन
(3) ब्यूटेन
(4) मेथेन
65. कोई छात्र 29 सितम्बर, 2022 को किसी ट्रेन में सवार हुआ जो गांधीधाम रेलवे स्टेशन से 12:30 बजे चलकर 1 अक्टूबर, 2022 को 07:00 बजे तिरुवनंतपुरम रेलवे स्टेशन पहुंची। यदि इस अन्तराल में ट्रेन ने 2296 किलोमीटर की दूरी चली, तो इस ट्रेन की औसत चाल है (निकटतम)
(1) 58 किलोमीटर/घंटा
(2) 55.5 किलोमीटर/घंटा
(3) 54.0 किलोमीटर/घंटा
(4) 53.5 किलोमीटर/घंटा
66. आपका घर X और आपका विद्यालय Y पर स्थित है और X और Y के बीच कोई सीधी सड़क नहीं है। अत: विद्यालय पहुंचने के लिए आप पहले A पर जाते हैं बो X के ठीक उत्तर में 60 मीटर की दूरी पर है, फिर B पर जाते हैं, जो A के ठीक पूर्व में 25 मीटर दूरी पर है, फिर C पर जाते हैं, जो B के ठीक उत्तर में 100 मीटर की दूरी पर है और अन्त में आप अपने विद्यालय पहुंचते हैं जो C ठीक पश्चिम में 25 मीटर की दूरी पर है। आपके विद्यालय के सापेक्ष आपके घर की सही दिशा है।
(1) ठीक उत्तर
(2) ठीक दक्षिण
(3) उत्तर-पशि
(4) दक्षिण-पश्चिम
67. निम्नलिखित में से पक्षियों का वह युगल (जोड़ा) चुनिए जिसकी दृष्टि इतनी श्रेष्ठ होती है कि वह हमारी तुलना में वस्तुओं को चार गुनी दूरी से स्पष्ट देख सकते हैं।
(1) कौआ और उल्लू
(2) चील और गिद्ध
(3) कलचिड़ी और गरुड़
(4) बसन्त गौरी और कौआ
68. निम्नलिखित में से मच्छरों द्वारा फैलने होने वाले दो रोगों के युगल (जोड़े) को चुनिए :
(1) मलेरिया और डेंगू
(2) हैजा और चिकनगुनिया
(3) हैजा और मलेरिया
(4) चिकनगुनिया और मियादी बुखार
69. किसी शहर के मानचित्र के निचले दांये भाग पर नीचे दिया गया पैमाना छपा है। पैमाना 1 सेन्टीमीटर = 950 मीटर यदि इस मानचित्र पर किन्हीं दो स्थलों के बीच मापी गयी दूरी 19.2 सेंटीमीटर है, जो इन दोनों स्थलों के बीच की वास्तविक दूरी है (निकटतम)
(1) 20 किलोमीटर
(2) 19.5 किलोमीटर
(3) 19 किलोमीटर
(4) 18 किलोमीटर
70. किसी पर्यटक ने किसी राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश घरों का नीचे दिए अनुसार विवरण दिया:
‘“इस क्षेत्र में वर्षा बहुत कम होती है। मौसम सामान्यतः गर्म रहता है और लोग मिट्टी के घरों में रहते हैं। घरों की दीवारें मोटी बनाई जाती है और इन दीवारों को मिट्टी से लीपा-पोता जाता है। घरों की छतों को कंटीली झाड़ियों से बनया जाता है।”
यह राज्य होना चाहिए
(1) मध्य प्रदेश
(2) गुजरात
(3) राजस्थान
(4) झारखण्ड
71. “चार चिनारी” एक बहुत प्रसिद्ध पर्यटक स्थल हैं। यह चारों तरफ से पर्वतों से घिरा है तथा जिस शहर में. स्थित है उसका नाम है
(1) हैदराबाद
(2) लखनऊ
(3) मैसूर
(4) श्रीनगर
72. निम्नलिखित में से उस जानवर को चुनिए जिसके सुनने की संवेदन शक्ति इतनी तीक्ष्ण है कि वह पत्तों के हिलने और घांस पर किसी जानवर के चलने में अन्तर कर सकता है।
(1) स्लॉथ
(2) कुत्ता
(3) बाघ
(4) घोड़ा
73. निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सही है?
(1) गेहूँ : मूसला जड़
(2) मक्का : मूसला जड़
(3) गाजर : मूसला जड़
(4) बाँस : मूसला जड़
74. “रेगिस्तानी ओक” नामक वृक्ष के विषय में नीचे दिए गए कथनों पर विचार कीजिए :
A. यह वृक्ष आबू धाबी के रेगिस्तानों में पाया जाता है।
B. इस वृक्ष की ऊँचाई प्रारम्भिक विद्यालयों के कमरों की ऊँचाई अर्थात् लगभग 4 मीटर होती है।
C. इस वृक्ष की जड़ें उस गहराई तक जमीन में जाती हैं जब तक कि भौम जल स्तर तक न पहुँच जाए।
D. इसकी जड़ों की लम्बाई लगभग ऐसे ही पचास वृक्षों को एक लाइन में एक के बाद दूसरे को एक सिरे से दूसरे सिरे तक जमीन पर लिटा देने के बराबर होती. है।
E. इस वृक्ष पर पत्तियाँ बहुत कम होती हैं। इनमें से सही कथन हैं
(1) A, B और C
(2) A D और E
(3) B, C और E
(4) B, D और E
75. निम्नलिखित में से किस राज्य/संघ शासित क्षेत्र के लोग सरसों के तेल में बनी / पकी मछली खाना पसन्द करते है ?
(1) कश्मीर
(2) गोआ
(3) लक्षद्वीप
(4) पुदुचेरी
76. उपाख्यानमूलक अभिलेख प्रयुक्त होते हैं
A. बच्चे की रुचियों और संबंधों के क्षेत्र की पहचान करने में
B. बच्चे के विषय में निर्णय लेने में
C. समस्याओं की स्थितियों में बच्चे को समाधान प्रदान करने में
D. बच्चे की क्षमताओं और कमजोरियों को जानने में
सही विकल्प है:
(1) A और B
(2) B और C
(3) A और C
(4) A और D
77. मसालों का पाठ पढ़ाने से पूर्व आस्था ने अपने कक्षा IV के शिक्षार्थियों से दो छोटे प्रश्न पूछे। इसके द्वारा, आस्था जानना चाहती है
(1) विद्यार्थियों के पूर्व ज्ञान को जानना
(2) कक्षा में बुद्धिमान विद्यार्थियों को पहचानना
(3) अच्छे विश्वास और संप्रेषण कौशलों के विद्यार्थियों को पहचानना
(4) विषय-मसाले के विषय में विद्यार्थियों के विचार प्राप्त करना
78. माधवी अपनी कक्षा को क्षेत्र भ्रमण पर ले गई। वापस आने के पश्चात् उन्होंने अपने विद्यार्थियों के साथ भ्रमण पर चर्चा की। इसे जिस रूप में व्यक्त किया जा सकता है, वह है
(1) अधिगम का आकलन
(2) अधिगम के लिए आकलन
(3) आकलन, अधिगम के रूप में
(4) अधिगम के दौरान आकलन
79. प्रभावी शिक्षण-अधिगम केवल तभी संभव होगा जब
(1) शिक्षक अपनी पाठ योजना को पूर्ण करने के लिए कार्य करे।
(2) शिक्षक विद्यालय आदेश का पालन करने के लिए कार्य करे।
(3) शिक्षक अपने सहयोगियों के निर्देशों पर क्रियाकलाप आधारित अधिगम के लिए पाठ योजना को सम्पादित करे।
(4) शिक्षक के द्वारा आयोजित क्रियाकलापों से बच्चों को ज्ञान का निर्माण करने और संप्रत्ययों को समझने में सहायता मिले।
80. समूह कार्य द्वारा ई. वी. एस. पढ़ने के अधिगम में व्यस्त बच्चों के सामाजिक व्यक्तिगत गुणों का आकलन करने के लिए, सर्वाधिक उपयुक्त उपकरण होगा
(1) नियत कार्य
(2) पेपर- पेंसिल परीक्षण
(3) श्रेणी मापनी (रेटिंग स्केल)
(4) मौखिक प्रश्न
81. एक ई.वी.एस. के शिक्षक के रूप में अपनी कक्षा के समूह क्रियाकलाप की योजना बनाते हुए आप निम्नलिखित में से किन कारकों पर विचार करेंगे?
A. बच्चों में अभिरुचि जगाना
B. प्रकृति में समावेशी
C. मूल्य प्रभावी
D. केवल बाहर संचालित की जा सकती हैं
सही विकल्प का चयन कीजिए:
(1) A, B और C
(2) B, C और D
(3) A, C और D
(4) केवल A
82. प्रियंका अपनी विद्यार्थियों को वृक्षों के संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाना चाहती है। वांछित उद्देश्य को प्राप्त करने में, निम्नलिखित में से किसका न्यूनतम प्रभाव होगा?
(1) विद्यार्थियों को एक वृक्ष रोपने और उसकी देखभाल करने के लिए प्रेरित करना।
(2) वन संरक्षण पर एक भूमिका निर्वहन आयोजित करना।
(3) ‘चिपको आंदोलन’ की कहानी सुनाना और प्रश्न पूछना।
(4) लकड़ी के लट्ठो के भंडारण को दिखाने पर एक मिल की सैर पर जाना।
83. ई.वी.एस. के शिक्षण-अधिगम में छात्र- केंद्रित उपागमों की निम्नलिखित में से पहचान कीजिए:
A. निरंकुश शैली
B. अनुज्ञात्मक शैली
C. समाकलित उपागम
D. प्रक्रिया-अभिमुख उपागम
(1) केवल A
(2) A और B
(3) C और D
(4) B, C और D
84. हमारे ………. व्यवहारपरक तंत्र का, मूल्य एक भाग हैं।
(1) भावात्मक
(2) संज्ञानात्मक
(3) मनोगतिक
(4) भावात्मक और संज्ञानात्मक दोनों
85. ई. वी. एस. प्रकृति की उत्तम व्याख्या की जा सकती है
A. यह कई विषयों को समाकलित करता है।
B. यह बाल-केन्द्रित है।
C. यह अनुभवजन्य है।
D. यह शिक्षण आधारित है।
(1) A, B और C
(2) B, C और D
(3) केवल C
(4) केवल B
86. नीचे दिए गए शब्दों में से कम से कम ऐसे तीन शब्दों/विकल्पों का चयन कीजिए जो ‘पर्यावरण’ की व्याख्या करते हैं।
A. वनस्पति-जात और प्राणि जात
B. जैविक एवं अजैविक
C. सामाजिक एवं सांस्कृतिक
D. रचनात्मक एवं जिज्ञासु
(1) A, B और D
(2) A, B और C
(3) B और C
(4) A, C और D
87. ई. वी. एस. के. शिक्षण अधिगम प्रक्रम में, कक्षा के बाहर वास्तविक जीवन के अनुभवों से कक्षा के अनुभवों को जोड़ना सर्वाधिक संकेत करता है
(1) पाठयचर्या के क्षेत्र से बाहर जाना
(2) विशिष्ट स्तर से बाहर जाना
(3) पाठयपुस्तकों से बाहर जाना
(4) विद्यार्थियों के स्तर के बाहर जाना
88. कक्षा 5 की ई.वी.एस. पाठयपुस्तक के कुछ पाठों में ‘सर्वे और लिखो’ सम्मिलित किया गया है। इसका उद्देश्य है
(1) विद्यार्थियों को खोजने एवं सीखने के अवसर देना
(2) विद्यार्थियों को अनुभव देना
(3) विद्यार्थियों के प्रयोग कौशलों को बेहतर बनाना
(4) विद्यार्थियों के सामान्य जागरूकता को बेहतर करना
89. निम्नलिखित में से कौन ई.वी.एस. की प्रभावशाली युक्ति है?
(1) व्याख्यान
(2) प्रायोगिक
(3) भूमिका निर्वहन
(4) प्रदर्शन
90. नए विषय सीखने हेतु ई.वी.एस. के शिक्षण अधिगम के जिस उपागम में विभिन्न कौशलों का उपयोग होता है, वह है
(1) संप्रत्ययी उपा
(2) प्रक्रिया उपागम
(3) समाकलित उपागम
(4) क्रियाकलाप

भाग-IV LANGUAGE-I (ENGLISH)

91. The world is facing the biggest health threat due to
(1) extreme poverty.
(2) poor health care.
(3) climate change.
(4) increasing population.
 92. According to the World Economic Forum, extreme heat waves will
(1) cause severe shortage of water.
(2) lead to huge loss of life.
(3) result in unmanageable lack of food.
(4) unleash more pandemics.
93. Air pollution which annually claims millions of lives is mainly caused by
(1) burning of bio-mass.
(2) increasing number of industrial units.
(3) combustion of fossil fuels.
(4) hydraulic energy plants.
94. Which of the following is not correct?
(1) The number of extermely hot days has trebled.
(2) Vectors normally live in forests and water bodies.
(3) Poor air quality will aggravate incidence of asthma and heart diseases.
(4) Extreme weather conditions are one of the important causes of global warming.
95. Read the following statements :
A. Intense exposure to heat can cause malnutrition.
B. Adopting a plant-based diet can considerably reduce climate effects.
(1) A is true and B is false.
(2) B is true and A is false.
(3) Both A and B are true.
(4) Both A and B are false.
96. The word, ‘tremendous’ in para 1 means the same as
(1) fatal
(2) scary
(3) huge
(4) horrendous
97. The word opposite in meaning to the word, ‘experts’ as used in para 3 is
(1) ignorant
(2) laymen
(3) mediocre
(4) ineligible
98. The word, ‘extreme’ in para 2, line 2 is a/an
(1) Adverb
(2) Noun
(3) Preposition
(4) Adjective
99. The word ‘respiratory’ in respiratory diseases para 2′ is used as a/an
(1) Verb
(2) Adverb
(3) Noun
(4) Adjective
100. Winter is called the king of showmen because it
(1) fills the people with enthusiasm.
(2) is the best of all seasons.
(3) creatès many delightful figures.
(4) makes the old feel young.
101. Which of the following activities is mentioned in the poem?
(1) People running around when it is snowing
(2) People catching snowflakes on tongues
(3) Children throwing snowballs at each other
(4) Children making snowmen and houses with snow
102. The image of “stumps turning into snowmen” appeals to our sense of
(1) smell
(2) touch
(3) sight
(4) hearing
103. The streets look slushy when
(1) dust laden winds begin to blow.
(2) dry leaves start falling.
(3) the snow starts melting.
(4) people start their outdoor activities.
104. Identify and name the figure of speech used in the line, “winter is the king of showmen”,
(1) Metonymy
(2) Metaphor
(3) Personification
(4) Simile
105. Name the literary device used in “spreading sugar” in line number 4.
(1) Assonace
(2) Personification
(3) Alliteration
(4) Simile
106. Who said, “a child’s brain contains special language learning mechanisms at birth”?
(1) Chomsky
(2) Skinner
(3) Piaget
(4) Vygotsky
107. When the teacher refers to the rules governing the structure and sequence of speech sounds in their classes, then he/she emphasizes on
(1) Phonology
(2) Semantics
(3) Syntax
(4) Morphology
108. Language is just one aspect of a child’s overall intellectual development. This statement is directly associated with
(1) Chomsky
(2) Skinner
(3) Piaget
(4) Vygotsky
109. Find the correct sequence while using imitation method.
(1) Perception → Imitation→ Feedback → Drill
(2) Perception → Imitation → Drill → Feedback
(3) Perception → Drill → Imitation → Feedback
(4) Perception → Feedback → Drill → Imitation
110. Speaking is the function of
(1) Visual sense
(2) Lingual sense
(3) Audio sense
(4) Touch sense
111. The concept of Universal Grammar is associated with
(1) Skinner
(2) Piaget
(3) Chomsky
(4) Vygotsky
112. In the classroom a teacher is focusing over phonemes and different structures to be mastered by the learners. Here the teacher is influenced by
(1) Functional Approach
(2) Cognitive Approach
(3) Structural Approach
(4) Lexical Approach
113. When children transition from word-gesture combinations to jointly two words, i.e. ‘mommy shoe’, ‘go car’, ‘more cookies’. etc., this is an example of
(1) Telegraphic speech
(2) Cooing
(3) Babbling
(4) Crying
114. Which of the following initiative helps students to learn about the remarkable unity of most of the major Indian languages?
(1) Swachh Bharat Abhiyan
(2) Ek Bharat Shreshtha Bharat
(3) Sarva Shiksha Abhiyan
(4) Digital India Campaign
115. Which one of the following is considered as the encoder?
(1) Sender
(2) Signal
(3) Channel
(4) Receiver
116. Every individual has some feelings, emotions, ideas and he/she wants to give an outlet to those experiences of life. By using a language, the individual is able to express his views. Which function of language is involved in this situation?
(1) Expressive
(2) Informative
(3) Interactive
(4) Preservation
117. Which one of the following technique cannot be used to teach language pronounc-iation?
(1) Singing songs
(2) Reciting poems
(3) Reading aloud
(4) Writing stories
118. When infants repeat consonant-vowel combinations, often in long strings such as ‘bababababa’ and ‘nananananana’, this is an example of
(1) Cooing
(2) Babbling
(3) Crying.
(4) Movement
119. Language learning is simply a matter of stimulus-response association acqui-red largely through pattern practice, mimicry, and memorization. This state-ment is associated with
(1) Behaviourist’s theory
(2) Nativist perspective
(3) Cognitivist theory
(4) Constructivist theory
120. Which of the following activity is not appropriate for developing reading skill?
(1) Reading aloud
(2) Scanning a text
(3) Reading for inference
(4) Use of abbreviation

भाग-V: भाषा-II (हिन्दी)

121. ‘मिलो का दैत्य शोर ।’ में रेखांकित पदों का आशय है
(1) मिलों से निकलने वाली धीमी ध्वनि
(2) मिलों से निकलने वाली भयानक ध्वनि
(3) मिलों से निकलने वाली दैत्याकार ध्वनि
(4) मिलों से निकलने वाली दैत्यों की ध्वनि
122. ‘रात-दिन पसीना बहाना।’ वाक्य से तात्पर्य है
(1) गर्मी के कारण पसीना बहना
(2) रात-दिन पसीना आना
(3) अथक परिश्रम करना
(4) धनार्जन हेतु सारा दिन पसीना बहाना पड़ता है
123. ‘बैलगाड़ी से रथ बने। भाप से चलने वाले इंजन गढ़ लिए । ‘ का भाव है
(1) मनुष्य ने विकास की राह पकड़ ली
(2) मनुष्य बैलगाड़ी से रथ बनाना आ गया
(3) भाप वाले इंजनों का आविष्कार कर लिया
(4) बैलगाड़ी से रथ बनाना सरल कार्य था
124. गद्यांश में किसकी बात कही गयी है?
(1) जंगल काटने
(2) बैलगाड़ी
(3) रेलगाड़ी
(4) मजदूर
125. ‘धीरे – धीरे’ शब्द युग्म है
(1) विलोम शब्द
(2) पुनरुक्त शब्द
(3) यौगिक शब्द
(4) रूढ़ शब्द
126. ‘जंगल काटकर मैंने गाँव खड़े किए, कस्बे और नगर बनाए । ‘ वाक्य का आशय है कि 
(1) गाँव, कस्बे और नगर बनाने के लिए जंगल काट दिए गए।
(2) गाँवों, कस्बों और नगरों के लिए जंगल काटना अनिवार्य था।
(3) जंगल की भूमि साफ करके गाँव, कस्बों और नगरों का निर्माण किया।
(4) जंगल की अधिकता के कारण गाँवों, कस्बों और नगरों का निर्माण असंभव था।
127. ‘रेल पानी में आग लगा घंटों में सैकड़ों मील दौड़ने लगी।’ तात्पर्य है
(1) भाप वाले इंजनों की सहायता से तेज गति के यातायात के साधन बना लिए।
(2) पानी में आग लगाने से रेल दौड़ने लगी।
(3) पानी में आग लगाना कठिन कार्य है।
(4) पानी और आग का साथ संभव नहीं है।
128. “फिर धीरे-धीरे मैंने महानगर बनाए। ‘ वाक्य में रेखांकित शब्द ……… कारक है।
(1) कर्म
(2) कर्ता
(3) करण
(4) संप्रदान
129. ‘सभ्यता के विकास के साथ ही प्रकृति मनुष्य की दासी बन गई ।’ वाक्य से आशय है
(1) सभ्यता ने प्रकृति को अपनी दासी बना लिया।
(2) सभ्यता के विकास के साथ मनुष्य ने प्रकृति को अपने नियंत्रण में कर लिया।
(3) प्रकृति आरंभ से ही मनुष्य की दासी है।
(4) प्रकृति और मनुष्य का अटूट रिश्ता है।
130. ‘अब कोई ऐसा रहस्य नहीं जिसका व्यापक ज्ञान मानव को न हो ।’ से तात्पर्य है
(1) मानव को रहस्य खोजने का शौक है
(2) मानव की प्रवृत्ति खोजी होती है।
(3) मानव को प्रकृति के रहस्यों का भरपूर ज्ञान है।
(4) मानव के सम्मुख रहस्य टिक नहीं पाते हैं।
131. गद्यांश के आधार पर मानव की प्रवृत्ति है 
(1) हार मानने वाली
(2) जुझारू
(3) अदम्य साहस
(4) खोजी
132. कैसे व्यक्ति सभी कार्य सरलता से प्राप्त कर लेते हैं?
(1) आलसी
(2) साहसी
(3) विलासी
(4) विश्वासी
133. सर्वोच्च का संधि विच्छेद है
(1) सर्व + उच्च
(2) सव + उच्च
(3) सर्वो + उच्च
(4) सर्व + ओच्च
134. ‘अनगिनत’ में उपसर्ग है
(1) अ
(2) अन
(3) अनगि
(4) नत
135. ‘एवरेस्ट के द्वारा मनुष्य के समक्ष नतमस्तक होने से।’ तात्पर्य है
(1) पैरों में झुक जाना
(2) दूसरों को प्रणाम करना
(3) एवरेस्ट की चढ़ाई पूर्ण करना
(4) एवरेस्ट पर पहुँचकर सभी को नमन करना
136. भाषा एक व्यवस्था के रूप में, इस बारे में चिन्तन करने की योग्यता क्या कहलाएगी?
(1) अधिभाषिक जागरूकता (मेटालिंग्विस्टिक)
(2) विमर्श विश्लेषण
(3) द्विभाषिक जागरूकता
(4) विषय-वस्तु विश्लेषण
137. निम्नलिखित में से ध्वनि की सबसे छोटी इकाई कौन-सी है?
(1) स्वनिम
(2) आकृति विज्ञान
(3) वाक्य रचना
(4) अर्थ ग्राम
138. निर्देश सामग्री के लिए पठन किसका उदाहरण है?
(1) वाचन – श्रवण संप्रेषण चैनल
(2) लेखन-पठन संप्रेषण चैनल
(3) मानसदर्शन- अवलोकन संप्रेषण चैनल
(4) वाचन-लेखन सम्प्रेषण चैनल
139. अतुल्यकालिक अधिगम (असिंक्रोनस) का उदाहरण है।
(1) तुरंता संदेश
(2) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
(3) तुरंता वार्तालाप
(4) पाठ्यपुस्तक
140. जब अध्यापक अपनी कक्षा में बच्चों को उपयुक्त एवं प्रभावशाली संप्रेषण सिखाने के लिए नियम बताते हैं तो वे किस बात पर बल दे रहे हैं?
(1) परिणामवादी
(2) अर्थविज्ञान
(3) स्वरविज्ञान
(4) रूपविज्ञान (आकृति मूलक)
141. दो माह के आस-पास बच्चे स्वर (वॉवल) समान ध्वनियाँ निकालते हैं, इसे क्या कहा जाएगा?
(1) बबलाना
(2) कूजन
(3) रोना
(4) बातचीत
142. निष्पादन और दक्षता में विरोधाभास किसके द्वारा दर्शाया गया ?
(1) नॉम चॉमस्की
(2) फर्डिदनांड द सॉसर
(3) एंडवर्ड सपिर
(4) लियोनार्ड ब्लूमफील्ड
143. अभिव्यक्तियात्मक भाषा कौशल विकास चैनल क्या है ?
(1) श्रवण – वाचन
(2) पठन-लेखन
(3) श्रवण – पठन
(4) वाचन-लेखन
144. पाठयसामग्री का बारीकी से पठन किस भाषा कौशल का विकास करता है?
(1) श्रवण
(2) वाचन
(3) पठन
(4) लेखन
145. ‘वाचन’ में कौन-सा क्रम है?
(1) विषय-वस्तु – अभिव्यक्ति
(2) अभिव्यक्ति-विषय-वस्तु
(3) अभिव्यक्ति-विचार
(4) अभिव्यक्ति-सम्प्रेषण
146. निम्नलिखित में से किसे संकेत खोलने वाले (डिकोडर) के रूप में माना जाएगा?
(1) प्रेषक
(2) संकेत (सिग्नल)
(3) चैनल
(4) ग्रहणकर्ता
147. शब्द में अक्षर, पंक्ति में शब्द और पृष्ठ में पंक्तियाँ आपस में बहुत पास-पास नहीं होनी चाहिए। यह किस ओर संकेत करता है?
(1) लिखावट में सादगी
(2) लिखावट में एकरूपता
(3) लिखावट में अंतरालन (फासला छोड़ना )
(4) लिखावट में सुंदरता
148. निम्नलिखित में से कौन-सा भारत में अंग्रेजी भाषा की भूमिका के बारे में सही नहीं है?
(1) अंग्रेजी देश की सह कार्यालयी भाषा है।
(2) अंग्रेजी न्यायालय की भाषा है
(3) अंग्रेजी आधुनिक दुनिया से परिचित करवाती है
(4) अंग्रेजी भारतीय भाषाओं का स्रोत है
149. ग्राह्यशील भाषा कौशल विकास चैनल क्या है ?
(1) श्रवण – वाचन
(2) पठन-लेखन
(3) श्रवण – पठन
(4) वाचन-लेखन
150. भाषा अर्जन उपकरण की अवधारणा किससे संबंधित है?
(1) स्किनर
(2) चॉमस्की
(3) पियाजे
(4) वाइगोत्सकी

उत्तर व्याख्या सहित

भाग – I : बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र

1. (4) संवेगात्मक विकास में यह सीखना शामिल है कि भावनाएँ क्या हैं, यह समझना कि वे कैसे और क्यों उत्पन्न होती हैं, अपनी और दूसरों की भावनाओं को पहचानना, और उन भावनाओं को प्रबंधित करने के लिए प्रभावी तरीके र विकसित करना आदि ।
यह अपने और अपने आसपास के लोगों के बारे में भावनाओं की प्रगति का अध्ययन करने का प्रयास भी करता है।
2. (2) एकीकरण के सिद्धांत का अर्थ है कि, एक बच्चा विकास के मार्ग के साथ-साथ विभिन्न भागों को एकीकृत या संयोजित करना शुरू करता है।
यह भागों का संपूर्ण और उसके हिस्सों के साथ-साथ विशिष्ट और सामान्य प्रतिक्रियाओं का एकीकरण है जो एक बच्चे को उसके विकास और विकास के विभिन्न आयामों में संतोषजनक रूप से विकसित करता है।
3. (1) स्कूली माहौल सामाजिक-सांस्कृतिक कारक विकास को सामाजिक संदर्भ प्रदान करके प्रभावित करते हैं।
एक बच्चे को मिलने वाले विभिन्न सामाजिक-सांस्कृतिक परिणाम उसके द्वारा सीखे जाते हैं और इस प्रकार, एक बच्चा एक व्यक्तित्व विकसित करता है जो उसके अनुभवों से प्रभावित होता है।
उदाहरणों में सामाजिक वर्ग, धार्मिक विश्वास, विद्यालय का वातावरण, भाषा आदि शामिल हैं।
4. (2) ठोस संक्रियात्मक चरण (7 से 11 वर्ष) जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत में तीसरा चरण है।
इस चरण के दौरान, बच्चे ठोस घटनाओं के बारे में तार्किक रूप से सोचने लगते हैं।
बच्चे आगमनात्मक तर्क का उपयोग करना शुरू करते हैं, या विशिष्ट जानकारी से सामान्य सिद्धांत तक तर्क करते हैं।
वे प्रतिवर्ती चिंतन की अवधारणा को समझने लगते हैं। उदाहरण के लिए, कि एक छोटे, चौड़े कप में तरल की मात्रा एक लंबे, पतले गिलास के बराबर होती है।
विकसित होने वाली महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में से एक उत्क्रमणीयता है; जो यह पहचानने की क्षमता को संदर्भित करता है कि संख्याओं या वस्तुओं को बदला जा सकता है और उनकी मूल स्थिति में लौटाया जा सकता है।
5. (4) पियाजे के अनुसार, ‘औपचारिक संक्रियात्मक काल’ में बच्चों में अमूर्त तर्क और तर्क कौशल का विकास होता है, जैसा कि इस काल में होता हैं
मानसिक क्षमताओं का अधिकतम स्तर तक विकास होता है।
बच्चों में मेटाकॉग्निशन और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स का विकास होता है।
बच्चे काल्पनिक और निगमनात्मक तर्क करने में सक्षम हो जाते हैं।
बच्चे अमूर्त और वैज्ञानिक सोच के माध्यम से दुनिया को समझते हैं।
6. (2) पारंपरिक या अभिसामयिक नैतिकता सही और गलत से संबंधित समाज के सोचगत स्वीकृति की विशेषता है।
इस स्तर पर व्यक्ति नियमों और समाज के मानदंडों का पालन करता है, भले ही आज्ञाकारिता या अवज्ञा का कोई परिणाम न हो।
7. (4) बाल विकास के बारे में वायगोत्स्की का सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धांत कहता कि संज्ञानात्मक विकास सामाजिक अंतःक्रियाओं के परिणामस्वरूप होता है।
इस तरह, सीखना स्वाभाविक रूप से सहयोगी होता है।
उनका मानना था कि ज्ञान के निर्माण और अवधारणाओं को समझने के लिए सामाजिक बातचीत आवश्यक थी।
8. (3) कुशल शिक्षक, छात्रों को सहमत, असहमत, बहस करने और चर्चा की जा रही केंद्रीय सामग्री के वैकल्पिक उत्तरों में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
नतीजतन, शिक्षक छात्र टीमों के साथ बने रहने की अनुमति देते हैं, जिसमें छात्रों के जटिल सोच को अधिभार मिलता है।
9. (1) लेव वायगोत्स्की ने उन उपकरणों पर जोर दिया जो संस्कृति संबंधी सोच को अनुकूलन या समर्थन प्रदान करती है, ताकि सभी उच्च स्तरीय मानसिक प्रक्रियाएं, जैसे कि तर्क और समस्या समाधान, भाषा, संकेत और प्रतीकों जैसे मनोवैज्ञानिक उपकरणों द्वारा मध्यस्थ हों।
उन्होंने मनोवैज्ञानिक उपकरणों के रूप में सांस्कृतिक प्रतीकों के अपने पदनाम के साथ उपकरण उपयोग और संज्ञानात्मक विकास के बीच की खाई को पाट दिया।
10. (1) अंतर्वैयक्तिक बुद्धि दूसरों की भावनाओं को समझने और उनसे संबंधित होने से संबंधित है।
पारस्परिक बुद्धि वाला व्यक्ति अन्य लोगों की विभिन्न भावनात्मक अवस्थाओं को समझ सकता है।
इंटरपर्सनल इंटेलिजेंस दूसरों के मूड, स्वभाव और इरादों पर उचित प्रतिक्रिया देने की क्षमता है।
11. (3) वायगोत्स्की के अनुसार, बच्चे आत्म निर्देशन के लिए निजी भाषण का उपयोग करते हैं।
उम्र के साथ, हालांकि, निजी भाषण, मूक आंतरिक भाषण या मौखिक विचार में परिवर्तित हो जाता है ।
निजी भाषण की उत्पत्ति बच्चे और समाज के अधिक परिपक्व सदस्यों के बीच सामाजिक संपर्क में खोजी जाती है।
वायगोत्स्की ने महसूस किया कि समाज के अधिक परिपक्व सदस्यों के साथ संयुक्त गतिविधियों के माध्यम से बच्चे गतिविधियों में महारत हासिल करते हैं और उन तरीकों से सोचते हैं जो उनकी संस्कृति में अर्थ रखते हैं।
12. (4) जेंडर रूढ़िवादिता उन भूमिकाओं के बारे में एक सामान्यीकृत दृष्टिकोण है जो महिलाओं और पुरुषों पर आरोपित की जाती है।
एक लैंगिक स्टीरियोटाइप अवैज्ञानिक धारणा है क्योंकि यह महिलाओं और पुरुषों की व्यक्तिगत क्षमताओं को विकसित करने, अपने पेशेवर करियर को आगे बढ़ाने और या अपने जीवन के बारे में चुनाव करने की क्षमता को सीमित करता है।
13. (3) विविधता कक्षा में नए दृष्टिकोण लाती है।
विभिन्न लिंगों, नस्लों, पृष्ठभूमियों आदि के छात्र एक कक्षा में कई अंतर्दृष्टि और विचार लाते हैं ।
यह कक्षा में चर्चा और सीखने के अवसरों को बढ़ाता है।
यह व्यापक विचार जोड़ सकता है और छात्रों को एक दूसरे से अधिक सीखने में मदद कर सकता है।
14. (1) अपसारी प्रश्न वह होता है जिसका कोई निश्चित उत्तर नहीं होता है और इसके बजाय यह किसी विषय के बारे में `व्यापक रूप से सोचने की क्षमता का परीक्षण करता है।
इसमें बच्चों को ज्ञान के आधार का विश्लेषण, संश्लेषण, मूल्यांकन करने और फिर विभिन्न परिणामों की भविष्यवाणी करने की आवश्यकता होती है।
यह बच्चों को उनकी सोच को जो वे पहले से जानते हैं उससे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है |
इन्हें खुले अंत वाले प्रश्नों के रूप में भी जाना जाता है।
ये प्रश्न बच्चों को स्वतंत्र रूप से सोचने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और आलोचनात्मक सोच को भी बढ़ावा देते हैं।
यह शिक्षार्थियों को मूल और ज्ञात विचारों को जोड़कर नए विचारों या स्पष्टीकरणों को बनाने के लिए उनकी उच्च-क्रम की संज्ञानात्मक क्षमताओं का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
15. (3) निर्माणात्मक या रचनात्मक मूल्यांकन सीखने की लगातार एवं एक व्यवस्थित प्रक्रिया है।
यहाँ छात्र के सीखने के वर्तमान स्तर की पहचान करने और वांछित सीखने के लक्ष्य तक पहुँचने में छात्र की मदद करने के लिए पाठों को अनुकूलित करने के लिए किया जाता है।
निर्माणात्मक मूल्यांकन में छात्र अपने शिक्षकों के साथ सक्रिय भागीदार होते | हैं, सीखने के लक्ष्यों को साझा करते हैं और समझते हैं कि उनकी शिक्षा कैसे आगे बढ़ रही है, उन्हें कौन से अगले कदम उठाने की आवश्यकता है, और उन्हें कैसे लेना है।
16. (1) समावेशी शिक्षा का तात्पर्य शिक्षा प्रणाली में सभी बच्चों को शामिल करना है, भले ही उनके मतभेद और अक्षमताएं कुछ भी हों।
समावेशी शिक्षा के मूल सिद्धांत:
समानता और सभी के लिए समान अवसर ।
अच्छी तरह से निर्मित शैक्षिक योजना।
संसाधन के रूप बहुभाषावाद का उपयोग।
विशिष्ट शैक्षणिक रणनीतियों का उपयोग
व्यक्तिगत मतभेदों के प्रति संवेदनशीलता।
17. (3) डिस्प्रैक्सिया से पीड़ित लोगों को चलने-फिरने और तालमेल बिठाने में समस्या होती है।
डिस्प्रेक्सिया बुद्धि को प्रभावित नहीं करता है, लेकिन यह कुछ संज्ञानात्मक कौशल को प्रभावित कर सकता है।
चलने-फिरने और तालमेल बिठाने में समस्या डिस्प्रेक्सिया के मुख्य लक्षण हैं।
बच्चों को निम्नलिखित में कठिनाई हो सकती है: खेल के मैदान की गतिविधि याँ जैसे कूदना, कूदना, दौड़ना और गेंद को पकड़ना या लात मारना ।
18. (3) जब एक शिक्षक बहु-संवेदी दृष्टिकोण को शामिल करके विषय सामग्री को विभिन्न तरीकों से प्रस्तुत करता है और उनकी रुचि और प्रेरणा का भी ध्यान रखता है, तो यह कक्षा में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों सहित सभी प्रकार के शिक्षार्थियों की मदद करता है, जिसके परिणामस्वरूप सबसे अधिक प्रभावी शिक्षण।
विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को सीखने में चुनौतियाँ होती हैं।
शिक्षकों को पढ़ाने के दौरान इन चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने की जरूरत है।
इसलिए शिक्षकों को सामग्री के प्रतिनिधित्व के कई तरीकों के प्रावधान का उपयोग करना चाहिए जो विकलांग बच्चों, श्रवण और दृश्य हानि वाले छात्रों, सीखने की कठिनाइयों का सामना करने वाले छात्रों और चलने की कठिनाइयों को शामिल करने में मदद करेगा।
19. (4) स्वलीन या आत्मकेंद्रित, जिसे अब आत्मकेंद्रित स्पेक्ट्रम संबंधी (ASD) कहा जाता है, एक तंत्रिका विकास विकार है।
ASD एक विकासात्मक विकलांगता है जो आपके बच्चे के मस्तिष्क में अंतर के कारण होती है।
जिन छात्रों को ऑटिज्म है, उन्हें बातचीत करने या आँख से संपर्क बनाए रखने में कठिनाई होती है, वे व्यापक तथ्यात्मक जानकारी को बनाए रखने में अक्सर अच्छे होते हैं।
20. (3) सृजनात्मक बच्चे वे हैं जो कलात्मक और रचनात्मक कार्य, नेतृत्व की गुणवत्ता, अवलोकन की तीव्र शक्ति आदि जैसे कई क्षेत्रों में उच्च प्रदर्शन क्षमता हैं।
रचनात्मक बच्चे की विशेषता-
अमूर्त करने की क्षमता
प्रवाह और लचीलापन
मौलिकता और नवीनता
विचार में स्वतंत्रता
21. (2) छात्र की सीखने की क्षमता में आत्मविश्वास जगाने के लिए शिक्षक को पहले उन्हें सामान्य अवधारणाओं से परिचित कराना चाहिए।
धीरे- धीरे, प्रभावी शिक्षण रणनीतियों का उपयोग करते हुए, छात्रों को अधिक विशिष्ट अवधारणाओं से परिचित कराया जाना चाहिए।
22. (4) छात्रों द्वारा निर्मित ज्ञान की समझ और स्मृति को गहरा करने के लिए शिक्षक को निम्न बातों को प्रारंभ करना चाहिए-
एक रूपक बनाना
नई समस्याओं पर जानकारी लागू करना चाहिए, और
उप अवधारणाओं के बीच संबंधों का अभिनय करना चाहिए ।
23. (1) ‘मेटाकॉग्निशन’ अपने स्वयं के सोचने और सीखने के बारे में सोचने की प्रक्रिया है।
मेटाकॉग्निशन (ग्रीक मूल शब्द “मेटा” से लिया गया है जिसका अर्थ है “परे” और लैटिन शब्द “कॉग्नोसेरे” का अर्थ है “जानना “) एक छात्र की इस बारे में जागरूक होने की क्षमता को संदर्भित करता है कि वे क्या सोच रहे हैं और एक उपयोगी विचार प्रक्रिया का चयन करें।
24. (1) अपसारी चिंतन छात्रों को “बॉक्स’ से परे होकर उन्हें कई अलग-अलग दृष्टिकोणों को देखने की अनुमति देता है, नए विचार उत्पन्न करता है, और अंतत: अधिक रचनात्मक परिणाम उत्पन्न करता है।
यही कारण है कि विद्यार्थियों के लिए यह आवश्यक है कि वे अपनी रचनात्मक क्षमता का दोहन करें।
25. (1) शिक्षण और सीखने अनुभव जो कक्षा की दीवारों के बाहर होते हैं उससे छात्रों और प्रशिक्षकों दोनों के लिए कई प्रकार के लाभ होते हैं।
जब छात्रों को “वास्तविक दुनिया में ” व्यवहार में लाने के लिए कहा जाता है, जिसके बारे में उन्होंने एक डेस्क के पीछे से सिद्धांत बनाया है, तो परिणाम एक छात्र केंद्रित सीखने का अनुभव होता है जो सीखने को बढ़ाता है और व्यक्तिगत और सामाजिक विकास को बढ़ावा देता है।
इसके अलावा, जो छात्र कक्षा के बाहर सीखने के अनुभवों में संलग्न हैं, उनमें उच्च स्तर की प्रेरणा है, पाठ्यक्रम सामग्री को अधिक स्पष्ट रूप से याद करते हैं, और कक्षा में अकादमिक प्रदर्शन में सुधार हुआ है।
26. (1) जिज्ञासा दृष्टिकोण का उद्देश्य बच्चों की स्वाभाविक जिज्ञासा और कल्पना को प्रज्वलित करके उनके स्वतंत्र चिंतन को प्ररित देना है।
इस शिक्षण पद्धति को अपनाते समय, बच्चे स्वयं के लिए सोचने में सक्षम होते हैं, अपनी पसंद स्वयं बनाते हैं, और अपने स्वयं के सीखने को निर्देशित करते हैं।
27. (4) कक्षा चर्चा, एक गतिविधि है जो छात्रों के लिए उनके विचारों, अवधारणाओं की समझ और विचार प्रक्रियाओं पर चर्चा करने के लिए है।
छात्रों से उद्देश्य या अपेक्षा सही उत्तर प्राप्त करना नहीं है, बल्कि शिक्षार्थी की विचार प्रक्रिया का निरीक्षण भी करना है ताकि छात्र के गुणात्मक प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जा सके।
छात्रों के गलत उत्तरों को कक्षा चर्चा के दौरान शिक्षकों द्वारा सिर्फ ठीक नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि उन्हें अपनी विचार प्रक्रिया को स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
उन्हें सही या गलत होने की चिंता नहीं करनी चाहिए, उन्हें वैचारिक समझ पर ध्यान देने की जरूरत है।
छात्रों के गलत होने की स्थिति में उनका मार्गदर्शन करने के लिए शिक्षक मौजूद है, लेकिन यह गतिविधि के अंत में व्यक्त किया जाना चाहिए।
28. (2) शिक्षक को अपने छात्रों को प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि वे अपने लक्ष्यों को पूरी तरह से निपुणता और लक्ष्य – उन्मुख निर्धारित कर सकें और क्षमता के वृद्धिशील दृष्टिकोण को प्राप्त कर सकें।
सीखने के दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करके, प्रेरणा छात्रों को सीखने की क्षमता हासिल करने में मदद करती है।
कौशलात्मक लक्ष्यों का सम्बन्ध आत्म-सुधार या कौशल विकास द्वारा. परिभाषित क्षमता के एक मानक को प्राप्त करना है।
कौशल हासिल करने वाले व्यक्ति या तो कार्य से संबंधित आत्म-सुधार चाहते हैं या कार्य में कौशल हासिल करने का • प्रयास करते हैं।
29. (2) छात्र प्रेरणा बढ़ाने, बौद्धिक सक्रियता को बढ़ावा देने और लोकतांत्रिक आदतों को प्रोत्साहित करने के लिए चर्चा एक उत्कृष्ट रणनीति होती है।
भावनात्मक जुड़ाव, विशेष रूप से सकारात्मक भावनाओं की सक्रियता, जुड़ाव से जुड़ा है।
उदाहरण के लिए, आनंद सतर्कता और जुड़ाव बढ़ा सकता है।
30. (2) मेमोनिक (Mnemonic) तकनीकों का उपयोग करने से छात्रों को सीखने के अनुभव को जोड़ने के लिए एक सार्थक स्थिति मिलती है, जिससे उन्हें अपनी शब्दावली में नई शब्दावली शामिल करने की अनुमति मिलती है।
मेमोनिक्स निर्देश वस्तुतः दृश्य या ध्वनिक संकेतों के उपयोग के माध्यम से नई जानकारी को पूर्व ज्ञान से जोड़ता है।

भाग–II : गणित

31. (3) विशाल के पास बची कैंची की संख्या
32. (2)
33. (3)
34. (4) बढ़ते क्रम में संख्याएँ
5.02, 5.022, 5.032, 5.201, 5.32
35. (3) 75707 में 7 के स्थानीय मानों का योगफल
75707=70000 + 700+ 7 = 70707
36. (3)
37. (4)
38. (2)
39. (3)
40. (2)
41. (3) समांतर चतुर्भुज में कोई रैखिक सममिति नहीं होती है तथा घूर्णन सममिति की संख्या 2 है।
42. (2)
43. (2)
44. (3)
45. (2)
46. (4) मूल्यांकन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी ज्ञात उद्देश्य या लक्ष्य के सापेक्ष जानकारी प्राप्त की जाती है।
मूल्यांकन छात्र के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया प्रदान करता है जिसमें उसकी ताकत और सुधार के क्षेत्रों को निर्दिष्ट किया जाता है जो सीखने में सुधार के लिए उचित कदम उठाने के लिए अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
यह गणितीय संचार, तर्क और समस्या समाधान सहित कौशल पर केंद्रित है।
यह बच्चे की गणित की समझ की पड़ताल करता है।
यह समूह या व्यक्तिगत कमियों की पहचान करने और उन्हें दूर करने में मदद करता है।
यह छात्रों की क्षमता को पहचानने में मदद करता है और उनकी क्षमताओं को समृद्ध करने में मदद करता है।
47. (2) जिन बच्चों में संख्या की समझ विकसित हो जाती है, उनके पास कई प्रकार की गणितीय रणनीतियाँ होती हैं।
यह बच्चों को यह समझने में मदद करता है कि हमारी संख्या प्रणाली कैसे काम करती है और संख्याएँ एक-दूसरे से कैसे संबंधित हैं।
वे जानते हैं कि उन्हें कब उपयोग करना है और विभिन्न स्थितियों का सामना करने के लिए उन्हें कैसे करना है।
48. (1) गणित की प्रकृति में गणितीय विचार शामिल हैं ठोस से अमूर्त की ओर बढ़ते हैं; विशेष से सामान्य की ओर बढ़ता है और इसका ज्ञान संकल्पनात्मक होने के साथ-साथ प्रक्रियात्मक भी होता है।
प्राथमिक स्तर पर, शिक्षार्थी केवल ठोस अनुभव को समझने में सक्षम होते हैं. इसलिए प्राथमिक गणित के किसी भी पाठ्यक्रम में ठोस से अमूर्त तक की प्रगति को शामिल करना चाहिए ।
49. (3) इस प्रकार की त्रुटि इसलिए होती है क्योंकि छात्र 1 से 9 तक मानों को अलग-अलग स्थानों पर रखते हैं, लेकिन जब संख्या में किसी भी स्थान पर 0 लगाने की बात आती है वे भ्रमित हो जाते हैं और किसी भी स्थान पर शून्य को पहचानने में असमर्थ होते हैं। संख्या चाहे वह दहाई, सैकड़ा, हजारों आदि हो ।
इसलिए शिक्षक के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह 2- अंकीय और 3- अंकीय संख्याओं के स्थानीय मान की अवधारणा पर फिर से विचार करे और अपने विद्यार्थियों की अवधारणाओं को और अधिक समझे अन्यथा यह त्रुटि फिर से हो सकती है।
50. (2) आयत के क्षेत्रफल की अवधारणा को विकसित करने का सही क्रम है।
दिए गए आयत को इरेजर या शार्पनर से ढँक देना और विद्यार्थियों से उन्हें गिनने के लिए कहना।
आयत की सतह को 1 सेमी भुजा वाली वर्गाकार टाइल से ढकना और टाइलों की संख्या गिनना ।
आयत की भुजाओं को मापना और लम्ब और श्वास को गुणा करके उसके क्षेत्रफल की गणना करना ।
51. (1) उपाख्यानात्मक रिकॉर्ड संक्षिप्त नोट्स होते हैं जिन्हें शिक्षक बच्चों का निरीक्षण करते समय लेते हैं।
नोट्स साक्षरता, गणित, सामाजिक अध्ययन, विज्ञान, कला, सामाजिक और भावनात्मक विकास, और शारीरिक विकास जैसे क्षेत्रों में व्यवहार की एक श्रृंखला का दस्तावेजीकरण करते हैं।
52. (2) गणित की प्रकृति में गणितीय विचार शामिल हैं जो ठोस से अमूर्त की ओर बढ़ते हैं; विशेष से सामान्य की ओर बढ़ता है और इसका ज्ञान संकल्पनात्मक होने के साथ-साथ प्रक्रियात्मक भी होता है।
प्राथमिक स्तर पर शिक्षार्थी केवल ठोस अनुभव को समझने में सक्षम होते हैं, इसलिए प्राथमिक गणित के किसी भी पाठ्यक्रम में ठोस से अमूर्त तक की प्रगति को शामिल करना चाहिए ।
53. (4) गणित में, तर्क एवं पैटर्न के आधार पर तार्किक निष्कर्ष निकालना शामिल है।
सेंस मेकिंग को मौजूदा ज्ञान या पिछले अनुभव से जोड़कर किसी स्थिति, संदर्भ या अवधारणा की समझ विकसित करने. के रूप में माना जा सकता है।
पैटर्न बच्चों को भविष्यवाणी करने में मदद करते हैं क्योंकि वे यह समझने लगते हैं कि आगे क्या होने वाला है।
वे बच्चों को तार्किक संबंध बनाने और तर्क कौशल का उपयोग करने के तरीके सीखने में भी मदद करते हैं।
54. (2) दो संख्याओं का लघुत्तम समापवर्त्य वह छोटी से छोटी संख्या है जो उन दोनों का गुणज है।
इसे गतिविधि पद्धति, आईसीटी, आदि का उपयोग करके अप्रत्यक्ष रूप से प्राथमिक ग्रेड में पेश किया जा सकता है।
रोजमर्रा के ऐसे कई उदाहरण हैं जहाँ बच्चों द्वारा इस अवधारणा का मौन रूप से उपयोग किया जा सकता है।
55. (1) यह CBSE के अनुसार जारी आधिकारिक उत्तर है।
विनिमेय गुण कुछ गणितीय संक्रियाओं के क्रम से संबंधित है।
एक बाइनरी ऑपरेशन के लिए, हम इसे a + b = b + a के रूप में व्यक्त कर सकते हैं।
योग का क्रमविनिमेय नियम कहता है कि यदि संख्याओं को जोड़ा जाता है, तो परिणाम उनकी अदला-बदली की स्थिति के जोड़ के बराबर होता है।
उदाहरण: 1 + 2 = 2 + 1 = 3.4+5 = 5+4= 9
अतः व्याख्यानुसार इस प्रश्न का उत्तर 3 होना चाहिए।
56. (2) स्थानिक तर्क का अर्थ मानसिक रूप से हेरफेर करने और आकृतियों को उन्मुख करने की क्षमता है।
यह समझ कर वस्तुओं को पहचानने की क्षमता है कि विभिन्न आकार एक साथ कैसे फिट होते हैं।
बच्चों से अपने घरों का नक्शा बनाने के लिए कहें, जिसमें कमरों के सापेक्ष आकार और स्थिति दर्शाई गई हो।
शिक्षक को छात्रों से अपने स्वयं के प्रतीक बनाने के लिए कहना चाहिए जैसे खिड़कियों के लिए वर्ग, दरवाजों के लिए आयत आदि ।
यह गतिविधि छात्रों को उनके घरों के विभिन्न कमरों की कल्पना करने, स्थानिक समझ विकसित करने और कक्षा को वास्तविक जीवन की स्थिति से जोड़ने में मदद करेगी।
57. (3) अभिप्रदर्शन में (0-1 वर्ष),
सोच पूरी तरह से शारीरिक क्रियाओं पर आधारित है, और शिशु आंतरिक प्रतिनिधित्व (या सोच) के बजाय, करके सीखते हैं।
इसमें भौतिक क्रिया-आधारित जानकारी को कूटबद्ध करना और इसे हमारी स्मृति में संग्रहित करना शामिल है।
58. (4) वैन हीले एक मॉडल है जो बताता है कि छात्र ज्यामिति कैसे सीखते हैं।
यह ज्यामितीय सोच के पाँच स्तरों को मानता है जो दृश्य, विश्लेषण अमूर्तन, औपचारिक कटौती और कठोरता है।
स्तर 0 (विजुअलाइजेशन): इस स्तर में, वे आकृतियों को उनके स्वरूप से पहचान सकते हैं, लेकिन गुणों से नहीं।
59. (3) दो संख्याओं या मात्राओं के बीच अंतर खोजने की प्रक्रिया या प्रक्रिया को घटाव के रूप में जाना जाता है।
एक छात्र किसी संख्या को 10 के गुणकों में राउंडअप कर सकता है और फिर उसमें से किसी भी संख्या को घटा सकता है।
60. (4) बच्चा भ्रमित हो रहा है और गुणन की समस्याओं में जोड़ के गुणों का विस्तार कर रहा है।
किसी भी संख्या में शून्य जोड़ने से संख्या नहीं बदलती है लेकिन शून्य को किसी भी संख्या से गुणा करने पर वह 0 हो जाता है।

भाग- III : पर्यावरण अध्ययन

61. (3) प्रश्नानुसार,
A और D के बीच की दूरी = AD = 5 किमी.
अभीष्ट दिशा = पश्चिम
62. (2) फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। साइलेंट वैली केरल में स्थित है।
63. (3) पहेली में वर्णित मसाला जीरा है।
इसे आमतौर पर दही और जलजीरा में मिलाया जाता है।
64. (4) सीएनजी संपीडित प्राकृतिक गैस (Compressed Natural Gas) है।
सीएनजी में मुख्य रूप से मीथेन (CH4) होता है लेकिन इसमें ईथेन (C2H6), प्रोपेन (C3H8) और भारी हाइड्रोकार्बन भी होते हैं।
इसमें अल्प मात्रा में नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन सल्फाइड और बहुत अल्प मात्रा में पानी भी मिला होता है।
65. ( 3 ) 29 सितम्बर, 202212 : 30 से 1 अक्टूबर, 2022 7:00 बजे तक का कुल समय
= (24 + 12 + 6.5) घंटे
= 42.5 घंटे
66. (2)
उपरोक्त पथ आकृति से,
स्कूल के सापेक्ष घर की दिशा = दक्षिण
67. (2) पतंगें, चील एवं गिद्ध जैसे कुछ पक्षी मनुष्यों की तुलना में चार गुना ज्यादा देख सकते हैं।
ये पक्षी आठ मीटर की दूरी से चीजें देख सकते हैं जो मनुष्य दो मीटर की दूरी से देख सकता है।
68. (1) मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया मच्छरों द्वारा फैलने वाली बीमारी है।
मलेरिया (एनोफेलीज मच्छर के कारण होने वाला) के विपरीत, डेंगू और चिकनगुनिया एडीज मच्छर द्वारा फैलने वाली संक्रामक बीमारी है।
69. (4) मानचित्र के अनुसार,
70. (3) राजस्थान में मौसम बहुत गर्म होता है और वर्षा कम होती है। राज्य का कुछ भाग मरुस्थल से आच्छादित है।
रेगिस्तान के कारण घरों की मोटी दीवारें गर्मी में और सर्दियों में अत्यधिक ठंड से लोगों को बचाती हैं।
सपाट छतों का निर्माण आसान होता है और चूंकि अधिक वर्षा नहीं होती है, इसलिए छतों पर पानी इकट्ठा नहीं होगा।
71. (4) नीले पहाड़ों से घिरा चार चिनारी श्रीनगर का एक पर्यटन स्थल है।
श्रीनगर में डल झील भी एक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
72. (3) बाघ की मूंछें बहुत संवेदनशील होती हैं और हवा में होने वाली हलचल या कंपन को महसूस कर सकती हैं।
बाघ की सुनने की क्षमता इतनी तेज होती है कि वह पत्तियों की सरसराहट और घास पर किसी जानवर के चलने की आवाज में अंतर कर सकता है।
बाघ के कान अलग-अलग दिशाओं में सक्रिय रहते हैं और इससे चारों ओर की आवाजों को पकड़ने में मदद मिलती है।
73. (3) एक पौधे का जड़ तंत्र जिसमें मुख्य जड़ें होती हैं, जिससे कई शाखाओं की जड़ें विकसित होती हैं, मूसला जड़ प्रणाली कहलाती हैं। गाजर के पौधे में मूसला जड़ तंत्र होता है।
गेहूँ और मक्का एकबीजपत्री पौधे हैं जिनकी जड़ें रेशेदार होती हैं।
74. (3) डेजर्ट ओक ऑस्ट्रेलिया में पाया जाने वाला एक पेड़ है।
इसकी जड़ पानी की तलाश में काफी गहराई तक जाती है। इस पानी को ट्री ट्रक में स्टोर किया जाता है।
इस वृक्ष की जड़ की लम्बाई लगभग 30 ऐसे वृक्षों की होती है जो एक पंक्ति में एक के बाद दूसरे सिरे से लगे होते हैं। • जब रेगिस्तान में पानी नहीं होता था, स्थानीय लोग इस पानी को पीने के लिए पेड़ के तने में एक पतला पाइप लगाते हैं।
इसकी बहुत कम पत्तियाँ होती हैं। इसलिए, कथन B, C और E सही हैं।
75. (1) कश्मीर में लोग सरसों के तेल में मछली खाते हैं, जबकि गोवा में लोग नारियल के तेल में पकी हुई मछली खाते हैं।
केरल में लोग नारियल से बनी किसी भी करी के साथ उबला हुआ साबूदाना खाते हैं।
76. (4) एक उपाख्यानात्मक रिकॉर्ड एक विशिष्ट व्यवहार या बातचीत होने के बाद दर्ज किया गया एक विस्तृत वर्णनात्मक वर्णन है। उपाख्यानात्मक रिकॉर्ड शिक्षकों को सूचित करते हैं क्योंकि वे सीखने के अनुभवों की योजना बनाते हैं, परिवारों को जानकारी प्रदान करते हैं, और संभावित विकास संबंधी देरी की पहचान करने में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।
77. (4) पूर्व ज्ञान का अर्थ है कि हम किसी विषय के बारे में और अधिक सीखना शुरू करने से पहले ही उसके बारे में क्या जानते हैं। यह सीखने में एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है क्योंकि हमारा दिमाग नई जानकारी को हमारे पास पहले से मौजूद जानकारी से जोड़कर काम करता है।
78. (2) सीखने के लिए आकलन:
(I) यह शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया के दौरान शिक्षकों द्वारा नियोजित किया जाता है। इसे रचनात्मक मूल्यांकन भी कहा जाता है।
(II) इस तरह के मूल्यांकन का मुख्य उद्देश्य शिक्षण में सुधार और सीखने को बढ़ाना है।
(III) इस तरह का मूल्यांकन कक्षा परीक्षण, क्षेत्र भ्रमण, प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद और चर्चा, रोल प्ले, नाटकीकरण आदि के माध्यम से किया जा सकता है।
79. (4) प्रभावी शिक्षण वह क्रियाविधि या रणनीतियाँ, प्रक्रियाएँ और व्यवहार है जो छात्रों के अच्छे परिणामों की ओर ले जाते हैं। प्रभावी शिक्षकों का उनके छात्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और सीखने में सुधार के लिए अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करते हैं। ये अच्छे परिणाम अक्सर ऐसे होते हैं जिन्हें आमतौर पर योगात्मक मूल्यांकन के माध्यम से आसानी से मापा जा सकता है।
80. (3) समूह कार्य के माध्यम से ईवीएस * सीखने में लगे बच्चों सामाजिक व्यक्तिगत करने के लिए रेटिंग स्केल उपयुक्त उपकरण होगा क्योंकि यह सभी श्रेणियों में छात्रों के प्रदर्शन का न्याय करने के लिए प्रदर्शन मानदंडों की एक लिखित सूची है।
81. (1) ईवीएस कक्षा में एक समूह गति. विधि की रूपरेखा तैयार करते समय, एक शिक्षक को चाहिए :
(i) सभी शिक्षार्थियों के हितों के प्रति सचेत रहें।
(ii) सभी धार्मिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के बच्चों को समान रूप आकर्षक विषय चुनें।
(iii) लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव नहीं।
(iv) शिक्षार्थियों के व्यक्तिगत मतभेदों के बारे में चिंतित हैं।
82. ( 4 ) यह कई इंद्रियों का उपयोग करने के अवसर प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, बच्चों को एक पौधे को अपनाने और उसका पालन-पोषण करने में मदद करना छात्रों को ‘वृक्षों के संरक्षण’ के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए सबसे उपयुक्त रणनीति होगी क्योंकि यह उन्हें सक्रिय भागीदारी में शामिल करेगा और उनके लिए सीखने को जीवंत बनाएगा।
पाठ्य पुस्तकों में स्वयं कई सुझाई गई गतिविधियाँ होती हैं, ताकि सीखने में सक्रिय भागीदारी के माध्यम से उच्च स्तर के प्रतिधारण को प्राप्त किया जा सके।
छात्रों को सीखने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल होने और व्यावहारिक कौशल विकसित करने की आवश्यकता है जो उनके बाद के जीवन में उपयोगी होगा।
83. (3) पर्यावरण शिक्षा के शिक्षण में समन्वित एवं प्रक्रियोन्मुखी दृष्टिकोण मुख्य दृष्टिकोण हैं। यह एक व्यावहारिक और समाधान आधारित पद्धति है जिसका उद्देश्य पर्यावरण से संबंधित समस्याओं का समाध खोजना है।
84. (1) मूल्य आपके व्यवहार को प्रभावित करते हैं क्योंकि आप उनका उपयोग विकल्पों के बीच निर्णय लेने के लिए करते हैं। मूल्य, दृष्टिकोण, व्यवहार और विश्वास इस बात की आधारशिला हैं कि हम कौन हैं और हम कैसे काम करते हैं। वे इस बात का आधार बनाते हैं कि हम खुद को व्यक्तियों के रूप में कैसे देखते हैं, हम दूसरों को कैसे देखते हैं, और हम सामान्य रूप से दुनिया की व्याख्या कैसे करते हैं ।
85. (1) ईवीएस, प्राथमिक स्तर पर, एक एकीकृत विषय क्षेत्र है जो विज्ञान (भौतिक, रासायनिक और जैविक), सामाजिक अध्ययन ( इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, आदि), और पर्यावरण शिक्षा से अंतर्दृष्टि प्राप्त करता है। (संरक्षण और संरक्षण ) |
इसका उद्देश्य बच्चों में पर्यावरण के समग्र या एकीकृत परिप्रेक्ष्य को विकसित करना है, जहां वे रहते हैं। इसलिए एनसीएफ 2005 पर आधारित ईवीएस के पाठ्यक्रम को एक एकीकृत परिप्रेक्ष्य प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है जो विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और पर्यावरण शिक्षा आदि से अंतर्दृष्टि प्राप्त करता है।
पाठ्यपुस्तकों को बेहतर ढंग से समझने और उपयोग करने के लिए पाठ्यक्रम के संगठन से परिचित होना महत्वपूर्ण है।
कक्षा 1 और 2 में पर्यावरण विषय को संयुक्त विषय के रूप में पढ़ाया जाना चाहिए।
ईवीएस की एकीकृत प्रकृति की मदद से छात्रों में अवलोकन कौशल, वर्गीकरण कौशल, सर्वेक्षण कौशल, मानचित्रण कौशल और संचार कौशल जैसे विकासशील कौशल विकसित किए जाते हैं।
छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास।
नैतिक मूल्यों का विकास
86. (2) पर्यावरण को सभी जीवित और निर्जीव तत्वों और उनके प्रभावों के कुल योग के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो मानव जीवन के सामाजिक-सांस्कृतिक आयामों को प्रभावित करते हैं। सभी जीवित या जैविक तत्व पशु, पौधे, वन, मत्स्य और पक्षी हैं, निर्जीव या अजैविक तत्वों में जल, भूमि, धूप, चट्टानें और हवा शामिल हैं।
87. (3) ईवीएस एक ऐसा विषय है जो पर्यावरण के मुद्दों के बारे में शिक्षार्थी की जागरूकता के विकास से संबंधित है।
ईवीएस शिक्षण अधिगम में, कक्षा शिक्षण को स्कूल के बाहर के जीवन से जोड़ने का तात्पर्य ‘पाठ्यपुस्तक से परे जाने’ के . विचार से है।
यह एक शिक्षक को बच्चों की वैचारिक समझ को अपने स्वयं के अनुभवों से जोड़ने और सीखने में प्रामाणिकता पैदा करने में सक्षम बनाता है ताकि वे विषय से परिचित महसूस कर सकें।
88. (1) कक्षा V के लिए EVS पाठ्यपुस्तक के कुछ अध्यायों में ‘सर्वेक्षण और लिखें’ पर अनुभाग का मुख्य उद्देश्य है:
(i) वास्तविक सेटिंग में सीखने के अवसर प्रदान करने के लिए।
(ii) समुदाय के साथ बातचीत करने का अवसर प्रदान करना।
(iii) पाठ्यपुस्तक को पर्यावरणीय मुद्दों और सरोकारों से जोड़ना ।
(iv) अपने पर्यावरण में कई चीजों के कामकाज में अपनी अंतर्दृष्टि विकसित करने के लिए।
(v) ठोस सीखने के अनुभव प्रदान करके बच्चों की सीखने की क्षमता को बढ़ाना।
89. (3) रोल प्ले पद्धति-
(i) रोल प्ले शिक्षण का एक अन्य छात्र – केंद्रित विधि है, यह सीखने की प्रक्रिया में छात्रों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करता है;
(ii) रोल-प्ले को स्पष्ट रूप से परिभाषित सामाजिक स्थिति के संदर्भ में दो या दो से अधिक व्यक्तियों द्वारा पूरी कक्षा द्वारा बाद की चर्चाओं के लिए भूमिकाओं के सहज अभिनय के रूप में परिभाषित किया गया है।
(iii) रोल प्ले एक निश्चित सामाजिक स्थिति के बारे में अपनी राय और भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम है, लोग क्या सोच सकते हैं, और महसूस कर सकते हैं और क्यों व्यवहार करते हैं और समूह में प्रस्तुति और चर्चा के माध्यम से स्थितियों को संभालने के लिए क्या किया जा सकता है।
(iv) इस प्रकार यह विधि मानव व्यवहार और मानवीय संबंधों के बारे में डेटा उत्पन्न कर सकती है जो पारंपरिक तरीकों से उपलब्ध नहीं है।
90. (2) पर्यावरण अध्ययन सीखने का एक क्षेत्र और सीखने के लिए एक दृष्टिकोण दोनों हैं। यह एक ऐसा दृष्टिकोण है जिसके माध्यम से बच्चा सीखने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल होता है। इस प्रक्रिया में वह व्यवस्थित रूप से अपने परिवेश का अन्वेषण करता/करती है। जब बच्चा अपने परिवेश के विभिन्न पहलुओं की खोज करता है और उनके बारे में सीखता है तो वह कुछ मानसिक कौशल भी विकसित करता है।

भाग- IV: LANGUAGE-I: ENGLISH

91. (3) दुनिया जलवायु परिवर्तन के कारण स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े खतरे का सामना कर रही है । डब्ल्यूएचओ ने जलवायु को मानवता के सामने सबसे बड़ा स्वास्थ्य खतरा करार दिया है।
92. (2) विश्व आर्थिक मंच के अनुसार अत्यधिक गर्म हवाओं से जनहानि होगी। विश्व आर्थिक मंच का अनुमान है कि 2030 से दुनिया भर में गर्मी, संक्रामक रोगों और कुपोषण के संपर्क में आने से 250,000 वार्षिक जीवन हानि होंगी।
93. (3) वायु प्रदूषण लाखों लोगों की जान लेता है, जो मुख्य रूप से जीवाश्म ईंधन के द कारण होता है। कोयला और डीजल जैसे जीवाश्म ईंधन के दहन के कारण होने वाले वायु प्रदूषण में पहले से ही सालाना दस लाख बहुमूल्य जीवन खो जाते हैं।
94. (1) वह विकल्प जो कहता है कि अत्यधिक गर्म दिनों की संख्या तिगुनी हो गई है, गलत है। सही वाक्य यह होना चाहिए कि 1980 के बाद से अत्यधिक गर्म दिनों की संख्या दोगुनी हो गई है।
95. (3) अत्यधिक गर्मी के संपर्क में रहने से कुपोषण हो सकता है। यह कथन सही है (पैराग्राफ 1 का अंतिम वाक्य पढ़ें) । पादप-आधारित आहार अपनाने से जलवायु के प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यह कथन सत्य है ( पैराग्राफ 3 का पहला वाक्य पढ़ें ) ।
96. (3) Tremenous (जबरदस्त) शब्द वाक्य में पहले पैराग्राफ में इस्तेमाल किया गया है: उनके स्वास्थ्य प्रभाव जबरदस्त (Their health impacts are tremendous)। यहाँ पर tremendous (जबरदस्त) का अर्थ huge (बहुत बड़ा) या बहुत बड़ा (too big) या बहुत अधिक है।
97. (2) एक विशेषज्ञ (expert) एक speclal व्यक्ति है जो अपने विषय को गहरे स्तर पर जानता है इस शब्द का विपरीत शब्द एक आम आदमी (a layman) है। एक आम आदमी (layman ) वह व्यक्ति होता है जिसे किसी विषय वस्तु की ज्यादा समझ नहीं होती है।
98. (4) पैरा 2 में निम्नलिखित वाक्य में चरम ( extreme) शब्द का प्रयोग किया गया है। “महत्वपूर्ण रूप से, जलवायु परिवर्तन के स्वास्थ्य प्रभाव चरम और हर दिन दोनों हैं” (Importantly, climate change’s health impacts are both extreme and every day) यहाँ पर extreme (अतिशय) शब्द विशेषण (adjective) है। इसका अर्थ है :
1. सामान्य या औसत से दूर : उदारहण: Extreme measures
2. डिग्री में अत्यधिक या अत्यधिक महान: जैसे: अत्यधिक आनंद (extreme joy)
3. केंद्र या मध्य से सबसे दूर; सबसे बाहरी; अंतिम (outermost/endmost )
उदाहरण: एक कस्बे की चरम सीमाएँ | (Extreme limits of a town)
4. किसी भी दिशा में सबसे दूर, अत्यंत या बहुत दूर:
उदाहरण: दृष्टि के चरम बिंदु पर एक वस्तु ।
(An object in the extreme point of vision)
99. (4) पैरा 2 में श्वसन (respiratory) को श्वसन रोग (respiratory) diseases। अभिव्यक्ति के रूप में प्रयोग किया जाता है। रोग (disease) संज्ञा (noun) है, respiratory विशेषण (adjective) है।
100. (3) सर्दी शोमेन (showmen) का राजा है क्योंकि यह कई रमणीय आकृतियाँ बनाता है जैसे कि स्नोमैन में पेड़ ट्रम्प, जन्मदिन केक में घर, और वह दुनिया को देखने में अच्छा बनाता है । As tree trumps into snowmen, houses into birthday cakes, and makes the world good to look.
101. (2) तीसरी अंतिम पंक्ति पढ़ें “लोग जीभ पर बर्फ के टुकड़े पकड़ते हैं” People catching snowflakes on tongues | अत: इस line का उल्लेख कविता में है।
102. (3) “स्टंप इनटू स्नोमैन” की छवि हमारी दृष्टि की भावना को आकर्षित करती है क्योंकि स्नोमैन की तरह दिखने वाले स्टंप •ऐसी वस्तुएं हैं जिन्हें देखा जा सकता है और जो कुछ भी देखा जाता है वह हमारी दृष्टि की भावना से संबंधित होता है।
103. (3) कविता के अंतिम दो वाक्यों को पढ़ें: जब बर्फ गिर रही होती हैं तो बर्फ बर्फीली होती है / मुझे खेद है कि जब यह जा रही होती है तो यह कीचड़ भरी होती है / Snow is snowy when it’s snowing / I’m sorry it’s slushy when it’s going। इसका मतलब है कि जब बर्फ पिघल रही होती है या जा रही होती है तो सड़कें कीचड़ युक्त हो जाती हैं।
104. (2) पंक्ति में “विंटर इज द किंग ऑफ शोमेन”, प्रयुक्त पंक्ति का अलंकार एक रूपक है। एक रूपक (metaphor) एक अलंकार है जो कुछ और कहकर कुछ का वर्णन करता है। इसका शाब्दिक अर्थ नहीं लिया जाना है। रूपक का उदाहरण है “सभी धर्म, कला और विज्ञान एक ही पेड़ की शाखाएँ हैं। “
105. (3) अनुप्रास (Alliteration) शब्दों में एक प्रारंभिक व्यंजन ध्वनि की पुनरावृत्ति है जो एक दूसरे के करीब हैं । “निकटता ” से हमारा तात्पर्य उन शब्दों से है जो लगातार हो सकते हैं लेकिन होना जरूरी नहीं है। शायद अनुप्रास को पहचानने का सबसे आसान तरीका इसे क्रिया में देखना है, इसलिए इस उदाहरण पर एक नजर डालें: Leaping Lizard
106. (1) चॉमस्की ने निष्कर्ष निकाला कि भाषा अधिग्रहण के लिए बच्चों के पास एक जन्मजात संकाय होना चाहिए। इस सिद्धांत के अनुसार, प्रक्रिया जैविक रूप से निर्धारित होती है मानव प्रजाति ने एक मस्तिष्क विकसित किया है जिसके तंत्रिका सर्किट में जन्म के समय भाषाई जानकारी होती है। –
107. (1) एक बहुत ही संक्षिप्त व्याख्या यह है कि ध्वनि विज्ञान ( phonology) भाषा में ध्वनि संरचना (sound structure) का अध्ययन है, जो वाक्य संरचना (वाक्यविन्यास) या शब्द संरचना (आकृति विज्ञान) के अध्ययन से अलग है, या समय के साथ भाषाएँ कैसे बदलती हैं। (ऐतिहासिक भाषाविज्ञान) ।
108. (3) स्विस मनोवैज्ञानिक जीन पियागेट ने भाषा के अधिग्रहण को बच्चे के मानसिक या संज्ञानात्मक विकास के संदर्भ में रखा। उन्होंने तर्क दिया कि एक बच्चे को एक अवधारणा को समझना होगा, इससे पहले कि वह उस अवधारणा को व्यक्त करने वाले विशेष भाषा रूप को प्राप्त कर सके।
109. (1)
110. (2) बोलना भाषाई भाव का कार्य है। भाषिक तंत्रिका आपके मुंह के तल और जीभ के आगे के दो-तिहाई भाग को संवेदना प्रदान करती है। आपकी स्वाद कलियों में फैली हुई नसें, जिन्हें कॉर्डा टिम्पनी कहा जाता है, एक अलग कपाल तंत्रिका से आती हैं, जिसे चेहरे की तंत्रिका कहा जाता है। हालाँकि, वे भाषाई तंत्रिका से मिलते हैं क्योंकि यह आपके निचले जबड़े में उतरती है।
111. (3) यूनिवर्सल ग्रामर (यूजी) परिकल्पना – यह विचार कि मानव भाषाएँ, जितनी सतही रूप से विविध हैं, कुछ मूलभूत समानताएँ साझा करती हैं और ये भाषा के लिए अद्वितीय जन्मजात सिद्धांतों के कारण हैं: कि गहराई में केवल एक ही मानव है भाषा (चॉम्स्की, 2000 ) ।
112. (3) संरचनात्मक दृष्टिकोण इस धारणा पर आधारित है कि भाषा शिक्षण संरचनाओं या वाक्य पैटर्न के व्यवस्थित चयन और ग्रेडिंग के माध्यम से सबसे अच्छा किया जा सकता है। यह 1950 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में व्यापक रूप से लागू किया गया था। दृष्टिकोण में अंतर्निहित मूल सिद्धांत है: भाषा भाषण है, लेखन नहीं ।
113. (1) टेलीग्राफिक भाषण (Telegraphic speech) केवल दो शब्द वाक्य है, जैसे “kitty tired” or “I hungry” | टॉडलर्स इस स्तर के भाषा को 18-24 महीनों के बीच विकसित करते हैं। टेलीग्राफिक स्पीच महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका मतलब है कि आपका बच्चा: अपने विचारों और भावनाओं को संप्रेषित करना सीख रहा है।
114. (2) एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की जोड़ी की अवधारणा के माध्यम से विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लोगों के बीच बातचीत को बढ़ाना और आपसी समझ को बढ़ावा देना है। राज्य भाषा सीखने, संस्कृति, परंपराओं और संगीत, पर्यटन और व्यंजन, खेल और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने आदि के क्षेत्रों में एक सतत और संरचित सांस्कृतिक संपर्क को बढ़ावा देने के लिए गतिविधियां चलाते हैं।
115. (1) एनकोडर वह व्यक्ति होता है जो संदेश विकसित करता है और भेजता है। एनकोडर को यह निर्धारित करना चाहिए कि दर्शकों को संदेश कैसे प्राप्त होगा, और समायोजन करें ताकि संदेश उस तरह से प्राप्त हो जिस तरह से वे इसे प्राप्त करना चाहते हैं ।
116. (1) अभिव्यंजक क्रिया का अर्थ है वक्ता की भावनाओं को व्यक्त करना। यह प्राप्तकर्ता पर केंद्रित है; इसका मतलब है कि एक वक्ता एक संदेश को संबोधित करता है। अभिव्यंजक कार्य का उद्देश्य वक्ता की भावना या अभिव्यक्ति को • व्यक्त करना है। वह जिस बारे में बोल रहा है, उसके प्रति वक्ता के दृष्टिकोण की प्रत्यक्ष अभिव्यक्ति का उद्देश्य ।
117. (4) कहानी लेखन का उपयोग भाषा उच्चारण सिखाने के लिए नहीं किया जा सकता क्योंकि इस कार्य में बोलना शामिल नहीं है।
118. (2) बबलिंग (Babbling) प्रारंभिक भाषा के विकास का एक चरण है जब बच्चा व्यंजन – स्वर या स्वर- व्यंजन ध्वनियाँ बनाता है, जैसे “मा”, “दा” या “उम”। अगला बार-बार बड़बड़ाना होता है (उदाहरण के लिए, “मामामा”) । अंत में, बच्चा विभिन्न प्रकार की ध्वनियों ( यानी ‘माबागा”) को संयोजित करेगा, जिसे वैरिएगेटेड babbling कहा जाता है।
119. (1) बिहेवियरिस्ट थ्योरी के अनुसार, स्किनर (1985) ने सीखने या भाषा को मौखिक व्यवहार के बराबर बताया है। (equated learning a language to verbal behaviour) । इसलिए, उनका मानना है कि इस प्रकार के व्यवहारों में अंतर्निहित मानसिक प्रणालियों को समझाने की कोशिश करने के बजाय, किसी भी अन्य व्यवहार की तरह भाषा अधिग्रहण देखा जा सकता है।
120. (4) संक्षेपाक्षर ( abbreviation) का प्रयोग नोट करने के कौशल के लिए. अच्छा है लेकिन पढ़ने के कौशल के विकास के लिए नहीं ।

भाग- V : भाषा-II: हिन्दी

121. (2) दिये गए गद्यांश के अनुसार, ‘मिलों का दैत्य शोर वाक्य में रेखांकित पद का अर्थ है, मिलों से निकलने वाली भयानक ध्वनि।
122. (3) गद्यांश के कथनानुसार, ‘रात-दिन ‘पसीना बहाना’ का अर्थ है, अथक परिश्रम • करना।
123. (1) जैसा कि गद्यांश में वर्णित है, “बैलगाड़ी से रथ बने, भाप से चलने वाले इंजन गढ़ लिए गए, का भाव है, मनुष्य ने विकास की राह पकड़ ली।
124. (4) गद्यांश में मजदूर की बात की गयी है।
125. (2) धीरे-धीरे शब्द युग्म एक पुनरुक्त शब्द है।
जब एक ही शब्द वाक्य में लगातार दो बार प्रयुक्त होकर विशेष अर्थ दर्शाता है। तो उसे पुनरुक्त शब्द कहते हैं। जैसे – बार – बार, जाते-जाते, खेलते-खेलते आदि ।
यौगिक शब्द – दो सार्थक शब्दों के मेल से बनने वाले शब्दों को यौगिक शब्द कहते हैं। जैसे- कुपुत्र= कु+पुत्र, हिमालयहिम+आलय, पुस्तकालय पुस्तक + आलय, देवेंद्र = देव+इन्द्र |
रूढ़ शब्द जो शब्द हमेशा किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हों तथा जिनके खण्डों का कोई अर्थ न निकले, उन्हें ‘रूढ़’ कहते हैं। जैसे- नाक, कान, पीला, पर, झट आदि। इन शब्दों के खंड करने पर इनका कोई अर्थ नहीं निकलता।
126. (3) गद्यांश के अनुसार, वाक्य का आशय है- गाँव, कस्बे और नगर बनाने के लिए ‘जंगल की भूमि साफ करके गाँव, कस्बों और नगरों का निर्माण किया ।
127. (1) “रेल पानी में आग लगा घंटों में . सैकड़ों मील दौड़ने लगी, वाक्य तात्पर्य है भाप वाले इंजनों की सहायता से तेजगति के यातायात के साधन बना लिए ।
128. (2) ‘फिर धीरे-धीरे मैंने महानगर बनाए, वाक्य में रेखांकित शब्द में कर्ता कारक है।
कारक का वह रूप जिससे क्रिया (कार्य) के करने वाले का बोध होता है, वह ‘कर्ता कारक’ कहलाता है। इसका विभक्ति-चिह्न ‘ने’ है। इस ‘ने’ विभक्ति चिह्न ‘ने’ है। इस ‘ने’ विभक्ति-चिह्न का प्रयोग वर्तमान काल और भविष्यत काल में नहीं होता है। इसका सकर्मक धातुओं के साथ भूतकाल में प्रयोग होता है।
129. (2) “सभ्यता के विकास के साथ ही प्रकृति मनुष्य की दासी बन गयी, वाक्य का आशय है, सभ्यता के विकास के साथ मनुष्य ने प्रकृति को अपने नियंत्रण में कर लिया।
130. (3) ” अब कोई ऐसा रहस्य नहीं जिसका व्यापक ज्ञान मानव को न हो” से तात्पर्य है, नव को प्रकृति के रहस्यों का भरपूर ज्ञान है।
131. (2) गद्यांश के आधार पर मानव की प्रकृति जुझारू है।
132. (2) गद्यांश के अनुसार, साहसी व्यक्ति सरलता से सभी कार्य कर लेते हैं ।
133. (1) सर्वोच्च का संधि विच्छेद – सर्व + उच्च = सर्वोच्च
इसमें गुण संधि है।
जब संधि करते समय (अ, आ). साथ (इ, ई) हो तो ‘ए’ बनता है, जब (अ, आ) के साथ (उ, ऊ) हो तो ‘ओ’ बनता है, जब (अ, आ) के साथ (ऋ) हो तो ‘अर’ बनता है तो यह गुण संधि कहलाती है।
134. (2) अनगिनत में “अन” उपसर्ग है।
उपसर्ग ऐसे शब्दांश हैं जो किसी शब्द के पूर्व जुड़ कर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं या उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं ।
अन उपसर्ग वाले शब्द – अनजान, अनमोल, अनकहा आदि।
135. (3) दिये गए गद्यांश के अनुसार, “एवरेस्ट के द्वारा मनुष्य के समक्ष नतमस्तक होने से तात्पर्य है- एवरेस्ट की चढ़ाई पूर्ण करना।
136. (1) भाषा एक व्यवस्था के रूप में, इस बारे में चिंतन करने की योग्यता अधिभाषिक जागरूकता कहलाएगी।
अधिभाषिक जागरूकता संबंधी जागरूकता इस समझ को संदर्भित करती है कि भाषा संचार की एक प्रणाली है, नियमों से बंधी है, और भाषा का उपयोग करने के विभिन्न तरीकों पर चर्चा करने की क्षमता का आधार बनाती है।
137. (1) ध्वनि की सबसे छोटी इकाई स्वनिम होती है।
किसी भाषा या बोली में, स्वनिम (phoneme) उच्चारित ध्वनि की सबसे छोटी ईकाई है। स्वनिम के लिए ध्वनिग्राम, स्वनग्राम आदि शब्द भी प्रयुक्त होते हैं।
किसी भाषा या बोली में, स्वनिम (phoneme) उच्चारित ध्वनि की सबसे अर्थपूर्ण छोटी ईकाई है। स्वनिम के लिए ध्वनिग्राम, स्वनग्राम आदि शब्द भी प्रयुक्त होते हैं।
अंग्रेजी में इसका पर्यायी शब्द फोनीम (phoneme) है। Phoneme के लिए प्रयुक्त होने वाला ‘स्वनिम’ शब्द’ ध्वनिग्राम’ की अपेक्षा कहीं अधिक नया है, किन्तु आजकल इसका ही प्रयोग चल रहा है।
किसी भी भाषा के स्वनिम अपने वितरण में व्यतिरेकी (contrastive) होते हैं। इसका आशय यह है कि जहाँ एक की उपस्थिति होगी वहाँ दूसरा नहीं आ सकता। जैसे – कमल में म और ल के वितरण को ल और म से बदल दें तो वह कलम हो जाएगा, इस प्रकार स्वनिम परिवर्तन से अर्थ परिवर्तन भी घटित होता है।
स्वनिम ज्ञान से भाषा के शुद्ध उच्चारण में सरलता होती है। स्वनिम के माध्यम से ही किसी भाषा की मूल ध्वनियों का ज्ञान होता है। इस प्रकार भाषा शिक्षण में स्वनिम ज्ञान का विशेष महत्त्व है।
138. (2) निर्देश या शिक्षण सामग्री वे सामग्री हैं जिनका उपयोग शिक्षक अपने शिक्षण को सरल बनाने के लिए करते हैं। इनमें दृश्य और श्रव्य-दृश्य दोनों साधन शामिल हैं और ये ठोस या गैर-ठोस हो सकते हैं। ये निर्देशात्मक सामग्री छात्रों को सीखने के लिए प्रेरित करके सीखने में जान डालती है।
139. (4) पाठ्यपुस्तक अतुल्यकालिक अधिगम का उदाहरण है।
अतुल्यकालिक अंतःक्रिया में शिक्षार्थी और शिक्षक एक ही समय में मौजूद नहीं होते हैं।
एक शिक्षक छात्रों को एक कार्य या असाइनमेंट (दत्त कार्य) सौंपता है और इसे जमा करने के लिए एक समय सीमा आवंटित करता है।
कार्य प्रस्तुत करने के बाद, शिक्षक कार्य की जाँच करते हैं और प्रतिक्रिया प्रदान करते हैं।
140. (4) दिये गए प्रश्न के आधार पर अध्यापक बच्चों को रूपविज्ञान का शिक्षण दे रहे हैं।
भाषाविज्ञान में रूपिम की संरचनात्मक इकाई के आधार पर शब्द रूप (अर्थात् पद) के अध्ययन को पदविज्ञान या रूपविज्ञान (मॉर्फोलोजी) कहते हैं ।
दूसरे शब्दों में, ‘शब्द’ को ‘पद’ में बदलने की प्रक्रिया के अध्ययन को रूपविज्ञान कहा जाता है। रूपविज्ञान, भाषाविज्ञान का एक प्रमुख अंग है।
141. (2) कूइंग (कूजन करना) लगभग एक महीने की उम्र में बच्चे रोने के अलावा कूकना भी शुरू कर देते हैं।
यह अवस्था जन्म के 4-5 महीने बाद तक चलती है।
कूइंग एक स्वर जैसी ध्वनि है, विशेष रूप से ‘मू…’ जैसी, जिसे जब बच्चे संतुष्ट और प्रसन्न होते हैं तो निकालते हैं।
142. (1) निष्पादन और दक्षता में विरोधाभास नोआम चोमस्की के द्वारा दर्शाया गया।
चॉमस्की क्षमता और प्रदर्शन को अलग करता है; वह ‘क्षमता’ को एक आदर्श क्षमता के रूप में वर्णित करता है जो एक मनोवैज्ञानिक या मानसिक गुण या कार्य के रूप में स्थित है और ‘प्रदर्शन’ वास्तविक उच्चारण के उत्पादन के रूप में है।
143. (4) अभिव्यक्तियात्मक भाषा कौशल विकास चैनल बोलना और लिखना है।
भाषा कौशलों का वर्गीकरण
1. भाषा के चार कौशल को दो समूह में वर्गीकृत किया गया है-
2. ग्रहणात्मक कौशल -अर्थ को ग्रहण करने का कौशल
जिनका प्रयोग अपने विचारों, भावों आदि की अभिव्यक्ति के लिए किया जाता है ।
अभिव्यक्तात्मक कौशल- अभिव्यक्तात्मक कौशल या उत्पादक कौशल विचारों को अभिव्यक्त करने का कौशल।
144. (3) पाठ्यसामग्री का बारीकी से पठन, पठन कौशल का विकास करता है।
बारीकी से पढ़ने का संबंध गहन पठन से होता है, जिसका अर्थ है किसी विषय वस्तु को गहराई से समझना।
भाषा के चारों कौशलों के अध्ययन के लिए प्रयोग की जाने वाली युक्ति है।
किसी पाठ्य सामग्री का सारांश करना तथा उसके मुख्य विचार को प्राप्त करना है।
किसी पाठ्य सामग्री में विशिष्ट तथ्यों या सूचना को ढूँढने के लिए प्रयोग की गई पठन प्रविधि है।
145. (1) वाचन के क्रम में विषयवस्तु और फिर अभिव्यक्ति का क्रम आता है।
146. (4) ग्रहणकर्ता को संकेत खोलने वाले. डिकोडर के रूप में जाना जाएगा।
एक डिकोडर एक सर्किट है जो एक कोड को संकेतों के एक सेट में बदलता है, इसे डिकोडर कहा जाता है क्योंकि यह एन्कोडिंग के विपरीत कार्य करता है, लेकिन हम डिकोडर्स के साथ एन्कोडर्स और डिकोडर्स का अपना अध्ययन शुरू करेंगे क्योंकि वे डिजाइन करने में आसान हैं।
147. (3) शब्द में अक्षर, पंक्ति में शब्द और पृष्ठ में पंक्तियाँ आपस में बहुत पास-पास (अंतराल) नहीं होनी चाहिए। यह लिखावट में अंतरालन की ओर संकेत करता है।
148. (4) अँग्रेजी भारतीय भाषाओं का स्रोत नहीं है।
भारतीय संविधान में हिंदी को कार्यालयी भाषा का स्थान दिया गया है, जबकि अंग्रेजी को भारत संघ की सह कार्यालयी भाषा के रूप में स्थान प्राप्त है।
अतः हम कह सकते हैं कि भारतीय संविधान के अनुसार अंग्रेजी भाषा सहयोगी – प्रशासनिक भाषा है।
149. (3) ग्राहयशील भाषा कौशल विकास चैनल सुनना और पढ़ना है।
भाषा अधिगम के कौशल एक भाषा में प्रवीणता प्राप्त करने के लिए विभिन्न दार्शनिकों ने भाषा सीखने के कौशल का विचार रखा, जिसे विभिन्न समितियों द्वारा अपनाया गया था।
श्रवण कौशल – भाषा में अन्य सभी कौशल सीखने के लिए यह एक पूर्वापेक्षा है। यह जो कहा जाता है उससे अर्थ निकालने की एक प्रक्रिया है। इसमें किसी भाषा की ध्वनियों को प्राप्त करना, ध्वनियों को शब्दों में बदलना, उन शब्दों का अर्थ निकालना और बोध करना शामिल है।
पठन कौशलयह एक सक्रिय कौशल है। जो शैक्षणिक सफलता को निर्धारित करता है। पढ़ने में धारणा, मान्यता, जुड़ाव, समझ, संगठन और अर्थ खोजना शामिल है।
150. (2) नोम चोमस्की द्वारा भाषा विकास का सिद्धांत (Chomsky Theory) का प्रतिपादन वर्ष 1959 में किया गया था।
उनके इस सिद्धांत के अनुसार वह मानते हैं कि बालक में भाषा को सीखने की क्षमता जन्मजात होती हैं, अर्थात् भाषा अर्जन करने की क्षमता बचपन से ही छात्र में निहित होती हैं।
लैंग्वेज एक्विजिशन डिवाइस, या LAD, चॉमस्की की अधिग्रहण परिकल्पना का हिस्सा है।
LAD सिद्धांतों की एक प्रणाली है जिसके साथ बच्चे पैदा होते हैं जो उन्हें भाषा सीखने में मदद करता है, और बच्चों द्वारा संरचनाओं को सीखने के क्रम और सीखने के दौरान वे जो गलतियाँ करते हैं, उनका लेखा-जोखा रखता है।
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